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5 - कोरिडोर एक्सप्रेस in  |  Audio book and podcasts

5 - कोरिडोर एक्सप्रेस

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विश्‍व प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी गई जासूसी कहानियों का अनोखा कलेक्‍शन है ‘बड़ी जासूसी कहानियां’। ओ हेनरी, जी.के.चेस्‍टरटन, आरनॅल्‍ड बेनेट, रॉबर्ट बार तथा अन्‍य लेखकों द्वारा लिखी गईं चयनित जासूसी कहानियां पाठकों को बेहद पसंद आएंगी। रहस्‍य और रोमांच से भरपूर ये कहानियां आपका भरपूर मनोरंजन करेंगी। सुनें पूरी कहानी। writer: भविष्य कुमार सिन्हा Voiceover Artist : RJ Nikhil Author : Bhavishya Kumar Sinha
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कॉरिडोर एक्सप्रेस और फैजल अपने लंदन फ्लैट में अपने अध्ययन कक्ष में खडा था । सामने की दीवार पर उसने करीब एक वर्ग का कागज का टुकडा अपनी आंख की ऊंचाई पर फिल लगाकर तान दिया था और अब एक मदारी की भांति वो अत्यंत असाधारण विकृत रूप बनाने की कवायद कर रहा था । कागज पर अपनी आंखें गडाए हुए वो अपनी गर्दन सारस की भारतीय यथासंभव दूरी तक लंबी पसारने का प्रयास कर रहा था और अपना सिर हर दिशा में घुमा रहा था । इसके लिए जरूरी था कि अगर कागज पर आंखें गडाए रखना है तो आंखों को डरावने ढंग से बहुमत से रहना होगा । और इस व्यायाम से एक लाभ ये भी होता है कि कोणीय दृष्टि के लिए आंखों की मांसपेशियां मजबूत यानी सुदृढ हो जाती हैं । इसी बीच दरवाजे पर एक दस्तक हुई, अंदर आ जाओ । हैजल ने अपना सिर्फ घुमाना जारी रखते हुए जोर से कहा, एक सज्जन आपसे तुरंत मिलना चाहते हैं सर नौकर ने उसको कार्ड हम आते हुए कहा । हैजल ने अपने व्यायाम को विराम दिया और ट्रेन से उस कार्ड को उठाकर पढा । श्री एफडब्ल्यू ऍम बीएससी! अरे उन्हें अंदर बुलाओ । हैजल ने कुछ अधिक ही व्यग्रता से कहा क्योंकि उसे पसंद नहीं था की आंखों की कसरत करने के बीच कोई विघन डाले । करीब पच्चीस वर्ष का एक युवक अंदर आया । इसके चेहरे पर तीव्र चिंता झलक रही थी । आप श्रीमान थॉर फैजल हैं । उसने पूछा हाँ मैं ही हूँ । अपने कार्ड पर मैंने नाम देख लिया होगा । मैं वैलिंगटन स्कूल में एक अध्यापक होगा । मैंने आपका नाम सुना हुआ था और उन्होंने स्टेशन पर मुझे बताया कि आपसे परामर्श करना अच्छा होगा । आशा है आप बुरा नहीं मानेंगे । मैं जानता हूँ आप कोई साधारण जासूस नहीं है लेकिन बैठो चुनिइंग हैजल ने उसकी भाषा के कातर प्रभाव में विभिन्न डालते हुए कहा तुम बहुत अस्वस्थ जीवन थके हुए लगते हूँ । मैं भी अभी एक बहुत ही कष्टकर अनुभव से गुजरा हूँ । बिग्रेड ने एक कुर्सी मैं भास्कर बैठते हुए जवाब दिया, एक लडका जो मेरी देख रेख में था, अचानक गायब हो गया और मैं चाहता हूँ कि आप मेरे वास्ते उसकी तलाश करेंगे । मैं आपकी राय मांगने आया हूँ । वो कहते हैं कि रेलवेज के बारे में आप सब को जानते हैं लेकिन अब श्रीमान आप जरा इधर देखे । आगे एक भी शब्द बोलने से पहले आप कुछ गर्म टोस्ट और जल ग्रहण कर मैं समझ गया हूँ । कि आप रेलवे संबंधी किसी मामले पर मेरी सलाह चाहते हैं । मैं जो भी कर सकता हूँ आवश्यक करूंगा । लेकिन जब तक आपको जलपान ग्रहण नहीं कर लेते, मैं आपकी कोई बात नहीं सुनूंगा । आपको शायद उसकी ज्यादा पसंद है । हालांकि मैं उसकी सलाह नहीं देता हूँ । तथापि विंग ने विस्की चुनी और हेजल ने कुछ विस्की डाल कर दी । सोडा पानी मिलाकर धन्यवाद । उसने कहा उम्मीद है आप मुझे सलाह दे सकेंगे । मुझे डर है वो बेचारा लडका कहीं महाराणा जाए । सारा मामला एक रहस्य बना हुआ है और मैं थोडा रुको श्रीमान रंग रहे । मुझे आप शुरू से पूरा किस्सा सुनाया । वही सबसे अच्छा तरीका है । हाँ, बिलकुल ठीक है । इस मामले की फिक्र ने मुझे ऐसा बना दिया की कुछ ठीक से बता भी नहीं पा रहा हूँ । लेकिन मैं कोशिश करूंगा और जैसा आपका सुझाव होगा वैसा ही करूंगा । सबसे पहले क्या अपने कार में था उसका नाम सुना है? हाँ सुना हुआ तो लगता है बहुत अमीर है है कि नहीं । एक लखपति उसका एक ही बच्चा है करीब दस साल का एक लडका जिसकी माँ से जन्म देकर चल बसी । अपनी उम्र के बच्चों से वो छोटा लगता है और उसके पिता उसे बेहद प्यार करते हैं । करीब तीन माह पहले इस काम साॅस कार मैं उसको हमारे स्कूल फॅमिली हाउस में भेजा गया । हमारा ये स्कूल श्रीलंकन के थोडा पहले ये कोई बहुत बडा स्कूल नहीं है लेकिन एक बहुत ही खास कूल है और प्रधान अध्यापक डॉक्टर स्प्रिंग का नाम उच्च वर्ग के लोगों में सुविख्यात है । मैं आपको बता दूँ कि हमारे स्कूल में कुछ बडे कुलिन परिवार के लडके हैं जो पब्लिक स्कूलों के लिए तैयारी कर रहे हैं । आप तुरंत समझ जाएंगे कि हमारे जैसी अत्यंत सतर्क एवं आचार नेशनल संस्था में लडकों के ऊपर बहुत ध्यान दिया जाता है । केवल उनकी नहाते केवल बहुत एक बेहतरी के लिए बल्कि किसी भी बाहरी प्रभावों से उनकी रक्षा करने के लिए भी । मिसाल के तौर पर अपहरण हैजल ने बीच में टोका बिल्कुल ठीक ऐसे मामले जानने में आए हैं और डॉक्टर स्प्रिंग अपने स्कूल की उच्च प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए अत्यंत जागरूक रहते हैं । स्कूल के विरुद्ध जरा सी भी हुआ उन्हें और हम सब अध्यापकों को कलंकित कर देगी । शहद सुबह प्रधानाध्यापक को और इस कार में था । उसके बारे में इफ्तार मिला जिसके द्वारा अनुरोध किया गया था कि उसे शहर भेज दिया जाएगा । क्या आपको ठीक शब्द पता है । हैजल ने पूछा ये मेरे पास ही है । विंग ग्रेव ने अपनी जेब से टेलीग्राम निकालते हुए जवाब दिया हैजल नेता उससे ले लिया और पढा रुपया हॉर्स को दो दिन अनुपस्थित रहने का अवकाश मंजूर करें । उसे श्रीलंकन से पांच पैंतालीस की एक्सप्रेस से प्रथम श्रेणी के डिब्बे में लंदन भेज देंगे और गार्ड को उसका ध्यान रखने के लिए कहते हैं । हम शहर में ट्रेन से मिलेंगे । कार में थे । हैजल ने हल्की सी की निकली और टेलीग्राम से लौटाते हुए कहा । फिर वो टेलीग्राम का खर्चा उठा सकता है हूँ । अरे वो किसी न किसी बात के बारे में हमेशा तार भेजते रहते हैं । बिग गरीब ने कहा वो खत्म कभी नहीं लिखते । हाँ, जब डॉक्टर को ये तार मिला उन्होंने मुझे अपने अध्ययन कक्ष में बुलाया । मैं समझता हूँ मुझे लडकी को जाने देना चाहिए । उन्होंने कहा, लेकिन उसे बिल्कुल अकेले भेजने के हक में नहीं । अगर उसे कुछ हो गया तो उसका पिता हमें और रेल कंपनी को जिम्मेदार ठहराएगा । इसलिए बेहतर होगा की तो उसके साथ शहर तक जाएॅंगे हूँ । ठीक है तो मैं उसको उसके पिता के सुपुत्र करने के अलावा और कुछ नहीं करना है । अगर श्रीकार मैं तो उसको उसको ऍम स्टेशन पर ना मिले तो तो उसे अपने साथ कैब में लेकर हॉटलाइन प्लेस में उसके घर चले जाना । तुम सम्भवता आखिरी ट्रेन पकडना सकोगे घर आने के लिए लेकिन यदि ना पकडता को तो किसी होटल में एक बिस्तर ले सकते हो । बहुत अच्छा है । पता है मैंने कुछ ही समय बाद साढे पांच बजे खुद को श्रीलंकन में प्लेटफॉर्म पर लंदन एक्सप्रेस के लिए प्रतीक्षा करते खडे पाया हूँ । अभी एक्शनों हैजल ने एक ग्लास फिल्टर्ड वॉटर का घूंट भरते हुए उसे टोका । मैं आपकी इस यात्रा का एक स्पष्ट अभिप्राय शुरू से जानना चाहता हूँ क्योंकि मुझे ऐसा लगता है आप बहुत जल्द मुझे बता रहे होंगे की यात्रा के दौरान कुछ विचित्र घटना हो गई । ट्रेन के चलने से पहले गौर करने लायक कोई बात थी । उस समय कुछ नहीं था लेकिन मुझे बाद में याद आया कि जब मैं टिकिट ले रहा था, दो आदमी काफी नजदीक से मुझे देख रहे थे और मैंने उन में से एक को उसकी सास के नीचे हैरान परेशान कहते सुना लेकिन उसमें मेरा संदेह नहीं जाएगा । मैं समझ रहा हूँ अगर इसमें कुछ है तो शायद इसीलिए क्योंकि वह घबरा गया था जब उसने देखा कि आप उस बच्चे के साथ सफर कर रहे हैं । क्या ये दोनों आदमी ट्रेन में चढे? मैं उसी बता रहा हूँ । ट्रेन बिल्कुल ठीक समय पर थी और हमने प्रथम श्रेणी डिब्बे में अपनी फीस ले ली । कृपया सही स्थिति बदलना है । हमारा डब्बा आगे से तीसरा था । ये कॉरिडोर ट्रेन थी । अंदर ही अंदर एक डिब्बे से, दूसरे डिब्बे में, दूसरे से तीसरे में और इसी तरह पूरी ट्रेन में शुरू से आखिर तक आना जाना हो सकता था और इस और में डिब्बे में अकेले थे । मैं उसके लिए कुछ सचित्र पत्रिकाएं पढने के वास्ते ले आया तो ताकि वो यात्रा में बोर ना हो । और फिर कुछ समय वो पत्रिका के पन्ने पलटते हुए चुप बैठा रहा लेकिन थोडी देर के बाद ही कुलबुलाने लगाते हैं । जैसा कि इस उम्र के बच्चे प्रायः बेचैन होने लगते हैं । एक मिनट रुको मैं जानना चाहता हूँ कि आपकी गाडी का कॉरिडोर यानि गलियारा भाई तरफ थाई दाई तरफ मान लो कि आप इंडियन की तरफ हूँ की ये बैठे हो बाई तरफ बहुत ही अब आगे कॉरिडोर में जाने का दरवाजा खुला हुआ था । दिन की रोशनी अभी थी लेकिन धुंधलापन तेजी से बढने लगा था । मेरे अनुमान के मुताबिक साढे छह या उससे थोडा ऊपर समय था और इस समय खिडकी के बाहर ट्रेन के दायां तरफ देख रहा था । मैंने उसका ध्यान रगर हैॅ कॉल की ओर खींचा जिसके पास से हम गुजर रहे थे । ये दूर के जैसा की आप जानते हैं, पटरी के बाई तरफ पडता है । उसी और अच्छी तरह से देखने के उद्देश्य से हम गलियारे में चली गई और वहाँ खडे रहे । मैंने डिब्बे में सीधे हाथ की तरफ की सीट पर ही बैठा रहना ठीक समझाते हैं ताकि मैं समय समय पर उसे देखता रहूँ । उसे कॉरिडोर नहीं ज्यादा अच्छा लग रहा था । कभी वह खुद को देखता, कभी हमारे डिब्बे का दरवाजा बंद करता और फिर खोलकर देखता हूँ । मैं समझ सकता हूँ कि मुझे उस पर कडी नजर रखनी चाहिए थी लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा कि कोई दुर्घटना हो सकती है । मैं खुद एक अखबार पढ रहा था और एक पैराग्राफ में मेरी दिलचस्पी को ज्यादा ही बढ गई । मैंने करीब सात या आठ मिनट बाद सर उठाकर देखा लेकिन जब तक फॉरेन गायब हो चुका था । अच्छा मैंने पहले तो इस बारे में कुछ नहीं सोचा सिवा इसके कि वो कॉरिडोर में चहलकदमी करने चला गया होगा । आपको पता नहीं चला के उस तरफ गया । हैजल ने पूछा, नहीं मैं नहीं कह सकता । मैंने एक या दो मिनट इंतजार किया और फिर उठा तथा बाहर कॉरिडोर में इधर उधर देखा । वहाँ कोई नहीं था, फिर भी कोई शक नहीं हुआ । शायद वो शौचालय गया होगा । मैंने सोचा मैं बैठ गया और इंतजार करने लगा । तत्पश्चात मुझे कुछ चिंता होने लगी और मैंने उसे तलाशने का पक्का इरादा कर लिया । ऍर के एक सिरे से दूसरे सिरे तक छान मारा । शौचालयों में झांककर देखा लेकिन दोनों खाली थे । फिर मैंने गाडी के सभी डिब्बों में जा जाकर भी देखा और वहाँ बैठे यात्रियों से पूछा क्या उन्होंने उसे उधर से जाते देखा था? लेकिन उन में से किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया था । अगर वो उधर से गुजरा भी होते हैं । मैंने कॉरिडोर के एक सिरे से दूसरे सिरे तक छान मारा । मैंने शौचालय में झांककर देखा लेकिन दोनों खाली थे । फिर मैंने गाडी के डिब्बों में जा जा कर देखा और वहाँ बैठे यात्रियों से पूछा कि क्या उन्होंने उसे उधर जाते देखा था । लेकिन उन में से किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया था । अगर वो उधर से गुजराती हो तो क्या आपको याद है किस किस दिन हैं? कितने कितने लोग थे? हाँ पहले तो महिलाओं के लिए आरक्षित था । उसमें पांच महिलाएं थे । अगला डिब्बा धूम्रपान के शौकिनों के लिए था और उसमें तीन भद्रपुरुष थे । अगले दिन हमारा ही था । इसके आगे वाले डिब्बे में ट्रेन के जाने की दिशा की ओर हूँ कि बैठे वो दो लोग थे जिन्हें मैंने श्रीलंकन में देखा था । आखिरी डिब्बे में एक सज्जन और एक महिला तथा उन के तीन बच्चे थे । वहाँ उन दोनों आदमियों के बारे में क्या क्या है? वो क्या कर रही थी? उनमें से एक कोई किताब पढ रहा था और दूसरा हो गया रखता