Made with  in India

Buy PremiumDownload Kuku FM
Part 2A in  | undefined undefined मे |  Audio book and podcasts

Part 2A in Hindi

Share Kukufm
1 K Listens
AuthorAditya Bajpai
अंधेरी रात में, धमाकों के बीच, अपने ही साथियों की आंख में धूल झोंक कर गंथर भाग निकला… चलने-चलते उस ने पे-मास्‍टर सार्जेंट को घायल कर दिया और रूपयों की तिजोरी अपने साथ ले ली। लेकिन गंथर ने ऐसा क्‍यों किया? एम जर्मन सैनिक की सच्‍ची कहानी जिस ने अपनी सेना के विरूद्ध जिहाद छेड़ा। Publisher - Vishv Books Writer - Ganther Bahneman
Read More
Transcript
View transcript

भाग दो । अफ्रीका के काले आकाश में चंद्रमा का प्रकाश जगमगा रहा था । भूमध्यसागर पार स्वच्छ निर्मल चांदनी छिटकी हुई थी । छोटी छोटी लहरें डट से टकरा रही थीं । सर्वत्र शांति थी । मैं रेत के टीले पर बैठा था । मेरे सामने अतीत की घटनाओं की तस्वीरें एक के बाद एक नाचने लगी । एक छोटा सुंदर सफेद मकान था, जिसमें एक छोटा भतीजा भी था । आंगन में भांति भांति के गुलाब खिले हुए थे । घर पर जाने का मार्ग एक शांत गली में से होकर जाता था । एक अधेड व्यक्ति इस घर में रहता था, जिसकी आयु लगभग पचास वर्ष की थी । उसके कुछ बाल सफेद हो चुके थे तो बहुत कम । मस्कर आधा आधा उसका लम्बा चौडा शरीर देखकर लगता था कि वह किसी समय सेना का उच्च अधिकारी रहा होगा । वास्तव में वहाॅं उसका व्यक्तित्व अतीत की याद दिलाता था । मैं कुछ लंगडाकर चलता था, क्योंकि प्रथम विश्वयुद्धों में उसने तो भगवा बंदूकों का सामना किया था । एक दिन की बात है । उस समय मैं छोटा था । घर में एक छोटा बॉक्स मेरे हाथ लगा । उसके अंदर एक ल्यूगर पिस्तौल रखी हुई थी । मैंने बस उठा लिया और उस कमरे में आ गया, जहाँ व्यक्ति बैठा हुआ था । मैंने ऍम खोला और से पूछा मुझे बताइए किए किया है । उसने कुछ दिनों तक मेरी ओर देखा और मुझे बैठने को कहा तो धीरे धीरे उसने प्रथम विश्वयुद्ध में अपने अनुभवों को बताना शुरू किया । एक क्रास वाले इस बात का बना हुआ था । बिल्कुल सीधा सादा । ये आॅडिट है । उसने क्रॉस को उठाकर मेज पर रख दिया । मैं ध्यानपूर्वक उसकी कहानी सुनता रहा । फिर उसने दूसरा क्रॉस उठाया, जिसके चारों ओर चांदी की धारियां थी । ये ऍम । अब उसने तीसरा क्रॉस उठाया । उसके चारों और सुनहरी धारियां नहीं । इस पर कैंसर का ताज खुला हुआ था । यह पदक बोलें । मॉल टाइट कहलाता है और केसरी सेना का सर्वश्रेष्ठ पदक है । और भी अन्य पदक थे । अंत में उसने चांदी का एक बन्दा उठाया । ये घायल सैनिक का पदक है । मैं उसके टूटे हुए पैर को देख रहा था । उसने मुझे देख लिया और मुस्कराते हुए कहने लगा बेटा, इस पैर के कारण ही ये पदक मेरे पास है । उसने बॉक्स को बंद करते हुए मत से कहा, इसको नहीं