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मिस्टर चार्ज खेल के जीवन में घटना एक दिन रजिस्ट्रार ने अपनी बात चाहते रखते हुए कहा चार्ज फॅमिली से मार गेलटू पर मैनचेस्टर के बाहर टहल रहा था । मिला तभी खत्म हुआ था जब उसने अपने सामने सुदर्शन युवा किसान को उसे दिशा में इस साइड से बाहर खोले । पर चाहते देखा तो एक अच्छे ताकतवर ओवर सुंदर जानवर परसवार था जिसका मूल्य पचास कम से कम नहीं आंका जा सकता है । जब वे ऊपर की ओर दस से खेल की तरफ जा रहे थे । जांची ने उस युवा किसान से आगे निकलने को जैसा अपना एक काम ही बना लिया । एक दूसरे से बात करते हुए इस समय को साथ रहे थे । चौथी ने सडकों की स्थिति के बारे में चर्चा की और बहुत ही मित्रवर ढंग से बातचीत करते हुए उस पर जा खुद सवार के साथ साथ मंथर गति से चलने लगा । शुरू में किसान चौदह से ज्यादा बातचीत करने को इच्छुक नहीं था पर धीरे धीरे वो भी काफी मिला । अनुसार हो गया । उतना ही मित्रवत जितना चौथी उसके प्रति था । उसने तो खेल को बताया कि वह मेले में व्यापार कर रहा था और उस रात वो शॉर्ट्स, फोर्टी फोर हो तो अवश्य जाएगा । ताकि अगले दिन तक वह कैस्टर ब्रिज बाजार पहुंच सके । जब छोटी एक्स सराय पर पहुंचे वे आपने खोलों को चारा खिलाने के लिए वहाँ होते हैं और एक साथ शराब पीने पर सहमत हो गए । इससे उनका व्यवहार एक दूसरे के प्रति और भी मित्रवत हो गया और फिर वे आगे बढ गए । लेकिन इससे पहले कि वे शॉट्स फोर्ड फोरम पहुंचते हैं, बारिश शुरू हो गई । अब जब वे ऍम के पास से गुजर रहे थे और बहुत अंधेरा हो रहा था । चौथी ने युवा किसान से आगरा किया कि वहाँ और आगे न जाए क्योंकि बारिश से ठंड बहुत पड जाएगी । उस ने सुना था की यहाँ की छोटी सी सराय बहुत ही सुविधाजनक है और वो यहाँ अपना चाहता है । आखिरकार युवा किसान भी वहाँ रुकने को तैयार हो गया । वे घोडे से उतरकर अंदर गए और उन्होंने एक साथ बेहतरीन खाना खाया । उन्होंने अपने प्रेम प्रसंगों के बारे में उन पुरुषों की तरह बात की जो बरसों से एक दूसरे को जानते एवं विश्वास करते हूँ । जब सोने का समय हुआ तो वे ऊपर दो बिस्तरों वाले शयन कक्ष में गए जिससे जॉर्जी ने मकान मालिक से कहा था कि वो उन दोनों को देते ताकि वे साथ साथ रह सके । अब तक उनमें इतने मित्रता हो गई थी । सोने से पहले कमरे कभी किसी चीज के बारे में तो कभी किसी चीज के बारे में बात करते रहे हैं । और फिर बातचीत छद्मवेष धारण करने और किसी विशेष कार्य के लिए कपडे बदलने की ओर मुड गई । किसान ने जॉर्जी को बताया कि उसने ऐसा करने वाले लोगों के बारे में बहुत किस्से सुने हैं लेकिन ग्रुप खेलने दिखाया कि वो ऐसी सारी युक्तियों से अनजान है । फिर जल्दी ही युवा किसान गहरी नींद में हो गया । अगली सुबह जब युवा किसान तब भी सो रहा था मैं कहा नहीं वैसे ही सुनाऊंगा जैसे कि मुझे बताई गई है । ईमानदार चौथी चुप चाप अपने पलंग से उठा और किसान के कपडे पहले उन कपडों की जेब में किसान