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सर्जिकल स्ट्राइक -03 in  |  Audio book and podcasts

सर्जिकल स्ट्राइक -03

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सुलतान फौजी - एक कश्मीरी आतंकवादी। उसने मुम्बई में एक बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया, जिसमें सैंकड़ों निर्दोष शहरी मारे गये। सुलतान फौजी पकड़ा गया। एक ऐतिहासिक फैसले में उसे 26 जनवरी के दिन फाँसी की सजा दी जानी थी, ताकि पूरी दुनिया देखती कि हम देशद्रोहियों के साथ क्या करते हैं। लेकिन उससे पहले ही सुलतान फौजी जेल तोड़कर पाकिस्तान भाग निकला। तब यह मिशन सौंपा गया कमांडर करण सक्सेना को। कमांडर- जिसने सुलतान फौजी को पाकिस्तान में ही घुसकर मारा। वहीं अपने हाथों से फाँसी की सजा दी उसे।
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भारती एक बदनाम एरिया अगले दिन ऍफ का इलाका इस्लामाबाद में बिल्कुल उसी तरह बदनाम है जिस तरह मुंबई में धारावी या ट्रांजिट कैंप का इलाका बदनाम है । वहाँ चरस, अफीम, गांजा से लेकर क्यूँकि खुशी, मारीजुआना, स्टाॅक और हेरोइन तक मिलती है । कच्ची शराब से लेकर चैंपियन की भूतले तक वहाँ मिल जाएंगे । उसी तरह जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली लडकियों के बीच वहाँ बडे अलग अलग रेट है । जैसे उनके रेडड्ी वैसी उनकी क्वालिटी थी । डॉक्टर ने देखा नफीसा बाई कठिया काफी बडे एरिया में फैला था और उसके ऊपर लाल रंग कि पक्की खपरैल पडी थी । इतना ही नहीं उसके लिए में बकायदा दारू का अंडा भी खुले तौर पर चल रहा था और उन्नीस उन्नीस बीस बीस साल के लडके दारू सर्व करते इधर चोट घूम रहे थे काहे का बहन था उस कंट्री में सब कुछ तो खुल्लम खुल्ला था । ऑनली तो कृषि थी वहाँ पे बडी बडी और काम के नाम पर जीरो कमांडर करन सक्सेना ने बाॅलिंग और वो अड्डे के बिल्कुल भी जाकर खडा हो गया । यहाँ से ना उसने एक लडकी को आवाज सिंह जी ऍसे करीब नहीं दवाई कहाँ है हूँ हूँ बाई सी के एग्जाम है ऍम दूसरे लोगों को होता है । इस बात पर वो लडका हर साल ऍम तत्काल उस लडकी की बत्तीसी बंद हो गयी जवाब नहीं दिया । भाई कहा है कमांडर करन सक्सेना पहले की तरह ही कठोर जैसे में बोला उधर बाजू वाले कमरे में है कमांडर करण सबसे ना की निगाहें अब बाजू वाले कमरे की तरफ नहीं । बार के बिल्कुल एक तरफ होने में वो कमरा बना हुआ था । इसके अंदर उस लडके के मुताबिक नहीं सब आई थी । फिलहाल उस कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था । इतना ही नहीं उस कमरे के नजदीक ही शराबियों के मनोरंजन के लिए फुल वॉल्यूम में डेट भी बज रहा था । जिसपर पंजाबी गीतों का कार्यक्रम चालू था । कमांडर करके सबसे ना उस पास वाले कमरे के सामने पहुंचा । फिर नहीं उस कमरे का दरवाजा तो पाया तो मालूम हुआ कि वह दरवाजा नहीं डर से बंद नहीं था । ऍम किसी और द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कमांडर फौरन दरवाजे के दोनों पल्ले खोल दिए । तब काल उसे सामने प्लास्टिक