रख तो ये मेरे बताते । ये घटना मेरे मस्तिष्क में कौन रही थी और मैं शांत समुद्र की ओर देख रहा था । तभी मैंने अपने पीछे किसी के आने की आहट सुनी, मुड कर देखा । ऍफ मेरे पीछे खडा था । युद्धबंदियों के कैंप में उन्हें फांसी दे दी गई । उसने तो बताते हुए कहा था कि जॉयस ने मेरी माँ द्वारा भेजा गया बटर पढ लिया था । जो मैं काम धूम है छोडकर आया था । कुछ समय तक मैं मेरे समीप ध्यान बैठा रहा हूँ अब क्या करोगी? उसने पूछा चुपचाप बैठा रहा अचानक मेरे मस्तिष्क में एक बात करनी और वहाँ बढा करोड खडा हुआ मैं आया हूँ । मैंने कहा नहीं आज ही राज का भाग जाऊंगा । ऍम मेरी और अजीब नजरों से देख रहा था जैसे मैं कुछ सोच रहा हूँ । फिर उसने कहा मुझे भी यही करना पडेगा । चलो हम दोनों रात्रि के अंधकार में अपने तंबू की ओर चल पडे । पूरे कैंप में सन्नाटा छाया हुआ था । हम तंबुओं की मध्य से होते हुए जा रहे थे । गाडियाँ खडी हुई थीं । बाकियों से बचने के लिए खाइयां खोदी हुई थी पर कोई व्यक्ति दिखाई नहीं पडा । मैंने जोयस से इसका कारण पूछा । हाँ, आज एक विशेष समारोह है जिसमें सारा कैंप सम्मिलित है । समारोह का आयोजन कंपनी के एक बडे तंबू में किया गया है । उसने खजूरों से घिरे हुए एकदम बहु की ओर इशारा करते हुए कहा क्यूँ आज क्या विशेष घटना घटी है? हाँ आज पहली बार बियर की सप्लाई पहुंची है । संभवता लाइन में खडे खडे उनके पैरों में दर्द होने लगेगा पर मुझे इसकी चिंता नहीं बढाया हूँ । इतने में तंदूर से संगीत की ध्वनि आने लगी और उसी के साथ प्रसिद्ध जर्मन गीत सुनाई पडा हम इंग्लैंड पर बम गिरा रहे हैं । मुझे आश्चर्य है कि युद्ध समाप्त हो जाने के बाद ये लोग कौनसा गीत गाएंगे । कहता हुआ ॅ क्या यहाँ भी बम गिरने जैसी घटना देखने में आएगी जब उनको पता चलेगा कि मैं नहीं हूँ । मैंने कहा मेरी जाने पर तो और भी बडा धमाका होगा । जब उसने कहा क्या मुझे आश्चर्य हुआ? मैंने उस की ओर देखते हुए पूछा तो उनकी हो जाओगे । मूल्क मत बनो हूँ क्या मैं इस में अकेला रहूँगा? ये है नहीं हो सकता हूँ । इतना ऍफ ने अपना ऍफ दिया और कहा मैं केवल आवश्यक वस्तुएं ही अपने साथ ले जा रहा हूँ । अनावश्यक चीजें ले जाना बेकार है । मैं सीधा उसके पास पहुंचा और पैर से मैंने उसका सारा सामान कोने में किसका दिया? इस पर है तो उत्तेजित हो गया तो क्या हो गया है? मेरी गर्दन तो फस रही है । मैं तुम्हारी गर्दन फंसाने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हूँ । मैंने उसे समझाते हुए कहा अच्छा तो ये बात है । सुनो तुम समझते हो कि तुमने आॅड पाया है और कुछ अन्य लोहे के टुकडे भी तुम्हारे पास है । इसलिए तुमको अपनी गर्दन फंसाने का अधिकार है । इतना कहते हुए वह जोश में आ गया । नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है