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Part 39 in Hindi

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212 Listens
AuthorAditya Bajpai
लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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धार खुंटा रहे । सडक पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं है । ऐसी आपने पहले बॉयफ्रेंड के बारे में बता रही है । हालांकि मैं उसे ठीक से जानता भी नहीं तो न जाने क्यों गौरीर क्या मेरी कालेजेज को काट रही है । मेरे चेहरे के भावों को पडती है और मेरा हाथ थाम लेती है । मुझसे कहती है कि मैं बहुत क्यूट हूँ, मैं भी मुस्कुरा देता हूँ । देवी लग रही है बस है नजरें हटाना और सडक पर ध्यान देना कठिन हो रहा है का आज की वो टाइप कर रही होती है । वो मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में बोलती है और मैं उसे अनन्या के बारे में बताने लगता हूँ । जिसने मुझे धोखा दे दिया था थे उसे कुतिया के डालती है और मैं अपने मौन से उसका समर्थन करता हूँ । आप तक मुझे अपने मित्र के घर तक पहुंच जाना चाहिए था लेकिन मैं एक सर्किल से दूसरे सर्किल पर कहा घुमाकर समय गुजार रहा हूँ । मैं भी इस बात को जानती है लेकिन उसने अभी तक कोई विरोध नहीं किया है बल्कि मेरे खयाल से वो इस बात को बढावा ही दे रही है । उसके पैर के पास रखे जूट के बैग में रखी बहुत लोगों के टकराने की आवाज आ रही है उन की तरफ इशारा करते हुए हैं । मैं शरारती लहजे में आंखे मिर्च का देती है । मैं तेरे लाकर मना करता हूँ । जो डालती है उसे मना करना मेरे लिए बडा कठिन है । ये दो बियर क्या निकालती है लेकिन हम दोनों ही उन्हें दातों से खोलने में ना कामयाब रहते हैं । फिर नहीं रख कर उनकी जगह वोट का की बोतल निकालती है । बोतल का ढक्कन खोलती है आप कहो तो से लगती है और एक लम्बा घूस भर्ती है । मैं मना करते हुए से मिलाता हूँ क्योंकि मुझे ड्राइंग करना है लेकिन मैं मानने वाली कहा है नाक से करोड कर मुझे तंग करने लगती है । मैं कहती है वैसा मत कर आप करो और बोतल मेरे होठों पर अडा देती है । मैं हूँ अलग हटाता हूँ । वोट मेरी शर्ट पर गिर जाती है । लगभग चलाते हुए कह रही है अच्छा ठीक है । बोतल फिर से मुस्लिमों में अंडा देती है । बहुत कडवी है । मैं उसे गले में ही रोक लेता हूँ जिस वजह से कुछ वोट काम मुझ से बाहर निकल आती है । फिर भी कुछ सर्पिल गति से मेरे पेट तक पहुंच जाती है । फिर मेरा दिमाग पाया मैं उसे देखने की बडी कोशिश करता हूँ । मैं मेरा हाथ थाम ले दी है । मेरे शरीर में गर्माहट कौन रही है? नहीं पार उस पर नजर डालता हूँ । फिर सडक पर मैं पूरे जोश से कार का ब्रेक लगा देता हूँ । कार में ब्रेक की एक कौन जाएँ? हमारे सपने हमारे सामने आ रही टैक्सी ने भी पूरे ब्रेक लगा दी है । पर अफसोस देर हो चुकी थी । मेरी कार लहराती हुई बाई ओर चली गई और एक कार से घर जाती है । मैं तो घबराकर गाडी ढाई और कमाता हूँ । ऐसी अपनी और बुरी तरह से फेक जाती है । उस नहीं अपनी सीट बेल्ट बांध रखी है । कार लहराती हुई डिवाइडर की ओर बढती है और मैं लगभग खास चाहता हूँ । अगर मैं ब्रेक लगाता हूँ तो टैक्सी से आमने सामने की