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चौथा चैप्टर ज्यादातर लोग अस्पतालों से नफरत करते हैं लेकिन डॉक्टर्स नहीं । उन्हें तो अस्पताल में रहने से खुशी मिलती है । ये एक ऐसा स्थान है जहां उन्हें ईश्वर का दर्जा दिया गया है, जहां चमत्कार होते हैं । ये वादों, उत्साह और आश्चर्य से भरी जगह है । उन्नीस सौ पचास में स्थापित क्राइस्ट केयर फाउंडेशन मुंबई भारत में एक आधुनिक अस्पताल के रूप में विकसित हुई है जहाँ चिकित्सा, शिक्षण और रिसर्च सब होता है । अस्पताल अस्पताल एक लाख बीस हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला है और इसमें एक हजार सात सौ चौहत्तर बैठ है । इसमें चौबीस क्लीनिकल और पैरामेडिकल विभाग शामिल है जिनमें से आठ राष्ट्रीय प्रमुख विषयों पर ध्यान देते हैं । इसमें पंद्रह दूसरे विभाग भी है जिन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय से सम्मान प्राप्त है । राहुल अस्पताल से जुडने के लिए अमेरिका से आया था । वो अस्पताल पहुंच और जनरल सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉक्टर सुरेश अवस्थी से मिला । आपका सफर कैसा रहा? डॉक्टर राहुल, डॉक्टर अवस्थी ने हाथ मिलाकर स्वागत किया । सफर काफी खूबसूरत था । राहुल ने फ्लाइट की सभी एयर होस्टेस के बारे में सोचा । बाहर मुस्कराया । विदेश से डिग्री लेने के बाद मैं अस्पताल के साथ जुडने के लिए उत्सुक हूं । हम अस्पताल के कॉमन एरिया में घूम रहे थे । आपको डॉक्टर सूची से मिलना चाहिए । वो एक प्रतिभाशाली सर्जन है । डॉक्टर शुचि के कैबिन के पास पहुंचकर चीफ ने कहा, उसके लिए सर्जरी करना बगीचे में टहलने जितना आसान है । चीफ ने कहा, कृपया यहाँ के वो आते ही होगी । चीफ में राहुल को सूची के कैबिन के पास रुकने को कहा । उसने अपने बालों को उंगलियों से ठीक किया और उसका इंतजार करने लगा । प्रभु वो मोटी और बदसूरत नहीं होनी चाहिए । राहुल के कल्पनाशील मस्तिष्क पर लडकी का चित्र अंकित होने लगा । वो दुआ कर रहा था की वो अपना बाकी का मेडिकल करियर किसी ठीक ठाक देखने वाली लडकी के साथ नहीं बता सकता हूँ । तभी उसने अपने बुरे सपने की तरह मोटी लडकी को अपनी तरफ आते देखा । जिस तरह से वो चल रही थी ऐसा लग रहा था कि मानो वो कभी भी राहुल से टकरा सकती है । राहुल सोच से घबरा गया की अगर वो लडकी शुचि होगी तो उसका मेडिकल करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगा । वो डर से सहम गया और उसने अपनी आंखे बंद कर ली । उसके लिए हकीकत का सामना करना बहुत मुश्किल था । वो लडकी राहुल के पास पहुंची और उसने पूछा क्या ये डॉक्टर सूची का कैबिन है? आपका मतलब है कि आप डॉक्टर सूची नहीं है? राहुल ने धीरे से आंखें खोली और खुशी से पूछा क्या वो मोटी लडकी चौंक गए जो कि यकीनन शुचि नहीं थी? कुछ नहीं । हाँ, ये डॉक्टर सूची का ही कैबिन है । बैठे । राहुल ने इस चमत्कार के लिए मन में भगवान को दस नारियल भेंट किए । राहुल की मानसिक चुहलबाजी