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Part 9 in Hindi

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484 Listens
AuthorAditya Bajpai
अंधेरी रात में, धमाकों के बीच, अपने ही साथियों की आंख में धूल झोंक कर गंथर भाग निकला… चलने-चलते उस ने पे-मास्‍टर सार्जेंट को घायल कर दिया और रूपयों की तिजोरी अपने साथ ले ली। लेकिन गंथर ने ऐसा क्‍यों किया? एम जर्मन सैनिक की सच्‍ची कहानी जिस ने अपनी सेना के विरूद्ध जिहाद छेड़ा। Publisher - Vishv Books Writer - Ganther Bahneman
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फॅर लगभग पंद्रह दिनों तक आपने अरब मित्रों के साथ उनकी गुफा में मैं रहा हूँ । मुझे आशा थी कि इतने दिन भी जाने के बाद होटल वाली उत्तेजना शांत हो गई होगी । जर्मन सेना के पास इतना समय नहीं था कि वह दो भागने वालों के पीछे लगी रहे । जॉॅब को अल अदम के बाद और बार से के होटल से लापता हो जाने के बाद जर्मन फॅसने रिकॉर्ड में लापता लिख दिया होगा । मेरा विश्वास था कि कम से कम सर घर में तलाश तो आवश्यक ही ढीली पड गई होगी । कटाह मेरी बेंगाजी की यात्रा अब अपेक्षाकत सुरक्षित हो गई है जहां पहुंचकर मुझे अपनी माँ को पत्र और अन्य सामान भेजना था । गुफा में बेकार पडा रहना भी अब मुझे करने लगा था । वहाँ मेरे पास कोई कार्य ना था परन्तु पूर्ण विश्राम तथा अच्छे भोजन ने मेरे स्वास्थ्य तथा शक्ति में वृद्धि करके मुझे संभावित संघर्ष के योग बना दिया था । समय समय पर जब हम गुफा में अकेले होते थे, सलीना मेरी परीक्षा लेती रहते थे पर मैं इस आकर्षण से दूर रहने में सफल हो गया । मेरे ऊपर पहले से ही आवश्यकता से अधिक पत्तियाँ थीं और प्रेम में पडकर उनमें वृद्धि करना मूर्खता थी । यहाँ भी इटालियन रिकॉर्ड में इन लोगों को और भी षड्यंत्रकारी नहीं कहा गया था । केवल इटालियन साम्राज्य के विरोधी थे और उनका आधिपत्य स्वीकार नहीं करना चाहते थे । अब पुलिस दल का नेता था, मैं शेख कहलाता था । बेन ओवर तथा ब्रीन उनके सहयोगी थे और इनको हजारों अरबों का समर्थन प्राप्त था जो कि इनके बुलाने पर तुरंत ही उपस् थित हो जाते थे । इस दल में और भी पचास व्यक्ति थे जो कि गांवों तथा रेगिस्तान में घूमते रहते थे । कुछ प्रमुख नगरों में भी रहते थे, ऍम प्रति दिन आते जाते रहते थे, है । अधिकतर रात के अंधेरे में आते थे । इस गुफा की स्थिति सैकडों व्यक्तियों हो गया थी । परंतु बेनो मरने मुझे विश्वासपूर्वक बताया था । की रह सभी विश्वसनीय व्यक्ति थे और उन पर पूर्णता भरोसा किया जा सकता था । मैं धन के लोग में या यातना पानी की अवस्था में भेज नहीं खोलेंगे परंतु उसकी इस बात से मैं मन ही मन सहमत नहीं था क्योंकि इतनी बडी संख्या में कुछ विद्रोही और सरकारी जासूसों का होना भी साधारण बात होती है । अक्सर गुफा में बारह या चौदह हथियारबंद व्यक्ति पहले पर नियुक्त रहते थे जो स्टोर में सोते थे और वही उनका भोजन बनता था भी बारी बारी रेगिस्तान में भी गश्त लगा तक है । मेरे रहते दो बाहर अब तो ब्रेन तथा