तो हमारी पत्नी है कि मैं जानता हूँ इसीलिए होश में आओ जी तुम यहाँ से निकल जाए तो इसका परिणाम तुम्हारी पत्नी को भुगतना पडेगा । वो इसका स्क्रू टाइट कर देंगे । जी हां कहने लगा पर यह प्रथम अवसर नहीं है । उसका शुरू तो हर बार कोई और टाइट कर सकता है । जब से मैं मोर्चे पर आया हूँ, प्रत्येक वर्दी पहने हुए छुट्टी पर जाने वाला उसके पास जाता है । मुझे उसकी बात पर बढा चले हुआ । मैंने कहा तो तो ऐसा क्यों देती हूँ? जब की तो मैं एक लंबे समय से घर नहीं गए हो । क्या तुम समझते हैं कि मैं हूँ नहीं? कहता जा रहा था झोले मैं सामान रखता जा रहा था । जब मैं फ्रांस में पिछले साल अपने घर गया तो मेरी पत्नी की गोद में बच्चा था । मुझे बच्चे के विषय में कुछ भी बताना था । उसने मुझे बताया कि मैंने तो मैं विश्व में डालने के लिए तुमको कोई खबर नहीं दी । फिर कुछ उदास होकर कहने लगा, कहने वाली बात बिल्कुल ठीक थी क्योंकि उस समय मैं दो लाइन में था और युद्ध में रहता था । निश्चय ही बच्चा पैदा करने का अवसर मुझको पिछले दो वर्षों से ना मिला था । सुनो गंटर मेरी और मोडकर फिर कहने लगा, तुम विवाहित नहीं हूँ और मैं भी ऐसे जीवन से तंग आ गया हूँ जिसका कोई न कोई बच्चा हर साल पैदा होता रहेगा । मेरी पत्नी कितने दिनों तक बनी रह सकती है? मुझे विश्वास हो गया कि उसका मेरे ही साथ भागने का इरादा है और मैं उसको कदापि ना रोक सकूंगा । मैंने उसे याद दिलाया कि पकडे जाने पर सीधे गोली मार दी जाएगी । कोर्ट मार्शल की नौबत नहीं आएगी । हाँ हाँ तुम्हारा आशीष बस है और तो मजाक नहीं कर रहे हो । वहाँ रहा था । अच्छा तो जब वह दिन आएगा, जब तुम्हारे शरीर के बाहर गोलियां निकलेंगे तो मैं भी उसी लाइन में रहूंगा । गोली चलाने वाला व्यक्ति हमको मार देने के बाद जीवन भर सो नहीं सकेगा । मैं प्रीत बनकर उसकी नींद हराम कर दूंगा और वे आत्महत्या करने पर विवश हो जाएगा । सेना में चार साल तक नौकरी करने के बाद सभी सैनिक जिद्दी प्रकृति के हो जाते हैं । सोयत ने अपने मन में निर्णय कर लिया था और अब उसके विचारों को बदल लेना नहीं । आज की बात नहीं । नहीं अच्छा आप हमें या निर्णय करना है कि किन किन वस्तुओं की हमें आवश्यकता है । अब लगभग आधी रात का समय हो चुका है और दो बजे तक हमें यहाँ से चल देना है । अन्यथा जाने से कोई भी लाभ नहीं होगा क्योंकि इतनी लंबी प्रतीक्षा की आवश्यकता है । मेरा तो बंडल दिया रहे, काम सीमा के आस पास एक बस पकडने लेंगे और मजे से सुबह ऑस्ट्रेलियन नेशनल करेंगे । जो आपने कहा मैंने अपने सिर हिलाया और कहा नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं होगा । यहाँ से मिस्र की सीमा तक लगभग बारह बारूदी सुरंगों की पट्टियां हैं और हमारे सैनिक भी वहाँ दशक लगाते रहते