की चटाई पर एक अडतीस चालीस साल की औरत लेटी हुई नजर आई । जो आधी से ज्यादा लगी थी उसके सिर रहा नहीं । एक जवान लडकी बैठी थी जो बादाम के तेल से उसकी दोनों छातियों की कसकर बारिश कर रहे हैं । जो राॅकी चलाई पर लेती थी वो जरूर नवीन हवाई नहीं और जो लडकी की सेवा कर रही थी उसकी सेवादार क्या बदतमीजी है । कमांडर करन सक्सेना को यूँ एक का एक अंदर घुसता देखकर नफीसा बाइक चलाते हुए थे । जवाब ऍम ऍम दोबारा चलाएंगे । मुझे तुमसे जरूरी काम है । ऐसा जरूरी काम इस लडकी को बाहर भेज दो । फिर काम के बारे में भी बताता हूँ । लेकिन ऐसा कह रहा हूँ ऐसा करूँ इसी में तुम्हारा भला है । कमांडर की आवाज में कुछ ऐसा अधिकार कपूर था कि नहीं । सफाई हैरानी सबसे देखती रह गई । फिर से लडकी की पीठ थपथपाई । तुम जाना चाहूँ ऍम जैसा कह रही हूँ । ऐसा करूँ ऍम अपनी बाइक बजाती हुई वहाँ से चली गई । लडकी की जाता ही कमांडर करन सक्सेना ने उस कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया । बाकायदा सिर्फ इतनी भी चढा दी अब बताओ ऍम तो मुझे जल्लाद भी कर सकती हो । कमांडर बडे इत्मिनान के साथ बोला ऐसा जल्लाद जो गुनेहगार को फांसी देना चाहता है । ये क्या बेहूदा बातें कर रहे हो? कमांडर करन सक्सेना के चाहे बस अब खूंखार भाव मंडराने लगे तो मुझे बहुत आबाद कह रही है भाई, लेकिन ये तो अहमदाबाद मेरा मिशन है । ये बात सुनने में थोडी अजीब जरूर लगती है कि एक चला किसी अपराधी को फांसी देने के लिए इस तरह सडक पर घूम रहा है । तो ये बात सुनकर शायद और ज्यादा हैरानी होती है कि मैं अपने इसी मिशन को अंजाम देने के लिए हिंदुस्तान से यहाँ आया है । ऍम उसके लिए तो पडेगी । कौन है वो आदमी मधुभाषी देना चाहते हो? सुल्तान फौजी सुल्तान पहुंची नफीसा भाई के मुझे ठीक से खारिज हो गई । जबकि कमांडर के वोटों के मुस्कान अब कुछ गहरी हो गई थी । वो वही न भी सफाई के सामने पांचवी कुर्सी पटाएंगे पसारकर बैठ गया । अब ये मत कह देना । भाई तो सुल्तान फौजी नाम के किसी शख्स को नहीं जानती हूँ क्योंकि मुझे किसी ने बहुत पक्की खबर दी है । विपक्ष फौजी के बारे में काफी कुछ बता सकती हूँ । वहीं नजदीक वाले टेबल पर पहुँच की एक बोतल रखी थी । कमांडर ने बडे खतरनाक अंदाज में पहुंच बोतल उठाई और गटागट एक ही घुटने स्पॉट्स बोतल को आधी से ज्यादा खाली कर गया । अभी सब आई फॅसे देखती रह गई । फिर कमांडर नहीं पहुँच की वो बोतल किशोर समेज पर्पट की कि वह टूट गई और उसके भीतर मौजूद फॅसने पूरी फॅमिली कर डाला । मेरी आज से मुलाकात जरूर पहली बार हो रही है लेकिन मैंने तो हरी और फौजी की प्रेम लीलाओं के काफी किस्सा सुन रहे हैं । मुझे ये भी बताया गया है कि उसे तुम्हारे यहाँ की शराब बहुत पसंद है । किसने बताया तुम्हें ऍर में बोली काले चुकने बताया आसमान सूत्र परेश देने बनाया । उसने ये भी बताया की सुल्तान फौजी को तुम्हारे भीतर हद से ज्यादा दिलचस्पी है । वैसे भी ऐसे बदमाश आदमी शराब कपरेट आसानी से बदल लेता है लेकिन और ऍम जरा मुश्किल सही बदल पाता है । मैं