परी हूँ मैं। एक ऐसी लड़की की कहानी है जिसे अपनी पहचान छुपाकर जन्म लेना पड़ता है। क्योंकि उसके गांव में यह प्रथा थी, कि बहू का पहला बच्चा अगर कन्या हुई तो जन्म होते ही उसे मार दिया जाए। परी को भी जन्म लेते ही मार देने के योजना थी। लेकिन किस तरह उसकी जान बची ..? और उसके जन्म के बाद क्या हुआ उसके साथ..? और क्या वर्षों से चल रही इस रूढ़िवादी परंपरा का अंत हुआ..? इन प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए सुने एक बेहद खूबसूरत पारिवारिक कहानी- परी हूँ मैं।
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