Made with in India
भाग ऍम ने अपनी पहले किताब का ज्यादातर हिस्सा ब्लॅक जोकि कनॉट प्लेस के बाहरी घेरे में स्थित है । वहीं बैठकर लिखा था अब मैं वहाँ पर ब्लॉगर नहीं रिलीज हुई किताबें ढूंढा करता है । सप्ताह के कार्यदिवसों में ब्रिटिश काउंसिल लाइब्रेरी में इतना सन्नाटा पसरा रहता है कि किसी भी कोने में बैठ कर लिख नहीं पडने का कार्य आसानी से किया जा सकता है । यहाँ का वाईफाई भी तेज गति से काम करता है । फॅमिली से अतिरिक्त मीठी कॉफी दिए हुए हैं और के साथ चिकन बर्गर खाये हुए तो उसे एक घंटे के ऊपर हो चुका था लेकिन फिर भी उस की लिखने की इच्छा नहीं हुई थी । बार बार है । उसी फोन कॉल के बारे में सोच रहा था ऍन उसकी नहीं हो सकती । किसी भी सूरत में कॉल उस की नहीं थी । उसको मत से कोई लेना देना नहीं है । फोन पर उस लडकी ने ही बकवास की थी । उनके बीच कुछ नहीं हुआ था । मेरे लेंगे पर उसकी खूट क्या बकवास है । अगर ऐसा हुआ होता तो मुझे हूँ । वो याद होता रहे । अपने और श्री इसी के बीच हुए पुराने ईमेल वार्ता लाभ को सर्च करता है । ऐसी मैं लडकी थी । जिस सभी नफरत करते थे और उस से दूर रहने को कहते थे । लेकिन फिर भी ऍम मैं ठीक हूँ ना पूछने के लिए शुक्रिया । पत्र की शुरुआत में ऐसा कहना देश होगी तो नहीं है ना । लेकिन तुम्हें पता होना चाहिए कि अपने दोस्तों और इंद्रियों के मना करने के बावजूद में तो मैं ईमेल कर रहा हूँ । इंद्रियों के बारे में बात करना भी मेरे लिए विचित्र है । हाल ही में मैंने दोबारा ऐसा करना शुरू किया है । तुम्हारे साथ की गई उस कार यात्रा के बाद मुझे छह माँ अस्पताल में गुजारने पडे और कुछ महा । उसके बाद पुनर्वास चिकित्सा में इस दुर्घटना नहीं मेरे शरीर और दिमाग को तोडकर रख दिया । मैंने सोचा कि मैं तुम्हें इस बात से अवगत करा दो मुझे तुम्हारी फॅमिली तो मैं बता दूँ कि है उतना ही कठिन था जितना कि मेरा इलाज और उस दुर्घटना में तुम कितने घायल हुई थी । मुझे बताया गया की हल्के फ्रैक्चर के बातों में अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी । ऐसा लगता है कि मुझे ही ज्यादा भुगतना पडा तो तुम्हारा कॅरियर जो भी हुआ उसके लिए मुझे माफ कर दो । दुर्घटना के बाद में ठीक हो गई थी । ऍम तुमने मुझे सडक से हटाकर लगभग मार डाला था और ऍम कितना का उतार दिया ऐसा मैंने जानबूझ कर नहीं किया था । सामने से जो टैक्सी आ रही थी वो गलत साइट पर थी । दुर्घटना के लिए बोल पडो तुम्हें क्या लगता है कि मैंने रिपोर्ट बडी नहीं हो गया । मैंने ठीक से बडी है लेकिन हम पीछे हुए थे है ना मुझे जो थोडा बहुत उस रात के बारे में आप है । उसके अनुसार मैंने तुम्हारे साथ थी । खैर मैंने तो मैं दोष देने के लिए मिल नहीं किया हूँ । दोस्त उस टैक्सी ड्राइवर का है पर मैं मर चुका है । बोहोत कहा कि एक तो खूब पीने से मुझे चढ नहीं गई थी ये कहने का क्या था पर है तो