था । मुझे बताऊँ क्या उनके डिब्बे में कॉरिडोर तक की पहुंच का दरवाजा बंद था? हाँ, बंद था । मैं बहुत अधिक डरा हुआ था और मैं अपने डिब्बे में लौट आया था तथा डिब्बे में वापस आते ही मैंने खतरे की जंजीर खींचती । दो चार पल के अंदर ही आगे का गार्ड कॉरिडोर से होकर मेरे पास आया और उसने मुझसे पूछा कि मुझे क्या चाहिए? बहनों से बताया कि मेरे साथ में आए लडका हो गया है । उसने अनुमान से बताया कि लडका किसी दूसरे डिब्बे में चला गया होगा और मैंने उस से पूछा कि क्या वह मेरे साथ चलकर पूरी गाडी में उसकी खोज करने में मदद करेंगे? मेरी बात उसमें तुरंत मान लीजिए । हमने सबसे पहले पीछे की ओर जाकर पहले डिब्बे में खोजा । हमने ट्रेन के एक छोर से दूसरे छोर तक हर डिब्बे छान मारे । कुछ यात्रियों के विरोध के बावजूद हमने एक एक सीट के नीचे तक ठीक से देखा । सभी शौचालयों ट्रेन के हर कोने में खोज की और फिर भी हमें और इस कार मैं उसका कोई सुराग नहीं मिला । किसी ने भी उसे कहीं नहीं देखा था । ट्रेन रुकी हुई थी, एक पल के लिए भी नहीं । ये पूरे समय पूरी गति से दौड रही थी । इसकी गति तभी थी में हुई जब हम तलाश खत्म कर चुके थे । लेकिन ये पूरी तरह हूँ की कभी नहीं । हम उस बात पर भी अभी आएंगे । पहले मैं आपसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूँ । क्या अभी भी दिन का उजाला था? सान गिरने वाली थी फिर भी साफ साफ देखने लाये । काफी रोशनी थी । इसके अलावा गाडी की बत्तियां भी जल गई थी । बिलकुल ठीक है । अब उन दो आदमियों की बात जो आपके डिब्बे से अगले डिब्बे में थे । मुझे निश्चित रूप से बताया कि जब आप गार्ड के साथ दोबारा उनके पास गए तब क्या हुआ । उन्होंने बहुत सारे सवाल पूछे । जैसे अनेक दूसरे यात्रियों ने पूछे थे और वह बहुत चकित प्रतीत हो रहे थे । आपने उनकी सीटों के नीचे देखा था । अवश्य ही सामने में टांड सामने रखने के लिए । ऊपर बनी जगह पर एक छोटे बालक को किसी कम्बल या कालीन में लपेटकर आसानी से ट्रैक पर रखा जा सकता है । हमने ट्रेन पर प्रत्येक रेट की जांच की तो फैजल ने एक सिगरेट सुलगाई और बहुत गुस्से से सिगरेट फूंकने लगा । अपने साथी को चुप रहने का इशारा करते हुए वह स्थिति के बारे में सोच विचार कर रहा था । अचानक ही उसने कहा, उन दोनों आदमियों के डिब्बे में खिडकियाँ कैसी थी? खिडकियां बंद थी । मैंने विशेष रूप से देखा था । आपको पूरा विश्वास है अपने पूरी गाडी की तलाशी ली । पूरा यकीन है गार्ड को भी उतना ही विश्वास का और ही डीजल ने टिप्पणी की, कभी कभी गार्ड भी भूल कर बैठते हैं । आपने केवल ट्रेन के अंदर खोजबीन की क्यों देशक? बहुत अच्छा फेजल ने जवाब दिया । अब इससे पहले कि हम आगे बात करें, मैं आपसे ये पूछना चाहता हूँ कि क्या उस बालक को मारने में किसी का लाभ हो सकता था? मैं ऐसा नहीं समझता । जितना मुझे मालूम है उसके आधार पर कह सकता हूँ, ये कैसे हो सकता था? मेरी समझ के बाहर है । बहुत हो । हमें से एक निराकरण का मामला मानकर चलेंगे और हमारा अनुमान है कि वह जिंदा है और ठीक है । इस शुरुआत से आपका ढांढस बढना चाहिए । क्या आप समझती हैं आप मेरी मदद कर सकते हैं? मैं अभी तक नहीं जानता है परन्तु आगे बढो और जो कुछ हुआ, मुझे सब बताऊँ । जब हम ट्रेन की तलाशी ले चुके थे, मेरी सूझबूझ जवाब दी गई और गार्ड की समझ में भी कुछ नहीं आ रहा था । तथा भी हम ने दोनों ने मान लिया कि लंदन पहुंचने से पहले तक कुछ और नहीं किया जा सकता है । किसी तरह उन दो आदमियों के बारे में मेरे सबसे मजबूत संधि जाते थे और शेष यात्रा मैंने उन के डिब्बे में रहकर पूरी की । कुछ हुआ क्या? कुछ भी नहीं । उन दोनों ने मुझे गुडनाइट कहा । आशा जताई कि मैं लडकी की खोज कर लूंगा, बाहर निकल गए और एक बग्गी में बैठकर चले गए और फिर मैंने श्रीकार में था । उसको खोजने के लिए दर दर देखा लेकिन वो कहीं नजर नहीं आए । फिर मुझे एक इंस्पेक्टर दिखाई दिया और मैंने उसे