के पैसे थे । अब हालांकि जॉर्जी को विशेष तौर पर किसान के बढिया कपडे और बढिया खोना चाहिए था और मेले में हुए थोडे से लेन देन की वजह से जिसने ये वांछनीय बना दिया था कि उसे आसानी से पहचाना नहीं जाएगा । उसके इच्छाओं की अपनी सीमाएं थी । वो अपने युवा मित्र का धन नहीं लेना चाहता था और इसलिए अपने बिल का भुगतान करने की जितने पैसे की जरूरत थी वो उस से ले लेंगे । फिर पर्स को उसने शयन कक्ष की मेज पर रख दिया और नीचे चला गया । सराय के लोगों ने अपने ग्राहकों के चेहरों को बहुत गौर से नहीं देखा था और जो एक दो लोग झुके हुए थे उन्होंने यही समझा की जॉब ही किसान है इसलिए जब उसने बहुत खुले हाथों से बिल का भुगतान किया और कहा कि वह जा रहा है किसान के घोडे पर उसके सवार होने पर किसी तरह की आपत्ति नहीं की गयी । वो उस पर सवार होकर ऐसे चला गया । मानव वो उसका ही थोडा हो आधे घंटे बाद जबकि स्थान जाऊँगा और कमरे के चारों ओर देखा तो पाया कि उसका मित्र जॉर्जी उन कपडों को पहनकर जा चुका है जो उसके नहीं थे और उसके लिए कृपाकर अपने द्वारा पहले पुराने चिथडे कपडों को छोड गया है । ये देख कर शोर मचाने की जल्दबाजी करने के बजाय वो बैठकर सोचने लगा पैसा पैसा चला गया । उसने स्वयं से कहा की पूरी बात है लेकिन कपडे भी चले गए । फिर उसने मेरी तरफ देखा और उस पैसे की तरफ देखा । उसमें अधिकांश पैसा वही था हूँ । वो चिल्लाया और कमरे में नाश्ता शुरू कर दिया था उसमें फिर कहाँ सीसे के आके और बॉम्बे के वक्त इदान के सामने खडे हो कर मुस्कुराने लगा और फिर पूरी दुनिया के लिए इस तरह अपनी बाहें फैला दिन मानव तलवार चलाने का अभ्यास कर रहा हूँ । चौथी के कपडे पहनकर जब वो नीचे गया तो उसे ये देखकर बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा कि उन लोगों ने उसे दूसरा व्यक्ति समझा और यहाँ तक कि जब उसने ये देखा कि अच्छे घोडे के बदले उसके लिए एक मरियल खोडा छोड गया । उसके चिल्लाने की इच्छा नहीं । उन्होंने उसे बताया कि उसके मित्र ने बिल का भुगतान कर दिया है जिसे सुन उसे बडी खुशी हुई और नाश्ते का इंतजार किए बिना तो जॉर्जी के खोले पर सवार हो गया और उसी तरफ चला गया । बिना ये जाने की जॉब जी ने भी उपमार्ग चुना है । उसने भी मुख्य सडक के बजाय नजदीकी उपमार्ग से जाना पसंद किया । चौंतीस तो खेल के निजी चरित्र में अभी दो मिल से ज्यादा दूर नहीं गया होगा जब अचानक एक मोड से घूमते हुए जो वहाँ गाली ने बना दिया था उसने एक व्यक्ति को देखा जो गांव के दो कांस्टेबलों से स्वयं को छुडाने की कोशिश कर रहा था वो उसका मित्र उँची था जिसमें उसके कपडे व खोडाल गया था । लेकिन अब चीजें लेने के लिए आगे बढने की तत्परता दिखाने की युवा किसान ने कोई इच्छा नहीं और वो चाहता तो उस मरियल घोडे को पांच के जंगल की ओर मोड सकता था । कोई सहायता करो, कॉन्स्टेबल चिल्लाये सम्राट के नाम पर कोई सहायता करो । किसान कुछ नहीं कर सकता था पर वो आगे की ओर पढा क्या बात है