मुझे लगता है हमें मिलना चाहिए क्यों? तो मैं संकर कुछ अजीब लगेगा पर कभी कभी मैं तुम्हारे बारे में ख्वाब देखता हूँ । कभी कभी में दो सपने होते हैं जो दुर्घटना के बारे में होते हैं या तो मैं भी ऐसे सपने आते हैं । पीटीएसडी और हल्का स्मृति लोग है । हालांकि में पर्याप्त ठीक हूँ । बच्चे दवाइयाँ खानी पडती हैं । नहीं तीन । सबसे हादसे पदक बात तो ये है कि मुझे तुम्हारा चेहरा भी या नहीं है । ठीक है फॅमिली स्मृतियां मुझे तुम्हारे उसका अलेवा घने बाल और रूप से जली हुई त्वचा याद है । पर हर सपने में चेहरा बदलता रहता ऍम इंटरनेट पर तुम्हारी तस्वीर खोजने की बहुत कोशिश की । बहुत पर लगता है की तो मैं सोशल मीडिया कोई खास पसंद ही नहीं । नहीं क्या तो अभी स्टार्ट अप कंपनी में काम करती हूँ । मैंने कभी किसी स्टार्टअप कंपनी में काम नहीं किया हो । क्या तुम भी रोमन साम्राज्य के बारे में किताबें पढ रहे हो या तोलंबिया के प्राचीन इतिहास के बारे में बढ रही हूँ । ऍम कम से कम उत्तर तो दे दो । नहीं इतिहास नहीं पडती कि शिव तुम्हारी कल्पना मात्र है । वो मेरी बात किस्मत है । मैं जसराज के बारे में बहुत धुंधली सियाद है । मैं कोई और रहा होगा । मैं दिमाग में कई बातों का घालमेल हो गया । मैंने कुछ दिन पहले ही ब्लॅक फिल्म देखी और अगले ही सपना मैं तो मुझे बता रही थी कि तुम ट्रेनी पायलट हो । मेरी बदकिस्मती पैसे यही तो बुरा ना माने तो क्या तो मुझे अपनी फोटो भेज सकती हो । मुझे हल्की सी याद है । आॅल सकता है कि मैंने गलत सपना देखा हूँ कि कहाँ में मैंने तुम्हारी तस्वीर ली थी । क्या पूरी तरह टूट गया था तो वो समान मुझे सुनकर अच्छा लगा की तो अब ठीक हूँ लेकिन हमें उस दुर्घटना को पीछे छोड चुकी हूँ । हमें आपस में मित्रता रखने की जरूरत नहीं है ना ही करीब आने की जरूरत है । बॅालीवुड भाग्य पोर्ट साबित हुई । भविष्य में मुझे ईमेल मत करना, अपना ख्याल रखना, दवाइयाँ लेते रहना । इसके अलावा मुझे माफ करना, अलविदा शुभकामना मैंने कोशिश की की तो नहीं मैं ना करूँ तुम्हारी मेल कुमार छह हो गए मेरा आखिरी मिल हो सकता हूँ । मैं चाहता हूँ कि तुम रेसलिंग को देखो ऍम ऍम हूँ । मैंने कुछ महत्वपूर्ण भी लिखना शुरू किया है और मेरी कुछ पोस्ट काफी चर्चित रही हैं । मैंने बिना तुम्हारी अनुमति लेनी है तुम्हारा और मेरा नाम स्पोर्ट में लिखा है लेकिन कोई चिंता की बात नहीं है । सिर्फ काल्पनिक है कि अभी कोई पूछता भी है तो मैं आपसे यही कहता हूँ की है पात्र काल्पनिक है अगर तुम पढना तो मुझे सूचित कर देना । ॅ उसने इस ईमेल का कोई उत्तर नहीं दिया । इस मेल के बाद भी उसमें कुछ और ईमेल को डिलीट कर दिया ताकि उसे दोबारा ना पढना पडेगा । फॅसने अपनी ईमेल से लॉग आउट किया तथा इंटरनेट पर कुछ ब्लॉक हो स्टार्ट पडता रहा हूँ ताकि उसका दिमाग श्रेयसी से हट सके । ॅ लेख पढ रहा था जिसमें बताया गया था कि टॉयलेट