भारतीय मूल के नैंसी और उसके पति ड्रैको जर्मनी के निवासी हैं। ड्रैको ऑफिस के काम से ब्राजील जाता है। वापसी में प्लेन सेंटिआगो 513 गायब हो जाता है। प्लेन कहां गया कोई अता-पता नहीं चलता। इस हादसे के बाद सेंटिआगो एयरलाइन्स बंद हो जाती है। 35 साल बाद एक हैरतअंगेज कारनामा होता है। गायब हुआ सेंटिआगो 513 प्लेन एयरपोर्ट पर लैंड होता है। सभी हैरान है। उस समय ड्रैको का बेटा सैम भी एयरपोर्ट पर मौजूद होता है। प्लेन में जब अंदर जाकर चेक किया जाता है, तो और भी आश्चर्यचकित करनेवाला सीन होता है। सभी 90 यात्री, कोच, पायलट के केवल कंकाल है प्लेन…तो आखिर प्लेन कौन चला रहा था? इसका क्या रहस्य है यह जानने के लिए नैंसी अपने बेटे ड्रैको के साथ इंडिया आता है। तो क्या नैंसी गायब हुए प्लने और उसमें पाए गए नर कंकाल का रहस्य जान पाएगी? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।
Voiceover Artist: Shreekant Sinha
author: अनुराधा पचवारियाRead More
भारतीय मूल के नैंसी और उसके पति ड्रैको जर्मनी के निवासी हैं। ड्रैको ऑफिस के काम से ब्राजील जाता है। वापसी में प्लेन सेंटिआगो 513 गायब हो जाता है। प्लेन कहां गया कोई अता-पता नहीं चलता। इस हादसे के बाद सेंटिआगो एयरलाइन्स बंद हो जाती है। 35 साल बाद एक हैरतअंगेज कारनामा होता है। गायब हुआ सेंटिआगो 513 प्लेन एयरपोर्ट पर लैंड होता है। सभी हैरान है। उस समय ड्रैको का बेटा सैम भी एयरपोर्ट पर मौजूद होता है। प्लेन में जब अंदर जाकर चेक किया जाता है, तो और भी आश्चर्यचकित करनेवाला सीन होता है। सभी 90 यात्री, कोच, पायलट के केवल कंकाल है प्लेन…तो आखिर प्लेन कौन चला रहा था? इसका क्या रहस्य है यह जानने के लिए नैंसी अपने बेटे ड्रैको के साथ इंडिया आता है। तो क्या नैंसी गायब हुए प्लने और उसमें पाए गए नर कंकाल का रहस्य जान पाएगी? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।
Voiceover Artist: Shreekant Sinha
author: अनुराधा पचवारिया