आपने ये तो बहुत बार सुना होगा कि एक नौजवान लड़का अपने पूरे घर की जिम्मेदारी उठाता है। वह घर खर्च चलाता है। लेकिन क्या आपने ये सुना है कि एक नौजवान लड़की अपने घर की जिम्मदारी उठाती है। अपने बड़े भाई और पिता के होने के बावजूद पूरे घर का खर्च चलाती है। शायद नहीं..!
कोई बात नहीं। हम आपको मिलवाने जा रहे हैं, जोधपुर जिले के एक छोटे से गाँव की एक 25 साल की लड़की सृष्टि से । जो एक निजी स्कूल में पढ़ाती है। लेकिन उसकी जिंदगी पढ़ाने तक ही सीमित नहीं होती है। गाँव के बेईमान सरपंच के नाक में दम करवाके गाँव वालों के सामने उसकी सच्चाई उजागर करनी हो या फिर हर गलत बात पर अपने परिवार वालों से भी उलझ जाना हो। गलत के खिलाफ लड़ाई करना तो उसकी आदत बन जाती है। खडूसपने में तो वो सबकी नानी थी लेकिन उसकी जिंदगी के लक्ष्यों को तब नई दिशा मिलती है जब उसकी जिंदगी में उसके स्वभाव के उल्ट स्वभाव के लड़के विराट का आगमन होता है। क्या विराट उसके सपनों को पंख दे पाएगा? क्या वह अपने दोस्त विराट के बलबूते पर एक पिछड़े रेगिस्तानी गाँव को सुधार पाएगी? क्या वह मुबारक खान जैसे सरपंच को हरा पाएगी?
ऐसे ही सवालों के जवाब मिलेंगे आपको इस कहानी में।Read More