फिर से शुरू हो गई । कुछ ही देर में उसने अपनी तरफ एक और लडकी को आते हुए देखा । जो सफेद सूट पहनी थी, उसकी आंखों की पुतलियां बाहर उछली । लडकी के चारों ओर तीन चक्कर लगाए और वापस आ गई । राहुल उस लडकी को देख कर के हैरान हुआ । उसे विश्वास नहीं हुआ कि उसने क्या देखा । राहुल ने अपनी आंखें, मछली और उसकी और फिर से देखा । वो भी कोई मरीज होगी । शुच इतनी खूबसूरत नहीं हो सकती । राहुल ने सोचा क्योंकि वो लडकी डॉक्टर होने के लिहाज से बहुत खूबसूरत थी । डॉक्टर पढाकू होते हैं और बढा दो । लडकियाँ खूबसूरत नहीं देखती । उसके कहा ले लंबे बाल तितली जैसी गांठ में पीछे बंदे थे । उसके कानून में सुनहरी गोल झुमकी उसके चलने पर भटक रहे थे । हाँ, ये डॉक्टर सूची का कैबिन है । बैठे थोडी देर में आती होगी । राहुल ने कहा जैसी पहुंची मैं ही डॉक्टर सोची हूँ । सुंदर लडकी ने अपनी खनकती आवाज में जवाब दिया क्या आपको पूरा यकीन है? राहुल ने पक्का करने के लिए दोबारा पूछा । मुझे नजर अंदाज करके अपने कैबिन में चली गई । उसके अपना हैंडबैग मेज पर रखा और अपनी कुर्सी पर बैठ गई । राहुल उसके पीछे चला गया और उसके सामने रखी कुर्सी पर बैठ गया । वहाँ नहीं और यहाँ बैठो मरीजों के लिए ये कुर्सी है । उसने कहा उसने राहुल का आपने बगल में रखी कुर्सी पर बैठने को कहा । उसने सोचा कि राहुल वीक मरीज है, अब मजा आएगा । राहुल ने सोचा और उसके मुताबिक सीट पर बैठ गया । शुचि ने अपना स्टेथोस्कोप कान में लगाया और राहुल के सीने पर रखकर के दिल की धडकन जांचने लगी । बताइए क्या हुआ है आपको प्यार । राहुल ने सोचा वो राहुल के बहुत करीब थी इतनी कि राहुल उसकी सांसे महसूस कर सकता था । उस की खुशबू का अहसास कर सकता था । आप को क्या बताऊँ? मैं गंभीर समस्या से पीडित हो । ठीक है बताइए क्या हुआ है आपको? मैं बिलकुल ठीक नहीं हूँ । ये बहुत बडी समस्या है । नहीं समझ नहीं आ रहा कि आपको कैसे बताऊँ । राहुल ने अपना सिर झुकाकर कहा अगर कोई गुप्त बीमारी है तो पांचवीं मंजिल पर एक सेक्सोलॉजिस्ट है । डॉक्टर सक्सेना नहीं ऐसी कोई बात नहीं है । तो फिर बताइए कि तुम्हें क्या परेशानी है? सूची में थोडा छेडते हुए पूछा असल में ये एक लंबी कहानी है । हमारी सोसाइटी के पास नगर निगम का डम्पयार्ड है । थोडी की वजह से वहाँ पर मच्छर होते हैं । हमने नगर निगम में शुक्ला जी को डम्पयार्ड के बारे में कई बार लिखित शिकायतें की है लेकिन वह कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं । शुक्ला जी कांसी व्यक्ति हैं । वो अपने सारे काम डालने की कोशिश करते हैं । जब तक कि वह काम करना बहुत जरूरी न हो जाएगा । तो आपको मच्छरों ने काट लिया है कि आप को बुखार है । मलेरिया डेंगू । उसने पूछा मेरे शरीर के तापमान को भागने के लिए मेरा माकन हुआ नहीं । मैं ऐसा नहीं है । उन मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए हमारी सोसाइटी के सेक्रेटरी ने घटिया की शाषक के छिडकाव की व्यवस्था