बिन उमर इटालियन मोटर काफिलों पर छापा मारने गए थे । ये छापे बार से से कुछ मील दूर मारे जाते थे जिससे इनके हेडक्वॉर्टर पर संदेह न हो सके । अब्दुल दिनो मारता था, एक ड्रीम और कभी कभी । सलीना भी बाढ से नगर में ऊंटों पर चढकर जाया करते थे । वहीं से उनके अनेक अरबी जासूस इटालियन मोटर काफिलों के रवाना होने का समय तथा संख्या से उनको परिचित कराते थे । मुझे इसमें बिल्कुल भी संदेह नहीं था कि इन लोगों का संपर्क अंग्रेज गुप्तचरों से भी था और अंग्रेज गश्ती डाल एंकर सक्रिय सहायता प्रदान करता रहता था । अब्दुल ने मुझे बताया कि बाढ से नगर में होने वाली घटना का उन्माद कुछ दिन के बाद ठंडा पड चुका था और सडकों पर लगाई गई इटालियन गार्ड हटा दी गई थी । लेकिन उसने मेरी गिरफ्तारी के दो नए वारंट मुझे दिखाए जिनमें नकद इनाम की राशि दुगुनी वृद्धि कर दी गई थी । उनमें मेरी फोटो भी अधिक स्पष्ट थी तथा मेरा इतिहास मोटे अक्षरों में लिखा हुआ था । जैसे पडने में मुझे बडा आनंद मिला । मेरे पास गुफा में घूमने करने के लिए बहुत समय था जिसके स्टोर में बडी संख्या में डब्बाबंद भोजन ट्रेंटो में पैक रखा था । राइफलों तथा कारतूसों के विशाल भंडार थे । एक दिन में बिनो मार के साथ गुफा से निकल कर चट्टानों की घाटी से होता हुआ कुछ सौ गज दूर तक घूमते घूमते निकल गया । मेरे आश्चर्य का ठिकाना ना रहा जबकि उसने मुझे एक और गुफा दिखाई क्योंकि उनका मोटर गैराज था । दो तीन टन के जर्मन ओपेल ट्रकों के अतिरिक्त इसमें अंग्रेजी मौरिस बख्तरबंद गाडियां तथा एक दर्जन से अधिक इटालियन मोटर साइकिल है । नहीं इतनी मोटर साइकिल है । तुमने क्यों रखी हुई हैं? मैंने प्रश्न किया । वो धीरे से मुस्कराकर कहने लगा कि डाक ले जाने वाले सैनिक आसानी से हट आ जाते हैं क्योंकि वे अकेले यात्रा करते हैं । उसका कहना ठीक था । मुझे प्रसन्नता हुई कि मैं बाहर से के इलाके में इस कार्य पर नियुक्त नहीं किया गया था । अन्यथा मेरे मांस को गिद्ध कभी का समाप्त कर देते हैं और मेरी मोटर साइकिल पर कोई अरबी घूम रहा होता हूँ । जितना हथियार तथा गोला बारूद का भंडार इन आरोपों के पास था, उससे कोई भी सैनिक अचंभित हो गए । बिना नहीं रह सकता था परन्तु ये विशाल भंडार उनको केवल छापे से ही प्राप्त नहीं हुआ था । इन्होंने उसका अधिकांश बाग अनेक युद्ध स्थलों से जैसे अलग अलग आएगा सोनम और दूर नीचे मोखेरी से उठा लिया था । उंटों पर सवार होकर अनेक अरब रात में इस गुफा में आते थे जो कि गोला बारूद लादकर लेते थे । रेड निकलने से बहुत पहले ही दूर रेगिस्तान में निकल जाते थे ताकि इटालियन की दृष्टि उन पर ना पढ सके । गुफा बार से नगर से कुछ ही मील दूर थी लेकिन इसके द्वार तक पहुंचने के लिए घाटी का बडा लंबा चक्कर लगाना पडता था । पहले नीचे उतर का फिर चढाई पर चढकर यहाँ पहुंचा जा सकता था । खराब इसके लिए एक पगडंडी का प्रयोग करते थे परन्तु हूँ स्थिति में उनको अपने ऊपर ही बांधने पडते थे और पैदल उतर कर नीचे आना पडता था । गुफा की ओर आती हुई मोटर गाडी कई मील से देखी और