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अगले दिन अनिल ने अपने दोस्तों के साथ नकली सीबीआई ऑफिसर बनकर देवराज ठाकुर के बंगले के सामने बनी इमारत में पूछताछ शुरू की । जल्दी ही उन्हें अपने काम में सफलता हासिल हो गए । उन्हें राजनगर हाइट के सीसीटीवी कैमराज से वो फोटेज मिल गए । वो फुटेज उन्होंने एक पेन ड्राइव में कॉपी किए और इस वक्त वो अपनी वर्क शॉप में बैठे हुए इन फुटेज के फ्रेंड्स एक कंप्यूटर में इस कैन कर रहे थे । अजित साफ लग रहा है कि फुटेज में नजर आने वाले मौलाना की गाडी नकली है । इसलिए सबसे पहले इस मौलाना की गाडी हटाओ और इसका बिल्कुल क्लीन शेव चेहरा लेकर आओ । अनिल ने कहा, अनिल के बाद सुनते ही अजित के हाथ कंप्यूटर पर तेजी से चलने लगे और टूल के द्वारा उसकी गाडी को हटाने लगा । थोडी देर बाद एक नया ही चेहरा कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर आने लगा था । वैसे इसकी नाक भी जरूरत से ज्यादा फूली हुई लग रही है । इसको भी ठीक कर अजीत के हाथ फिरसे कंप्यूटर के की बोर्ड पर चलने लगे । कंप्यूटर स्क्रीन पर एक पचास साल के आदमी का चेहरा नजर आने लगा । इस फोटो को सेव कर लो और कुछ फोटो अलग अलग गाडी में मूर्तियों में भी निकालो । सिर्फ मोमोज और सिर्फ गाडी में भी फोटो निकाल । अनिल जैसे जैसे बताता गया अजीत वैसे वैसे करता गया । थोडी देर बाद उनके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर पांच सात स्कैच नजर आ रहे थे । आपको ठीक है? अनिल ने उन्नीस कैच को देखकर संतुष्टि भरे स्वर में कहा यार ये तो ठीक है पर हमें से राजनगर की इतनी बडी भीड में कहाँ से तलाश करेंगे? ये तो भूसे में से सोलह ढूंढने जैसा काम हो गया । असगर ने पूछा हूँ अभी से हम नहीं बल्कि इंस्पेक्टर धीरज तलाश करेगा तो भूल गए । अनिल ने कहा था ना वो ये काम करेगा फॅस में हर मुझे उन की जानकारी फीड रहती है । उम्मीद है हमें इसके बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी । तुम ठीक कह रहे हो । वैसे भी अगर ये सारे काम हमें ही करना है । वैसे भी अगर ये सारा काम नहीं करना है तो फिर वो इंस्पेक्टर का बच्चा क्या खाक मदद कर रहा है हमारी अगर नहीं झल्लाकर का अजित अब तुम ये फोटो जल्दी से ब्लूटूथ के द्वारा मेरे मोबाइल में ट्रांसफर कर हो ताकि मैं ये इंस्पेक्टर धीरज को व्हाट्सप्प कर सकूँ जो मेरे काका अजित मिनट के अंदाज में अपने सर को झुकाते हुए गा जीता रहे मेरे बच्चे अगर ने उसके सिर पर हाथ रखते हुए गा तो तू कहाँ से आ गया है जितने वो बनाते हुए का जहाँ तो आया है बालक अगर ने भी उसी टोन में जवाब दिया मैं तो पागल खाने से आया हूँ तो मैं भी तो वहीं से आया हूँ । मतलब तो भी बादल छा गया । बच्चे पागल तो तू था हम तो अलावा इलाज करने के लिए गए थे । क्या बोला घर के बच्चे मैं पागल और तू मेरा इलाज करने वाले डॉक्टर चलेगा अभी स्कूल भी गया बढ्ने बढाया पागलो डॉक्टर भगवन तुमलोग फिर शुरू हो गए तो हम लोगों से तो भगवान बचाएं । जब देखो शुरू हो जाता है ऐसे अजीत के बच्चे तो उन्हें अभी तक फोटोज नहीं भेजे मुझे । अनिल ने गुस्सा करते हुए अजीत के बच्चे मैंने कहाँ किधर है अगर नहीं इधर डर अपने सिर को हिलाते हुए पूछा साले अभी बताता हूँ इधर रहे । पहले मेरी शादी हो जाने दो बच्चों के लिए भी पूछ लेना । अजित नहीं उससे मैं कहा अजीत ये लडाई बाद में कर लेना । पहले जो कहा है वह काम करूँ, वैसे ही हमारे पास वक्त बहुत कम देता हूँ यार दो मिनट का तो टाइम तो तुम तो बस हर वक्त हवाई जहाज की सवारी करते रहते । कहते हुए है जीतने । कंप्यूटर में बनाए गए वह स्कैच फ्लोटर से अनिल के मोबाइल में ट्रांसफर कर दिए हैं । अनिल ने वो फोटो धीरज को व्हाट्सप्प किए और फिर मोबाइल से धीरज का नंबर में लाने रहेगा । आपके वॉट्सऐप पर मैंने अभी कुछ फोटोज भेजे । देवराज ठाकुर के बंगले के सामने बनी हुई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग राजनगर हाइट के सीसीटीवी कैमरे से जो फुटेज मिले हैं, उसे हमने फोटो बनाए हैं । आपने आपने पुलिस हेड क्वार्टर में भेजकर इनके बारे में पता करके बता दीजिए । कार्लोस कहाँ पाया जाता है? ठीक है तो मुझे घंटे का टाइम दो । तब तक मैं मालूम करने की कोशिश करता हूँ । ठीक है