इंस्पेक्टर भारत भूषण अपने एक मित्र के साथ अपनी बूढ़ी चाची से मिलने जाते हैं एक बड़े वृद्धाश्रम में।उसे उस वृद्धाश्रम में कुछ अजीब और बुरा अहसास होने का अहसास होता है। मगर वहाँ पहुंचकर उन दोनों के ही कान तब खड़े हो जाते हैं जब वहाँ पर रहने वाली एक दूसरी वृद्ध महिला किसी बच्चे की लाश को जमीन में गड़े होने के बात करती है। उसके कुछ हफ्ते बाद ही भारत भूषण की उस मित्र की चाची की मौत हो जाती है और उसके बाद ही वृद्धाश्रम की ही एक महिला गायब हो जाती है। भारत को अपने चाची की मौत और उस औरत का वृद्धाश्रम से गायब होना सामान्य घटना नही लगती है बल्कि एक बड़ी चाल लगती है।उसकी चाची के पास उस गायब हुई महिला के द्वारा उनको दी गई एक चित्रकारी थी जिसमें एक पुराना बंगला बना हुआ था। भारत ने उस बंगले को पहले भी देखा हुआ है।उस बंगले पर पहुँचकर पता चलता है कि इस बंगले में कई बच्चों की हत्याएं हो चुकी थी और उनकी लाशें उसी घर की जमीन में गाड़ी गई थी।उधर उस वृद्धाश्रम में भी अचानक ही होने लगती है मौतें। भारत के हाथ लगता है अपने चाची का लिखा एक पत्र जिसमें उन्होंने उसको बताया कि वृद्धाश्रम में कुछ तो अजीब घट रहा था।इस रहस्यों से पर्दा उठाते उठाते भारत को पता चलता है कि उन बच्चों का हत्यारा अभी भी है जिंदा और उससे भारत की जान को है खतरा।Read More