उसकी आवाज सुनी जा सकती थी । किसी भी अवस्था में दशा से कोई भी मोटर गाडी गुफा तक नहीं पहुंच सकती थी । उनको चौडे रेगिस्तान में से होते हुए पहुंचना पडता था । अन्य कोई कार्य न होने के कारण मैंने ध्यानपूर्वक रेगिस्तानी नक्शों का अध्ययन करना आरंभ किया जो कि मैंने हेड क्वार्टर के कमांड के ट्रक से उडाए थे । बेकिस्तान त्रिपोली से लीबिया की सीमा को सोलह पर छूता, मिस्त्र में होता मारे साथ मत रोहतक फैला हुआ था । दक्षिण की ओर ये छाप की जेल तक जाता था । मुझे बडा आश्चर्य हुआ कि दक्षिण में जर्मन हेडक्वॉर्टर तीन हजार किलोमीटर के क्षेत्र के लिए क्यों उत्सुक हैं । इस क्षेत्र में मेरे विचार से सेना पहुंचना असंभव थी । लीबिया का युद्ध भूमध्य सागर के तट के निकटवर्ती क्षेत्रों में ही लडा गया था । कुछ झडपें, गिराब और सेवा के मारु धान में हुई थी जहां पर अंग्रेजी सेना ने इटालियन को मार बताया था । मैंने अपना सामान खोलकर देखा और जब मैंने साॅफ्ट का बक्सा उठाया तो मुझे बडा दुख हुआ क्योंकि उसका साइड लैंड स्टोर चुका था । मेरा तो तो हनुमान ठीक अवस्था में था । मैंने टूटा हुआ सेंसेक्स अब्दुल को दिखाया और उससे पूछा कि तुम लोगों ने ऐसा यंत्र का भी देखा है । उनको इसका बिल्कुल भी क्या आना था । उनको समझाने में मुझे काफी देर लगी । मैंने बताया कि इसके द्वारा रेगिस्तान में हमको अपनी स्थिति का पता लगता है । इस पर बहस पडा । उसने कहा कि हमारी आंखों पर पट्टी बांधकर रेगिस्तान में कहीं भी दो सौ मील दूर छोड दो । हम आसानी से वापस आ जाएंगे । मैंने कहा कि आप लोगों के सर के अंदर रॅाय क्या? उसने कहा की है टूटा हुआ सेंसेक्स हमारे पांच छोड दो । जब कभी हमारा संपर्क अंग्रेज गश्तीदल से होगा तो हमें ऐसा यंत्र लाने का उनसे आग्रह करेंगे । इसी समय ड्रीम ने मुझसे पूछा क्या तुम चाहते हो कि हम अंग्रेजों को ये बता दें कि तुम यहाँ हमारे पास हो? इसको सुनते ही मैं चाहूँ पडा । मैंने उत्तर दिया क्या तुम चाहते हो कि मैं तीन सौ तीन राइफल की गोलियों का शिकार हो जाऊँ? नहीं हम ईको इब्राहीम ने जल्दी से कहा ऐसा कभी नहीं होगा । अंग्रेज तुमको मिस्टर में अपने हेडक्वॉर्टर में ले जाएंगे । अच्छा नहीं है । बात है । मैंने कहा और वो मुझे ले जाकर कंटीली तारों से घिरे युद्धबंदी कैंप बन कर देंगे । यद्यपि मैं जर्मन सेना से भाग निकला हूँ । मैं दस साल तक बंदी रहने का इच्छुक नहीं हूँ । मैं युद्ध से दूर जाना चाहता हूँ और पश्चिमी अफ्रीका के एक पुर्तगाली तठस्थ देश में जाने की मेरी योजना है अब्दुल्लाह फिर प्रश्न किया तो तुम जर्मन उ पर क्या अब जर्मन हमारे शत्रु नहीं नहीं, सब जर्मन नहीं । मैंने उत्तर दिया मेरे शत्रु वही है जो मुझे मारना चाहते हैं, लेकिन उनमें से प्रत्येक तुमको मारने का इच्छुक है क्योंकि तो हमारे ही सामान विद्रोही हो । उसने सर कहा, नहीं । मैंने उत्तर दिया मेरे स्थिति तुम लोगों से बहन है तो बटालियन नहीं हुए । इसलिए तो विद्रोही नहीं हो सकते हैं, बल्कि तुम देशभक्तो क्योंकि तुम विदेशी दासता से मुक्त