मैं आपको एक घंटे बाद कॉल करता हूँ । अनिल ने कहा नहीं तुम रहने दो । खबर मिलता है मैं तो मैं कॉल बैक करता कहकर धीरज ने उधर से फोन काट दिया । वो तीनों धीरज के फोन का इंतजार करने लगे । यार एक घंटा तो हो गया उसे इंस्पेक्टर के बच्चे का अभी तक फोन नहीं आया । अजीत ने बेचैन सफर में पूछा थोडा सा तो धीरज रखा करो यार थोडा टाइम ऊपर नीचे हो जाता है । अनिल ने कहा साला आज तक तो हमेशा टाइम ऊपर ही हुआ, नीचे तो कभी नहीं हुआ । साला इंडिया में एक यही प्रॉब्लम है । किसी को टाइम की कोई कदर ही नहीं है । मुझे याद है अनिल अभी चार पांच महीने पहले हम लोग एक शादी में गए थे । उसमें टाइम लिखा हुआ था । डिनर सात बजे और हम बेवकूफ ठीक सात बजे उस शादी में पहुंच गए थे । पहला वहाँ जाकर पता चला । वहाँ पर या तो सामान बनाने वाले मजदूर थे या फिर हम लोग । डिनर नौ बजे से पहले शुरू ही नहीं हुआ था । साला भूख के मारे जाने निकल गई थी । अजीत ने अपने पेट पर हाथ रखते हुए कहा तो भुक्कड तेरे को किसने कहा था दिनभर भूका रहने के लिए । जब तेरे को लंच के लिए बोला था तो यहाँ रहना तूने क्या कहा था शाम को एक साथ शादी के महाल का लुत्फ उठाएंगे तो उठा लिया तूने लो फिर आप क्या हो रहा है? अगर नहीं चलाते हुए कहा अब तो फिर से मेरे खाने के लिए बोल रहा है यार तुम दोनों चुप नहीं रह सकते है । जब देखो लगना शुरू हूँ तो उनसे तो अनिल अभी और कुछ कहने ही जा रहा था । तभी उसके मोबाइल की रिंग बजने लगे । लोग आ गया फोन उसका, अब तुम लोग जो फॅार अनिल ने फोन उठाया । ऍफ का कोई भी रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं । ये फोटोज किसी भी मुझे उनके चेहरे से मैच नहीं करते हैं । दूसरा पुलिस वायल में कार्लोस का जो रिकॉर्ड है उसमें उसकी ना तो कोई फोटो है और ना ही कोई और दूसरी जानकारी । वो कहाँ पर पाया जाता है तो उसका फैमिली बैकग्राउंड क्या है? कुछ भी फाइल में नहीं । शहर फिर आपकी मदद का क्या फायदा हुआ? अनिल ने हताश होते हुए कहा तुम चिंता मत करो । मैं फोटोज अपने खास इनफॉर्मर उसको दे देता हूँ । जो अंडरवर्ल्ड में ही काम करते हैं, उन्हें फोटो की शक्ल वाले व्यक्ति को तलाश करने के लिए बोलता हूँ । साथ ही साथ कार्ड लो उसके बारे में दूसरी जो भी जानकारी हो उन्हें मालूम करने के लिए बोलता हूँ । कहीं ना कहीं से कुछ न कुछ इन्फॉर्मेशन तो जरूर मिलेगी । ठीक ऍम तो आपका ही आखिरी सहारा है । निराशा से कहते हुए अनिल ने फोन काट दिया । क्या रहा उसके फोन रखते ही दोनों ने एक साथ पूछा कुछ नहीं आॅर लो उसका कोई भी रिकॉर्ड नहीं है और न ही वोटो किसी मुझे उनके चेहरे से मिलती हुई पाई गई हैं । फिर हम क्या करें? अजीत तो मैं फोटो से कुछ और इसका अच्छा नहीं बना सकते । गया अनिल नहीं कंप्यूटर स्क्रीन में मौलाना की फोटो की ओर इशारा करते हुए कहा, नहीं यार, इस फोटो में जितने भी ऍफ बन सकते थे वो सारे मैंने बना दिए । अब यही हो सकता है कि उसने इस चेहरे के पीछे भी कोई और चेहरा छुपा रखा हूँ । यानी की जो चेहरा हमें नजर आ रहा है वो सिर्फ एक मास्को हो सकता है । फॅमिली गहरी सोच में डूब गया । फिर वो कंप्यूटर स्क्रीन की तरफ देखता हुआ बोला । इसके साथ एक महिला का भी तो फुटेज मिला था ना? हाँ यार पर वो हमारे किसी काम का नहीं है । वह महिला बुर्के में और उसका चेहरा तो आने से रहा । तो तुमने देखा हूँ फुटेज नहीं । आप बुर्के में थी तो मैंने देखने की जरूरत नहीं समझे यार एक बार फोटो दिखाओ तो सही शायद कुछ पता चल सके । अनिल ने कहा जीतने कीबोर्ड पर अपनी उंगलियां चलाई और अब उनके सामने एक महिला की तस्वीर थी जिसमें बुर्का पहना हुआ था । ये देखो सर से लेकर पांव तक बुरखे के नीचे रखा हुआ है । इस से तो कुछ भी किलो मिलना मुश्किल है । तो एक मिनट इसका चेहरा जूम कर ऐसा लग रहा है इसने अपने चेहरे से नकाब को ऊपर कर रखा है और उसके पीछे कोई झीना सा पर्दा जिससे चेहरा नजर आ रहा है । अनिल ने उसकी फोटो को ध्यान से देखते हुए का तुम सही कह रहे हैं पर उस से भी कोई फायदा नहीं होने वाला है । चेहरा साफ नजर नहीं आ रहा है । सिर्फ आ गयी । आपके नजर आ रही है तो मैं ऐसे जून तो करो यार । अजीत ने उस फोटो के चेहरे को जोन क्या अब नकाब के जीने से पर्दे के पीछे से