की जो मच्छरों से ज्यादा मनुष्य को नुकसान पहुंचाती है । में अपने ही बात पर हसा क्या इस वजह से आपका खाना दूषित हुआ कि आप फुटबॉल से पीडित है । वो इस बार सचमुच चढ गई नहीं मैडम जी कैसे हो सकता है । उस पेस्ट कंट्रोल के बारे में सुनते ही कुछ दिनों के लिए अपने घर से बाहर चला गया । मैं अपनी सेहत का छठ ख्याल रखता हूँ । शुचिः का चेहरा देखकर मुस्कान से पाना मुश्किल था । वो गुस्से से राहुल पर चिल्लाने ही वाली थी । जब डॉक्टर अवस्थी राहुल का परिचय कराने आए डॉक्टर राहुल क्या पहले ही डॉक्टर सूची से मिल चुके हैं? क्या क्या डॉक्टर है शुचिः अपनी बेवकूफी पर हस बडी सुंदर लडकी अपने गुस्से को एक बाल में छिपा सकती है । घायल मैं डॉक्टर राहुल हूँ । राहुल ने मासूम चेहरा बनाकर कहा और अपना हाथ उसकी और बढाया । राहुल ने जो किया उसके बाद उसे डर था कि शुचि उससे फिर कभी बात नहीं करेंगे । लेकिन सच्ची ने मुस्कराकर के हाथ मिलाया । डॉक्टर अवस्थी का फोन फिर से बचा और वह कमरे से चले गए । माफी चाहती हूँ मैं आपको पहचान नहीं पाई । उस ने कहा मैं भी नहीं पहचान सका । मेरा मतलब है कि आप डॉक्टर होने के लिए हाथ से बहुत खुबसूरत है । उसने हस करके मेरी बात को टाल दिया । मैं इस हल्की फुल्की शरारत के लिए माफी चाहता हूँ । मुझे यकीन है कि आप मुझे इसके बाद हमेशा याद रखेगी । मैं अपने बारे में आपको बता दूँ । मैंने अमेरिका से ग्रेजुएशन किया है और इस अस्पताल से जुडने के लिए कल ही भारत पहुंचा हूँ । राहुल ने अब भी उसका हाथ थामा हुआ था जोकि बहुत नरम था तो उन से मिलकर अच्छा लगा । राहुल उसने एक झटके से अपना हाथ राहुल के हाथ से छुडा लिया । क्या आप मुझे अस्पताल को मारेगी? ये मेरा पहला दिन है । राहुल ने अनुरोध किया, हाँ बिल्कुल । मैं आपको अस्पताल का कोना कोना दिखाउंगी । सूची ने चाहते हुए कहा । अपने मरीजों से मिलने के बाद जब उसे फुर्सत मिली तो राहुल के साथ अस्पताल के दौरे पर चल पडी । उसकी आंखों में ताजा ऊर्जा थी जो उसके चारों और सकारात्मकता बिखेर रही थी । अस्पताल में मौजूद हर नाॅन मरीज और हर कोई जो उस परिसर में मिला शुचि से बहुत प्यार करता था । उसे देखते ही सभी मुस्कुरा दिए । उसे सभी का अभिवादन किया । सब का हाल चाल पूछा । अस्पताल उसके लिए एक परिवार की तरह था । अब मैं आपको इस अस्पताल के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य से मिल पाती हूँ । यहाँ आप अपने हाथ जोडे ये है मेरे दोस्त गणेश हूँ । वो अस्पताल में बने मंदिर पहुंचे । ये हमारे मरीजों की देखभाल करते हैं और मैं कोई भी सर्जरी करने से पहले इन का आशीर्वाद जरूर लेती हूँ । मैंने मुस्कुराकर भगवान को नजरंदाज कर दिया और हाथ नहीं छोडेगा । भगवान ने मुझे पहली काफी कुछ दिया था तो आज रात क्या कर रही है? राहुल ने पूछा ज्यादा कुछ नहीं क्यों? क्या हम आज रात के खाने के लिए बाहर जा सकते हैं? क्यूँ? क्या खाते आज क्योंकि आप ज्यादा कुछ नहीं कर रही है । राहुल ने मन