हैं । मैं भाग रहा हूं । मैं बारूदी सुरंगों से नहीं मारूंगा और न ही भागते हुए गोली खाने का में आए रहता है । इसका मुझे काफी अभ्यास है । मैं अंग्रेजों का युद्धबंदी बनने के लिए अपने को कभी अर्पित नहीं करूंगा । संभव है कि युद्ध दस वर्ष और चले ये कहते हुए मैंने अपना सामान बांधना शुरू कर दिया । मुझे मालूम है कि तुम नाविक भी रह चुके । ऊपर रेगिस्तान पार करना अलग बात है । तो ठीक कहते हो, पर समुद्र पार करना और रेगिस्तान पार करना एक ही बात है । इसमें कोई अंदर नहीं तो झानू में जाने का इरादा है । जो तो ग्रुप में अंग्रेज दोस्तों से नहीं मिलना चाहते हैं । वो आश्चर्यचकित होकर मेरी और देखा था । शायद आप मुझे कुछ कुछ पागल समझने लगा था । घर भी नहीं जाना है जो ऍफ मेरा चाचा अफ्रीका में रहता है । पुर्तगालियों के अधीन लोहंडा में मैं मुझे मिलकर अवश्य प्रशन होगा । यह सोनकर जाॅन कराएं । अफ्रीका के दक्षिणी तट पर कांगो के दक्षिण में मैं डरता पूर्वक नहीं कह सकता हूँ और ये स्थान यहाँ से लगभग तीन हजार किलोमीटर दूर है । आधा मार करेंगे स्थानीय पर हम उसको पार कर सकते हैं । मैंने उसे बताया जो मेरी बातों से हैरान था । मुझे उस पर अब कुछ कुछ क्रोध आने लगा था । पर मैंने सोचा कि उसने कभी ऍम नदी नहीं देखी । नहीं कभी जहाज या नाव चलाई, न कभी टोंगा से कोई स्टीमर उठाया । उसने ऐसे कार्यों में कभी भाग नहीं लिया था । बता हा उसे ऐसी यात्राओं का ज्ञान न होना स्वाभाविक है । सुना जाॅन से समझाते हुए कहा हम यहाँ से निकलकर शायर यानी का के पश्चिम से होते हुए पहाडों पर चले जाएंगे । वहां हम कुछ दिन डेरा डालकर विश्राम करेंगे और साथ ही साथ सहारा के रेगिस्तान को पार करने के लिए आवश्यक सामान जुटाएंगे । चुकी हमें बडी मात्रा में अनेक वस्तुओं की आवश्यकता पडेगी । समय आने पर हम यात्रा प्रारंभ करेंगे और आगे जो कुछ होगा देखा जाएगा । अरे ये तो बहुत ज्यादा रन बात है । चुटकी बजाते हुए उसने कहा साधारण मैं तो एक बार यहाँ से निकलने के बाद संपूर्ण अफ्रीकी कौन हमारे पीछे लग जाएगी । हम से प्रेम करने नहीं, हमें स्वर्ग लोग पहुंचाने बडी । अभी किसी समय गोलाबारी हुई तो मैं उसका उपयुक्त जवाब दूंगा, चाहे मेरे सामने जर्मन हो या इटालियन या कोई और । मैंने देखा कि इस बात से जॉॅब पर प्रसन्नता छा गई थी । ऐसे कार्यों में उसकी विशेष रूचि थी । यहाँ से निकल जाने के बाद गोली का जोखिम अनिवार्य रूप में प्रस्तुत होगा । उसका मुकाबला करने के लिए हम को कठोर से कठोर पग उठाने के लिए तैयार रहना होगा अन्यथा निकलना संभव होगा । हमको हथगोलों से इसी भांति खेलना होगा । जैसे कि लोग पियानों पर हाथ फेरते हैं । हमने निकलने का प्रण किया है । हम निकल कर रहेंगे । हमारे सामने चाहे जितनी कठिनाई आएगी हम उनका