होना चाहते हो तो तुम्हारे लिए अंग्रेजों या अन्य किसी भी राष्ट्र से सहायता लेना उचित और न्यायसंगत है । लेकिन मैं केवल सेना से भाग आया हूँ । मैंने व्यक्तिगत कारणों से युद्ध को त्यागपत्र दिया परंतु मैं शत्रु की किसी प्रकार सहायता नहीं करूंगा हूँ । मैं जर्मनों की भी सहायता नहीं करूंगा । मैं बटालियनों की भी सहायता नहीं करूंगा । इसी प्रकार अंग्रेजों को सहायता पहुंचाने का प्रश्न ही नहीं उठता हूँ । मैं आता हूँ तीनों और अब मेरी स्थिति को समझ गए और उन्होंने सहमती में आपने सहलाएं भी ठीक है । अब्दुल ने कहा इस अवस्था में तुम सहारा के रेगिस्तान में मर जाना अधिक पसंद कर हो गए । मजा इसके की अंग्रेजों के कैंप में युद्धबंदी बनाऊँ । बिल्कुल ठीक मेरा यही विचार है । यदि यात्रा के समय मुझे अंग्रेजी गश्तीदल ने पकड लिया तब भी मैं उनके प्रश्नों का उत्तर नहीं दूंगा । इसमें एक और बात भी है कि मान लो मुझे बंदी बना कर ले जा रही हूँ और मार्ग में मैं जर्मन गश्ती दल द्वारा युद्धबंदी बना लिया जाते हैं तो मेरी स्थिति क्या होगी? तुम्हारी स्थिति विकट होगी । अबदुल्ले हसते हुए कहा मुझे दीवार के सहारे खडा होना पडेगा और जर्मन मुझे गोली से उडा देंगे । नहीं मित्रों इस अवस्था में पहुंचने की मेरी इच्छा नहीं है । मैं आप लोगों से आग्रह करूंगा थी अंग्रेजों को आप लोग मेरे विषय में कुछ भी ना बताएं ये मेरे लिए अच्छा नहीं है । अब्दुल ने कहा हूँ अब हम वास्तविकता से परिचित हो चुके हैं । हटा निश्चय ही हम उनको तुम्हारे विषय में कुछ नहीं बताएंगे । तुम हमारे अतिथि हो । तुम्हारी इच्छाओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है । हम तुम्हारे आभारी हैं तो तुमने बिन उमर की जान बचाई है । ऍम हो चुका हैं । अब हमको ये बात भूल जानी चाहिए क्योंकि तुमने भी मेरी जान बचाई है और विकेट समय में मुझे आश्रय तथा सुरक्षा प्रदान की है । अब मैंने काफी आराम कर लिया है और अब आगे की यात्रा के लिए आपकी आज्ञा चाहता हूँ । कुछ दिन और हमारे साथ रहूँ । बिना उमर ने आग्रह किया हम तुम को सूचित कर देंगे । जब भी तुम्हारी बेंगाजी की यात्रा का अनुकूल समय होगा, मुझे आप का आग्रह स्वीकार है । तभी तो एक बात मैं याद दिलाना चाहता हूँ कि मैं तुम्हारे लिए एक खतरा हो क्योंकि पुलिस का गश्ती दल मुझे ढूंढते हुए गुफा तक आ सकता है । कभी यहाँ नहीं पहुंचेंगे । बिना उमर हसना लगा और यदि आप भी गए तो इतनी दूर आकर वह लोग जीवित नहीं लौटेंगे । अच्छा मैंने कहा अब सभी प्रकार मेरी स्थिति आप लोगों के सामने स्पष्ट हो चुकी है । इसलिए मेरी इच्छा है कि मैं उस अंग्रेजी गश्ती दल के दर्शन कर लो जो की इतनी दूर ऍम के घेरे से निकल कर आप लोगों से मिलने आता है । ऐसा क्या प्रबंध हो सकता है लेकिन उन पर यह प्रकट नहीं होना चाहिए कि मैं जर्मन हूँ, असंभव आंदोलने दृढता से कहा और उन्हें भी उसका समर्थन किया । परन्तु ऍम को आगे बढाते हुए कहा, क्या आप लोग मेरा अभी भेज नहीं बना सकते? इसी देश में मैं आप लोगों के साथ जाऊंगा क्यूँ अब्दुल ने पूछा