उसने जितना धैर्य से संभव था पूछा भगोडा है भगोडा वो बोले वो जिस पर सैन्य न्यायालय में मुकदमा चला था और बिना संधि वार्ता के रखा गया था । ये कुछ दिनों पहले छह टोटेनहेम में सिपाहियों की कैद से भाग निकला था और इसका पता लग गया था । पर घूमने निकले टुकडी को ये कहीं नहीं मिला और हमें निर्देश दिए गए हैं कि ये हमें जहाँ भी मिले हम इसे तुरंत सौंपें । जस्टिन ये बैरक से भागा था । उसके अगले दिन दस बदमास के मुलाकात एक प्रतिष्ठित किसान से हुई । इस ने उसे एक सराय में शराब पिलाई और उससे कहा कि एक अच्छा सैनिक बनने के गोलू उसमें हैं और उसे कपडे बदलने के लिए मना लिया और देखो वो कैसे एक सैनिक की वर्दी उसकी हो गई । सरल किसान ने ये किया जब हमारे भगोडे ने कहा कि मजाक के लिए वह कमरा छोडकर मकानमालकिन के पास ये देखने के लिए जाएगा की क्या उसे उन रेस में वो पहचान पाएगी तो फिर वापस नहीं आया और किसान चालीस नहीं स्वयं को सैनिक के कपडों में पाया उसकी जेब में रखे पैसे भी नहीं थे और जब वो अस्तबल में गया तो वहाँ उसका घोडा भी नहीं था । हाँ जी के कपडे पहने व्यक्ति लेगा पाॅलिश और क्या ये वही नीचे चांदी की ओर संकेत करते हुए नहीं नहीं । सायली के भगोडे पन के इस मामले में बच्चे की तरह मासूमियत से जॉर्जेट चिल्लाया यह व्यक्ति है जिसने किसान चालीस के कपडे पहने हुए हैं और ये मेरे साथ एक ही कमरे में सोया था और कपडे बदलने की बात उठाई थी जिसने मेरे दिमाग में उसके जाने से पहले उसके सूट को पहनने की बात डाली थी । इसने मेरे कपडे पहने हुए हैं । आपने इस दुष्ट बात सुनी लम्बे युवा व्यक्ति ने आप करते हुए कॉन्स्टेबल से का जो सबसे पहला मासूम व्यक्ति दिखा उसी पर आरोप लगाते हुए अपराध से बचने की कोशिश कर रहा है । नहीं सैनिक ऐसा नहीं चलेगा । नहीं नहीं ऐसा नहीं चलेगा । कॉंस्टेबलों ने भी सुर में सुर मिलाया । जब हमने इसे पकड लिया तो ऐसे बात कहने की गुस्ताखी करने की हिम्मत करता हूँ । शुभ रहे हैं कि हमने इसे कडी लगा दी है । हमने ऐसा कर दिया । शुक्र है लम्बे युवा व्यक्ति ने कहा चलो अब मैं चलता हूँ आपके कहने के साथ आपका शुभ हो और वह चला गया । जितनी तेजी से वह मर गए थोडा उसे भगाकर ले जा सकता था । फिर कॉन्स्टेबल जॉर्ज को दोनों तरफ से हथकडी से पकडे और घोडे को खींचते हुए दूसरे दिशा में उस गांव की ओर चल दिए जहाँ भगोडे को वापस लाने के लिए भेजी गई सैनिकों की एक टुकडी से मिलना था । जॉर्ज करा रहा था मुझे कोहली बात ही चाहिए । मुझे गोलीबार थी जाए । वे एक मिल से ज्यादा दूर नहीं गए होंगे जहाँ पे उन्हें मिल गए । अरे सुनो ऍम! हमने तुम्हारे मुस्लिम को पकड लिया है । कॉन्स्टेबल बोला कहाँ दफा? दाद ने कहा यहाँ हमारे बीच ऍम बोलने का केवल इसके वर्दे की वजह से आप इसे पहचान नहीं पा रहे हैं । दफादार ने खोल कर जांची को देखा फिर अपना सिर हिलाया और कहा ये भगोडा नहीं है लेकिन भगोडे ने किसान कॉलेज के कपडे पहन लिया और खोडा ले लिया और इस व्यक्ति के पास हुए हैं तो देख सकते हो ये हमारा मुजरिम नहीं है । सैनिकों ने कहा वो एक लंबा युवक व्यक्ति है जिसके दायरे गाल पर एक दिल है और एक सैन्य आचरन है जो इस व्यक्ति में निश्चित रूप से नहीं है । मैंने पुलिस के दो अफसरों को बताया था कि ये कोई अन्य हैं । चाची ने प्रार्थना की लेकिन उन्होंने मेरी बात पर विश्वास ही नहीं किया और ये स्पष्ट हो गया कि गायब सैनिक वो लंबा युवा किसान था । ना की जॉब ठीक खेल । ऐसा सच जिसके जॉल इसने स्वयं उस समय पुष्टि की थी जब वह स्थल पर पहुंचा था । चुकी जॉब ही ने सिर्फ एक चोर को लूटा था । उसकी सजा बहुत कम थी । अश्वारोही सेना के भगोडे का पता नहीं चल पाया । बचकर निकलने में उसका कपडों को बदलना अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ । हालांकि वह जॉर्जी के घोडे को कुछ मिल आगे छोड गया था और वह बेचारा पशु साहब की बजाय अवरोध ज्यादा साबित हुआ । प्रतीत हो रहा था कि विदेश से आए व्यक्ति को लांग पड्डल के संदिग्ध पात्रों और उनके अजीब कारनामों के बजाय सामान्य निवासियों और सामान्य घटनाओं में ज्यादा दिलचस्पी हैं । यद्यपि उसके स्थान में साथ ही यात्रियों को बातचीत करने के विषय के रूप में लांग पड्डल ज्यादा दिलचस्पी पैदा कर रहा था । अब उसने पहली बार विपरीत लिंग के युवा लोगों के बारे में पूछा । क्या शायद उनके बारे में जब युवा थे तब अपने स्वदेश को छोडकर गया था? उसके मुख फिर अपने ही बात पर टिके हुए थे कि सामान्य की बजाय असाधारण के बारे में बात करना कहीं ज्यादा उपयुक्त हैं और वह उसे उनके सरल इतिहास पर विचार नहीं करने देगा । जो मात्रा आया और चले गए । उन्होंने पूछा कि क्या उसे नाॅट याद है देखती? ऍम हाँ, मुझे वो याद है । अगर मेरे बचपन की यादों पर भरोसा किया जाए तो मैं यहाँ से गया था कि वह ज्योति आपने अंकल के साथ रहती थी । वो आई थी । वो बहुत ही नीति परख थी । उसमें कोई दोष नहीं था, बल्कि हर तरह से अच्छी थी । आप ने सुना ही होगा कि उसने ऐसे अपने घर की अवधि को पाँच साल गया था । क्या ऐसा नहीं किया था? मिनिस्टर थे, उसने किया था दुनिया से नजर अंदाज हुए पूरे चित्रकार ने कहा उसे बता देंगे । स्टार्ट आपसे बेहतर इसे कोई नहीं कह सकता और आप मेरे से कहीं से बेहतर ढंग से कानूनी पेचों को जानते हैं । डेने माफी मांगी और बोलना शुरू किया निफ्टी सजन के घर की अवधि पर खाना वो झाडियों के पास स्थित अपने घर में अंकल के साथ रहती थी तो जो एक लंबी चुस्त दुरुस्त युवती थी उस समय की उसके काले बाल और प्रगतियां थे हैं कितने अच्छे से याद है और जब वो किसी को चिढाती थी तो अपने मुंह को धूर्तता से कसना जब छोटे छोटे फ्रॉक पहना करती थी तभी से और के उसके पीछे पडने लगे थे । और फिर एक युवक से वो मिलने जुलने लगी जैसे शायद आप नहीं जानते । उसका नाम था जांच पर क्या? और जब भी उसे अच्छा इंसान बन जाता है लेकिन उसने उसे इतना आकर्षित कर लिया कि गैस पर के अलावा उसे कोई पसंद ही नहीं आता था तो