सारे मामले से अवगत करवाया । उसने पूछताछ करने और रास्ते के उस हिस्से पर खोजबीन करने का वादा किया जहाँ मैंने होरोस्कोप खोया । मैंने पोर्टलैंड प्लेस के लिए एक बघेली और वहां पहुंचकर यही पता चला कि श्रीकार मैथर्स यूरोप के मुख्य भूभाग के भ्रमण पर हैं और उनकी एक सप्ताह तक घर आने की कोई उम्मीद नहीं है । फिर में आपके सामने चला आया क्योंकि इंस्पेक्टर ने मुझे आप से मिलने की सलाह दी थी और बस यही है सारा किस्सा मेरे लिए ये बडी गंभीर बात है । संकट की घडी है बॅाल आप इसके संबंध में क्या सोचते हैं? ठीक है ऍम में जवाब दिया ये बहुत स्पष्ट है कि इसके पीछे कोई विशेष षड्यंत्र है । जिस किसी ने भी वो तार भेजा, उसे स्वीकार मैं उसकी रूचियों के बारे में जानकारी की तो उद्देश्य था भारत का अपहरण करना । इस देश में लुटेरों और फिरौती की बात करना व्यर्थ है । लेकिन देखने वाली बात यह है कि ऐसी घटनाएं बार बार हो रही हैं । जाहिर है इस लडके को अकेले सफर करना चाहिए और ये भी के अपहरण के लिए ट्रेन को चुना गया इसलिए विस्तृत निर्देश दिए गए । मैं समझता हूँ उन दो लोगों पर आपका शक जाना काफी सही था और मेरे पास आने से बेहतर होता कि आप उनका पीछा करते हैं लेकिन वो अकेले ही गई । बिल्कुल सही । मेरा मानना है कि मूल रूप से उनका इरादा हो । रस से छुटकारा पाने के बाद ऐसा करना था और अपने इरादे को अंजाम देने में कामयाब हो गए । लेकिन बच्चे का क्या हुआ, उन्होंने किस तरह रुक सकते हैं । मुझे पूरा मामला अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है । लेकिन आप ने कहा कि जब आप गार्ड के साथ खोजबीन समाप्त करने वाले थे, ट्रेन की गति कम हो गई थी । जी हां ये करीब करीब रुकने लगी थी और फिर एक दो मिनट के लिए इसकी रफ्तार बहुत धीमी रही । मैंने गार्ड से इसका कारण पूछा तो उसका जवाब मेरी समझ में नहीं आया हो गया था । उसने कहा कि ये पीडब्ल्यू ऑपरेशन था । फैजल को हसी आ गयी । पीडब्ल्यू का मतलब है परमानेंट में उसने समझाया मैं पूरी तरह समझता हूँ आपका क्या अभिप्राय है? लोंग मूड के पास एक बडा काम चल रहा है । वो पटरी के ऊपर कर रहे हैं और बाकी ट्रेने अस्थाई पटरियों पर चलती है । इसलिए उन्हें बहुत धीरे जाना होता है । अब इसके बाद अब वापस उन दो आदमियों के पास गए जिन पर आपको संदेह था । हाँ, बहुत अच्छा । अब मुझे इस पर फिर से सोचने तो क्या थोडी और जिस करेंगे आप मेरी किताबों की अलमारी में एक नजर डालना पसंद करेंगे । अगर आप प्रथम संस्करणों और पुस्तक आवरण की कुछ जानकारी रखते हैं तो वो आपको रोचक लगेंगे । बिग्रेट ने पुस्तकों की ओर कुछ खास ध्यान नहीं दिया तो उत्सुकता से हेजल को देखता रहा । जो एक के बाद एक सिगरेट पीए जा रहा था । उस की बहुत ही गहरे विचार में डूबे होने के कारण सिकुडी हुई थी । कुछ समय के पश्चात उसने धीरे से कहा, आपको समझना होगा कि मैं कल्पना पर काम करने जा रहा हूँ कि बालक का अपहरण हो गया है और ये की ट्रेन में आपकी अकस्मात मौजूदगी के बावजूद असल उद्देश्य को पूरा करने में वो कामयाब हो गए । इस बीच बालक को किस प्रकार ठिकाने लगाया गया ये सोचकर मैं उलझन में हूँ लेकिन वह विवरण है । हालांकि ये जानना दिलचस्प होगा कि ये किस प्रकार किया गया । हमें कोई झूठी आशाएं लगाना नहीं चाहता हूँ क्योंकि मेरे गलत होने की बहुत संभावना है । फिर भी हमें बहुत ही उपयुक्त अनुमान पर कार्रवाई करने जा रहे हैं और अगर मैं बिल्कुल सही हूँ, मैं निश्चित रूप से आपको पटरी पर ले आऊंगा । ध्यान रहे मैं ऐसे करने का वादा नहीं करता हूँ और अच्छे से अच्छी स्थिति में मैं आपको सही दिशा दिखाने के अलावा और कुछ करने का वादा नहीं करता । मुझे समझने सोचने दो अभी सिर्फ नौ बजे हैं । हमारे पास काफी समय है । हम गाडी चलाकर पहले स्कॉटलैंड यार्ड जाएंगे क्योंकि अपने साथ एक जासूस को रखना और भी अच्छा होगा । उसने थर्मस में दूध भरा कुछ प्रोटीन, बिस्किट और एक बनाना