में फ्लश की गयी गोल्ड फिश खुली ढील ने बहुत विशाल खाये हो सकती है । यहाँ तक की पूरी झील पर ही कब्जा कर सकती है । तभी उसके कंधे को किसी ने हिलाया हूँ । भाई बढते हुए मैं बोला फॅमिली मुझे माफ करें । पिछले एक जैसे तो मैं देख रही थी । मैं सोच रही थी कि क्या तो दमन हो तो हो ही नहीं हूँ । उसने सहमती देने के लिए एक पल का समय लिया हूँ । मैं तय नहीं कर पा रहा था कि इस पर क्या प्रतिक्रिया गर्व करेगी । ध्यान ही नहीं दे । उसे है भी लगा कि कहीं कोई मजाक तो नहीं हूँ । उसने लडकी को काफी डिस्पैंसर के पास लगभग बीस मिनट पहले देखा था । अगर आपको कोई ग्राहक ना हो तो मैं तो हूँ नहीं है क्या क्या करती हूँ कभी कबार उसने ॅ समझ नहीं आ रहा था की उन दोनों के बीच होने वाली वार्ता लंबी होगी । आज आप कीजिए नहीं मैं तो बर्बाद नहीं कर रही है । नहीं नहीं कोई बार नहीं बताइए तो हम ने अपने लाख तक को बंद करते हुए ऍम आॅल मैंने तो सकता पूर्व आपके किताब पढी थी कॅश धमन बस कराया तो हरी किताब पढने का परामर्श एक लडकी ने दिया था । ऍम उसने बताया था कि एक संपादक की कहने के बाद तुमने उन दोस्तों को एक साथ क्रमिक रूप से रखा है । किताब के रूप में प्रकाशित कराया । ये खाना तो बहुत अच्छा किया । ऐसा बहुत कम लोग कर पाते हैं । स्वयं पर थोडा गर्म भी हुआ हूँ कि एक सुंदर सी लडकी उसकी पाठक है । लडकी ने बोलना जारी रखा । फॅमिली लिख लेती हूँ लेकिन मुझे नहीं पता था की मैं आपको लेखक हॅारर नहीं हाॅग लिखती हूँ मेरे दोस्त कहते हैं कि मैं ऍम पर देवर समीक्षा करने का हूँ । मैं जानती हूँ की आपके लिए कितना उबाऊ काम हो सकता है । लेकिन नहीं जाना चाहती हूँ कि आपने शुरुआत की से की थी ही मैंने आपकी किताब उठाई हो, आपका शुक्रिया । धवन ने कहा उसे समझ नहीं आया कि वह और क्या कहें तो हो नहीं । शुक्रिया तो मुझे आपको कहना चाहिए लेकिन क्या मैं आपसे प्रश्न पूछ सकते हो या दिया बुरा ना माने तो हाँ और तुझे हाँ फॅमिली तो उसने मुझे आपकी कुछ फेसबुक पोस्ट पीछे जो उसके लाख टॉपर सुरक्षित थी । ढील पर हस्ताक्षर होने के बाद जयंती ने धमान से उन दोस्तों को डिलीट करने को कहा था । लेकिन इसके पहले की मैं डिलीट कर पाता । उन्हें लोगों ने काफी कर के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर शेयर कर दिया था । मुझे लगता है कि तुम्हें कितना आपसे ज्यादा वो पोस्ट पसंद नहीं है । आप से किसी ने पहले दिखाए क्या? लडकी ने उत्सुकतावश पूछा तो हम मुझे बताया गया था । कई समीक्षा यही बात कह रही थी । जिन लोगों ने मेरी बोझ पडी हैं बढेंगे दाम उतनी पसंद नहीं । लेकिन जिन लोगों ने पोस्ट नहीं पडी कोई अंतर नहीं पाते । कई लोगों को तो नहीं ही पसंद नहीं । लेकिन आप इस बात से खुश नहीं नजर आ रहे । मैं कटाई कोष नहीं हूँ । मैं अपनी किताब के पहले ड्राफ्ट को प्रकाशित कराने के लिए जलते हुए कोयले पर मैराथन दौड