एक स्वार्थ एक राहत था जो हमेशा यही सोचता था कि जो से करना है उसे कम से कम करें और जो कुछ कर रहा है उसका लाभ बहुत ज्यादा हो । बेशक जैस्पर की आंखें नाइंटी पर टिकी हुई थी, पर उसका दिमाग उसके अंकल के घर पर हटता हुआ था । हालांकि मैं मानता हूँ कि वो उसे पसंद करता था । ये घर उसके पर ज्यादा के पिता ने बनवाया था जिसमें एक बगीचा और छोटा सा खेत था और पुराने नियमों के तहत जिंदगी भर के लिए कॉफी खुल घर की अवधि कायम रखना प्रदान किया गया था और ये पीढियों के लिए प्रदान किया गया था । उसके अंकल संपत्ति के आखिरी मालिक थे । किस लिए उनके मृत्यु के बाद अगर कोई नया उत्तराधिकारी नहीं होगा तो वहाँ जाकर के सामन का उस पर अधिकार हो जाएगा । पर ये मानना आसान था कहीं अच्छा था । जैसा की कहा गया कि जमींदारी की प्रथा के अनूठा अवधि बढाने के नए दस्तावेज बनवाने के लिए कुछ पांडव भी काफी थे और सामान फिर उसमें रोडा नहीं अटका सकता था । उसकी भतीजी और उसके एकमात्र रिश्तेदार के पास अपना एक घर होने के अलावा और कुल बेहतर विकल्प हो ही नहीं सकता था और निफ्टी के अंकल को देखना था कि नया जुर्माना चुकाने से पहले अंतिम उत्तराधिकारी के मृत्यु से पहले जब की की अचीव प्रथा के कारण उसका नवीनीकरण समय पर हो जाए क्योंकि जमींदार जमीन और घर को हथियाने को बहुत उत्सुक था और प्रत्येक रविवार जब बूढा आदमी चर्चा आता था और जमींदार के घर के आगे से गुजरता था तो जमींदार कहता चलने से घुटनों में दर्द होता है और पीठ थोडी टेडी हो गई है और पूना प्रवेश के लिए अभी तक आवेदन नहीं किया गया । हाँ हाँ मैं किसी दिन जागीर के उस कोने की पूर्ण या सफाई कर दूंगा । अब अगर हम पीछे मुडकर देखते हैं तो बूढे सार्जंट का इतना बिलम बकारी होना बहुत ही अच्छी बात थी । फिर में कुछ लोग ऐसे ही होते हैं और वह जुर्माने के साथ हर हफ्ते जमींदार के एजेंट के दफ्तर में खून करना भी बंद कर दिया था और वह स्वयं को समझाता मेरे पास आज के बजाय अगले बाजार के दिन ज्यादा समय एक दुर्भाग्यपूर्ण अवरोध ये था कि वह जैस्पर प्लेस को बहुत अधिक पसंद नहीं करता था और चुकी जांच पर नाइंटी को उकसाता रहता था और निफ्टी फिर अंकल को साथ ही रहती थी । उस स्वार्थ युवा प्रेमी के परेशान करने के लिए वो वृद्ध जितना कर सकता था, भारमुक्त होने को स्थगित करता जा रहा था । आखिरकार वो वृद्ध साॅफ्ट बीमार पड गया और फिर जांच पर से और बर्दाश्त नहीं हुआ । उसने खुद जुर्माने की रकम जमा की और नाइनटीन तेजी तथा उससे स्पष्ट शब्दों में बात तो तुम्हारे अंकल और तो मुझे ज्यादा पता होगा तो मैं उन पर और दबाव डालना चाहिए । ये पैसे हैं अगर तुम्हारे हाथ से घर और जमीन निकल जाएगी तो मुझे फांसी पर लटकाते तो वो लोग ऐसे ही चीजें करते हैं । उन्हें पति नहीं मिलना चाहिए । चिंतित लडकी ने पैसे ले लिए और घर कहीं और अंकल से कहा कि अगर घर नहीं तो पता भी नहीं मिलेगा उसे प्रोत्साहन घंटे पैसे को देखकर ना फॅमिली क्योंकि रकम पर्याप्त