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ऍम ही जिस होटल में ठहरी थी, उसकी लॉबी में उसने सुमित को बैठे हुए देखा । धमन को उसका दल दिखाया । तीन हफ्ते हो चुके थे । तीन साल तक मेहनत करके उसने जो कुछ भी हासिल किया था, सब बेकार हो गया था । ऍम अपने घर में रूक पा रही थी ना अपने पति के पास तलाक की प्रक्रिया पहले से ही चल रही थी तो उन ना होने के कारण वो पीछे आ रही की स्थिति में थे । अकेले रहना चाहती थी । मैं कुछ दिन का ब्रेक जा रही थी लेकिन ये ऍम भी वापस जाने को नहीं कर रहा था तो वहाँ क्या कर रहे हो? ऐसी ने पूछा तो बहुत बेकार लग रही हूँ । सुमित बोला मैं तुम से बात नहीं करना चाहती हूँ । हाँ हाँ, बिल्कुल क्यों होगी? मैं बोला तो उससे छूट बोला तो उसे बताया कि मैंने शसीका मारा जबकि ऐसा नहीं है और फिर सोच रहेगी मैं हत्यारी हूँ । अरे धीरे पागल लोग देख रहे और क्या हमने उससे झूठ नहीं बोला? हमेशा मैंने धूमने, उसके परिवार ने, दूसरी, श्रेयसी ने अखिलेश ऐसी का मारा है । सच हमेशा सापेक्ष होता है ना तो नहीं कैसे किया । उसने पूछा मुझे लगा तुम है मुझसे बात नहीं करनी है तो फिर होगी कितने हफ्तों से हो यहाँ दो हफ्ते तीन हफ्ते उसने वेटर को हाथ हिलाकर बताया और दो कॉफी का ऑर्डर दे दिया । उसका तुम्हारी बात पर विश्वास कैसे कर लिया तो मैं बताया है । जब भी उसे ये बताया जाता था कि शो ऐसी मर चुकी है तो वह दौरे का शिकार और असंतुलित क्यों हो जाता था? क्योंकि उस दिन में ड्राइव कर रहा था और इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहा था कि वो खुद उस लडकी की हत्या का जिम्मेदार है जिसे ही बेहद चाहता था । मैं विस्तार से बताया लेकिन हमने इस बार कुछ अलग ही क्या क्या जिस दिन तुमने अपनी को ऑफर दिया था मेरे पास आई और हम दोनों थेरेपिस्ट के पास गए । परिस्थितियां घंटे मंडी थी हूँ, थानों से सामान्य करना चाहते थे । विश्वास दिलाना चाहते थे कि शहर आप भी जिंदा है । जैसे गिरे दिमागी संतुलन और असंतुलन व्यवहार से बच्चे । लेकिन ये सब तब तक संभव नहीं था जब तक तुम पागलो जैसा व्यवहार ना करती हूँ । इसलिए हम लोगों ने कुछ अलग करने का निश्चय किया । बेटर उनकी कॉफी ले आया । सुमित ने दोनों में दो दो क्यूब चीनी मिलाएं और अपनी ऑफिस करने लगा । ऐसी की कॉफी ऍम हुई रखी रही । फॅमिली बार भी हमने यही किया था । पिछली बार हम लोगों ने उसे इस बात का विश्वास दिलाया था । ऐसी जीवित है क्योंकि वो उसकी मृत्यु के दोष को झेलने की स्थिति में नहीं था । इस बार हमने उसे बताया कि श्रीसीमेंट चुकी है क्योंकि हम उसे ये विश्वास नहीं दिला सकते थे कि श्री ऐसी वापस आ चुकी थी या श्रेयसी हमेशा उसके आस पास मौजूद थी । पहले जासूस फिर एक प्रेमिका के रूप में । लेकिन उसने कैसे विश्वास किया, किससे मान गया? हमने उसे अलग ही कहानी बताई । ऐसी कहानी जो पिछली कहानी से कई ज्यादा कठिन थी । जब उसे होश आया तो उसने तुम्हें याद किया । हर बार जब उसे होश आया, मैं उस दुर्घटना को याद करता और जो सुरेशी को हुआ उससे घबरा जाता । फिर तो मैं पीछा करने वाली गार्जियन एंजल के रूप में याद करता था । जो भी तुम नहीं किया उन सब बातों को याद करता नहीं । आज करता कि श्रेयसी वापस आ गई है । उसे पूरा विश्वास हो गया कि तुम्ही कार वाली जैसी होगा । मैं तुम्हारे बारे में पूछा करता लेकिन हमें उसे सच के करीब लाना था । इसलिए हर बार जब बेहोश में आता हम ने ये कहना शुरू कर दिया कि श्रेयसी मर चुकी है फिर बाहर हमने उसे तुम्हारी सच्चाई बताना शुरू कर दी कि तुम्हें खतरनाक ऐसी हो जो पीछा करने वाली असली जैसी की जगह ही लेना चाहती थी । इससे वह उलटी प्रतिक्रिया देने लगा । हम लोगों से ये बताते रही कि असली शेयर सी मर चुकी है लेकिन वह मानने को तैयार नहीं होता । इसलिए हम लोगों ने अपनी बात में थोडा सा झूठ शामिल किया बस अपनी बात का स्वाद बढाने के लिए जिससे उसे रह सच अच्छा लगने लगे । खजवाना लगी सुमित ने आंख मिर्च खाते हुए कहा ऐसा कहा जाता है कि सर्वाधिक प्रभावशाली छूट वही होता है जो प्रतिशत चाहते हो तो तुम से ये बताया कि टैक्सी में मैं थी कॅश नहीं करवाया ये दिखाने के लिए कि मैं हत्यारी हूँ बिल्कुल जैसे उसे लगे कि श्रेयसी मर चुकी है और कोई दूसरी शेरसी जिंदा है । और वो ये हैं जिसमें मृतक श्रेयसी को मारा है जिसके खून का आरोप तुम्हारे और दमन के हाथ में है । सुमित बोला तो पहले ये अपने आप कोई खतरनाक पीछा करने वाली साबित कर चुकी हो । उसे उस दुर्घटना में श्री ऐसी के खत्म होने की आशंका पहले से ही थी । हमने तो बस तुम है और उस टैक्सी ड्राइवर की पृष्ठभूमि में रख दिया था । अव्वल तो उस पर ये कहानी तो कितना मुश्किल था । अपने कॅरियर है । हम जानते भी नहीं थे कि ये कहानी काम कर जाएगी । लेकिन ये जानते थे कि हमें कोशिश करनी है तो मैं बोला और धीरे धीरे तो मैं सपना मैं देखने लगा । हमने उसे बताया कि तुमने ही उस टैक्सी ड्राइवर को गाडी देश चलाने के लिए उकसाया था और जल्दी ही है । इस बात को अपने सपनों में देखने लगा । उसने बेहिचक किसी को सकते मान लिया कि हमने शसीका मारा है । मैंने नहीं मारा । यही बात बताने के लिए तुमने उसे कितने टेक्स्ट भेजे हैं । किसी ना किसी दिनों से मुझ पर विश्वास हो जाएगा । ऑॅटो सुमित बोला वो नहीं करेगा विश्वास यह करना बंद कर रोष कैसी तुम्हारी कॉफी ठंडी हो रही है
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Voice Artist
Sound Engineer