में सोचा आज मेरा जन्मदिन है लेकिन आपका आइकार्ड तो बताता है कि आपका जन्मदिन उन्हें अप्रैल को है । वो सिर्फ खूबसूरत ही नहीं है बल्कि कच्ची ऑब्जर्वर भी है । हम फिर भी आज मना सकते हैं । किसी का तो जन्म दिन होगा । आज अच्छा तो तुम्हारा जन्म दिन कब है? अगले महीने काफी नजदीक है तो आप मुझसे क्या तोहफा लेना पसंद करेगी? सगाई की अंगूठी राहुल ने सोचा फॅमिली थी चमत्का लडकियाँ तो फिर तो एक पर्यायवाची शब्द की तरह है । है ना चीजों से भरी दुनिया बनावटी लगती है मुझे तो चलिए आप कुछ और मांग लीजिए कुछ संवेदनशील क्या वादा करते हैं कि मैं जो चाहूं, आप मुझे देंगे । शुचि ने शरारती अंदाज में कहा हाँ, जब तक आप चांद सितारों की कामना करेंगे, मैं अपने माता पिता की इकलौती संतान हूँ । मेरा कोई भाई नहीं है । बचपन से ही मैं भाई की कामना करती थी । मैं समझ रहा हूँ ये बात कहाँ जा रही है । मैं बाकी का अस्पताल खुद ही देख लेता हूँ । राहुल वहाँ से ऐसे भागा जैसे कोई चोर पुलिस से भाग रहा हो । राहुल रात को सोने की कोशिश कर रहा था, लेकिन शुचि ने उसके दिमाग में घर कर लिया था । वो आंखें खोलकर उसके बारे में सोच रहा था । उससे वो इंडक्शन प्रोग्राम में मिला । अस्पताल का मैनुअल खोला । उसपे अस्पताल से जुडे सभी डॉक्टर्स की तस्वीरों के साथ उनके फोन नंबर्स और बाकी सारी जानकारियां दी हुई थी तो उसने पन्ने पलट करके शुचि की प्रोफाइल निकली । यहाँ तक की पासपोर्ट साइज पिक्चर में भी वो सबसे प्यारी लग रही थी । इसमें उस की सारी डिग्रियां, उसके अब तक के सारे काम का एक्सपीरियंस और उसके मेडिकल ट्रायल की जानकारी दी गई थी । उसके मोबाइल नंबर के साथ उसका पूरा पता भी मौजूद था । किसी खेत पर लगे चेरी की तरह राहुल से फोन करने के सारे बहाने सोचे लेकिन उसके दिमाग में कुछ नहीं आया । वो डॉक्टर है । मैं कह सकता हूँ कि कोई मेरे घर में कोई बीमार है और दवा की जरूरत है । मगर अफसोस यह है कि मैं भी डॉक्टर पढाई के अपने नुकसान भी होते हैं । राहुल ने सोचा वो फिर और नहीं रुक सका और बिना किसी कारण के शुचि को फोन कर दिया । भले ही रात में देर हो चुकी थी पर उसने पहली घंटे में ही फोन उठाया । मानव राहुल के फोन का ही इंतजार कर रही थी तो उसने कहा उसकी आवाज बहुत सुरीली थी । ऐसा लगा मानो दस लता मंगेशकर एक साथ जा रही हो । राहुल कुछ नहीं कह सका । हाँ जी कौन? मैं राहुल हाँ बोलो । उम्मीद कर रही थी कि राहुल फोन करने की वजह बताएगा । मैनुअल में आपका नंबर देखा । बस ये सुनिश्चित करना चाहता था कि ये नंबर सही है या नहीं । क्या इससे भी बत्तर कोई कारण हो सकता है? राहुल ने ये सोच कर के खुद को कोसा । उसने टिटोली की । राहुल फोन पर उसका चेहरा नहीं देख सकता था । लेकिन वह अपनी कल्पना में उसे मुस्कुराते हुए देख रहा था । हाँ, ये सही नंबर है । क्या मैं तो मैं हाई कर सकता हूँ । जरूर, मैंने भी तो में हाई क्या? राहुल बचकानी बात कर रहा था, लेकिन शुचि ने छेडने की बजाय उसका