सकता हूँ । किताब आ जिस रूप में ना मैं कुछ खास नहीं है लेकिन किताब अच्छी तरह से बिक रही है इसलिए लगता है कि ठीक ठाक होगी । अगले किताब को लेकर मैं ज्यादा सावधान होंगा हूँ । दमन ने ठंडी सांस लेते हुए कहा हूँ लेकिन कैसा होता है? दमन गुस्से से भरकर बोला संपादक लोग लेखकों से उनके पात्रों को बदलने को कहते हैं । नहीं ॅ हूँ ही कह रही हूँ की क्या ऐसा अक्सर होता है कि लोग आपके पास आकर ये कहते हैं कि उन्होंने आज की किताब पढी है । ऐसा होता होगा ना? ऐसा पहले सिर्फ एक बार हुआ है । उस ने कहा तो थोडा नजदीक आते हुए मैं बोली ऍम आपको मैं बता ही नहीं बल्कि मेरी बहन से मिली थी और उसने निश्चय बोलना कहा था । उसने थोडा सा मेरी बहन का समय बर्बाद किया था । मैं बता नहीं सकता कि मेरा अनुभव कैसा रहा हूँ । लडकी नहीं को समझाते हुए कहा आपको अपने पाठकों के प्रति थोडा सम्मान का भाव रखना चाहिए । आपको राम की किताब को पसंद करती होगी और आपकी नजदीक करना चाहती होगी । आपको तो उसके प्रति आभारी होना चाहिए । हो सकता है अब ठीक है जब कोई लेखक आपने बैठकों का मजा ऍम तो मैं जरूर विरोध दर्ज करती हूँ । उसने कहा दुर्भाग्य अपने हाथ खडे करते हुए धवन ने कहा माफ कीजिए मैंने का नाम नहीं पहुँचा हूँ । मैं लिया थी वो हिन्दू कॉलेज में । प्रथम वर्ष इस साहित्य की छात्रा धवन ने दोबारा स्वयं का परिचय दिया । आपस में बात करते हुए ऍम नहीं नहीं जानती की लेकिन कोई ख्वाब है यहाँ की करूँ लिखना मुझे बहुत पसंद है । आप सच में भाग्यशाली है । मैं भाग्यशाली नहीं बल्कि प्रतिभावन ऍम के लिए उसने धमान को काफी देते हुए कहा । धवन ने काफी लेने से इनकार किया । उसने कहना है जारी रखा हूँ, मैं बाहर जाने के लिए उत्सुक हूं । क्या आपकी के कहा की मुख्य पार्टी श्रेयसी का क्या ऍम इत्र से रहे थे? मान ने इंकार में सिर हिलाते हुए कहा, किताब में दर्शाई गई श्रेयसी और मेरे फेसबुक पोस्ट वाली श्रेयसी दोनों काल्पनिक है । किताब में दर्शाई गई वाली मेरी संपादक के दिमाग की उपज आए और हर किताब को एक फार्मूला बाॅधने बदलना चाहती है, लेकिन मेरी पोस्ट में देखने वाली शेयर ही पूरी तरह काल्पनिक है । कॅर मैंने तो मेरे मन में एक और प्रश्न आप किसे चुनेंगे अपनी पुरानी श्रेयसी को और आप किताब को अपनी जयंती रघुनाथ के श्रेयसी और हेड किताब को धमान उत्तर देने के पूर्व एक पल को ठहराऊं उसकी जो पीने उत्तर स्पष्ट कर दिया । आपको डर देने की आवश्यकता नहीं है या नहीं? कहा लगता है अपनी पहली श्रेयसी को अब ज्यादा पसंद नहीं करते । मैं सच में पसंद करता हूँ । ठीक है चलो मान रहे थे की जयंती रधुनाथ एक वैश्याएं भी ठीक है वो तो हम को समझ नहीं है की इस बात पर क्या करें । लेकिन जल्द ही वाॅक मैं दोनों रीडिंग रूम के होने वाली मेज पर आमने सामने बैठे थे जिससे वो एक दूसरे को ठीक से नीहार पा रहे थे । धवन समझ पा रहा था कि उनकी मुलाकात