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The Last Heartbeat Part 16 in Hindi

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Authoraryan suvada
कहते है कि मोहब्बत अपने बन्दे खुद चुनती है और अजय और रिया को भी मोहब्बत ने ही चुना था । अजय लोवोलोजिस्ट था लोगो की अधूरी प्रेम कहानी को पूरी करने में मदद करता था । पर वह उस लड़की से प्यार कर बैठा जिस लड़की को मोहब्बत से सख्त नफरत थी । क्या हो पाएगी पूरी अजय की प्रेम कहानी जानने की लिए पढ़िए मेरी रचना "द लास्ट हार्टबीट" Author : Aryan Suvada Voiceover Artist : Surabhi
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जय का अच्छे का घर समय सुबह के आठ बजकर ऍम हाँ पार्टी से वापस लौटे । रिया अपने कमरे में गई और उसमें पानी की बोतल ली और कुछ दवाई अपने पर से निकाल करती । रिया ने निधि यहाँ तो कुछ दवाइयाँ मंगवाई थी जिससे उसे कुछ राहत मिले । वो जानती थी की मौत को दावत दे रहे पर अभी उसका मुख्य उद्देश्य केवल रहता । रिया के रूम के दरवाजे पर कभी अजय ने दस्तक दी । उसने दूर पर नहीं किया । रियल दरवाजे की तरफ देखा । आज पहली बार वो उसी अजय को देख रही थी जो उसने आज सिर्फ पांच साल पहले देखा था । अध्यक्ष चेहरे पर एक अलग सी मुस्कुराहट थी । रिया को कुछ सोचता देख बोला अगर आपने सोचना बंद किया हो तो मैं करा सकता हूँ । अधिक की आवाज सुनकर वह वर्तमान में लौटी । उसने अजय को अंदर आने को कहा । अगर उसके पास आएगा उसके चेहरे की मुस्कुराहट । एक रिया को ज्यादा कुछ बदला बदला सा लगा । पररिया चुप रहे । वो पानी की बोतल बैठ के पास पहले छोटे टेबल पर रखने गए । तभी अजय बोला ऍन । रिया ने अजय की तरफ सवालिया नजरों से देखा । अजय आउंगी कहूँ मुझे मेरे जन्मदिन का सबसे बढिया तोहफा देने के लिए दो साल पहले जो हादसा हुआ था तो मुझे लगने लगा था कि इन सब लोगों की जिंदगी मैंने तबाह की एक गिरिस सा महसूस होता था जो अंदर ही अंदर मुझे खाए जा रहा था । एक एक बूथ था मुझ पर जो आज तुमने मुझे दिखाया, मुझे एहसास कराया तो गिल्ट खत्म हो गई । वो वो जांच उत्तर सा गया ऍम आप तो कहते थे कि प्यार जहर है, मैं उनकी जिंदगी तबाह नहीं कर सकता पर कल उनके चेहरे पर करनी भी दुखी रेखाएं नहीं थी । आप जानती भी है कि आपने कुल कितने लडके से सोल किए । पूरे नाइंटी नाइन के साथ अपने लिए थे जिनमें से नाइंटी वन कपल आज आरामदायक जिंदगी जी रहे हैं सिर्फ और सिर्फ आप की बदौलत । दो साल पहले इत्तेफाक से आप उन्हें आठ जोडो से मिले जो टूट कर बिखर गए थे और आपने उनका दोष अपने सर ले लिया । इस जहाँ जहाँ प्यार का इस्तेमाल अपने मतलब के लिए करने वाले हैं तो वहीं सच्चे आशिक आज भी इस दुनिया में मौजूद है जिन्हें आप जैसों की जरूरत है । प्लीज की कॉल करना फिर से शुरू कर दीजिए आ जाएगी अच्छी सब सुन रहा था आज वो कोई विरोध नहीं कर रहा था । रिया आगे बोले, मैं चाहती हूँ कि सनौर साहिल की लव स्टोरी भी आप ही पूरी करें । अपना सौवां के पूरा करके उनकी मदद करें । अच्छे नहीं । अब एकदम ठंडी जैसे सिक्का नहीं, इसका अब नहीं । भले ही मेरे अंदर का गेल खत्म हो गया । ऊपर अब भी मेरे अंदर की नफरत प्यार के प्रति कम नहीं हुई है । मैं नहीं चाहता की जो मेरी बहन के साथ हुआ वो अन्य किसी के साथ आज के लोगों ने बस प्यार कोई खेल मना कर दिया । ये लोग बचपन में खिलौनों से खेलते थे । जब बडे हुए तो खिलौनों से खेलने की उम्र नहीं रही पर खेलते हो कि नहीं । इसलिए लोगों के दिलों से उनके जिस बातों से खेलना शुरू कर दिया । हर दिन किसी ना किसी अखबार में यह खबर चलती रहती है कि किसी लडके, किसी लडकी ने धोखे की वजह से अपनी जिंदगी खत्म कर ली । मैं अपनी बहन की मौत बर्दाश्त कर गया । अब मुझमें अन्य की मौत का बोझ सहने की हिम्मत नमस्कार । विपक्ष से आपके हाथ जोडता हूँ । रिया इस काम हो चुकी थी । ये देखकर वह कुछ ना बोल पाई । ऍसे चुप देखा मैं आपको ये बताने आया था की मैंने फैसला किया कि अब मैं मरोडा नहीं रहूंगा । अपनी माँ के पास दूर रहकर मैंने बहुत दुख दिए पर अब उनके साथ रहकर उनकी सेवा करना चाहता हूँ और साहिल और समय का क्या? सर जी मैं कोई सचमुच का क्यूपिड नहीं । उमस खान भी इंसान हूँ । मैं हर जगह तो नहीं पहुंच सकता । मैं हर किसी की तो मदद नहीं कर सकता । सना और स्टाइल को खुद ही खुद की मदद करनी होंगी जो खुद की मदद नहीं कर सकता । उनकी तो भगवान भी नहीं मदद करते हैं । पर जहाँ हम पहुंच सकते हैं जो हमारे ही हाथों में है वहाँ तो मदद कर सकते हो पर क्यों? और किसी स्थान किस लिए? अजय गुस्सा हो गया था जिसकी वजह से उसकी आवाज अच्छी हो गई थी । उसने खुद पर संयम क्या वो रहना से आज झगडना नहीं चाहता था । उसने अपनी आंखे बंद की एक लंबी सांस ली । फिर बोला देखो मुझे तुम्हारे साथ बहस नहीं । मैंने अपना फैसला सुना दिया कि मैं बरोडा नहीं हूँ । तुम कल दिल्ली लौट सकती हूँ । ये कहकर अजय ने दिया की तरफ देखा । रिया का चेहरा भावशून्य था । अजय वहाँ से जाने लगा । अच्छी वहाँ से जाने लगा की रिया उसी भावशून्य चेहरे के साथ बोली । आपने सही कहा सर, आप हर किसी की मदद नहीं कर सकते हैं । इसलिए अपने राधिका दीदी की भी मदद नहीं की । ये सुन अजय की कदम एकदम से रूक गए । वो तुरंत रिया की तरफ घूमा और बोला कि कॅरियर उसी भावशून्य चेहरे से आगे का । आप हमेशा से अंदर ही अंदर जानते थे कि विक्रम कैसा है । पर आपने कभी भी अपने बहन को ये बताना सही नहीं समझा या उसके सामने विक्रम का चेहरा क्यों नहीं लाया । आपने हमेशा उसके प्यार पर ताने मारे, उसकी मोहब्बत का अपमान किया पर आपने अपनी बहन की कोई मदद नहीं की । क्यों? क्योंकि आप अपनी बात में सही थे ये आपको साबित करना था इसलिए अपने उसकी जान तक ले ली है ना । अजय गुस्से से लाल हो चुका था । उसका पूरा शरीर गुस्से से कहाँ रहा था? उसकी कब कभी उसके आवास में भी सुनाई दे रही थी । उसने दिया से का खान आप अपनी हदें पार कर रही है । रिया ने अजय की बातों को नजरअंदाज किया और उसकी आंखों में देखते हुए कहा कभी आपने सोचा एक सुलझी हुई लडकी जो खुद एक डॉक्टर थी जिससे इंसान की जिंदगी की वैल्यू सबसे ज्यादा पता थी । वह एक ब्रेकअप की वजह से स्यूसाइड क्यों करेंगे? क्योंकि तुम बस दूसरों की मदद करते हैं । पर जब अपनी ही बहन की बारी आई तो तुम भी उसी दुनिया का हिस्सा बन गए तो अपनों की मोहब्बत से परेड करते हैं, नफरत करते हैं । वो अकेली जूझती रही । तुम भी अपनी बहन की भावना को समझ नहीं पाए । कभी आराम से बैठकर से पूछा था कि दिया आपकी लवलाइफ सही तो जारी है ना, वो भी आपको कोई दिक्कत तो नहीं और तुम तो बस अपनी जिंदगी में बिजी थे । ये जो तुम शराब पीते रहते अपनी बहन की मौत पर आज सुबह