साथ दिया । मैंने देखा कि आप अस्पताल में कितनी लोकप्रिय हैं । आपको सुपरस्टार की तरह लोग फॉलो करते हैं । राहुल नाम से चिढाते हुए कहा, फॉलोवर्स नहीं है । हम सब का गहरा आपसी जुडाव है । मुझे उम्मीद नहीं थी कि तो मुझे कॉल करोगे क्या तो मुझे लाइन मार रहे हो कि नहीं । मैं भी और उनकी तरह आपसी रिश्ते मजबूत करने की कोशिश कर रहा हूँ । उसके लिए ये जल्दबाजी होगी । अरे क्या बात कर रही हूँ । मैं वक्त बर्बाद करने में यकीन नहीं रखता और सुनाओ क्या कर रही थी? तुम्हारे बारे में सोच रही थी इसके सिवा मेरी जिंदगी में अब बच्चा किया है । उसने मुझे वापस सुनाते हुए कहा मुझे लगा अभी हमारा आपसी रिश्ता मजबूत होना बाकी है । नहीं नहीं अब क्या बाकी रह गया है? तो मैं मेरी बहुत याद आ रही होगी । है ना । क्या मैंने ऐसा कुछ कहा अंदाजे लगाना खतरनाक हो सकता है? नहीं, मैं दुआ करता हूँ कि ये सच हो । तुम्हारे दिमाग में जो भी चल रहा है सब फिजूल है । उसने सख्त आवाज में कहा मेरा यकीन करो । मेरे दिमाग में ऐसा ऐसा कुछ नहीं चल रहा है । मुझे बस नींद नहीं आ रही थी । पता नहीं क्यों? इसीलिए तो मैं फोन करने का खयाल आया । सूची ने मुझे टोकते हुए कहा अगली बार मुझे कॉल करने से पहले बेहतर बजट होना क्या? अगली बार भी तो मुझसे वजह पूछ होगी । तो क्या तुम फिर बेवजह मुझे कॉल करोगे शुचिः । फ्लर्ट करने में राहुल को कडी टक्कर दे रही थी । भला लडके ही सारे मुझे क्यों करें? राहुल उसकी बुद्धिजीविता और व्यंग्यात्मक मजाक से हैरान था । मैं तुमसे तुम से बहुत नफरत करता हूँ । मैंने धीरे धीरे शर्माते हुए कहा अरे तुम पहले से ही मुझसे नफरत करने लगी । अभी तो मैंने तो मैं कोई वजह भी नहीं दी है । उसने कहा लेकिन तुमने मुझे प्यार करने की कई वजह दी है । राहुल ने मन में सोचा तो कुछ देर चुप रही तो नाराज मत हो । मैं मजाक कर रहा हूँ । मुझे बुरा नहीं लगा तो इतनी खूबसूरत होगी । मॉडल या अभिनेत्री भी बन सकती थी । तुमने डॉक्टर का पेशा ही क्यों अपनाया? भला ये क्या बात हुई कि खूबसूरत लडकियां सिर्फ मॉडल या अभिनेत्री ही बन सकती है । लेकिन तब संभावना बढ जाती है क्या फर्क पडता है कि मैं डॉक्टर बनना चाहती थी और ऐसा मैंने करके दिखाया । क्या तुम हमेशा खुद को सही साबित करने की इतनी कोशिश करती हूँ और क्या तुम हमेशा एक खडूस आलोचक बने रहते हो? उसके बाद सुनकर राहुल थोडी देर चुप रहा । माफी चाहती हूँ बुरा मत मानना । उसने गलत लक्ष्य इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगी । कोई बात नहीं । मुझे बुरा नहीं लगा । जब मैंने तो फोन किया । मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम मुझसे बात भी करोगी । देखो जिंदगी में अच्छी चीजें ऐसी ही होती है । किसी अच्छे इंसान से बात करना अच्छा लगता है । मुझ से बात करने का शुक्रिया और तुम्हारा भी महान खडूस होने के लिए शुक्रिया । क्या यह सच में खडूस हूँ? ये बात पूछना ही तो में खडूस बनाता है क्या? खडूस