हल्की हल्की सूरत नजर आ रही थी । यार सूरत साफ नहीं है, कुछ पता नहीं चल रहा है । अजीत ने कहा एक मिनट ये तो सब में तब इतनी देर से शांत बैठा हुआ अगर फोटो को देखते बोला ऍम । अनिल और अजीत दोनों ने एक साथ पूछा अरे भूल गए क्या ये वही ऍफ की डांसर शबनम अगर में जवाब दिया अच्छा वो शबनम जिसके पीछे तुम पागल हो गए थे । अजीत ने कहा मैं उसके पीछे कोई बादल बादल नहीं हुआ था बस वो मेरी फेवरेट डांसर थी जैसे कि तेरी चोली । अगर में का फरयाल जब इस फोटो में इसका चेहरा ही साफ नजर नहीं आ रहा तो तुम कैसे कह सकते हो कि ये वही शबनम अनिल ने पूछा मैंने इसको चेहरे से नहीं बल्कि आंखों से पहचाना है । देखो कितनी बडी बडी झील सी गहरी आंखें फोटो में देखकर ऐसा लग रहा है कि इनमें अभी डूब के मर जाऊं अगर ने का पर सिर्फ आंखे देखकर ही तुमने इसे पहचान लिया तुमसे कोई गलती भी हो सकती है । अजीत ने कहा नहीं आज मैं लाखों को कभी नहीं भूल सकता । पक्का कह रहे हो अगर ने इसे सही पहचाना है जी इससे कोई गलती नहीं हुई है । ये शब्द नाम ही है । वैसे तो मैं देख कर लग रहा है की तो मैं इस पर या कि नहीं कर पा रहे हैं तो मैं समझाता हूँ । ये बात तो तुम भी जानते हो की बहुत सी फिल्मी मैगजीन्स में अक्सर ऐसी पहेलियां दी गई होती हैं जिसमें सिर्फ हीरो या हीरोइन क्या क्या वोट दिखाए जाते हैं और उन्हें पहचानने के लिए कहा जाता है और हम लोग बिना कोई गलती किए हुए उन्हें आराम से पहचान लेते हैं । अजमेर के बजाय अनिल ने जवाब दिया, वो इसलिए क्योंकि उन्हें हीरो हीरोइन को हम बहुत बार देखे हुए होते हैं । पर फिर भी उसमें भी किसी तस्वीर को कुछ लोग जल्दी पहचान लेते हैं और किसी तस्वीर को पहचानने में थोडा टाइम लगता है । बताओ किसी जल्दी पहचान लेते हैं और किसी पहचानने में समय लगता है । जो हीरो या हीरोइन लोगों को ज्यादा पसंद होता है उसे बहुत ज्यादा गौर से देखते हैं और उन्हें जल्दी पहचान लेते हैं बिल्कुल ठीक । अब ये तो तुम जानते ही हो । असगर की नजरें जब देखती है तो सबसे पहले किसी लडकी की आंखें देखती है और शबनम तो इसकी सबसे ज्यादा फेवरेट थी । मिलने का यार ये बात तो तुम की कह रहे हो । अजीत ने जवाब दिया साले ठर्की देखा आखिर मेरा यूजर का मायाना अगर ने अजित को चढाते हुए वक्त वक्त की बात कर रहे हैं, अभी मेरा तेज नहीं जाने पर लगता है और कभी कभी देना तो कभी चल निकलता है । अजीत ने उसे जवाब दिया क्या बोला वैसा ले तेरा हुनर तीस और मेरा तुक्का और नहीं तो क्या, वो तो शबनम को तो ले देखा हुआ था इसलिए उसे पहचान लिया । वरना तू तो क्या तेरे फरिश्ते भी उसे पहचान नहीं पाते? अबे साले देखा तो तूने विधा शबनम को कई बार और तू तो उसे नहीं पहचान पाया ना । अब तो मैंने उसका नशीला बदल देखा था । आंखों पर कौन बेवकूफ ध्यान देता है । अगर इस फोटो में उसकी आंखों के बजाय उसका नशीला वजन नजर आ रहा होता, फिर बाद ही क्या थी? फिर तो मैं उसे बडे आराम से पहचान लेता । अजित ने उसे आंख मारते हुए का वो साले ठंड की आ गया ना अपनी औकात पर । अनिल अपनी इन हरकतों का मजा लेते । मुस्कुरा उठाऊँ अच्छा बंद करो तुम दोनों अपनी ये वक्त मैं धीरज को इसके बारे में बता देता हूँ । कहते हुए अनिल ने धीरज के मोबाइल पर कौन लगाएगा? उधर से फोन उठाने पैदा मिलेगा । सर हमारे हाथ एक बहुत बडा सबूत लगा । क्या सरकार लो उसके साथ दुखी में जो महिला देवराज ठाकुर के बदले के सामने बनी इमारत में फ्लैट देखने गई थी । हमने उसका पता लगा लिया । वहाँ वैरी गुड पर कैसे सर ये मत पूछिए कैसे बस ये किसी के ठर्की पर मेरा मतलब हुनर का कमाल है । अनिल ने अगर की तरफ देखते हुए मुस्कुराते हुए कहा, ये देखकर अजगर में अपनी आंखें उसकी तरफ गुस्से में तरेरीं क्या मतलब? उधर से धीरज ने पूछा हूँ अरे सर मतलब मतलब कुछ नहीं । आप तो आज रात को ठीक नौ बजे पाॅड नाइट क्लब में मिलेगा क्योंकि जीवी रोड परिस्थिति हम वही पर आपको सारी बात बताएंगे । ऍम ठीक है । नौ बजे तुमसे वहाँ मिलता हूँ । रात को नौ बजने में थोडा ही समय बाकी था । ऍम नाइट क्लब नाम के अनुसार ही वह किसी पैराडाइज यानी जन्नत से कम नहीं था । वित्त वहाँ पर मिलने वाली शराब शहर के अन्य क्लबों के मुकाबले थोडी सस्ती थी और दूसरा वहाँ पर उसी स्टैंडर्ड का