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Part 35 in Hindi

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230 Listens
AuthorAditya Bajpai
लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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भागते थे । हम लोग तब तक इस कमरे से नहीं जाएंगे जब तक की है मामला सुलझना जाए । अपनी कमर का टिकाते हुए सुमित बोला तो तुम दोनों की शकल देखो आप एक साथ कितने बकवास लगते हो? अपनी और दमन पिछले एक घंटे से सुमित के कमरे में एक दूसरे के सामने चुपचाप बैठे हुए थे और उनके मुंह से एक शब्द भी बाहर नहीं निकला था । दमन पूरी कोशिश में था की अपनी से उसकी नजरे नाटक रहें । उसकी आंखें लाल थी और उन के चारों ओर काले घेरे बन गए थे । उसके बहाल बने हुए थे । वो बेहद सुखी संतप्त और काम सुपर दिख रही थी । तमन की भी हालत खराब थी । उसे दोबारा से जी मिचलाने और बुरे स्वप्नों की तकलीफ शुरू हो गई थी । वो बिस्तर भी गिला करने लगा था । इस बाहर से दो सपनों में कभी कबार श्रेयसी कि जगह अवनी का चलाया कार में फसा रोता हुआ खुशी में हस्ता हुआ और फिर मारता हुआ दिखाई देता था । डॉक्टर ने उसकी फॅमिली दवा की खराब भी बढा दी थी । लेकिन इससे उसे सिर्फ कुछ घंटों की नींद ही आप आ रही थी । उसका बाकी दिन वहाँ मुँह में ही गुजरता था । दमन पिछले कई दिनों से सुमित का फोन नहीं उठा रहा था, लेकिन आज उसने दमन के माता पिता को उसके अस्पताल में तीन दिन भरती होने की सूचना देने की धमकी दी । परिचारिका बिस्कुट और चाय लेकर आई सुमित किराये के दो बेडरूम के फ्लैट में अकेला ही रहता था और उसके सभी तीनों कमरे में ऐसी लगे हुए थे । अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उसने परिचारिका भी रख रखी थी जो उसके घर के दैनिक कार्यों को निपटा दी थी । उसने एक एसयूवी खरीद नहीं खेले हैं । अग्रिम राशि भी जमा कर दी थी । कार की डिलीवरी कब है? धवन ने पूछा, ये सब मेरे पास भी हो सकता था तो उसने सोचा । तीन हफ्ते में सुमित ने उत्तर दिया, यहाँ मुद्दे की बात कर सकते हैं । मुझे कुछ काम है, मुझे जाना होगा । भाइया मैं तुम्हारे प्रयासों के लिए आभारी हूँ, लेकिन यह समय की बर्बादी है । इस से कोई फायदा नहीं है । तुम कहीं नहीं जा रहे हो । ऍम तो तुम लोगों को पाठ करनी चाहिए तो मैं इस तरह से बात नहीं डाल सकते हैं । इसे चाहे तो अपनी नहीं कहा । अपनी उसने समय को टोकते हुए कहा, जो भी कर रहा होता है, हमेशा सही होता है । ऐसे दोषी नहीं मानती तो तुमने वही किया जिसमें उस काहे छुपा हुआ है । उसे ये बात समझनी चाहिए । सुमित ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा दमन कडक होते हुए बोला मैं तो यही देख पा रहा हूँ कि वो मेरी पीठ पीछे एक ऐसे व्यक्ति के साथ मिलकर साजिश कर रही थी जिससे मैं शायद सबसे ज्यादा नफरत करता हूँ । हम लोग कार्तिक के बारे में जितनी कम बात करे उतना बेहतर होगा । मैं अपनी की ओर बडा अपने डाॅग नहीं ऍम स्पताल गया था और तुम जानती हूँ मैं उसके बारे में बुरा नहीं महसूस करता हूँ । मैं सोच रहा था की चलो अच्छा ही हुआ । वे अगले कुछ महीनों तक अगली किताब नहीं लिख पाएगा । क्या तुम जानती हूँ कि मैं और क्या सोच