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Part 46 in Hindi

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AuthorAditya Bajpai
लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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भारतीय आ रहे हैं । मुंबई के साहित्य महोत्सव का ये दूसरा बढता हूँ और इस की स्थिति लडखडा रही थी । ढाई की कमी के चलते संगठन पैसे एकत्रित करने के लिए कुछ और राष्ट्रीय तलाश रहा था । उनमें से एक तरीका था लेखकों के साथ डिनर करने के लिए टिकट लगाना और इच्छुक पाठकों से धन वसूला । उन्होंने इसकी दर तीन हजार रुपए प्रति पाठक रखी थी । लेकिन श्रेयसी के लिए इसमें कोई परेशानी नहीं थी । उस हफ्ते की शुरूआत में श्रेयसी ने दमन को साहित्य उत्सव में चलने, वहाँ लोगों से मिलने और प्रकाशक को तलाशने पहले काफी मनाया था । लेकिन उसने उसकी बात को उसी में उडा दिया था । वो लोग मेरा मजाक उडाएंगे । उसने कहा था उसकी सारी मिन्नतें अनसुनी कर दी गईं । और तो और दमन ने उसे नीमराणा घूमने की सलाह दे डाली हूँ । किसी को इतनी जोर का गुस्सा आया कि वह उसके मुंह पर मारे बिना रह नहीं सकी । स्थितियां बदसे बदतर हो गई । वैसी के लिए लिखने की कोशिश में उसे साहित्यिक चोरी करते हुए पकडा दिया गया था जिससे मैं हंसी का पात्र बन चुका था । दमन चर्चा आलसी और निष्क्रिय हो चुका था । बगल बन की ओर बढ रहे कि उसकी प्रक्रिया इतनी ठंडी और धीमी थी कि श्री ऐसी पहली बार में इसे समझ नहीं पाई । नया तो उसके पति को लेकर झगडता या उसे पकडकर होने लगता । उसकी श्रेयसी की अनुपस्थिति को लेकर ठीक आए थे । लगातार बढती जा रही थी उस की इस शिकायत को दूर करने के लिए श्री इसी को दमन के अपार्टमेंट में दो बार आना पडा था । हफ्ते भर में दो बार अपना लाख टॉक तोड चुका था । नहीं लाख नवम्बर में ज्यादा अच्छा ले पाऊंगा, उस नहीं कहा था । ऐसी ने जो नया ला टकला कर दिया उसका भी यही हाल हुआ था । एक दोषी कुत्ते की तरह है । उसके पैरों पर गिर गिरकर गिर करा रहा था । दमन जितना ज्यादा के जाऊ हो रहा था, इसी का अपराधबोध उतना ही अधिक गहराता जा रहा था । उस कुछ ठीक करना ही था । डिनर बस एक ढोंग एक दिखावा था । सारे पाठक, जिन्होंने एक अच्छी रकम अदा की थी, एक कोने में झंड बनाए हुए खडे थे और लेखक लांच में एक दूसरे से मिल रहे थे । हर थोडी देर में कोई एक पाठक बडी हिम्मत करके अपने किसी चहेते लेखक से कुछ मिनट बात करता हूँ और एक किताब पर उसके हस्ताक्षर ले लेता हूँ । मैं लेखक भी बडे अनमनी और उदासीन भाव से उनके सवालों के जवाब देते हैं और फिर लेखकों के समूह ने चले जाते हैं । उन्हीं लेखकों में से एक था कार्तिक भले ही उतना प्रखर ना हो लेकिन था सबसे सुदर्शन । यहाँ तक कि उसने जो झाडी शाम रखी थी वह भी उसकी खूब सूरत में चार चांद लगा रही थी । बगल में ही उसकी वहाँ के घेरे में उसकी सुंदरसी कल फिफ्टी बढने का ऐसी एक सही मौके की तलाश में थी । ऐसी उस समय का इंतजार कर रही थी जब वर्णिका मुफ्त में परोसी जा रही शराब गले से उतार लें । ये वर्णिका