भिडंत होती है । मैं टैक्सी ड्राइवर परगोड करता हूँ तो उसकी आंखों में मौत ॅ नजर आ रही है । ढंग से खाली है । टैक्सी बचाने के लिए मैं कार को कुछ और दूर जाने देता हूँ । ठीक लगता हूँ फिर भी कार डिवाइडर से टकराकर पलट जाती है । मैं श्रेयसी को देखता हूँ । मैं अपनी सीट पर लटका हुआ हूँ । मैं कहा की छत पर सिर के बल पडी है उसकी गर्दन के छठ मनाने की आवाज मुझे साफ सुनाई देती है । मैं करा हाथ है कहाँ फिर पलटी है । जब बुरी तरह खिडकी से टकराती है कांच के टुकडे उसके चेहरे में घर जाते हैं तो लाहुल लुहान है । उसकी निर्जीव आंख है । मुझे हो रही हैं । उसके जीवनहीन हाथ लटके हुए हैं । मैं मर चुकी है । थोडी ही देर में रहकार से बाहर से जाती है और आम तथा कार हम जाती है । मैं अपनी सीट पर बैंड से बना हुआ हूँ । लेकिन मुझे साफ दिखाई दे रही है उसका चेहरा, उसके बहाल, उसका छात्र विषय शरीर, उसकी निर्जीव आंखें मुझे सब दिख रहा है । वहाँ आग लग चुकी है जो उसके शरीर को चला रही है । मैं देखता हूँ पहले उसके बाद झुलसे फिर उसकी देह की चमडी मुझे उबकाई आने लगी है । उसके चलते हुए शरीर की गंध पहुंच तक आ रही है । मैं आंख से गलती हुई । उसकी आंखों को कटोरों से बाहर आते देख रहा हूँ तो खूब सुना था । होट जहाँ सिर्फ उसके दांत दिखाई दे रहे हैं, मैं बेहोश हो जाता हूँ । दमन चौक करोड बैठा । उसका बिस्तर पसीने से तरबतर था चलाया लेकिन उसके मुँह से आवाज ही नहीं निकली । पिछले हफ्ते से जब से मैं अस्पताल में था लाते चल रहा थे । उसका गला बैठ चुका था । अधिकांश ता हाउस से बिस्तर पर ही रखा जाता था । बुखार से तप ने के कारण उसका सिर्फ फटा जा रहा था । मैं बुरी तरह से कम रहा था तो एक दूसरे को जोर जोर से निर्देश देते हुए भागते हुए भी धराए डामन के आनियंत्रित होगा । झूमने की वजह से एक वार्ड बॉय के चेहरे पर उसका करारा हाथ पड गया । इससे पहले की उसका हाथ फिर चलता, दूसरे वर्ड दवाइयों से बिस्तर पर दबोचकर बैठा दिया और अपने घुटने के बाल उसके कंधों को दबा दिया । जैसे ही पहले वाला वाॅरंटी हुआ उसने दमन के हाथों को काबू में लिया । धवन दर्द और गुस्से से आंकडा जा रहा था है । उनकी कब जैसे छोटे के लिए पीठ गोल करके पैरों को बुरी तरह फटकार रहा था । इसके तुरंत बाद ही डॉक्टर और नर्स आए और उसे शांत करने के लिए इंजेक्शन लगाया । ऐसी बीमारी है मैंने ही उसे मारा । बढाते हुए उसकी आंखे बोझ नहीं लगी और हो गया । अस्पताल में कमरे के बाहर दमन के माधव बैठे हुए थे । पिता सुबह रहे थे और मैं उनकी बेड फैला रही थी । डॉक्टर कमरे से बाहर निकल कर आए और उन्हें अपने कमरे में आने को कहा नहीं । जो जहाँ उनके कमरे में चले गए अस्पताल की कैफिटेरिया में सुमित और आपनी आमने सामने बैठे हुए थे होना चाहती थी लेकिन सुमित को छोटा हुआ देखकर उसने अपने आंसू रोक रखे थे । तीन दिनों से सोना तो दूर सुमित ने पालक तक नहीं लगाई थी तो तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया? अपनी ने पूछा केवल मुझे और मेरे परिवार को पता था मैं किसी तरह का खतरा नहीं लेना चाहता था । हाँ यही तुम लोगों को शादी ही करनी थी तो मैं बता देता हूँ या मेरा परिवार तो मैं बता देता हूँ । देखिए तो मैं चाहती हूँ कि तुम