मैं ऐसे ही मनोरंजन के लिए मैं बस पढा । इससे मेरा मनोरंजन होगा या दी उन व्यक्तियों को देख लूँ जबकि शत्रु के इतने भीतरी क्षेत्र तक आ जाते हैं । मेरे तीनों अरबी मित्र अपनी भाषा में कुछ सलाह करने लगे । उनमें मेरी ये विचित्र अच्छा पूरी करने के विषय में विवाद हो रहा था । अंत में अब्दुल ने कहा, कल रात्रि को हमारा अंग्रेजों से भेंट करने का समय नियुक्त हुआ है । स्थान यहाँ से बहुत दूर भी नहीं है । हम शेख के मकबरे में जो कि सिटी सलेम कहलाता है, मिलेंगे । इब्राहीम और बहनो मार उनसे मिलने के लिए अंग्रेजी मॉरिस गाडी में जा रहे हैं जो कि तुमने हमारी गुफा में देखी है या तुम उसको चला सकते हो । मैं किसी भी प्रकार की गाडी को चला सकता हूँ । मुझे कुछ मिनटों के लिए केवल उसको टेस्ट करने की आवश्यकता है । मैंने विश्वासपूर्वक उत्तर दिया । मुझे हमेशा में कोई संदेह नहीं । अब्दुल नहीं कहा इस अवस्था में तुम मॉरिस गाडी के अरविंद ड्राइवर के रूप में उनके साथ जा सकते हो परंतु एक शर्त है है क्या? मैंने पूछा जब तुम अंग्रेजों से मिलोगे तो उनसे बिल्कुल भी बातचीत नहीं करनी होगी । तुम गाडी के निकट या अंदर ही बैठे रहना और गूंगे की तरह चुप रहना । वास्तव में तुम बातचीत में कोई रुचि मत लेना तो तुम्हारा कार्य केवल गाडी के देखभाल करने तक ही सीमित रहना चाहिए । मैंने प्रसन्नतापूर्वक अपनी सहमती प्रकट की । मैं गूंगा बना रहूंगा और चुप चाप देखूंगा हूँ तो रेगिस्तान की शहर करने जा रहा हूँ । मैं वास्तव में यहाँ बैठे बैठे थे । क्या हूँ? मैं ये दिखाना चाहता हूँ कि युद्ध नहीं किस तरह गुप्त योजनाएं कार्य बनती की जाती हैं जिनका अखबारों में कोई विवरण नहीं होता । अच्छा तो कल सुबह तुम अपनी मॉरिस गाडी को घुमा फिराकर देख सकते हो और रात की भेंट के लिए उसकी आवश्यक ओवर हालिंग कर सकते हो । आप डोलने कहा सलीना तुमको अरबी भेज में बदल देगी और फिर तुम हम में से एक बन जाओगे । अगले दिन सुबह मैं घूमता हुआ उस गुफा में गया जहां गाडियों का गैराज था । मैंने ध्यानपूर्वक मॉरिस गाडी के इंजन की जांच की । मेरे विचार में अंग्रेजों नहीं है । गाडी अब्दुल को भेंट स्वरूप प्रदान की थी । मैंने ऊपर नीचे घाटी में इस गाडी को घुमाया फिराया मुझे मालूम था कि रात के अंधेरे में मुझे गाडी चलानी है और उबड खाबड रास्ते से निर्देश स्थान पर पहुंचना है । मैंने इस को चलाने का घंटों था का व्यास क्या मॉरिस गाडी सभी प्रकार से उपयुक्त थी पर अधिक तेज नहीं चलाई जा सकते थे क्योंकि इसके टायर बडे थे जो कि रेट में न रहने के लिए इस गाडी में लगाए गए थे । मुझे गाडी देकर ध्यान आया कि मेरी यात्रा के लिए भी ऐसी ही गाडी की आवश्यकता है । बेंगाजी पहुंचकर पत्र भेज देने के बाद मुझे विस्तृत एक स्थान पार करना था और तब मुझे ऐसी ही गाडी चाहिए थी । शाम के पांच बजे मैं बडी गुफा में लौट आया और मैंने ड्रीम को बताया की गाडी बहुत उपयुक्त हैं । अंग्रेज सादा ही उपयुक्त वस्तुएं बनाते हैं । उसने हसते हुए उत्तर दिया हाँ और भी उपयुक्त बन जाती है जब जर्मन