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अभी आप सुनता ऍम मनचाहे और मैं आपके साथ आपका दोस्त ब्रजेश आज में लेकर आया हूँ । रवि रंजन गोस्वामी कर लिखा हुआ एक लघु उपन्यास नाकाम दुश्मन । एक मार्च दो हजार सोलह चेन्नई है । राजेश चेन्नई में ट्राइडेंट होटल में अपने कमरे के अंदर था । बाहर तेज हवा चल रहे थे । वो खिडकी से बाहर देख सकता था । काली घटा है । भारी बारिश का संकेत दे रहे थे । जल्दी तेज बारिश शुरू हो गए । कृतियों से टकराते दोनों की आवाज संसद का था तो बाहर जाना चाहता था । लेकिन मौसम की स्थिति को देखकर उसमें जाने का विचार छोड दे । शाम के करीब छह बजे थे । राजेश ने एक कोने में रखा । मैंने फ्रिज खोला और देखा । उसमें कुछ बियर की बॉटल, काजू, बादाम और बाल रखे थे । उसे उनमें से कुछ भी लेने का मन नहीं किया । उसने फोन उठाया । रूम सर्विस का नंबर मिला है और एक बडा ब्लैक लेवल व्हिस्की लाने का आदेश दिया । राजेश को थोडी ठंड महसूस हुई तो उसने रिमोट से एयरकंडीशनर बंद कर दिया । पर इसमें टीवी का रिमोट उठाया और बटन दवाकर टीवी चालू कर दिया । थोडी देर हो चैनलों को बदलता रहा । फिर उसने डीडी ओर तो लगा दिया उस पर उसकी पसंद का ऍम कार्यक्रम आ रहा था । राजेश रुपए पर बैठ के और गजलों का आनंद लेने लगा । कुछ समय के बाद घंटे बजे राजेश ने अनुमान लगाया कि रूम सर्विस वाला होगा । दरवाजा बंद नहीं था तो उसने कहा कमेंट । वेटर एक ट्रे में इसकी थोडा नमकीन आदि लेकर आया था । उसने ट्रेवल पर रख दी और उसके लिए एक पैक तैयार करने की पेशकश की । ऍम नहीं धन्यवाद वेट चला गया । राजेश दरवाजे तक गया और वहाँ ऍम लगाकर दरवाजा बंद कर दिया और वापस आ गया । उसने सोडा इसके लिए क्लास में डाला । फिर फॅसा उठाकर एक लंबा वोट लिया और उसे अपने शरीर में अवशोषित होने के लिए कुछ छोड इंतजार गया । थोडी देर में उसे एक सौ खुदाई गर्मी का एहसास हुआ । फिर उसने अपने पे और गजल का आनंद लेना शुरू कर दिया । विस्की और गजल एक दूसरे के पूरक थे । इसकी गजल को और अधिक मनोरंजन और गजल का प्रभाव विस्की के आनंद को बढाने का काम कर रहे थे । थोडी देर के लिए वह अपने यहाँ होने के प्रयोजन को ही भूल गया । वो दस दिनों में हो गया था । उसका मोबाइल बजने लगा । ये अलाम था । उसे बता रहा था कि सिंगापुर के लिए उडान पकडने के लिए एयरपोर्ट जाने का समय हो गया था । ऍफ पोर्ट के लिए चलते हैं । प्लेन के टेकऑफ के बाद जब सीट बेल्ट लगाए रखने की चेतावनी हट गई, राजेश अपने सीट को थोडा पीछे धकेलकर आराम से ठीक कर बैठ गया । उस होते नहीं लगा । पंद्रह साल से वो एक जासूस एजेंट था । उसका कार्य साॅस आश्चर्य और रोमांस से भरा था और उसने हमेशा अपने काम का आनंद लिया था । उसने कई राष्ट्रविरोधी गिरोहों का भंडाफोड किया था । वह भारत में और विदेशों में कुछ आतंकवादी संगठनों के प्रमुख ऑपरेटरों को निष्प्रभावी किया था । इस मिशन में जो कामों से मिलना था उसने उसे पशोपेश में डाल दिया था तो हम ने राज किया था । वो अभी मात्र तीस वर्ष का था । लेकिन क्या उन लोगों ने उसे अभी से उम्रदराज माल्य और इसलिए एक सस्ता ऐसा काम सौंप देते हैं । जासूसी के क्षेत्र में उस की असाधारण क्षमता के कारण वो प्रतिद्वंदियों के बीच एक कुख्यात एजेंट बन गया था । वे उसकी गतिविधियों पर नजर रखते थे । इसलिए जब सिंगापुर के लिए बोल रहा था उसका असली गंतव्य अलग । राजेश की फ्लाइट साढे चार बजे सुबह सिंगापुर समय पर चांगी हवाईअड्डे पर सुचारु रूप से उतरे राजेश ने अपने खिलाडी खडे स्थानीय समय के लिए समायोजित की । उसके पास ऐसा कोई सामान नहीं था जिसमें कस्टम वालों को कोई दिलचस्पी होती हूँ । आव्रजन मंजूरी के बाद वह निर्वाध रूप से हवाई अड्डे से बाहर आ गया । मेरे होटल मैं उसके लिए एक कमरा रखा था इसलिए वो होटल के बाहर इंतजार कर रही मेरे हाथ की मिनी बस में सवार हो गया । मिनी बस में चढने वाला वो पहला यात्रा था । कुछ देर में कुछ और लोग भी आ गए और ड्राइवर ने गाडी आगे बढा दी । राजेश ओ दाल में कुछ घंटे अच्छी तरह से सुबह सुबह जब उठा उसमें जल्दी से साफ कपडे पहने और कैसे की तरफ भागा । वो पाँच साल के बाद लैला से मिलने के लिए जा रहा था । राजेश जब कैसे पहुंचा लेना पहले से वहाँ पस्थिति वो उसे देकर मुस्कराई और शरारत से यहाँ कुमार दें तो भी मुस्कुराये और लाइनलाॅस के सामने बैठे हैं तो पाँच साल तो बहुत लंबा समय था । राज उसमें कहा और राजेश की ओर अपने दोनों हाथ बढा दे । राजेश ने उसके हाथों को अपने हाथों में ले लिया और थोडी देर से देखता रहा । फिर बोला हुआ है । बहुत लम्बा था लाना थोडा नाटकीय अंदाज में उसे निहारा और बोले कि तुमने अपने बाल रखना शुरू कर दिया है । राजेश हस पडा है । ऍम बोले राजेश तो सही हो तो फिर से देखना एक सुखद आश्चर्य लैला अभी तो मैं देख कर बहुत खुश हूँ । राजेश श्रम कब जा रहे हैं? लैला आज रात को राजेश क्या तुमने शादी की? लेना ने विषय से हटकर प्रश्न किया और मुस्कराएंगे राजेश ने उत्तर दिया नहीं तो फिर तो मैं अभी भी उम्मीद कर सकते हैं क्या वो हस पडे? राजेश भी हंस पडा । उसने राजेश को एक लिफाफा सौंप दिया और कहा इसमें अपने पासपोर्ट टिकेट और अन्य दस्तावेज हम शाम को हवाई अड्डे पर मिलते हैं । इसके बाद वो राजेश वाई वाई कर चले । राजेश भी अपने कमरे में चला गया । सिंगापुर जब राजेश चांगी हवाईअड्डे पर पहुंचा था । उसने लैला को प्रस्थान टर्मिनल पर उसका इंतजार करते पाया के साथ साथ सुरक्षा जांच के लिए रवाना हो सुरक्षा जांच के बाद में लॉन्च में बैठ गए । राजेश विचारमग्न था । इस बार के मिशन में सब कुछ स्पष्ट था । हालांकि उसने खुद ही आतंकवाद और छद्म युद्ध पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक में संस्कृति और आस्था पर हमले की बात भी रखे थे । वो अपने विचारों को सही समझता था लेकिन किस तरह से उन पर अमल हो सकता है पता नहीं । ये एक साधारण लडाई नहीं थी । वो एक सशस्त्र दुश्मन से लडना जानता था । यहाँ से जानकारी नहीं दी । कौन असली दुश्मन थी और कहाँ वो उनसे मिल सकता था । ऍम वो उद्घोषणा के पूर्व मई की आवाज बोर्डिंग के लिए घोषणा की गई थी । सेल केयर के हवाई उडान हो नाइंटी फाइव से इस्ला हुआ जाने वाले यात्रियों से गेट तीन से हवाई जहाज में बैठने का अनुरोध किया गया । राजेश और लहला यात्रियों के कतार में शामिल हो गए । लगभग आधा घंटा लगा । ऍन बोर्ड करने और अपने सीटों पर कब्जा करने वाले वे इकोनोमी क्लास के यात्री थे । वो अपना हॅारर सामान रखने के स्थान पर रख कर बैठ गए । दोनों ने अपने सीट फॅमिली लहला ने महसूस किया । राजेश कुछ ज्यादा ही शांत था तो खुश नहीं लग रहा था । लाने चारों और देखा और आसपास बैठे यात्रियों पर नजर डालें । ये सभी सामान्य लग रहे थे । ऍम राजेश को परेशान नहीं करने का फैसला किया ऍम हल्का झटका सा महसूस किया । ऍम से दूर हवाईपट्टी की तरफ मुड रहा था । जल्दी विमान हवाईपट्टी पर तेज आवाज और कहते गये साथ दौडा और हवा में ऊपर उठ गया और इसके आगे की कहाँ नहीं जानेंगे अगले अंक खानी थी लगी थी सब्स्क्राइब करना ना बोले सुनते रहे हैं क्योंकि ऍम हूँ
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