ॅ टकराई है ऐसी बोली खाये भरने का । अपने सुन्दर सफेद दातों का प्रदर्शन करते हुए बोली धावत शानदार है ना था आप नहीं करता है । नहीं नहीं मैं यहाँ पर अपने मंगेतर के साथ आई हूँ । वो लेखक है अपनी चमक दी हुई अंगूठी की तरफ इशारा करते हुए बढने का गोली भरे तो बहुत ही खूबसूरत एॅफ ओ बाहर निकले थोडा शर्माते हुए कार्तिक की तरफ इशारा किया ऍम दोनों की जोडी बहुत सही है । खुश होते हुए ऐसी बोली मैं शेरसी मैं भरने का मैं तो मैं उनसे ज्यादा देर के लिए अलग नहीं रखूंगी । मिलकर अच्छा लगा । मेरी तरफ से उन्हें बहुत ऐसा माना । ऐसी बोली किसी ने अपना प्लेट में खाना लिया । शराब का गिलास दिया और खाली जगह तलाशने के लिए मेजों के आसपास चक्कर काटने लगी । ऐसी ने अपनी प्लेट में खाना लिया । शराब का गिलास लिया और खाली जगह तलाशने के लिए मेजों के आसपास चक्कर काटने लगी । तभी वर्णिका ने उसे आठ लगाई हमारे पास आ जाओ । मैं बोली ऐसी ने मना करने के लिए ऐसे में हाथ लहराया । लेकिन उसने काफी जित की तो श्रेयसी उनकी मेज के पास अपनी कुर्सी ले गई । ये श्री सी है । वर्णिका ने परिचय कराया । हाई कार्तिक मैं हाथ में जाता लेकिन कार्तिक बोला ऐसी नहीं बदले में मुस्कुरा दिया आपकी कल फिर ने बताया की आप लेखक है मैंने भी कुछ किताबें लिख ली है । मैं भी इस फील्ड में नया हूँ । एक शरारती मुस्कान के साथ मैं बोला भरने का जोर से हंसी और एक छोटे में बोली बहुत लोकप्रिय लेखा चाहिए । गूगल करो तो पता चलेगा अपने बचाव में मैं ये कहूँगी कि भारतीय लेखकों को उतना नहीं पडती में सारी ऐसी बोली कार्तिक की भावनाएँ में बाल पड गए । शायद उसे अच्छा नहीं लगा । इस बात को गौर करते हुए श्रेयसी वाली । लेकिन अभी हाल ही में मैंने एक रोमांटिक नॉवेल पढा था । किसी धन राय का मन किया कि आपने आखिर रोज के फेंक दूँ, भरने का मुस्कराए, तुम्हारा दोस्त नहीं ऐसी बोली एक बनावटी मुस्कान के साथ कार्तिक बोला हूँ मेरा दोस्त नहीं है लेकिन उसे जानता हूँ मैं भरने का बीच में ही बोल उठी । ये एक मजेदार बात बताती होता है । कार्तिक को लगता है कि वो एक अच्छा लेकर है उससे भी अच्छा लेकिन मैं उसे हमेशा यही कहती हूँ । बिल्कुल बकवास लिखता है । उसने कार्ड भी की तरफ देखते हुए कहा हम इसे किताब देते हैं । इससे जानते हैं कि कौन बेहतर है । हमें ये सब करने की जरूरत नहीं है । अगर तुम्हारा ड्रिंक खत्म हो गया है । मैं बोला और ड्रिंक मांगने के लिए वेटर को हाथ मिलाकर इशारा कर दिया । कुछ देर बाद वर्निका ऍम जाने के लिए उठी और लौटते समय का आर्थिक की किताब की एक प्रति लेते हुए लौटी । उसने कार्तिक से उस पर हस्ताक्षर करवाए और जैसी को किताब दे दी ऍम क्यूँ वैसे मैं तो खरीद ली थी इसको एक तोफा मान लो जापान होता बताना कि कौन बेहतर है । काटते क्या दमन हमें ये करने की जरूरत नहीं है । कुछ विरोध करते हुए कार्तिक बोला उसे लगता है कि मैं उसकी प्रेमिका होने के कारण उसे ही बेहतर लेखक मानती हूँ । इसलिए तुम्हारा सेकंड ओपीनियन जरूरी है भरने का बोली और जब से इसके संपादक नहीं है बताया ना कि ये दवा नाम का