जरूर किसी ने गलत रिपोर्ट दी है । फॅमिली उसके बोलते ही कमांडर फौरन हरकत में आ गया । वो एकदम स्प्रिंग लगे खिलाना की भांति कुर्सी सोचना और फिर ठंडा थर्ड उसके घुटने की प्रचंड कटोरी नफी सफाई के पेट में पडेगी आॅपरेट पकडकर तोहरी हो गई और उसी पर थोडा थर्ड उसके घुटने की कटोरी न भी सफाई की पीठ पर भी पडेगी । नफीसा भाई के मुझे ऐसी हवा खारिज हुई जिससे कुमारे के भीतर से हवा निकली हो । वो ऍम चटाई पर जा गिरी । बाहर अभी भी पंजाबी गीत फुल वॉल्यूम में बज रहे थे । इससे भीतर क्या हो रहा है किसी को पता नहीं था । कमांडर करन सक्सेना या फिर दवाई के पाल अपनी मुट्ठी में कसकर जगह लिए और फिर उसे पूरी तरह छोडा हूँ । मैं मालिश बहुत अच्छी तरह से करता हूँ भाई! अब फिर बाद में गोली की खुराक देना भी नहीं बोलता । इसकी अगर लाश में नहीं बदले जाना चाहती हूँ तो मुझे बता दो की सुल्तान पहुँची इस्लामाबाद में बहुत छुपा हुआ है । मुझे नहीं मालूम तो जो बोल रही हूँ मुझे सचमुच कुछ नहीं मालूम । धडाधड कमांडर ने दो छाप ॅ के ऊपर चढे उसकी आंखों के रंग बिरंगे तारे घूम गए । उसी पल नफीसा भाई को भाग निकलने का एक मौका हासिल हुआ । वो एकदम झटके जैसा चढाई छोटी और फिर अद्वितीय फुर्ती से दरवाजे की तरफ । जबकि लेकिन वो दरवाजा खोलकर बाहर शराब खाने में पहुंच पाती । उससे पहले ही कमांडर नहीं तो बडा जगह लिया । जगह ही कमांडर के नजर उसी कमरे में बनी लकडी की कुछ सीढियों पर बडे जो नीचे तहखाने में जाती थी । कमांडर एकदम उन्हीं सीढियों की दिशा में नफीसा भाई को झटका दे दिया । वो लकडी की सीढियों पर लडती चले गए । देखते हुए सिर्फ तहखाने में जाकर गिरी कमांडर उसके पीछे पीछे थोडा भर सीढियाँ उतरता हुआ नीचे तहखाने में पहुंचा वहाँ का दृश्य बेहद अहम दमकारी का बडी बडी शराब की भट्टियां लगी हुई थी और लोहे के बेशुमार ट्रम रखे थे जिनमें कच्ची शाह भरी थी लेकिन कोई आदमी नहीं था । नफीसा भाई नीचे गिरते ही उठी और फिर तहखाने में ही बने एक और राष्ट्रीय की तरफ दौडी । तब तक रिवॉल्वर भी कमांडर करन सक्सेना के हाथ में आ चुकी थी । रिवॉल्वर हाथ में आते ही वो फिर करने की तरह उंगलियों के किरदार घूमें । ऍफ चाहूँ अगर एक कदम भी आगे बढाया तो मत में शूट हुआ तक्काल नफी सफाई के कदम वहीं पर फ्रीज हो गए कमांडर ऍम पर रखते हैं नहीं ऍफ उठी नहीं भी कोई बच्चा फॅमिली बच्चा ना अगर मरना नहीं चाहती तो ये बताओ कि फौजी कहा है मुझे नहीं मालूम ऍम इस बात की क्या गारंटी है कि अगर मैंने तो मैं फौजी का एड्रेस बता दिया तो मुझे छोड दोगे कोई गारंटी नहीं । फिर लेकिन अगर तुमने मुझे पहुंॅच नहीं बताया तो मैं तुम्हें मार डालूंगा । इस बात की पक्की गारंटी है सफाई हक्की बक्की से कमांडर को देखती रह गई । उसी ऍम तो मेरे पास वक्त कम है । मुझे जल्दी से स्वाॅट बताऊँ नहीं चल रही । अभी सफाई के चेहरे पर अब निर्णय और निर्णय के चलना नजर आने लगे । तभी कमांडर ने रिवॉल्वर के नाल उसकी छाती पर रखकर दवाई है । उसके उंगली भी तेजी से रिवॉल्वर के ट्रैक्टर की तरफ झपटे । नाॅक बताती हूँ, बताती हूँ सुल्तान फौजी आजकल गवर्नर हो चुका है । फॅमिली में ऍम हाँ हाँ, मोहम्मद अली रोड, पुराना काॅर्नर हाउस, जिसमें नीचे तहखाने में पाकिस्तान ऍम यहाँ नोट छपते हैं, करेंसी सकती है और ऍम ऊपर गवर्नर हाउस है । क्या पाकिस्तान का गवर्नर उसका उसने नहीं रहता है? नहीं, उसके लिए राष्ट्रपति भवन के पास एक नई कोठी अलॉट की गई है । फिलहाल फौजी ही उस पुराने गवर्नर हाउस में ठहरा है तो उसकी सुरक्षा के भी बडे माकूल इंतजाम है । कैसे इंतजाम ये मुझे नहीं मालूम । मैं कभी फौजी से मिलने गवर्नर होश नहीं गई । फौजी को जब उस से मिलना होता है तो वो खुद यहाँ आता है । उसी ने मुझे ये बताया कि वहाँ उसकी सुरक्षा के बडे माकूल इंतजाम हैं । कमांडर करन सक्सेना का दायां हाथ अब नफीसा भाई के कंधे पर आस्था ॅ उसकी गर्दन तक जा पहुंचा । फिर उसकी गर्दन भेजने लगा जिसकी ऍम तब तक कमांडर का दाम बहुत नफीसा भाई की गर्दन पर काफी सख्त हो चुका था तो ऍम लेकिन ठीक उसके हालत में ही कुछ करेंगे । उसके नेतृत्व शॅल पडे । उसी पर ऍम बिल्कुल बीचोंबीच रख दिया । फिर एक बार रिवॉल्वर उसकी उंगलियों के गिर फिक्र नहीं की तरह हो तो गोली चलाई । तब का लाभ भी सफाई की खोपडी तरबूज की तरह कट गई । उसके चीखने तक का मौका मिला उससे पहले उसके कॅश खेल हो गए । कमांडर नहीं । नफीसा भाई के मुर्दा जिस्म को अपनी दोनों बाहों से उठाया और फिर उसे शराब के बडे ड्रम में डाल दिया । फॅमिली रखी वो लकडी की सीढियां चढता हुआ मनान से ऊपर पहुंचा । इससे कुछ हुआ ही न हो । उसके बाद उसमें शराब खाने में कदम रखा जहाँ अभी भी पहले की ही तरह मिला था । लगा था डेट पर फुल बॉलिंग में पंजाबी गाने बज रहे थे और ग्राहकों को शराब साल करने वाले लडके इधर से उधर भागे भागे घूम रहे थे । बाई से कम हो गया था । तभी मालिश करने वाली लडकी एक किसी भूत की तरह के पास नमूदार तीन कमांडर बोला कम हो गया । एक दम खुश हो गई साहब भाई के साथ जो भी मर्द एक बार कुश्ती लडने ता है । उसकी पूरी बॉडी के नटबोल्ट खुल जाते हैं । करन सक्सेना ऍम वो एक दम ठीक हो जाएगी नए मुझे अभी अपनी तरह ठोंठा नहीं करना नगर सहित ठीक हो गया । अभी काफी का निपटाना है । जैसे आपकी मर्जी साहब कमांडर तेज तेज कदमों से चलता हुआ वहाँ से बाहर निकल गया ।

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सुलतान फौजी - एक कश्मीरी आतंकवादी। उसने मुम्बई में एक बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया, जिसमें सैंकड़ों निर्दोष शहरी मारे गये। सुलतान फौजी पकड़ा गया। एक ऐतिहासिक फैसले में उसे 26 जनवरी के दिन फाँसी की सजा दी जानी थी, ताकि पूरी दुनिया देखती कि हम देशद्रोहियों के साथ क्या करते हैं। लेकिन उससे पहले ही सुलतान फौजी जेल तोड़कर पाकिस्तान भाग निकला। तब यह मिशन सौंपा गया कमांडर करण सक्सेना को। कमांडर- जिसने सुलतान फौजी को पाकिस्तान में ही घुसकर मारा। वहीं अपने हाथों से फाँसी की सजा दी उसे।
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