किस दिशा में जा रही है । वो यहाँ सुंदर थी । उसके काले घने वाल, लंबे बाल और उसकी गेहुआ चमकदार त्वचा उसे आकर्षक बना रही थी और लेखन की शौकीन थी । अगले आधे घंटे तक मैं ये बात करते रहेगी क्या लेखन सिखाया जा सकता है और एक समय ऐसा भी आएगा जब किताबे गुजरे जमाने की चीज होंगी और रेखा को पूरी कहानी सिर्फ एक सौ चालीस अक्षरों में पूरी करनी होगी । धमाल आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा लेकिन अब मुझे जाना होगा । आपको जब का नंबर देंगे ताकि हम दोबारा मिल सकें । अपनी किताबें बटोरते हुए मैं बोली । धवन ने सहमती में श्री लाया और अपना नंबर दिया । उसने भी रिया का नंबर लिया हूँ । ॅरियर ने दमन के फोन में झांका और आंखें मटकाते हुए कहा की फॅमिली अपनी गलती सुधारी और उसका नंबर से क्या है? उसके साथ लाइब्रेरी के दरवाजे तक गया । धीरे धीरे वहाँ फिर से सन्नाटा पसर गया और दोनों के मांत्रिक तो स्पष्ट रहेगा । आकर्षण उभर रहा था और वह दोनों समझ रहे थे । वो ऑटो में बैठने ही रही थी कि दमन उसकी ओर मुॅह सुनु शनिवार को ऑक्सफॉर्ड बुक स्टोर पर मेरे सपनों की लडकी पुस्तक का लोकार्पण हैं हूँ क्या तुम्हारी प्रेमिका भी आ रही है? उसने मुस्कुराते हुए पूछा हूँ अमन भी उसे देखकर मुस्कराया । अपनी ऍम रखना आपने आउंगी और ऍम होंगी । मैं बोली वो आपस में गले लगे और एक दूसरे को लेखन के लिए शुभकामनाएं देने लगे तो चला गया वो लडकी के बारे में सोचते हुए ऍम अपनी मेज पर लौटाऊं । उसने अपना लैपटाप खोला और माइक्रोसॉफ्ट वर्ड खोला हूँ । उसके दिमाग में अब भी वो लडकी कौन रही थी? मैं उससे कोई बातचीत को याद करते करते मुस्कुरा रहा था । एक का एक ही टप गया । उसकी मुस्कान गायब हो गई तो उसे कैसे मालूम था हूँ क्या मैंने उसे बताया । उसने अपने मस्तिष्क में पूरी बात भी दोहराई । उसने रिया को बिल्कुल भी नहीं बताया था कि उसके संपादक का क्या नाम है लेकिन भी नहीं जानती थी । क्या उसने अखबार में पढा था और आपका वर्ष सामान्य उस लडकी का नंबर डायल किया । दूसरी ओर से फोन पर ये आवाज सुनाई दी कि वे नंबर अस्तित्व में नहीं है । अगले पंद्रह मिनट तक गूगल पर रया हिन्दू कॉलेज प्रथम वर्ष खर्च करने पर भी है । कोई पडेगा हादसा नहीं हुआ हूँ । उलझन में उसने ब्रिटिश काउंसिल के रजिस्टर पर की गई ऍम एरिया के नाम की कोई एंट्री नहीं थी । रजिस्टर पर सुंदर सीकर से भेंट राइटिंग में एक एंट्री थी जो अलग से पहचान में आ रही थी । ऐसी अंतिम तीन किताबें जो उसने पुस्तकालय से जारी कराई थी उनमें थी जयपुर स्लम द बायोग्राफी ऍम और दी ऍम उससे कोई मतलब नहीं हुआ । उसने आपके हाथों से अपने फोन को खंडाला और श्रेयसी को एक में लिखा । उसने पिछले एक साल से श्रेयसी को मिल नहीं लिखा था । ऍम दो श्रेयासी बोसॅन । अब तो मैं फॅमिली या ना कि मैं कैसी दिखती हूँ । शिवरात्रि
Producer
Voice Artist
Sound Engineer