उसकी सर्विस करता है । हमने ऐसा मजाक चलता ही रहता था । मेरे अरब मित्र मेरी बातों से बहुत प्रसन्न होते थे । कभी कभी उनके मुख पर बहुत उदासी छाई रहती थी । तब मैं उनसे मजाक कर के उनका मनोरंजन कर देता था । अच्छा मेरे को अब हम तुम्हारे कमरे में चलेंगे । ड्रीम नहीं कहा सलीना ने अब सारी चीजें तैयार कर दी होंगी । वो मेरे आगे चलने लगे । सलीना मेरे कमरे में हमारी प्रतीक्षा कर रही थी । उसने एक अरबी लबादे और सिर के कपडे की और संकेत क्या फिर ड्रीम से कुछ कहा जो की मैं समझ नहीं सका, ड्रीम चला गया और हम दोनों कमरे में अकेले रह गए । आधे घंटे के बाद मैंने शीशे में अपनी शकल देगी और मेरे आश्चर्य का ठिकाना नाना तेल में अन्य वस्तुओं का मिलाकर मेरा रंग भूरा बना दिया गया था जिससे मेरी नीली आंखें कुछ अधिक नहीं ली दिखाई दे रही थीं । अरबी वस्त्र पहनकर तथा सिर पर कपडा लपेटकर और उसे ऊंटों के बालों की रस्सी से बांधकर मैं पूरा अरब बन गया था । मैंने अरबों की नीति के अनुसार अपनी पिस्टल कपडों में ठोस ली और उसका बट बाहर निकाल लिया । जब मैं इस देश में इब्राहीम के सामने आया तो उसने मुझसे कहा पिस्टल ले जाना दिखा रहे हैं क्यों? मैंने पूछा क्या तुम लोग अपने पास स्टॉल ही रखती हूँ? उसने कहा अक्षय ही हम सब स्टॉल रहते हैं । पढ तुमने तो अपने ही लोगों को होटल में उडा दिया और मुझे डर है कि कहीं तो अंग्रेजों को भी ढेर ना कर दो । यह कहकर वह खिलखिलाकर हस्ते लगा । हम कमरे से निकल आए और उस कमरे में चले गए जहां हम भोजन किया करते थे । वहाँ बिल उमर तथा अब्दुल बैठे हुए थे और अंगेठी चल रही थी । बिल उमर ने मेरी तरफ देखा और मैंने जानकार खर्च कहा सलाह वाले करूँ फॅस कराने लगे । बेन उमर उठकर खडा हो गया और मुझे पड गया । तीनों अरब कुछ बातचीत करते रहे और मैं अपने स्थान पर बैठा रहा हूँ । उन सभी ने मेरे अरब देश की सराहना की और कहा कि अगर तो मैं बोलना ही पडे तो जल्दी जल्दी बोल रहा हूँ । मेरी इटालियन शुद्ध नहीं, काम चलाऊ थी । कुछ भी अरब विश्वधृक् इटालियन नहीं बोल सकता था और विशेष कर ये रेगिस्तानी अरब तो बहुत टूटी फूटी डालियन बोलते थे । अब्दुल ने मुझे बताया कि हमसे मिलने वाले अंग्रेस धाराप्रवाह अरबी बोलते हैं । अगर मैं तुमसे बोले तो इटालियन भाषा में उत्तर देना । फिर मुडते हुए ड्रीम से कहा तो अंग्रेजों को बता देना कि है । व्यक्ति इस अति सी कबीले का है जो कि त्रिपोली के आसपास के क्षेत्रों में रहते हैं और दूसरों से अधिक मिलते जुलते नहीं । बार से नगर के आस पास एक और कबीला था जो सेनुसी कहलाता था । इन की भाषा सभी भाषाओं से प्रसाद है । फिर भी मुझे तो अपनी को एक ड्राइवर प्रकट करना था और उनकी बातचीत से मेरा कोई संबंध नहीं था । थोडा सा भोजन करने के पश्चात हम तीनों बाहर निकल आए हूँ और मैंने देखा कि दोनों आरा पिस्तौलें लिए हुए थे और जब हम उस स्थान पर पहुंचे जहां मौरिज गाडी खडी थी तो वहाँ ऊंट की खाल में लिपटा एक बंडल पडा था । ये बंडल खोला तो मुझे बडा चंबा हुआ जब मैंने उसमें चमकती ब्रेन अगर की