डांस आयोजित होता था, जैसा राजनगर नाइट क्लब जैसे क्लबों में उच्च वर्ग के लोगों की नहीं आयोजित होता था । फर्क सिर्फ इतना ही था जहाँ पर दूसरे क्लबों में ये सब ज्यादातर विदेशी कलाकार करते थे । वहीं वहीं पर पैराडाइज क्लब में शबनम जैसी लोकल कलाकार परफॉर्म किया करते थे । यही बजाती की पैराडाइज क्लब उच्च वर्ग के अलावा मध्यम वर्ग के उन लोगों की तहरीर के लिए भी पसंदीदा जगह थी जो राॅय तो आराम के साथ साथ फूहडपन जैसी चीज में उच्च वर्ग की नकल करना पसंद करते हैं । और और अपने आप को आधुनिकता की अंधीदौड में बराबर शामिल करते थे । इस समय तीनों दोस्त उसी पैराडाइज क्लब में कॉर्नर की एक मेज बाल चारों तरफ लगी हुई तीन कुर्सियों पर बैठे हुए थे । चौथी कुर्सी पर बैठने के लिए उन्हें इंस्पेक्टर धीरज का इंतजार करो । स्टेज पर अभी तक डांस का प्रोग्राम शुरू नहीं हुआ था तो तीनों भी अभी सिर्फ जूस पी रहे थे हूँ यार नौ बजने वाले हैं वो इंस्पेक्टर का बच्चा अभी तक नहीं आया । अजीत ने अपनी कलाई घडी में समय देखते हुए तेरे को और चीज में हमेशा यदि रहती है अभी नौ बजने तो दे । पहले अगर में जवाब दिया मैंने तुझे नहीं अनिल को बोला है । जब देखो बीच में बोलने की आदत है बिलकुल लडकियों की तरह कहीं तुझ पर भी गुलाना तो शुरू नहीं हो गए । निशार सलमा की कहते हुए उसे अजीत ने आंख मारे । तुम दोनों थोडा सा धीरे धीरे बोला करो या जब देखो कान बता देते हो । पैसे भी इस बात का तो ध्यान रखा करो । आस पास और भी लोग हैं और अपना काम बिगड भी सकता है । सॉरी शक्तिमान । दोनों ने अपने कान पकडते हुए इस अंदाज में कहा कि अनिल को हंसी आ गई । लोग अब तो भी बच गए हैं जीतने का । नौ बज गए तो वो उधर देखो । नीरज भी आ गया । अनिल ने क्लब के दरवाजे की तरफ देखते हुए कहा, जहाँ से धीरज क्लब के अंदर प्रवेश कर रहा था, क्लब में प्रवेश करते हुए धीरज ने अपनी नजरें चारों तरफ घुमाई । उसकी निगाहें कॉर्नर की टेबल पर बैठे हुए अनिल और उसके दोस्तों पर पडे । वहाँ आसपास का नजारा करता हुआ उनके टेबल पर आकर बैठ गया । कुछ लेंगे सर अनिल ने उससे पूछा, नहीं तुम जो दिखाने वाले थे, सबसे पहले वह दिखाओ । धीरज ने जवाब दिया । उसकी बात सुनकर अनिल ने अपनी शर्ट की ऊपरी पॉकेट से एक तस्वीर निकले । उस तस्वीर में एक तीस बत्तीस साल की युवती आधुनिक कपडों में बडे ही स्टाइलिश अंदाज में खडी थी । उसने इस तरह के कपडे पहने हुए थे, पहन के रखे थे, उसके बदन पर डाल रखे थे । जिसमें से उसके अधोवस्त्र साफ नजर आ रहे थे । ये तस्वीर देखिए सर, हमने बडी मुश्किल से प्राप्त की है । क्लब के किसी कर्मचारी को पकडकर इसके मेकप लोम से चोरी करके मंगवाई । पूरे दस हजार की पडी है । वैसे कैसी लगी आपको? अनिल ने मुस्कुराते हुए पूछे ॅ से भी गई गुजरी वो लडकी सिर्फ पैसों के लिए अपने बदन की नुमाइश करती पडती है । इससे बेहतर तो वैसा होती है जो काम मजबूरी में करती हैं और इन जैसी लडकियाँ जो की लडकी नाम परी कलंक है जैसे दौलत के लिए अपने जिसमें की नुमाइश करते करते हैं । धीरज ऍम फिर अपनी बात को आगे बढाई । लडकी तो वह होती है जो धीरज को एकाएक पल्लवी की याद आ गए । ॅ जोड अगर मैंने आगे कुछ कहा तो लोग समझोगे मैं सत्रहवीं शताब्दी में जी रहा हूँ इसलिए ये बताओ धूम आगे क्या कहने जा रहे थे सारी सर सौं लगता है मैंने कुछ गलत कह दिया । उसकी बात सुनकर अनिल ने खेद जताया छोडे आप कोई बात नहीं तो ये बताओ । इसके अलावा तो मौत क्या बताने जा रहे हो? कहना नहीं कुछ और दिखाना है । कहते हुए अनिल ने एक दूसरी तस्वीर पेश की जिसमें सिर्फ आंखें ही नजर आ रही थी । अब सर ये देखिए धीरज ने ध्यान से उस तस्वीर को देखा । ये तो किसी के आंखों की तस्वीर हाँ, अब जरा इसे देखिए । कहते हुए अनिल ने एक और तस्वीर पेश की जिसमें भी सिर्फ आगे ही नजर आ रही थी । धीरज ने उस तस्वीर की तरफ भी नजर दौडाई और बोला फिर से आंखों की तस्वीर क्या मतलब है इसका सर? एक बार इन दोनों आंखों वाली तस्वीर को जरा ध्यान से देखिए भी । रज ने इस बार दोनों तस्वीरों को बारी बारी से बडे ही ध्यान से देखा । फिर बोला दोनों आखिर बिलकुल सेम टू सेम है । यहाँ तक कि काजल और लाइनर भी से मैं यानी ये एक ही फोटो की दो कॉपीज अरे नहीं दिखाकर तुम क्या कहना