भारत की अंतरराष्ट्रीय खुफिया और गुप्तचर रॉ एजेंसी का मुख्य काम पड़ोसी देशो पर निगरानी, आतंकवाद को रोकना, गुप्त ऑपरेशन्स को अंजाम देना और जानकारी इकट्ठा करना है। यह कहानी देशभक्ति और रॉ इजेंसी के ईद-गिर्द बुनी गई है। जब रॉ पर कड़ी विपत्तियों का साया था और एक-एक करके सभी एजेंट मारे जा रहे थें। डिटेक्टिव दीपा की होशियारी और बुद्धिमत्ता ने उस विपत्ति का पूरी हिम्मत के साथ सामना किया और उसके आगे ढ़ाल बनकर तब तक खड़ी रही जब तक उसे जीत न मिल गई। जासूसी की दुनिया में कदम रखने और दीपा के बहादुरी के किस्से भी उतने ही दिलचस्प हैं। कौन है दीपा और कैसे उसने देश के दुश्मनों को धूल चटाया? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।Read More
भारत की अंतरराष्ट्रीय खुफिया और गुप्तचर रॉ एजेंसी का मुख्य काम पड़ोसी देशो पर निगरानी, आतंकवाद को रोकना, गुप्त ऑपरेशन्स को अंजाम देना और जानकारी इकट्ठा करना है। यह कहानी देशभक्ति और रॉ इजेंसी के ईद-गिर्द बुनी गई है। जब रॉ पर कड़ी विपत्तियों का साया था और एक-एक करके सभी एजेंट मारे जा रहे थें। डिटेक्टिव दीपा की होशियारी और बुद्धिमत्ता ने उस विपत्ति का पूरी हिम्मत के साथ सामना किया और उसके आगे ढ़ाल बनकर तब तक खड़ी रही जब तक उसे जीत न मिल गई। जासूसी की दुनिया में कदम रखने और दीपा के बहादुरी के किस्से भी उतने ही दिलचस्प हैं। कौन है दीपा और कैसे उसने देश के दुश्मनों को धूल चटाया? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।