सेंडविच केस में रखा और उसने नौकर कोई टैक्सी बुलाने के लिए कहा । एक घंटे बाद ऍफ का एक आदमी मिड ईस्टर्न रेलवे के एक निजी कार्यालय में रेलवे के एक प्रमुख पदाधिकारी के साथ गुप्त वार्तालाप कर रहे थे । रेलवे का वह पदाधिकारी बडे ध्यान से ही जन को सुन रहा था लेकिन उस बालक का ट्रेन में कहीं बिना पाया जाना मेरी समझ में नहीं ॅ । उसने कहा, मैं समझ सकता हूँ कुछ कुछ डीजल ने जवाब दिया लेकिन पहले मुझे ये देखने देंगे । क्या मेरा अनुमान सही है, वो नहीं पसंद है । कुछ एक मिनट में एक डाउन ट्रेन आ रही है । मैं आप के साथ चलूंगा क्योंकि मामला बहुत दिलचस्प है । जल्दी करो, महान था । वो तेजी से चलकर इंजन तक गया और चालक को उसने कुछ अनुदेश दिए और फिर वो ट्रेन में जाकर बैठ गए । करीब आधे घंटे के सफर के बाद वो एक स्टेशन से गुजरे । वो लोंगू है । उस पदाधिकारी ने कहा, अब हम जल्दी ही उस जगह पर होंगे । ये उस लाइन से लगभग एक मील उतरकर है जिसे ऊंचा किया जा रहा है । हैजल ने अपना सिर खिडकी से बाहर निकाला । अभी वहाँ एक लालबत्ती देखी । ट्रेन लगभग रुक सी गई और फिर धीरे धीरे आगे चल पडी । जिस व्यक्ति ने लालबत्ती दिखाई थी उसने अब लालबत्ती को हरी बत्ती में बदल दिया । आगे जाते हुए उन्होंने उस आदमी को एक छोटी सी आस्थाई कोटिया के निकट खडे देखा । आने वाले चालकों को खबरदार करना उसका कर्तव्य था और उसे उद्देश्य से उसे पटरी की उस खंड के सामने करीब तीन सौ गज की दूरी पर तैनात किया गया था जिस पर काम चल रहा था । बहुत शीघ्र उस खंड से गुजरने वाले थे । मिट्टी के तेल की क्लालिटी ने एक व्यस्त सुदृश्य के ऊपर एक अद्भुत प्रकाश डाल रही थी क्योंकि उस जगह दिन रात काम चालू था । करीब बीस एक हट्टे कट्टे बेलदार खुदाई मजदूर उस रेलमार्ग के किनारे किनारे हावडा चला रही थी और मिट्टी निकाल रहे थे । एक बार फिर अंधेरा रास्ता आ गया । जहाँ पर काम चल रहा था उसकी दूसरी तरफ उतनी ही दूरी पर एक और झोंपडी थी । अब ट्रेनों को चेतावनी देने हेतु रखे गए गार्ड के लिए इस झोंपडी के पास से गुजरते हुए आम तौर पर गाडी की रफ्तार तेज हो जानी चाहिए थी । लेकिन ड्राइवर ने गति बढाने के बजाय ट्रेन को एक दम बहुत धीमा करा दिया । इतना चार आदमी डिब्बे से निकले और पायदान से जमीन पर कूद पडेंगे । ट्रेन आगे चली गई । उन लोगों को निचले मार्ग के बाई तरफ छोडकर ठीक उस छोटी सी झोपडी के सामने वो उस आदमी को देख सकते थे जो उनकी तरफ पीठ किए खडा हुआ था । पासी एक अंगूठी चल रही थी जिसकी मंदिर रोशनी में उसकी शक्ल सूरत कुछ कुछ दिख गई । जैसे ही उन्होंने पटरीपार की उस की ओर बढे वो अचानक चल पडा । आप यहाँ क्या कर रहे हैं? वो चिल्लाया यहाँ का कोई काम नहीं है । आप अतिक्रमण यानी अनाधिकारिक प्रवेश कर रहे हैं । वो एक बडा हट्टा कट्टा दिखने वाला आदमी था और वो बोलते बोलते वापस अपनी कोटिया की तरफ जाने लगा । ऍम लाइन आगे आकर उस पदाधिकारी ने कहा श्रमण परिसर लेकिन मुझे ये कैसे पता होता है? वो आदमी गुर्राहट में बोला बिल्कुल थी तो तुम्हारा काम अजनबी लोगों को खबरदार करना है तो कितने समय से यहाँ तैनात हो? मैं सुबह पांच बजे आया हूँ । मैं नियमित रात को चौकीदार हूँ सर बडे आराम की ड्यूटी है ना? ठीक धन्यवाद सर । उस आदमी ने जवाब दिया । उसे इस बात पर आश्चर्य था की ये सवाल क्यों पूछा गया लेकिन वो ये भी सोच रहा था जो अस्वभाविक नहीं है । फॅमिली लेने के वास्ते कई इंजीनियरों को लेकर आया हो वो छुट्टियाँ तुम्हें मिली हुई है जी सर एक भी और शब्द बोले बिना ऍम उसको टिया के द्वार तक चले गए । उस आदमी का चेहरा अचानक पीला पड गया और वह कुटिया की तरफ पीठ करके खडा हो गया । ये ये निजी प्राइवेट है सर । वो कुछ गुस्से से बोला ऍम हजार ठीक है मेरे भाई । उस ने कहा मैं सही था, मैं सोचता हूँ अखा तैयार रहना उसे जाने मत देना क्योंकि उस आदमी ने हडबडाकर दौडने की कोशिश की थी । लेकिन स्कॉटलैंड यार्ड अधिकारी और हैॅ एक्शन में उस पर टूट पडे और कुछ पलों के बाद ही उसके हाथों में हथकडी पड गई । फिर उन्होंने झट से दरवाजा खोला और हाँ नमस्कार! मैं उसको एक कोने में गट्ठर की तरह बंधा पडा पाया । उसका मूवी कपडा ठूंसकर बंद किया गया था । विंग गरीब ने जैसे ही रस्सी काटने के लिए अपना चाकू निकाला उसके मुंह से खुशी की चीख निकल पडी लेकिन हैजल ने उसे रोक दिया । बस एक आधी क्षण के लिए । उसने कहा मैं देखना चाहता हूँ उन्होंने उसे किस तरह बनना है । ऐसा करने के लिए कोई विशिष्ट तरीका अपनाया गया था । उसकी कलाइयाँ उसकी पीठ के पीछे कसकर बनी हुई थी । एक मजबूत रस्सी उसकी बदलों के नीचे से मिलाकर उसके शरीर के चारों तरफ बांधी गई थी और एक रस्सी उसके घुटनों के ऊपर बनी गई थी । इनको रस्सी के एक अतिरिक्त टुकडे से आपस में जोडकर बात दिया गया था । बिल्कुल ऍम बोला हम पहले बेचारे बालक को उसकी इस मुसीबत से बाहर निकालने वही बेहतर है तो मैं कैसे लग रहा है? मेरे बच्चे बहुत बुरी तरह खडा हुआ और इसने कहा लेकिन मुझे कोई चोट नहीं लगी है । मैं कहता हूँ सर । उसने विंह गरीब से कहना जारी रखा आपने कैसे जाना कि मैं यहाँ हूँ । मुझे खुशी है कि आप यहाँ सवाल यह है कि तुम यहाँ कैसे पहुंचे? विंह ग्रेव ने जवाब दिया, यहाँ श्री हैजल को शायद पता था कि तुम कहाँ हूँ लेकिन अभी मेरे लिए पहली है । अगर आप एक घंटा बाद आए होते तो आपसे यहाँ नहीं पाते । हथकडी लगे आदमी ने बढ बढाते हुए कहा इसमें मेरा दोस्त इतना नहीं है जितना उन का है जिन्होंने मुझे काम पर लगाया हो तो इस तरह हालत बनाए जाते हैं । हैजल चीज उठा मैं समझता हूँ मेरे बच्चे तो मुझे अभी बताओगे कि ये कैसे हुआ । इस बीच मैं बहुत है तो सोचता हूँ कि हम एक छोटा सा फंडा तैयार कर सकते हैं क्या क्या कहते हो पांच मिनट के अंदर सारा प्रबंध हो गया । दो चार मजदूरों को पटरी से ऊपर लाया गया । एक को बाहर ट्रेनों पर निगरानी रखने और कुछ अन्य हिदायते देकर तैनात किया गया और दूसरी को झोपडी के अंदर बाकी लोगों पर नजर रखने के लिए एक तीसरे खुदाई मजदूर को पुलिस को खबर करने भेज दिया गया । वो कैसे आ रहे हैं? फैजल ने हथकडी लगे आदमी से पूछा । वो तेईस नार्दन मार्ग पर लंदन से रॉक हम स्टेट के लिए डाउन ट्रेन पकडने वाले थे और फिर सडक के रास्ते आगे जाना था । उन्हें ये करीब दस मिंट दूर है । बढिया उन्हें जल्दी यहाँ होना चाहिए । हैजल ने कुछ बिस्कुट चबाते हुए उन्हें दूध की खुराक के साथ गले के नीचे उतारते हुए जवाब दिया । इसके बाद उसने हाजमा दुरुस्त रखने की कसरत करके सबको अचरज में डाल दिया । कुछ ही देर बाद उन्होंने रेल पटरी के बगल वाली सडक पर सहयोग की आवाज हुई । फिर चौकसी रखने वाले आदमी ने कर्कश स्वर में कहा, ऋण का अंदर है लेकिन उन्होंने लडके के अलावा और भी लोगों को अंदर पाया और एक घंटे के बाद तीनो साजिश करने वालों को बेखटक लॉन्ग मूड जेल में बंद कर दिया गया । उस ये बहुत ही ग्रहण कर रहा था । मैं आपको बता सकता हूँ और इसका मैथर्स ने कहा है । जब उसने बाद में साफ साफ बतलाया मैं कॉरिडोर में गया । आपको बता है और मैं आती जाती चीजों को देख रहा था । तब अचानक किसी ने पीछे से मेरे कोर्ट का कॉलर पकड लिया और एक हाथ में हूँ के ऊपर रख दिया । मैंने ठोकर मारने और चिल्लाने की कोशिश की लेकिन कुछ नहीं हुआ । उन्होंने मुझे डिब्बे में ले जाकर फिल्मों में करो माल्टोज दिया और उसके अंदर बांदिया । फिर उन्होंने मेरे हाथ पांव बांदी और कॉरिडोर के सामने दाहिनी हाथ की तरफ की खिडकी खोल दी । मैं एक आतंक में था क्योंकि मैंने सोचा वो मुझे बाहर फेंकने जा रहे हैं । लेकिन उनमें से एक ने मुझे मेरी हिम्मत मानते रखने के लिए कहा क्योंकि उनका इरादा मुझे चोट पहुंचाने का नहीं था । फिर उन्होंने मुझे उसी ढीली रस्सी के सहारे खिडकी के बाहर नीचे लटक जाने दिया और फिर दरवाजे के बाहर हफ्ते से कसकर बांदिया । ये बहुत पूरा था । उधर में दरवाजे के हफ्ते से