चाह रहे हुए आज मैं अभी तक नहीं समझा रहा हूँ । सारे इस तस्वीर में जो आता है वो इस फैशनेवल अत्याधुनिक वेशभूषा पहनी हुई लडकी की है । ऐसे कपडे तो इसलिए ना होने के जैसे ही पहने हुए हैं । अनिल ने मुस्कुराकर कहा फिर अपनी बात आगे बढाई । पुलिस तस्वीर में जो आप है आपको नजर आ रही है वो इस फोटो से नहीं बल्कि इस फोटो से ली गई कहते हुए धीरज को इस बार सर से पाओ तक बुर्खा पहने हुए महिला की वो तस्वीर दिखाई जो राजनगर हाइट के सीसीटीवी कैमरा के फुटेज से प्राप्त हुई थी । तस्वीर के जीने ने कहा चाहिए चेहरा तो स्पष्ट नहीं नजर आ रहा था और उसकी बडी बडी आंखें साफ साफ देखी जा सकती थी । नीरज ने बोला कहा वाली तस्वीर आपने हाथों में ले ली और थोडी देर तक उसे ध्यान से देखता रहा तो तुम सही कह रहे हैं यहाँ के इसी लडकी है । यानी बुर्के में जो लडकी है ये वही लडकी है । वो इस तस्वीर में नजर आ रही है । मैं अभी तक नहीं संख्या तुम ये दोनों तस्वीरें दिखाकर कहना क्या जा रहे हो? सारी ये जो बुर्के वाली महिला उसी तथाकथित कार्लोस के साथ थी जिसके फोटोज गाल हमने आपको भेजे थे जो हमने देवराज ठाकुर के बंगले के सामने बने हुए मल्टीस्टोरी बिल्डिंग राजनगर राइट्स के सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त की थी । कुछ समझे सर यानी ये महिला उस हत्यारे की साथ ही है और उसके बारे में सब कुछ जानती है । काम हालत हो तो तुम लोगों ने तो तीन एकदम निशाने पर लगाया है । ये तो बहुत अहम सुराग है । हमें इसके बेस पर असली कातिल तक पहुंच सकते जी जरूर । और ये मेरा नहीं बल्कि मेरे अनजान से प्यारे दोस्तों के हूनर का कमाल है । अनिल ने आयोजित और अजगर की तरफ से ज्यादा करते हुए कहा सर मेरा नहीं, मैंने तो सिर्फ कंप्यूटर पर थोडी कलाकारी की है । ये फोटो से आंखों के स्नेप लिए और दोनों पर एक जैसा काजल लगाया । एक जैसे ये आउट लाइनर का इस्तेमाल किया था बाकी तो ये सब इस का ही कमाल है । कमाल के पार की नजर है इसकी जो इसमें सिर्फ आंखों से लडकी को पहचान लिया वरना तो हम बैठ सकते रहते । अजीत ने आज घर की तरफ इशारा करते हुए कहा अगर ये बात सुनकर बिल्कुल लडकियों की तरह शर्मा गया । देखिए सर अपनी तारीफ सुनकर कैसे लडकियों की तरह शर्म आ रहा है । बिल्कुल शरीफ बन्दा है किसी भी लडकी की तरफ बुरी नजर से नहीं देखता । खास तौर पर उसके बदन की तरफ तो नजर बिल्कुल नहीं दौडा था सिर्फ आंखों में ही डूबता है । पता नहीं इसके अंदर कोई फीलिंग भी होती है या नहीं । अजीत ने अपनी बात आगे बढाएगी और तो लडकियों की एक्टिंग भी करता है । लडकियों जैसे एक्टिंग करते करते बिलकुल कैरेक्टर में उतर जाता है कभी कभी तो मुझे डर लगता है कि कहीं किसी देने इसमें एक दिन लडकी के ही सारे के सारे कोड ना जाए । अजीत ने हसते हुए कहा ये सुन का रख करने उसकी तरफ गुस्से से देखा तो तुरंत उसकी आजी पर ब्रेक लग गया । ये देखकर धीरज उसको रह जाएगा । ये बताओ ये लडकी कहाँ मिलेगी? धीरज ने पूछा थोडा सा सब्र रखिए सर, ये लडकी यही इसी जगह आपको मिलेगी इसलिए आपको यहाँ पर बुलाया है । वैसे तब तक ये बताइए क्या लेंगे? वाई ब्लैंडर्स प्राइड मीडियम वेब सोडा ॅ ऍम फिर कुछ और । अनिल ने धीरे से पूछा तो मैं याद है अभी तक मेरे उस दिन का ऑर्डर का धीरज ने मुस्कुराते हुए पूजा जी सर, भगवान की दया से इतनी तो मेरी याददाश्त अच्छी है । अनिल ने जवाब दिया, ये गुड जो अच्छा लगे वो ऑर्डर कर सकते । धीरज ने का पर एक शर्त है सर, क्या इस बार मिल के पैसे मैं दूंगा? आप नहीं यार जब तुम ने मुझे बुलाया है तो मिल के पैसे तो तुम्हें तो होगे । धीरज कहते हुए मुस्कुरा उठा । उसकी बात सुनकर अनिल भी मुस्कुरा उठा और वेटर को भुलाकर अपना ऑर्डर दिया । थोडी देर बाद बेटर उनका ऑर्डर सर्व करके चला गया । उन्होंने अपना अपना गिलास उठाया, एक दूसरे के खिलाफ से टकराकर चेयर्स बोला और और फिर धीरे धीरे सिर्फ कर रहे हैं । ऍम टाॅल अपना दिल थामकर बैठ जायेंगे । जिस पल का आप लोगों को बडी बेसब्री से इंतजार था । भोपाल । अब आ गया है अपने उसमें का जलवा । बिखेर में खराब सभी के दिलों में आग लगाने आ रही हैं मैं । शबनम अनाउंस्मेंट खत्म होते ही ड्रमर ने ड्रम पर जोरदार था आप भी और म्यूजिक गूंज उठा । म्यूजिक के साथ ही