व्यक्ति काफी अच्छा है । तब से ऐसे लगता है कि आप इसका समय खत्म हो गया । मुझे अब अपने कमरे में जाना चाहिए । बढकर तुम लोगों को बताउंगी । हाँ, किताब लहराते हुए श्रेयसी बोली अरे तुम यह क्योंकि हो कार्तिक ने सवाल किया तीन सौ आठ तो लोग क्योंकि वो तीन सौ चार में आर्थिक नहीं खानी भरते हुए कहा अगर आज मैं इस किताब को पढ लेती हो तो मैसेज कर दूंगी करने का होटल मत भरी, मुस्कान से दे रहे हो गए हम लोग इंतजार करेंगे कमरे में वापस आकाश ऐसी तीन घंटे रोगी । वे हर आधे घंटे में कॉरीडोर में बाहर निकल कर ही है । देख रही थी कि रूम नंबर तीन सौ चार की मध्यम भुजिया नहीं । रात के एक बजे के तुरंत बाद उसने नंबर तीन सौ चार के लैंड लाइन पर एक वो इसमें डाल दिया । मैंने किताब पढ ली हैं लेकिन इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकती । उसके चेहरे पर उस समय एक लंबी मुस्कान डर गई जब उसने देखा कि कार्तिक आई आई उसके कमरे के दरवाजे की घंटी दबाने ये वाला है । असुरक्षा की भावना और धैर्य चिंताओं से श्री सी के दरवाजे तक ले आई थी हूँ । ऐसी नहीं एक लंबी सी टी शर्ट पहनी हुई थी जो बहुत मुश्किल उसके नितम्बों तक पहुंच रही थी । उस ने टीशर्ट के नीचे कोई बयान ही पहन रखी थी । का रिकवर अपनी छडी के सहारे उसके दरवाजे की ओर बढते देखकर आश्चर्य से भर गईं । उसने अपने कमरे में उसका स्वागत किया और जानबूझ कर इस आधार है उसके सामने चली ताकि वह से अच्छी तरह से निहार सकें । उसने कार्तिक से कॉफी के लिए पूछा पर उसने इंकार कर दिया तो तुम्हे व्यवस्था कैसी लगी? मैंने कभी नहीं सोचा था कि तुम आधी रात को मेरे कमरे में ये पूछने के लिए आओगे । मुझे नहीं नहीं आ रही थी मेरी फॅमिली महत्वपूर्ण में हैं । ऐसी बोली तो उन्हें हम दोनों की किताबें बढी हैं । इसलिए तुम्हारी रायमा हुए हैं तो किसी और से अपनी तुलना क्यों करना? दो किताबें एक साथ भी बाजार में रह सकती है । देश अगर किताबों की सोची है नहीं बताती हूँ कि कौन सी किताब बेहतर है तो वही है । बताती है कि कौन सी किताब ज्यादा बिक रही है और ये दोनों ही अलग बातें हैं । बताओ मुझे तुम क्या सोचती हो? दमन औसत लेखक है पर वो तो उसे बेहतर है ऐसा क्या? कार्तिक ने बडी विनम्रता के साथ कहा परिषद किसी को उसकी आवाज में रोज साफ नजर आ गया था । मैं उसके मन में उठ रहे विचारों को बढ पा रही थी । इसकी हिम्मत कैसे हुई है कहने की ये जानती की आए । मुझे नहीं लगता कि भारतीय लेखक को ना बढकर मैंने कोई भूल की है । उसने कहा, साथ ही उसने यथा सम्भव शांत बने रहने की कोशिश की क्योंकि वो अच्छे से जानती थी कि गैर कार्तिक को जितना भडकाएगी उतना किसी आम पुरुष की तरह से हैरान और उस पर अधिपत्य जमाने की कोशिश करेगा । देश की आंखों में क्रोध को पढ पा रही थी । हो गया मुझे तुम्हारी कहानी थोडी सी घटिया लगी क्या टेंशन की हो ऍम बैठक पर सारा दोष मढकर अपनी कोशिश साबित करूँ । अब उसके उद्वेलित होने का समय था । उसने अपनी नजरें कॉफी के मत पढ जमा नहीं और फिर उठाई के आर के मामले में मैं टंकी हूँ क्यूँ यहाँ तुम्हारा दिल भी