नीली नाले देखी जिनमें मैक्सी ने पहले ही भर दी गई थी और बडी संख्या में फालतू में किसी ने भी रखी हुई थी । ये बंडल गाडी में रख लिया गया । जब मैं ड्राइवर की सीट पर बैठा तो मैं इस निर्णय पर पहुंचा क्या यार अब किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए सादा तैयार रहते हैं । ये ड्रीम ने एक ब्रेन अगर पहले ही निकली थी जिसको उसने ट्रक के फर्श पर रख दिया । बिना उमर मेरी बगल में आकर बैठ गया । धीरे धीरे हम घाटी का चक्कर लगाते रहे जिसमें अनेक स्थान बहुत गहलोत है और पत्थरों से मार्ग पटा पडा था । कहीं कहीं मनुष्य के आकार के पत्थर पडे हुए थे । जब हम खुले रेगिस्तान में पहुंचे तो बिन उमर ने कहा कि हमें घाटी के निकट होते हुए आगे बढना है क्योंकि ऊपर पहाड पर ऍम चौकी है और हमारे देख लिए जाने की संभावना है । आधे घंटे के बाद पहाडी के ओर से निकल कर हम चौरास रहेंगे स्थान में आ गए और सीधी सलीम तथा सीधी बाबू राव की दिशा में बढे और फिर हम महीना के मार्ग पर पहुंच गए । अब बाहर का अच्छा था इसलिए मैंने गाडी की रफ्तार तेज कर दी । जब हम आगे बढ रहे थे तो सडक के मोड पर हमको एक मोटर साइकिल अपनी हो रहा ही दिखाई थी । उसमें धीमी बत्ती चल रही थी । अब तक दोनों सतर्क हो गए थे । ये ड्रीम ने पीछे से विनोद उमर के हाथ में एक टॉर्च पकडा दी और उसने टॉर्च जलाकर मुझे गाडी रोकने का संकेत दिया । हम मोटर साइकिल के निकट आने से पहले ही रुक गए और बिना उमर गाडी से उतर गया । गोली मत चलाना । ड्रीम ने कहा और इतने में मोटर साइकिल धूल से भरी सडक पर दिनो मार के दाहिनी और रुक गई । एक सैनिक ऍन वर्दी पहने हुए चलाया कौन है? और जब उसने धूल से बचने वाली अपनी एना कोतारी तो अपने को अरब के सामने खडा देखकर भयभीत हो गया है । इस स्थिति में बहुत देर तक खडा नहीं रह सका । दिन उमर के छोरे की चमक मुझे दिखाई नहीं और एक ठंड में सैनिक के गले से खून बहकर उसकी छाती और मोटर साइकिल को भी होने लगा हूँ । मेरे शरीर में एक सिरहन फैल गई । ऍम के मरने से नहीं हुई परन्तु चाहते को कुशलता से प्रयोग करने वाले हाथों को देखकर हुई हूँ । जल्दी आ जाओ बिल उमर ने कहा ड्रीम तो पहले ही गाडी से उतर चुका था । मैंने भी इंजन बंद किया और नीचे कूद पडा । दोनों और बोने सैनिक की जेबों की तलाशी ली पर उनको काम की कोई चीज नहीं मिली । उन्होंने सडक पर फिर दृष्टि दौडाई की कोई चीज चोट तो नहीं गई है और फिर सैनिक के बगल में हाथ डाल का उसे खींचते हुए को दूर जाकर रेट में डाल दिया । मैंने इतने में मोटर साइकिल उठाकर सीधी खडी कर दी थी । मैं देख रहा था कि ये एक सुंदर मोटर साइकिल थी क्योंकि रेट में दौडने के लिए बहुत उपयुक्त थी । आपके प्रेम तथा बिल उमर ने मुझे इसका निरीक्षण करने का अधिक समय नहीं दिया और हमने मोटर साइकिल उठाकर ट्रक में लगती । इसके बाद इब्राहीम ने मजाक करते हुए कहा की मोटर साइकिल बिना ड्राइवर के अपने आप गाडी में आ गई है । हम बनी ना मार्ग पर तेजी से आगे बढ रहे थे ।

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