मुडी हुई दिशा में लटक रहा था । मेरी पीठ डिब्बे के पायदान पर टिकी थी और ट्रेन पागल की तरह आगे जा रही थी, पर डरा हुआ बीमार महसूस कर रहा था और मैंने अपनी आंखे बंद कर ली थी । मुझे लगा मैं वहाँ युगों से लटका हुआ हूँ । मैंने आपको बोला था कि आपने ट्रेन के अंदर ही सिर्फ जांच पडताल हॅाल नहीं । अंग्रेज से कहा मुझे संदेह था कि वह सारे समय कहीं बाहर की तरफ रहा हो सकता है लेकिन मैं उलझन में था कि किधर होगा । ये चतुर मक्कारी थी शायद लडकी ने आगे कहा, कुछ देर बाद मैंने अपने ऊपर वाली खिडकी खोलने की आवाज सुनी । मैंने ऊपर की तरफ देखा और पाया कि एक आदमी हफ्ते से तरह से निकाल रहा है । ट्रेन की रफ्तार अभी अभी धीमी हो चली थी । फिर वो खिडकी के बाहर लटक गया और उसने एक हाथ से मुझे लटका रखा था । झोले की तरह ये सब बहुत डरावना था । हमें पायदान के नीचे लटक रहा था । फिर ट्रीन करीब करीब रुक गई और किसी ने मुझे कमर में हाथ डालकर पकड लिया । एक दो मिनट के लिए मेरे होश हो गए और फिर मैंने इस्लाम को झोंपडी में पडे पाया ठीक ऍम, आप बिल्कुल सही थे और हम सब को आपके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए रहे ऐसा कहा ये तो ज्यादा से ज्यादा सिर्फ एक अनुमान था । मेरी कल्पना के अनुसार ये कुछ और नहीं बल्कि सीधा साधा अपहरण का मामला था । और सुलझाने वाली समस्या ये थी कि बालक ट्रेन से कहा देना छोड आए और कैसे उतरा । इसमें कोई शक नहीं कि ट्रेन के लंदन पहुंचने के पहले ही उसे ठिकाने लगा दिया गया था । केवल एक अनुमान और था । ड्यूटी पर तैनात आदमी अपराध में सहकारी था क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो उसकी मौजूदगी के कारण सारी योजना खटाई में पड जाती है । मुझे बहुत खुशी है कि मैं कुछ काम आ सका । इस मामले के बारे में कुछ बडी रोचक बातें हैं और इस काम का जिम्मा उठाना मेरे लिए एक सुखद अनुभव साबित हुआ है । इसके कुछ समय बाद ही श्रीकार, मैथ्स तरने स्वयं हेल्थ से भेंट करके उसे शुक्रिया कहा । मैं वही दिल से आपके प्रति भरपूर आभार व्यक्त करना चाहूंगा । उन्होंने कहा, लेकिन मैं जानता हूँ कि आप एक साधारण जासूस नहीं फिर भी क्या कोई उपाय है जिसके द्वारा मैं आपकी सेवा कर सकूँ? ऍम जिहाद दो तरीके हैं । कृपया बताइए इस मामले की वजह से श्री वेडिंग रेवडिया डॉक्टर स्प्रिंग के लिए कोई मुसीबत खडी हो तो मुझे अफसोस होगा । मैं आपकी बात समझ रहा हूँ, उस रहे थे । एक तरह से दोष दोनों का था । लेकिन मैं देखूंगा कि डॉक्टर स्प्रिंग की प्रतिष्ठा पर कोई आंच लाये थे और विंग को भी इस पचडे से बेदाग निकलने में कोई दिक्कत ना हो । आपका बहुत बहुत धन्यवाद । आप ने कहा कि कोई दूसरा उपाय भी है जिसके सहारे में आपके कहाँ हो सकता हूँ, वो तो है । पिछले महा डन की बिक्री में आपने दिन न्यू बात गाइड के दो प्रथम संस्करण खरीदे थे । अगर आप उनमें से एक को निकालना चाहिए तो मैं और कुछ मत करूँ । ऍम उनमें से एक आपकी संग्रह के लिए देने में मुझे आपार खुशी होगी । हैजल कर गया । आप मुझे गलत समझ रहे हैं । उसने रूचा ही दिखाते हुए ठीक है मैं आगे कहने वाला था कि यदि आप एक प्रतीक का निपटान करना चाहिए तो मैं चेक लिख डालूंगा । वो निश्चित रूप से श्री काॅमिक मुस्कान के साथ जवाब दिया, मुझे अत्यंत हर्ष होगा । इसी पर लेन देन समाप्त हो गया ।

Details
विश्‍व प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी गई जासूसी कहानियों का अनोखा कलेक्‍शन है ‘बड़ी जासूसी कहानियां’। ओ हेनरी, जी.के.चेस्‍टरटन, आरनॅल्‍ड बेनेट, रॉबर्ट बार तथा अन्‍य लेखकों द्वारा लिखी गईं चयनित जासूसी कहानियां पाठकों को बेहद पसंद आएंगी। रहस्‍य और रोमांच से भरपूर ये कहानियां आपका भरपूर मनोरंजन करेंगी। सुनें पूरी कहानी। writer: भविष्य कुमार सिन्हा Voiceover Artist : RJ Nikhil Author : Bhavishya Kumar Sinha
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