टूटा है । मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहती हूँ । मुझे लगता है कि तुम्हारी किताब उन लोगों के लिए हैं । यह बिहार में यकीन करते हैं जैसे दोनों और तुम्हारी गर्लफ्रेंड भरने का मेरे लिए किसी काम की नहीं । हो सकता है कि इस दुनिया मेरे काम आए फिर आज नहीं । इन शब्दों से कार्तिक और राहत मिली । अगर श्रेयसी को उसकी किताब पसंद नहीं आई तो ये उस की नहीं बल्कि श्रेयसी की गलती थी । तो या तो मैं भी कोई चाहनेवाला मिल जाएगा तो मैं तुम्हें एक और के दाम दे दूंगा । कहते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कुराहट देर गई । सभी सच्चर लोगों का स्वागत है है तुम्हारा भी कार दिखने थोडा नर्वस महसूस करते हुए आप है मैं नहीं हूँ । बिस्तर से उठी और अपने लिए कॉफी तैयार की । उसने महसूस की । आगे कार्ति की नजरें उस पर ही टिकी थीं । भर उसके बाद जानबूझकर बिस्तर की ओर लौटी । तुम जानते हो कि दिल्ली के पुरुष कैसे होते हैं । मैं दिल्ली से हूँ । वही डाॅट दिल्ली से हूँ और इसीलिए तो दूसरे लेखकों के साथ गलाकाट प्रतिस्पर्धा में हो कि किसका लिंग ज्यादा लंबा है । कार्तिक एकदम से शर्मा जाता है । ऐसी जब करते हुए बोली ही बच्चे लगता है की मुझे अभी भी चढी हुई है । मैं अपने शब्द वापस लेती हूँ । मैं इस मामले में आगे रहूंगा । उस ने कहा और आगे मटकाई हाँ किसी अन्य दिल्ली वाले लडके की तरह कहते हुए मैं खाती है तो मैं पीनी चाहिए । सहमती में अपनी गर्दन हिलाती है । कार्तिक अपनी कुर्सी से उठकर उसके लिए बहुत ले आता है । न सिस्टर की ओर बढता है और बोतल देने के लिए हाथ बढाता है । ऐसी उसके हाथ से बोलता ले लेती है और अपना इस तरह से लहराती है कि गांधी के लिंग उस वर्ष करें । आर्थिक पीछे की ओर हटता है और उसके चेहरे की ओर देखता हूँ । ऐसे हसते हुए पलती है सर अपने आप को देखो शर्म आ रहे हो । घाटी को समझ नहीं आया कि वह क्या कहे तो मैं पीछे छोडने के लिए दमन का और बडा होना चाहिए । कहते हुए उसने अपनी फोटो पर हाथ रखा । मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए । आर्थिक का दिमाग हो गया । उसके लिंग और अभिमान दोनों में हलचल हुई । मैंने तुमसे कहा ना उसे देखो कहते हुए उसने कार्ति के उत्तेजित हो रहे लिंक की और इशारा किया । इसीलिए मैं कह रही हूँ, ऍम कहते हुए हैं खेल खिलाती है । फॅस होते हुए मस्कर आता है ही नहीं नहीं मैं नहीं । मैंने सोचा था कि लेखक ऍम तो मुझे आज कर रहे हो । मैं झूठ नहीं बोल रहा हूँ । ठीक नहीं चाहते हो जाएगा । नहीं नहीं, ऐसा नहीं है । मैं लगा सकती हूँ मैं नहीं आओ शर्त लगाते हैं । दिखाओ मुझे क्या वहाँ दिखाओ मुझे । अगर मैं शर्त हार गया तो ऐसी बिस्तर से उठी और उसके नजदीक जाकर बोली शर्ते हम बाद में तय कर लेंगे । कार्तिक मुस्कराता है । कमरे के कोने में रखे फोन पर सारी बातचीत रिकॉर्ड हो रही थी ।

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Sound Engineer

लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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