कहाँ से आ रहे हो । अपनी ने साथ भरते हो जाएगा जभी कार दुर्घटना में श्रेयसी एक साल पहले मर चुकी है तो फिर ये लडकी कौन है? एक नकली ऐसी यही बाद मैंने दमन को भी बताई थी और फिर तुम्हें भी । लेकिन तुम दोनों उसकी बातों में पहले ही फस चुके थे । मैं समझ नहीं पा रहा था कि और किस हैसियत मैं विश्वास दिला हूँ और जब मैं नहीं इसमें तुम्हारी गलती नहीं है तो मैं भी क्या पता कि उसे फिर से इस तरह के घबराहट का दौरा पडेगा । अपनी बोली डॉक्टर क्या कह रहे हैं? अभी कोई निर्णय लेना जल्दबाजी होगी लेकिन इस बार हालत पहले से ज्यादा खराब है । उन्होंने उसी डॉक्टर को बुलाया है जिसने पहले इलाज किया था । वो डॉक्टर एक दो दिन में आने वाले हैं । लेकिन उनका कहना है कि उसके व्यवहार से लगता है कि बीमारी सबसे पलट गई हैं । अग्नि नेसेर हिला दिया । पिछली बार डॉक्टर ने उसका इलाज कैसे किया था तो मैं अपनी कुर्सी पर पीछे की तरफ फेंक दिया । उसने एक गहरी सांस छोडी । फिर विस्तार से बताया । स्थिति पहले से ज्यादा पेचीदा थी । सबसे पहला काम था उसके अंगों की सक्रियता का लौटना । उसके दिमाग और शरीर दोनों का भरता बन चुका था, लेकिन मच पकडना भी भूल चुका था । डॉक्टरों का पूरा ध्यान इसी बात पर था कि उसकी शारीरिक क्षमता को दो बारह कैसे लौटाया जाए । ऐसी और दुर्घटना से संबंधित जो सपने देखने की बात तो काफी बाद में शुरू हुई है । उसने तो काफी समय से श्री उसी के बारे में कुछ पूछा भी नहीं था । उस को इसी के नाम और यह है कि वह बाहर में उसके साथ घूमी थी । इसके अलावा और कुछ ज्यादा याद नहीं था । समेत बोला तब तक वेटर उनके स्थान पिछले आया । अपनी बात को जारी रखते हुए सुमित बोला, जब हमने उसे सबसे पहले श्रेयसी की मौत के बारे में बताया तो उसकी प्रतिक्रिया वैसे ही थी जैसी अभी है । दौरें, अनियंत्रित व्यवहार, तेज बुखार, वही लक्षण जो तो मैं भी देख रही हूँ । ये अचीव व्यवहार करता और अपना आपा खो बैठा । जिसके बाद में घंटों शांत और खोया खोया ऐसा बैठा रहता था । लेकिन फिर अचानक से ना जाने क्या दिखाई देता अखिल हिंसक हो जाता था । कई बार हमने उसे कमरे के कोने में सिकुडकर बैठे हुए चटाते हुए देखा हूँ । एक बार हमने उसे छात्र के किनारे पर देखा । आपने दो सोचा था कि हमने उसे कोई दिया समेत नहीं गहरी सांस लेते हुए कहा । फिर उन लोगों ने उसका इलाज कैसे? क्या अपनी ने पूछा । उपचार और दवाइयाँ इसका असर भी सकारात्मक दिखाई पड रहा था । लेकिन जब भी हम ये सोचते हैं कि वह घर जाने लायक हो गया है । नाॅन सौ दो सौ या तनावपूर्ण घटना उस पर हावी हो जाती है । सारा किया धरा बेकार हो जाता हूँ । कई दिन अस्पताल में गुजार देता और सबसे श्रेयसी के बारे में पूछता हूँ कि मैं कहा है कि तो है हर बार जब कोई उससे क्या देता या उसे याद आ जाता हूँ कि ऐसी मर चुकी है, उसकी हालत खराब हो जाती है । उसे दौरे पडने लगते हैं तो कोर्स हो जाता । और वही सवाल बार बार दोहरा था । ऐसी कहाँ है? ऐसा लगता कि रह सवाल का जवाब तो चाहता है लेकिन मैं जवाब नहीं । जो हम लोग दे रहे थे या उसकी स्मृति में था उसका मन श्रेयसी की मौत की वास्तविकता को लगातार नकारे जा रहा था । उसका शरीर इस बात से इंकार कर रहा था कि वो किसी भी