योजन अपने दोस्त जयपाल के घर जाता है और खेल खेल में जयपाल को पता लगता है की सारे दोस्त पहले ही मर चुके है। क्या योजन का सच सामने आएगा ? या जीवाधारी जैसा अन्धविश्वास हमेशा के लिए ख़त्म हो जाएगा ?