वीरतापूर्वक सामना करेंगे । जाॅब के चेहरे पर उत्साह भराया । उसने मेरे माँ पर हाथ फेरकर कहा ये दुनिया बुद्धिमानी की बातें करनी प्रारंभ की है । आप मेरी समझ में आ गया तो तुमने तो आधे संसार का भ्रमण कर लिया है । तब मुझे भी आधा नहीं तो चौथाई संसार को देखने का अवसर मिल रहा है । मेरा विश्वास है कि कोई शक्ति हमें रोक नहीं सकेगी । अच्छा तो अब हमको बन्दों के गोला बारूद पानी ऍर, नकदी जाइए । नगदी क्या होता है यहां खरीदारी कैसी होगी? ऍफ ने कहा यहाँ तो नहीं पर साइड नैनिका में हमें इस की जरूरत पडेगी । मैंने कहा मैं मास्टर का तंबू कौनसा है तो होने वाला तंबू उसी का है जो आपने बताया । अच्छा आप मेरा विश्वास है कि यहाँ तो खर्राटे भरना होगा या फिर बीयर पीकर कंपनी के तंबू में से इंग्लैंड पर बम बरसा रहा होगा । मैंने अपनी ल्यूगर पिस्तौल खोल से बाहर निकाल नहीं तो उसका कचूमर निकालने जा रहे हो । जो आपने पूछा और उठकर उसने भी अपनी प्रस्ताव निकली । मैंने तंबू से निकल कर पूछता हूँ किधर जाना है ये सुनकर जॉॅब आ गया । आ गया । कुछ सेकंड में हमें तंबू के सामने पहुंच गए । हम ऍम खुल गए थे । उसने कहा और उसी शरण वापस लौट गया । मैंने तंबू के कैनवास में अपना काम लगाया । भीतर सन्नाटा था । उसे शरण कंपनी के तंबू में संगीत की धनी सुनाई पडी । दूर तो ग्रुप के क्षेत्र में तोपों की गोलाबारी चल रही थी । गोलों का प्रकाश है । कभी कभी आकाश में दिखाई पड जाता था । मेरे नहीं कटेगा छाया आ गई ऍम फॅसने धीरे से कहा । तंबू का द्वार रस्सियों से बना हुआ था । इसलिए मैंने चाकू से इस पल में ऊपर से नीचे तक रस्सियां साफ कर दी और अंदर घुस गया तो बाहर देखते रहो, गोली मार चलाना । समय आने पर आगंतुक के सिर पर कडा प्रहार कर देना । मैंने फस्ट बताते हुए जो जैसे कहा छोटी टॉर्च का प्रकाश तंबू में फैल क्या चारपाई खाली थी । आसपास बहुत से वापस रखे हुए थे । मैंने गौर से देखा लोहे की एक छोटे से बस में कई ताले लगे हुए थे । फॅस को बगल में दबाकर बाहर निकाल लिया और तेजी से अपने तंबू में आ गया । अपने तंबू में आकर हमने उस वक्त को कंबल से ढक दिया । इसमें कंपनी हेडक्वार्टर की धान खास ही तो बडी सरलता से हो गया । ऍफ ने उत्सुकता से कहा था लेकिन अब यहाँ से निकलने के लिए हमें कौन सी गाडी चाहिए? मैंने पूछा बख्तरबंद गाडी उसने सलाह दी नहीं नहीं ये अच्छे नहीं सकती । कहाँ से भी काम नहीं चलेगा क्योंकि पहाडों पर चलने के लिए कहा व्यर्थ होगी । मैं तो मोटर साइकिल ले आता हूँ जिनमें साइड कार भी है । जो ने कहा कहीं भी जा सकती हैं और दूर से दिखाई भी नहीं पडेगी । बिल्कुल ठीक अच्छी झाटका लाना । उनमें पेट्रोल भी भर लेना, तेल भी चेक कर लेना और मरम्मत के सामान का किट्टी उनमें होना आवश्यक है । मैंने जो जैसे