तो ना वो सिर्फ दिखावा है तुम्हारा । अगर सच में अपनी बहन की परवाह होती तो उसकी दी हुई जिंदगी को इस शराब में ना बहाते बोल गए तो जिन्दा लाश बन गए थे । तो मैं फिर से इंसान राधिका ने बनाया था । अगर उस से प्यार करते तो उसके लिए जीते तुम्हारी बहन के साथ जो हुआ पैसा किसी और के साथ ना हो । वैसे कुछ काम करते हैं अपने काम को और बेहतर बनाते पर नहीं हमें तो बस शराब पी ली है । सच कहूँ तो मैं अपनी बहन की मौत से ज्यादा इस बात का दुख है कि फॅमिली जिस अजय चौहान की अपनी बहन प्यार में कैसे हार गई, जो दुनिया के प्यार को मिलाता था, उसी के परिवार के प्यार को अपनी बहन को प्यार दिलाना सका । इसीलिए तुम्हारी ईगो हर्ट हो गई है ना! क्या बोलने ही जा रही थी की वजह से बालों से पकडा और अपनी तरफ खींचा । दोनों के चेहरे एक दम करीब अजय के आंखों में आंसू और अंगारे दोनों एक साथ दिख रहे थे । वो खाते हुए बोला अब एक भी लव नहीं, स्थान एक लाभ भी नहीं । रियल व्यंग्यात्मक हंसी हसते हुए कहा सच हमेशा कडवा होता है वो और सच्चाई यही है कि केवल विक्रम ही जिम्मेदार नहीं था । राधिका दीदी की मौत के लिए तुम भी उतने ही जिम्मेदार हो । अगर तुमने राधिका दीदी की मदद की होती तो शायद आज वो जिंदा होती । उन्होंने आत्महत्या नहीं की बल्कि तुमने उसकी हत्या की और तुम्हें इतने से भी चैन नहीं भरा कि सनौर साहिल की मदद न करके उसे भी मौत के मुंबई डाल रहे हैं ना करी नारायण की । अगर उन्होंने भी कुछ कर लिया तो उस की मौत के जिम्मेदार तुम होंगे । तुम ही राधिका दी कि कातिल हो जाए तो तुम प्यार करने वालों की कातिल हो । रिया के बोलने ही जा रही थी कि अजय ने दिया की गाल पर जोर का थप्पड जड दिया । थप्पड इतने जोर से मारा कि वर्ष पर जहाँ उसके होंठों से खून में रहा था । भूरिया की तरफ बढा । अजीब इस सरकार को देखकर वह बहुत डर गई थी । अजय का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था । उसकी आंखों में मोटे मोटे आंसू थे । वो एक दम सीरिया के पास आया और जोर से चिल्लाया । इतनी जोर से चिल्ला रहा था कि रिया को अपने कान पर हाथ रखना पडा । अजय का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ था । वो और चीजों को तोडने लगा । लाख घुसे । ऊपर नीचे पर मार रहा था । वो बार बार एक ही बात की दोहरा रहा था कि मैंने अपनी बहन को नहीं मारा । मैं कातिल नहीं हूँ । वो हर चीज पर पूरे जोरों से वार कर रहा था । तभी उसने आईने में अपना हाथ बीमार आईना टूटते ही अजय के हाथ में घुस गया और उसके मुंह से चीख निकल गई । अजय के हाथ से खून बहता देख लिया कि मुझ से चिंता परिचीत निकल गई । अच्छा वोट कर राज्य के पास आई । उसने अजय के हाथों को अपने हाथों में लेने की कोशिश की । पर अजय ने अपना हाथ झटका जिससे दर्द के मारे अजय कराहा रिया रोते हुए बोली, सौं पागल हो गया, क्या देखो कितना खून दे रहे हैं । रिया ने अजय का हाथ पकडने की फिर से कोशिश की पर अच्छा इंडिया का ही हाथ पकड लिया और उसे रूम के बाहर ले जाने लगा । प्रिया को समझते देर नहीं लगी कि अर्जुन से रूम से बाहर निकाला है । रिया ने छूटने की कोशिश की । पद अजय की मजबूत पकट से वो छूट नहीं पाए । वो जैसे बार बार कह रही थी कि ऐसा मत करो पर अजय की कानों पर उसका कोई असर नहीं हो रहा था और अंत में अजय ने रिया को उसी के कमरे से निकाल दिया