रोशनी का गोल गोल दायरा एक तरफ बढा और अगले ही पल रोशनी के उस दायरे में एक युवती को अपने आगोश में ले लिया । फिर रोशनी का वो गोल गोल दायरा उस युवती को अपने साथ में लिए स्टेज की तरफ जाने लगा और स्टेज के बीचोंबीच जागरूक गया । उन चारों की निगाहों ने भी रोशनी के उस दायरे का पीछा किया । डीजीएसई इस का बडी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे । वहाँ गई है वैसे देख लीजिए ऍम मिलने का इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है । तो ये वैश्य वही है । नीरज ने उसकी तरफ नफरत भरी निगाहों से देखते हुए गा । उस युवती ने खुलेगा लेगा गाउन पहन रखा था उसने नीचे जो कर उपस् थित क्लब में सभी लोगों का अभिवादन किया । कईयों की मुझे आ निकल गई वो लोग भी ये बात अच्छी तरह से जानते थे कि अभिवादन तो सिर्फ एक बहाना मात्र का असली मकसद तो उसमें आपने बदल का वह बाहर दिखाना था । जो गांव उनके पीछे छुपा हुआ था । फिर उसने म्यूजिक की तल के साथ डाल करना शुरू किया । धीरे धीरे उसके बदन के कपडे गायब होने लगे और क्लब शोर बढता गया । इसी बीच अनिल ने शराब का अपना ऑर्डर रिपीट किया । शराब के साथ साथ वो तीनों मित्र फ्रांस का भी मजा ले रहे थे । पर धीरज को उससे जैसे कोई मतलब नहीं था । शराब के साथ साथ वो अपनी यादों में कोई हुआ था । शबनम ने दो तीन गानों पर डांस किया फिर उसकी जगह दूसरी डांसर ले ले ली । सर चलें अब उस से मिलने के लिए कॅरियर कोई मिल सकता है क्या सर पैसा पास में हो तो इससे तो क्या किसी से भी मिला जा सकता है । वैसे क्या आप अभी मिलना चाहेंगे? इससे अनिल ने पूछा, नहीं, हम इस से जो बातचीत करना चाहते हैं तो यहाँ पर संभव नहीं है । या तो क्लब से निकलते वक्त हम इससे मिलेंगे या फिर इसके घर पर जाकर मिलेंगे तो मैं उसके घर का पता मालूम करेंगे । हम लोग इससे वहीं जाकर मिलेंगे और इससे कार्लो उसका पता निकलवाएंगे । धीरज ने जवाब दिया सर, ये पूछताछ अगर आप भी करें तो सही रहेगा, नहीं तो हो सकता है यहाँ पर कोई मुझे पहचानता हूँ और अगर मैंने यहाँ पर पूछताछ शुरू की तो हो सकता है कि ये खबर किसी तरह से कार्लोस तक पहुँच जाए और फिर वो गायब हो जाए । अगर ऐसा हो गया तो फिर हमें उसकी परछाई भी नहीं मिलेगी । आप ठीक कह रहे, मैं इसके बारे में मालूम करके आता हूँ । कहकर अनिल वहाँ से गायब हो गया । लगभग दस पंद्रह मिनट के बाद वो वापस मालूम चला । कुछ धीरज ने पूछा ऍफ का पता मालूम चल गया । वैसे शायद चिराग तले अंधेरा कहावत इसी के लिए ही बनी है । क्या मतलब? धीरज ने चौकर पूछा आपके थाने के एरिया मालवीय नगर में अपोलो व्हाइट बिल्डिंग में रहती है । वो धीरज के मुँह से निकला । फिर उसने पूछा कौन कौन रहता है उसके साथ ये भी मालूम किया गया आंसर मालूम किया वहाँ के लिए रहती है । अकेले क्यों माता पिता या आॅन ऍफ होता तो क्या वो इसे ऐसा काम करने देता जैसे माता पिता दोनों है । इसके पर साथ में नहीं रहते । किसी गांव में रहते हैं नहीं । जब बेटी ऐसा काम करती है तो माँ बाप अगर साथ रहेंगे, वैसे ही शर्म के बारे मर जाएंगे । नीरज में गहरी सांस लेकर का अभी चल रहे हैं, उसके घर पर नहीं । नहीं तो मैं पूरा पक्का यकीन है । यहाँ से सीधा अपने घर पर ही जाएगी और कहाँ जाएगी । अजीत के मुझसे नहीं जाने को तो बहुत जगह जा सकती । हो सकता है यहाँ से वो अपने किसी दोस्त के यहां चली जाएगी । इतनी रात को रात के बारह एक बजे के बाद जो रात के बारा एक बजे तक बार में डाल कर सकती है, लोगों के लिए अपने कपडे उतार सकती है, उसके लिए कहीं पर जाने के लिए । रात के बारा एक बजे कौनसी बडी बात है । ये भी हो सकता है कि वह सीधा कार्लोस के पास चली जाएगी । हाँ हो सकता है । वैसे भी मैंने मालूम क्या ये कई बार अपने घर नहीं जाती बल्कि तफरी ही करने निकल जाती है । वही तो मैं बोल रहा हूँ सर हमें काम कर सकते हैं । अनिल ने का क्या? धीरज ने पूछा हम दो ग्रुप बनाकर चलते आप पुलिस वाले हो इसके घर में सीधा आप जा सकते हो तो आप वहीं पर जाकर इसका इंतजार करे और हम तीनो यहीं पर रुकते और जब ये क्लब से निकलेगी तो हम इसके पीछे जाएंगे । वैसे अगर ये सीधा अपने घर जाती है तो आप इससे पूछताछ कर ही लेंगे । पर अगर ये कहीं हो जाती है तो हम आपको कॉल करके