कहा ठीक है मैं उनको तंबू के पीछे लाकर खडा कर दूंगा । इतना कहकर मैं झटके से बाहर चला गया । उसके जाते ही मैं तंबू से बाहर निकल आया और खोदकर अपनी बख्तरबंद गाडी पर चढ गया । मैंने मशीनगन के ऊपर रख दिया । फीडर बॉक्स को खोलने के बाद मैंने मशीन गन की गोलियों की बैट बाहर देखने प्रारम् किए । मुझे तीन हजार गोलियों की आवश्यकता प्रदीप हुई हूँ । उसके बाद मशीन पिस्टल निकाला और उसके लिए आधी दर्जन मैगजीनें निकाल नहीं जिसमें प्रत्येक में बत्तीस बत्तीस राउंड हूँ । अंत में वो बॉक्स निकाला जिसमें हथगोले थे पानी के दो जरीकेन भरे रखे थे मैं नीचे उतार लिए और दूरबीन लेकर मैं भी नीचे बोधगया जो ही में बख्तरबंद गाडी से उतरा जॉॅब मोटर साइकिल साइडर सहित साइड कार सहित लेकर आ पहुंचा । उसने उसे तंबू के पीछे खडा कर दिया । वो पूरी तरह पेट्रोल से भरी हुई थी और उसमें नए टायर लगे थे तथा मरम्मत के सामान का पूरा किट भी रखा हुआ था जहाँ से तुरंत ही दूसरी मोटर साइकिल लेने चला गया । अंदर साइड कार में अधिकांश समान ला दिया गया तथा मैंने उस पर मशीनगन भी फिट कर दी हूँ । ऍफ दूसरी मोटर साइकिल लेकर आ गया ये ठीक है । मैंने पूछा उसने मेरे ऊपर हाथ रख दिया । रेट पर किसी के आने की आहट सुनाई पड रही थी । आगंतुक ने निकट आते ही पुकारा हेलो लडको पार्टी में नहीं गए नहीं हमें आवश्यक डाक ले जानी है । मैंने उत्तर दिया आगंतुक निकट आ गया तो भाई से मेरे रोंगटे खडे हो गए है । ये मास्टर्स आॅफ हो तो माँ के कारपोरल हार श्रीमान और मैं सावधान पोजीशन में आ गया । तुम्हारे आने का पता नहीं लगा । उस नहीं कहा । हाँ आराम से खडे हो मेरा दाम घट रहा था । मैं यही सोच रहा था की किस प्रकार इसको तंबू नहीं जाने से रोगों जॉॅब ओ का चक्कर लगाकर जाने कहाँ चला गया था तो तुम्हारे कुछ वेतन बाकी है । कार्पोरल कल सुबह कर ले लेना । मुझे तो पता ही नहीं रहता कि कौन का वेट लेने आएगा । वो जोर से हंसने लगा और बियर की दुर्घंध मेरे मस्तिष्क मैं समझा नहीं कुछ डाक लायी हूँ । उसने पूछा हूँ एक विचार तुरंत ही मेरे मस्तिष्क में आया हाँ सार्जेंट! मैंने कहा तो हमारा भी एक पत्र आया है । मैंने थैले में रखते समय देखा था । सारजंट ने हल्की टोपी पहनी हुई थी । मैं अत्यधिक मोटा था । वही हाल की टोपी उसके लिए काल सिद्ध हुई हूँ ।

Details

Voice Artist

Sound Engineer

अंधेरी रात में, धमाकों के बीच, अपने ही साथियों की आंख में धूल झोंक कर गंथर भाग निकला… चलने-चलते उस ने पे-मास्‍टर सार्जेंट को घायल कर दिया और रूपयों की तिजोरी अपने साथ ले ली। लेकिन गंथर ने ऐसा क्‍यों किया? एम जर्मन सैनिक की सच्‍ची कहानी जिस ने अपनी सेना के विरूद्ध जिहाद छेड़ा। Publisher - Vishv Books Writer - Ganther Bahneman
share-icon

00:00
00:00