कहते हैं अगर सही लोगों का साथ हो तो ज़िन्दगी आसान हो जाती है। बचपन में ही एक सच्चे प्यार को हासिल कर लिया था करन और भावना ने। लेकिन फिर आ गईं उनके बीच समाज की बनाई बनावटी लकीरें। क्या ये बचपन का प्यार जवानी में समझौता कर लेगा या कहेंगे ये एक दूसरे से "अगर तुम साथ हो!"Read More
कहते हैं अगर सही लोगों का साथ हो तो ज़िन्दगी आसान हो जाती है। बचपन में ही एक सच्चे प्यार को हासिल कर लिया था करन और भावना ने। लेकिन फिर आ गईं उनके बीच समाज की बनाई बनावटी लकीरें। क्या ये बचपन का प्यार जवानी में समझौता कर लेगा या कहेंगे ये एक दूसरे से "अगर तुम साथ हो!"