और दरवाजा अंदर से लॉक कर लिया और दरवाजे पर ही होता हूँ । वहीं बैठ गया । रियो दरवाजा खटखटाती रही, चिल्लाती रही पर अजय ने दरवाजा नहीं खोला । माँ भी इन सब की आवाज सुनकर वहां पहुंची । उन्होंने से पूछा यहाँ हो क्या रहा है? तुम लोग चिल्ला रही हूँ । मैं अपने आप को कमरे में बंद कर लिया । ये सुन माफी दरवाजा खटखटाने लगी और अजय को दरवाजा खोलने को कहने लगी । पर दरवाजा खुला नहीं । दोपहर के बाद अजय ने अपने कमरे का दरवाजा खोला । रिया और माँ दरवाजे के पास ही बैठे दरवाजा खुलने का इंतजार कर रहे थे । अजय अपने कमरे से बाहर आया । रिया शर्मा दोनों खडे हो गए । माँ की गले लग गई । अच्छा नहीं दिया की तरफ देखा । रिया की आंखों में शर्मिंदगी थी । वो मनी मनी पछता रही थी कि गुस्से में हो क्या क्या बोल गई । अच्छे अपनी माँ की मांगों से निकला और बोला हाँ बिलकुल ठीक हूँ । जिला अच्छे नहीं दिया की तरफ का रियल शर्मिंदगी के कारण नीचे देखने लगी । कजन्स के करीब आया और शुष्क आवास ने कहा दिल्ली लौटने के लिए अपना सामान पैक करूं । अभी सब पीस सैलॅरी आगे से ऐसा नहीं होगा । प्लीज सर मुस्कान सामान पैक करो । हम दिल्ली के लिए अभी नहीं करना । नहीं सर वो बस उससे मैं रिया अचानक रुक गई और बोलिए एक मिनट हम हम से क्या मतलब डफर हम से मतलब मैं और तुम दिल्ली जा रहे हैं । क्यों हैं आॅड? आप तो यही रखने वाले थे ना? अरे मैं गया तो साहिल और सुना की मदद कौन करेगा? अजय ये कहकर मुस्कुराने लगा रिया ये सुनकर कुछ पल के लिए सब हो गई । उसके कानूनी जो सुना उस पर उसे यकीन नहीं हो रहा था । वो बोली बिल्कुल आपने क्या कहा? सर यही कि हम दिल्ली जा रहे साहिल और सुना की मदद करेंगे । अजय का ये वहाँ पूरा नहीं हुआ था कि रियल दौड कर अजय के सीने से लिपट गई । अजय ने भी उसे अपनी बाहों में भरा कुछ फल दोनों ऐसे ही रहे । ये दृश्य देख मां बहुत खुश हूँ और साथ ही साथ वो ये भी सोच रही थी कि वो वहाँ से जाए या वहाँ खडी रहेगी । जब दोनों अधिकतर समय दूसरे से चिपके रहे तब माँ को असहजता महसूस हुई । उन्होंने मुझसे हम कहा कि जिससे अच्छा रिया दोनों को वास्तविकता का ज्ञान हुआ । अब दोनों ही असहज महसूस करने लगे और एक दूसरे की बाहों में से अलग हुए । दोनों ही शर्मा रहे थे । इधर उधर देख रहे थे । तभी क्या बोल सौरी जरूर खुशी के मारे बस उत्तर कंट्रोल नहीं रहा । रिया ने अपने होटल को दाद से भी चाहिए । वो खुद से ही बोले कि क्या बोल रही है । अजय ने कहा ऍम सुनकर बूढी वाली फीलिंग आती है ऍम रिया मुस्कुराई उससे अपना पुराना वाला जाए । अब मिल गया था हरियाणा से सर हिलाकर हामी भरी । अजय आगे बोला अब जल्दी पैकिंग करो यार में अपना शतक मारने के लिए बेकरार हो । अजय ने अपने हाथ को बल्ला बनाकर शॉर्ट मानने की अपील की ।

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कहते है कि मोहब्बत अपने बन्दे खुद चुनती है और अजय और रिया को भी मोहब्बत ने ही चुना था । अजय लोवोलोजिस्ट था लोगो की अधूरी प्रेम कहानी को पूरी करने में मदद करता था । पर वह उस लड़की से प्यार कर बैठा जिस लड़की को मोहब्बत से सख्त नफरत थी । क्या हो पाएगी पूरी अजय की प्रेम कहानी जानने की लिए पढ़िए मेरी रचना "द लास्ट हार्टबीट" Author : Aryan Suvada Voiceover Artist : Surabhi
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