नहीं थी पर अब तौर धूप करने में लगता हैं क्योंकि उन्होंने देखा कि वह जस्ट पर से शादी करने को व्याकुल है और वो उसे दुखी नहीं करना चाहते थे क्योंकि वो बहुत ज्यादा थी । जमींदार को ये देख कर बहुत क्रोध आया के साथ है । आखिरकार इस काम के पीछे पड गया है पर वो इस बात का प्रतिवाद नहीं कर सकता था और कागज तैयार हो गए क्योंकि इस जाकर पर रिकॉर्ड रखने वालों के पास अपनी संपत्ति के साथ सस्ता पे थे । जब कभी कुछ राहगीरों पर उनके पास एक भी नहीं था क्योंकि वृद्ध साॅफ्ट इतना कमजोर हो गया था कि एजेंट के दफ्तर जाना आपके लिए मुश्किल था इसलिए उनके घर पर हस्ताक्षर करवाकर दस्तावेज लाए जाते थे और पैसे की रसीद के रूप में उसे उसकी प्रतिलिपी पर सार्जेंट को हस्ताक्षर करके जमींदार के पास वापस भेजा जाना था । फॅस काम के लिए शाम पांच बजे पुणे सारे को फोन करने का फायदा क्या और निफ्टी ने पैसों को देखकर के अंदर रख दिया । ऐसा करते समय उसने अपने अंकल के हल्के से ठीक सुनी और वापस होने पर उसने देखा तो की वो अपनी कुर्सी पर किसका हैं तो कई और उन्हें उठाया पर वह बेहोश हो गए थे और बेहोश ही रहे । ना तो दवाइयाँ और नहीं शक्ति वर्द्धक औषधियां उन्हें बेहोशी से वापस ला सकें से बताया गया की वो ऐसे ही रहेंगे और लग रहा था मानो उनका अंतर हो गया है । इससे पहले की डॉक्टर को बुलाया जाता उनका चेहरा और सभी अंग काफी ठंडे वह सफेद पढ चुके थे । उसने देखा की कोई भी सहायता अभ्यर्थ है वे निर्जीव हो चुके थे । लिट्टी की स्थिति अपनी सारी गंभीरता के साथ उसके उत्तर इक मन में उठ खडी हुई । कुछ घंटों के अंतर से घर प्रतीक्षा खेत हाथ से निकल गए थे और उनके साथ ही अपने वहाँ अपने प्रेमी के लिए घर पे तो यही सोचकर बहुत स्वार्थीपन से जैस्पर के बारे में नहीं सोच रही थी कि आप कि अपने द्वारा जल्दबाजी के लिए संकल्प पर फोर्टी के का नहीं । पर फिर भी वो कहाँ गई । आखिर क्यों उसके अंकल और कुछ घंटे जीवित नहीं रहे हैं । जबकि वही इतने लंबे समय तक जीवित रहे थे । तीन बच चुके थे, पांच बजे एजेंट को फोन कर रहा था और अगर सब कुछ ठीक रहा तो पांच बजकर दस मिनट तक घर वर संपत्ति उसके और जैस्पर के जीवन के लिए पूरी तरह से उनकी हो जाएगी । यही बात तीन में इसे दोनों ने प्रस्तावित की थी कि जुर्माना देकर ऐसा हो जाएगा । अखिल कैसे वो टोटल जमींदार अपने हाथ में उस थोडी सी अवधि को पाकर खुश हो सकता है । वास्तव में उसे इस की आवश्यकता नहीं थी वरना मूल्य था । वो इन छोटी अवधियों, पट्टा और पूर्ण स्वामित्व से घृणा करता था, जो उसके भू संपत्तियों के निष्पक्ष वह सुगम समुद्र में स्वतंत्रता के द्वीप बनाती थी । फिर मिट्टी के दी । बाद में विचार कौन था कि अंकल की लापरवाही के बावजूद कैसे अपने लक्ष्य को पूरा किया जाए । वो दिसंबर के निरस्त दोपहर थी और उसकी योजना में पहला कदम हूँ । इस तरह का हानि चलती है और उस पर संशय करने का मुझे कोई कारण नजर नहीं आता ।
Producer
Sound Engineer