बता देंगे और फिर आप वहाँ आकर इससे पहुंॅच कर सकते हैं । गुड आईडिया हम लोग ऐसा ही करते हैं । मैं निकलता हूँ । वैसे भी मुझे अपने पुलिस स्टेशन में एक जरूरी काम निपटा जिसमें बारह दो बजे जाने हो गया । भाई कहते हुए धीरज ने क्लब के एग्जिट गेट की तरफ अपने कदम बढाए । चलो भाई हम लोग भी टाइम पास करते हैं जब तक ये मोहतरमा फ्री नहीं हो जाती । यू मेम दारू अजगर ने का अब चिन्दी चोर ये बारह ठेका नहीं तो यहाँ पर दारू मिलेगी । यह शराब मिलती है शराब जीतने का । दोनों में कोई अंतर रह गया नहीं, ज्यादा नहीं बस उतना ये अंतर है जितना ताश के एस और जानवर वाले इसमें होता है फिर हो गया और तू भी तो ऐसी है क्या मतलब? तेरह अगर में आंखे तरेर घर पूछा अरे भाई तू ताज का एक का एक का कहकर वो अनिल की तरफ देख कर मुस्कुरा पडा । प्राॅपर्टी गए एक बात मैं भी गांव अजित हाँ बोल तो भी एक नंबर का एस है मैं विकास का एक अजीत ने खुश होते हुए अभी नहीं पैसा ले तो एस बोले तो गधा है जो सामने वाले को ऐ समझता अगर मैं उसे चलाते हुए का अभी आजकल के बच्चे तेरी तो या तो नहले पर दहला पड गया तो उस पर अजीत आज कहते हुए अनिल मुस्कुराये बेटा अगर तो उस शहर है तो मैं सवा शेर हूँ, समझा अगर नहीं उसे कहा और मैं हमसे कहते हुए अनिल हस पडा और उसकी इस हसी में इस बार अजित और घर दोनों ने साथ दिया । फिर इसी प्रकार वो दोनों हसी मजाक करते हुए शराब का दौर चलाते हुए और बार डांसर के डांस का मजा लेते हुए शबनम के वहाँ बार से फ्री होने का इंतजार करना । रात के लगभग साढे बारह बजे वो क्लब से बाहर की तरफ निकली और सीधा पार्किंग की तरफ गए । पार्किंग से अपनी गाडी में बैठकर वो वहाँ से रवाना हो गई । उसके पीछे पीछे वो तीनों भी अपनी कार से निकल गए । ये तो मालवीय नगर की तरफ जा रही है, गाडी चलाते हुए है । जितने का मैं धीरज को फोन करके बताता कहते हुए अनिल ने अपने मोबाइल से धीरज का नंबर मिलाया । उधर से फोन उठाने पर कहा पंची अपने पिंजरे की तरफ ज्यादा है । ऍम अपने काम से ही हुआ । दस मिनट के अन्दर पहुंचाऊंगा कहकर उसने फोन काट दिया । थोडी देर तक वो शबनम की कार का पीछा करते रहे । तभी अचानक अगर बोलूँगा यहाँ ये रास्ता तो मालवीय नगर की तरफ नहीं जाता । ऐसे तो पिछले चौराहे से राइट ले लेना चाहिए था पर इसमें तो लाइफ लिया है यू आर राइट ये कहीं और ही जा रही है । कहीं से इस बात का पता तो नहीं चल गया की हम लोग इसका पीछा कर रहे हैं । अनिल ने का नहीं हार बोला तो नहीं चाहिए उसका पीछा करते समय बहुत ध्यान रख रहा था में हर बार उसकी गाडी और अपनी गाडी के बीच में तीन चार गाडियों का फैसला रख रहा हूँ । तो फिर ये कहाँ जा रही है तुम तो बास इसका पीछा करते रहो थोडी देर में अपने आप पता चल जाएगा ये कहाँ जा रही है तो के अजित ने कहा और अपनी गाडी से शबनम की गाडी का पीछा करता रहा । थोडी देर तक की सिलसिला यूं ही चलता रहा । अभी अचानक अजगर एक्साइटमेंट में चलाया ये तो राजनगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की तरफ जा रही है । यू ऍम रास्ता तो राजनगर हाउसिंग खोलने की तरफ जाता है, पर रात के इस व्यक्ति है अपने घर जाने के बजाय उस तरफ क्यों जा रही है? अजित ने पूछा ये तो इसी से पूछना पडेगा । वैसे में धीरज को अपडेट कर देता हूँ । इसके बारे में कहते हुए उसने धीरज को फिर से फोन लगाया । सरपंची ने बीच रास्ते में अपना रास्ता बदल दिया है । अब तो आपने पिंजरे के बजाय किसी और के दडबे में जा रही है कहाँ? अनिल ने बताया सुनकर धीरे चौक गया वॉट ऊधर किस लिए जा रही हैं, उसका पीछा करते रहो और मुझे पल पल की रिपोर्ट देते रहो जी सर फॅमिली की तरफ जा रहे हैं वो माई गॉड उस तरफ ही तो उस नेता देवराज ठाकुर का बंगला है । ऍफ जैसे कि आप जानते हैं वो इस समय कहाँ जा रही जानता हूँ । अब देवराज ठाकुर के बंगले के सामने वाली मल्टीस्टोरी बिल्डिंग राजनगर हाइट नहीं जा रही होगी । आपने बिल्कुल ठीक का असर उसकी कार राजनगर राइट के अंदर ही चली गई है और जहाँ तक मैं सोच रहा हूँ कार्लोज भी हमें वहीं पर राजनगर राइड्स के अंदर ही मिलेगा । यहाँ क्या कह रहे हो सही कह रहा हूँ उसके रहने के लिए । इससे अच्छी जगह तो कोई और हो ही नहीं सकती हैं । वैसे तो कमिश्नर ने उसका इसका जारी