कबीर के दिल और दिमाग में अविका बस चुकी थी लेकिन अविका इन बातों से अनजान अपने जीवन की सच्चाई से लड़ रही है। किस्मत भी उन्हें मिलाने के लिए बेकरार है, लेकिन रिश्तों के भंवर में उलझी अविका क्या कबीर के प्यार को समझ पाएगी? क्या कबीर अपने दिल की धड़कने अविका को सुना पाएगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी सुनो शहजादी केवल कुकू एफएम पर।Read More