तरह से श्रेयसी की मौत के लिए जिम्मेदार हैं । डॉक्टरों के अनुसार उसके दौरों का प्रमुख कारण ऐसी की मौत का अपराधबोध है क्योंकि डॉक्टरों को लगा कि उसका मन स्वयं कोशिश वैसी की मौत का जिम्मेदार होने की संभावना से नकार रहा था । वो उसे उन से जोडने की कोशिश कर रहे थे । सुमित बोला तो ये सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक डॉक्टर ने उसका तोड नहीं निकाल लिया । उसने बतौर प्रयोग ऍम फॉरगेटिंग नाम का उपचार शुरू किया समेत ने कहा ये क्या है? इसका अर्थ है नकली स्मृतियां पैदा करना । यदि आप किसी ऍसे मरीज के सामने जिसकी स्मृतियां किसी भयंकर दुर्घटना के कारण दमित हो गई हूँ, लगातार किसी झूठ को सच के रूप में पेश करेंगे तो मैं उस छूट पर ही विश्वास करने लगता है । इसलिए डॉक्टर ने दमन से झूठ बोलना शुरू कर दिया । जब भी दमन शेरसी के बारे में पूछ ताकि मैं कहा है डॉक्टर उससे झूठ बोल देता हूँ । फिर उन्होंने हमसे भी झूठ को बनाये रखने को कहा । कारगार से तो हुआ । धीरे धीरे उसके सपनों में बदलाव आने शुरू हो गए । आप सपनों में में उसे मरती हुई नहीं दिखाई देती थी । सुमित ने बताया अपनी ने अपना अंदाज बयान करते हुए कहा तो तुम्हें दमन से कहा कि ड्राइविंग नहीं कर रहा था और ये श्री इसी कार्य एक्सिडेंट में बाहर बाल बच गई है । पर तब से देश छोडकर कहीं बाहर चली गई समेत नहीं हम है सर हिला दिया, लेकिन ये ट्रीटमेंट सपने की तरह काम कर क्या? हाँ तो मैं ऐसा होने लगा कि हमारा पुराना दमन वापस लौट आया । हालांकि वह हमसे लगातार श्रेयसी के बारे में पूछता रहता था । मैंने उससे बात किया नहीं, मुझसे मिलने आया नहीं । मैं भी इस बारे में झूठ बोलता रहा । हमने उसमें ये विश्वास जाग्रत कर दिया की हम में से कोई भी श्रेयसी को पसंद नहीं करता क्योंकि वहीं बाहर चला रही थी और उसी की वजह से उसकी मरने की नौबत आ गई । हम झूठ का जितना अधिक प्रयोग करते है उस पर उतना ही विश्वास करता हूँ । मुझे ऐसा कभी नहीं अपनी ने अपनी कुर्सी खींचकर सुमित के बाद कर ली और उसका हाथ अपने हाथों में ले लिया । हमारी कोई करती नहीं है तो उसकी देखभाल कर रहे थे । सारा कॅश और कुछ परेशान होते हुए अपनी बोली तो क्या तो फॅमिली कही हुई बातों को गलत साबित करेगा । मैंने उसे बताया था कि दो साल पहले कार दुर्घटना में श्रेयसी मर गई थी जिसकी वजह से उसे दौरे और दो सौ अपना आते थे । थेरेपिस्ट उसको इसके विपरीत बताएगा और उसे इन बातों से छुटकारा दिलाएगा । सुमित ने बताया, लेकिन इस बार अब एक अनजान अंतरराष्ष्ट्रीय ऐसी है अपनी बहुत बताई । अब जब ये विश्वास करने लगेगा की ऐसी जीवित है तो क्या है? उसी उसी के बारे में नहीं सोचेगा और उसी के पास जाना भी चाहेगा है की नहीं हो सकता है क्या ऍसे वापस आ जाएगी तो इस बात की संभावना है कि वास्तविक श्रेयसी के शकल उसकी याद में ताजा हो जाए और यदि ऐसा होता है तो मैं जान जाएगा कि शहर से नकली है । ये नहीं, वो याद नहीं लौटेंगे । मैं उन यादव खो खो चुका है ।

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Voice Artist

Sound Engineer

लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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