नहीं किया है और पुलिस उसकी तलाश नहीं कर रही । पर अगर पुलिस यानी हम उसकी तलाश करते भी तो मेरा दावा है हम लोग कार्लोस की तलाश, उस बिल्डिंग के अलावा बाकी सारे राजनगर में करते करते सब शायद इसलिए कहावत बनी है चिराग तले देना यू आर राइट ये बताओ तुम लोग कहाँ पर हो? हम लोग उसी रोड पर सीधे ही निकले । वहाँ से लगभग सौ मीटर आगे जो राय हम लोग वहाँ पर जा कर चुके हैं । राज अगर राइट के आसपास रुकना खतरे से खाली नहीं था तो पहले वहाँ पर देवराज चौहान के बंगले पर हुए हमले की वजह से पुलिस का तगडा पहला दूसरा बिल्डिंग के मेन गेट के बाहर सिक्योरिटी के दो आदमी खडे जो सेल्स ज्ञान पहचान वालों के लिए गेट खोल रहे हैं । वैसे जहाँ तक मैं समझता हूँ, किसी अनजान को अंदर जाने के लिए फ्लैट नम्बर बताना पडेगा । सही किया तुम्हें मैं बस दस मिनट में पहुंचना वहाँ पर आज इसका लो उसको पकडना ही है । आप अकेले आ रहे हैं था इस समय पुलिसबल को लाने का सही टाइम नहीं इतनी पुलिस एक साथ आएगी तो कार्लोस खबरदार हो सकता है । दूसरा जहाँ तक मेरा अंदाजा है कार्लोस अकेला ही होगा । वैसे भी अगर मुझे मदद की जरूरत पडेगी तो तुम लोग हुई । ठीक है सर हम लोग आपका एवर इंतजार करते हैं । कहते हुए अनिल ने फोन काट दिया । फिर वो तीनों इंस्पेक्टर धीरज का इंतजार करने लगी । लगभग दस मिनट के बाद धीरज अपनी बाइक से उस मोड पर पहुंचा जहाँ पर वो तीनों उसका इंतजार कर रहे थे तो राजनगर राइट्स में गई है । हाँ सर आप को बताया तो था कहीं मेरे आने से पहले ही वो वापस रवाना तो नहीं हो गई । साल अगर उसे जाना ही होता तो आती क्यों? पैसे भी हमारी नजरें । उसी तरफ हमें कोई गाडी वहाँ से बाहर निकलते हुए दिखाई नहीं दी ही कह रहा हूँ । ठीक है चलो मेरे पीछे पीछे अपनी गाडी लिया हूँ । कहते हुए इंस्पेक्टर धीरज ने अपनी माइक स्टार्ट की और राजनगर राइट की तरफ चल दिया । उसके पीछे पीछे जीतने भी अपनी कार लगा दी है । पुलिस धीरज ने अपना आईकार्ड लाॅर्ड्स के मेन गेट पर मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ को शोक है । गार्ड नेगेटिव धीरज ने अपने भाई के अंदर ली । उसके पीछे बी जे अजित बेहन्दर आएंगे । मेरे पास ज्यादा समय नहीं है इसलिए मुझे सिर्फ इतना बताओ पिछले एक सप्ताह में कौन कौन से फ्लैट में रहने के लिए लोग आया । धीरज ने अंदर पहुंचते सिक्योरिटी गार्ड से पूछा । चल एक मिनट कहते हुए गार्ड ने दराज से एक रजिस्टर निकाला और उसे खोलकर चेक कर रहे हो सर । पिछले एक सप्ताह से यहाँ पर सिर्फ दो फ्लैट में ही लोग किराये पर रहने के लिए आएगा । एक ब्लॉक में फ्लैट नंबर तीन सौ चार है जिसमें एक फैमिली रहने के लिए आई है । पति पत्नी और दो बच्चे और दूसरा बी ब्लॉक में फ्लैट नंबर पांच सौ तीस है जिसमें सिर्फ पति पत्नी है । बच्चा कोई नहीं । जो फ्लैट पांच सौ तीन में जो पति पत्नी बोला है वो क्या करते हैं सर इतना तो इस रजिस्टर में नहीं लिखा हुआ दिन में क्लब ऑफिस खुलेगा यहाँ वहाँ से पता कर सकते हैं । हाँ ये जरूर मालूम है की पत्नी शायद किसी कॉल सेंटर में जॉब करते हैं क्योंकि वो अक्सर लेट आइडी घर लौटते हैं । आज भी वो भी बीस तीस में पहले कर रहे हैं अच्छा पांच सौ तीन कहाँ पर पडेगा सर वो बी ब्लॉक है उसकी पांचवी मंजिल पर बडे से तीसरे नंबर काॅल और ये बी ब्लॉक कहाँ पर पडेगा सर वो आगे से दायें मुड ने पर एक सौ पचास मीटर आगे जो तीसरी मिलेंगे वहीं पर हो गया हो गया सर कुछ गडबड हो गया जो आप इतनी रात को पूछताछ करने के लिए आए । गार्ड ने संचय के स्वर में पूछा ऐसी कोई खास बात नहीं है, फॅमिली थी उसी की तलाश में हम लोग यहाँ पर आए और उसी की वजह से अभी हम वहीं उसके फ्लैट में जा रहे हो तो चलेंगे । धीरज ने उन तीनों को इशारा किया और अपनी बाइक पर सवार होकर बी ब्लॉक की तरफ चल पर वो तीनों भी अपनी कार से उसके पीछे चले । कुछ देर बाद वह चारों में ब्लॉक भी की ग्राउंड फ्लोर पर स्थित पार्किंग के पास खडे थे तो उन तीनो यही पर लोगों मैं अगर दस मिनट के अन्दर वापस नहीं आया तो समझ लेना मेरे साथ कुछ गडबड हो चुकी है । तुम लोग पुलिस कन्फर्म कर देना ये मेरे स्टेशन का नंबर है । कहते हुए धीरज ने उन्हें सोल नंबर बताया
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