तुम्हारा पसंदीदा शब्द है तो बेहतर पर्यायवाची इस्तेमाल कर सकती थी । पर्यायवाची वो जोर से हंसी मैं दोबारा तुम्हारी बेस्ड ही नहीं करना चाहती । उम्मीद है कि तुम समझ गए होंगे । शुक्रिया प्रिया तो मेरा अच्छा ख्याल रख रहे हो । राहुल तो मजा किया हो या वो राहुल से बात करते हुए प्रभावित हुई और क्यों ना होती । आखिरकार उसकी आंखें नीली जो है नहीं । फिर से नहीं हर लडकी यही कहती है मुझे लगा कि तुम अलग हो । राहुल ने उसे फिर से छेडते हुए कहा अच्छा तो फिर तुम खडूस तो पक्का अब ये अलग है नहीं । मजा किया ठीक है मैं इसके साथ जी सकता हूँ । मगर ऐसा तो हर लडकी कहती है ना एक चुल्लू खडूस मजा किया तो भारी वर्सि क्या कोई तीसरा विकल्प है, बस भी करूँ लेकिन अब ये दिलचस्प होता जा रहा है । राहुल ने कहा शांति से सो जाओ अगर कल अस्पताल में हो गई तो डॉक्टर अवस्थी दिलचस्प तरीके से वसूली करेंगे तो मजा किया हूँ । मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी । हमें शांति से मार सकता हूँ । क्या पूछ सकती हूँ ऐसा क्यों? मुझे आखिरकारी कैसी लडकी मिली जो मजाकिया और खूबसूरत दोनों है वरना लडकियों में दोनों में कोई एक की खासियत होती है अब फोन रखो नहीं तो अगर तुम्हारी प्रेमिका ने कॉल किया और लाइन बिजी मिली तो डायन बनकर तुम्हारा खून भी जाएगी । चिंता मत करो, मैं सिंगल हूं और कॅाल हूँ क्या? मैंने पूछा ये तुम से तो में साबित कर दिया कि सभी मारते कुत्ते होते हैं । अगर मर्द कुत्ते हैं तो औरते भी कमी नहीं है । राहुल ने ये कहकर के अपनी जीभ काटी, चिंता मत करूँ । सब कुछ की कमी और तेज बात का बुरा नहीं मानती । उन्हें गर्व महसूस होता है तो मैं भी कभी ना कभी किसी कुत्ते से ही शादी करनी है । बस वक्त वक्त की बात है । यकीन करूँ मैं तुम पर लाइन नहीं मार रहा हूँ । चलो मान ली तुम्हारी बात क्या अस्पताल की कैफिटेरिया में कल दोपहर को साथ में लंच कर सकते हैं? एक बजे ठीक है, कोशिश करूंगी । तुम से बात करके बहुत अच्छा लगा । मुझे भी गुडनाइट उसने कहा और फोन रखना चाहा । राहुल ने बिस्तर पर रखी तक ही को गले से लगा लिया । उसने फोन रख दी और राहुल उसके बारे में और भी ज्यादा सोचने लगा । राहुल ने पहले भी हजारों लडकियों के साथ फ्लर्ट किया है जो की अलग अलग देशों से और अलग अलग तरह की थी । लेकिन शुचि सबसे अलग है वो और द्वितीय है । शुचि ने राहुल के दिमाग पर कब्जा कर लिया था । राहुल ने फोन उठाया और फिर से उसका नंबर डायल किया । उसे पता था कि आधी रात को फिर से फोन करना बहुत ही अजीब बात है । लेकिन अगर आप हर समय समझदार और सब भी रहते हैं तो आप जिंदगी के सारे मजे लेने से चूक जाते हैं । मैं सिर्फ ये कहना चाहता था कि मैंने खडूस के बजाय मजाकिया चुना है । राहुल ने कहा तो में आज मुझे जिंदगी में पहली बार फोन किया वो भी रात को और हमारी एक घंटे से ज्यादा बात हुई । अब तुमने मुझे ये कहने के लिए फिर से फोन किया कि तुम खडूस की वजह कैसा क्या चुनते हूँ । हाँ और ये पूछने के लिए की क्या तुम सच में इससे इत्तेफाक रखती हूँ? इतिफाक किससे की? मैं खडूस हूँ क्या बात कर रही हूँ । मैं ऐसे तथा क्यों होंगे पता नहीं मैंने तो में देर रात फोन किया और मुझे लगता है कि मैं पहली बार में ही बहुत कुछ किया गया । बिल्कुल नहीं । बाहर तो मजेदार इंसान हूँ । राहुल ने उनकी शादी के रिसेप्शन के लिए मैंने भी सोच लिया था और सूची कहती है कि राहुल सिर्फ एक मजेदार इंसान है । ये तो तुम्हारा बडप्पन है । राहुल ने कहा वैसे आप कितने बजे तक होते हैं? उसने पूछा निर्भर करता है किस पर निर्भर करता है । जब लडकियाँ मेरा कॉल उठाना बंद कर देती है तो मेरे पास होने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता तो कब सोती हूँ? जैसे लडकी मुझे फोन करना बंद कर दे । देने में ठीक से जानती तक नहीं । आपकी शौक क्या है? मेरा मतलब है कि अपनी खूबसूरती से लोगों के होश उडाने के अलावा खाली समय में क्या करती है । मुझे नहीं पता । शायद अंजान लोगों से फोन पर बात करती हूँ । ये दोनों हाथ से जोर से हंसी, उसके साथ सबकुछ जादुई महसूस होता है । जैसे किसी परी कथा में राहुल ने सोचा अलविदा मेरे लिए कुछ तेज होना जरूरी है । उसने कहा ठीक है जरूर और आज मुझे इन महान नामों से नवाजने के लिए शुक्रिया । मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ । राहुल सुनो, मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम लगभग दो घंटों तक बात करेंगे । मैं बोर हो रही थी । शुक्र है कि तुम्हें फोन किया और पिछले दो घंटों को अद्भुत बना दिया । कुछ देर के बाद उसने फिर कहा, और मैं कमी नहीं हूँ । लडकियाँ कुछ भी नहीं बोलती है । हाँ तो बहुत ही प्यारी लडकी हो । राहुल ने शर्माते हुए कहा मुझे पता है अब मुस्कुराना बंद करो तो मैं कैसे पता है कि मैं मुस्कुरा रहा हूँ क्या तो मेरा पीछा कर रही हो, शायद हाओ भगवान जाने अलविदा । उसने कहा और कॉल काट दिया । आकाश में उसे तीसरी बार कॉल कर सकता । काश में उसे हमेशा हमेशा के लिए बातें करता रहता हूँ । मुझे लग रहा है जैसे मुझे मेरे सपनों की लडकी मिल गई । मैं ये बात माँ के साथ साझा करना चाहता हूँ । राहुल ने सोचा राहुल ने अपने गोल्डन डायरी खोली और उसमें लिखना शुरू किया । माँ जिस अस्पताल में मैं काम कर रहा हूँ मेरे अनुमान से कहीं बेहतर है । यहाँ के लोग बहुत अच्छे हैं और माँ मुझे एक लडकी के साथ काम करना है । उसका नाम सूची है । वो बहुत अच्छी और प्यारी है । माँ जब भी मैं उसे देखता हूँ तो मुझे आप की याद आती है । मैं हमेशा ऐसी लडकी के साथ रहना चाहता था जो मुझे आप की याद दिला सके । आज मैंने से ये कहकर की छेडा की मैं सिर्फ एक मरीज तो उसके चेहरे को देखना चाहिए था । वो पहले अपने दातों को कुतर रही थी लेकिन फिर वो मुस्कुरा दी जब साथ ही तब तो और भी खूबसूरत लग रही थी । मुझे उसे छुडाना पसंद है । जैसे पापा आपको चिढाते थे । ठीक ऍम नाइट हम बाद में बात करेंगे