रहा था? अगर मैं मर जाता तो मैं बहुत ऊंचाई से नहीं दे रहा था, अपनी बताई लेकिन फिर भी वे अस्पताल में टूटा फूटा लेटा हुआ है । अगर मैं मर गया होता तो क्या तो मुझे बताती एक व्यक्ति मेरे कारण मर गया होता । अपनी मेरे सिर पर दो लोगों की मौत का इल्जाम पहले से है जो मेरी कार से कुचलकर मारे हैं तो मैं एक और नाम जोड दिया होता तो समेटने बीच में टोका है, दुर्घटना थी उसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं थी । सुमित ने अपनी के ऊपर हम रखा ताकि रहे चुप रहे और यहाँ बैठकर अनुमान लगाना व्यर्थ है तो हताश थी और उसने जो भी क्या तुम्हारे वाले के लिए क्या हो सकता है कि वो ऐसा कुछ नहीं करती क्योंकि तुम पहले ही मेरे पास आकर अपने और श्रेयसी के बीच चल रही बातों को बता देते । मेरे विचार से तुम्हारा पीछा कर समस्याएँ खडी कर रही है और तुमने मुझे एनजाइटी अटैक के बारे में क्यों नहीं बताया? दमन उपेक्षा पूर्वक हस्ता है तो ठीक है । अब तो मैं ऐसी की समस्या के बारे में पता चल गया ना तुमने इस बारे में क्या क्या तुम कर भी क्या सकते थे? उसी ने जो कुछ भी किया है, मामूली है । अपनी ने कहीं अधिक बढकर बत्तर काम किए हैं तो अपनी के साथ उसकी तुलना नहीं कर सकते । निष्ठावान में शादी शुदा है समझे मैंने कहा था ना उस लडकी को किसी भी वार्तालाप में शामिल मत करो । लेकिन फिर भी तुम ने क्या समेत नहीं कहा पागल है वो खतरनाक है । धवन ने अपनी आंखें घुमाएं, ये तुम्हारी गलती हो सकती है । भैया जब तुमने मुझे सही ईमेल आईडी भी होती तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ होता । धवन ने शिकायत दर्ज थे ये है कि यदि उस समय मैंने उससे बात की होती तो कौन जानता है कि मैं अपनी से मिला भी होता या नहीं । समेत का चेहरा काला पड गया । मैं यहाँ माफी मांगने के लिए मौजूद है और तुम मुझसे इस तरह पेश आ रहे हो कि तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है । उस समय हमारे साथ कौन थी जब तुम्हें खडा रहे थे । उसने जो किया उसे माफ नहीं किया जा सकता हूँ । दमन गुर्राया, अंततः अपनी ने नजरे उठाई और दमन से नजरें में लाई हूँ क्या तो मुझे किसी से बात कर रहे हो । मैं बात क्यों ना करूँ? ऐसी है जो सब कुछ ठीक कर सकती है । मैं जानता हूँ कि मुझे कभी धोखा नहीं देगी । सुमित ने अचंभित होते हुए दमन की ओर देखा, क्या आप बकवास है? अपनी ने मेज के किनारे से अपना लापता बैग उठाया और उठ खडी हुई नकली मुस्कान लाते वह वह बोली, शुभकामनाएं तुम कहीं नहीं जा रही हो । इस मकान को समझना ही पडेगा । तो मैं बोला तुमने अपना निर्णय ले ली । आए सब कुछ हो गया है । मैं उसे शुभकामनाएं देती हूँ । ये दिए है । इसी में खुश है तो इसे रोकने वाली मैं कौन होती हूँ? सुमित ने अपनी का रास्ता रोक लिया क्या? कैसी खुशी तुम दोनों के साथ समस्या क्या है? मुझे जाना है । अपनी बोली और सुमित से रास्ता देने को कहा । सुमित ने दमन सहयोग से रोकने और बात करने की अपील की । ऍम बिना प्रभावित हुए अपने मोबाइल फोन में ही मशगूल रहा । अपनी एक भी शब्द बोले बिना वहाँ से चली गई तो बहुत बडी गलती कर रहे हो । मुझे उस लडकी का नंबर दो समय चलाया । सुमित मेज की ओर बढा और दमन के फोन में झांकने का प्रयास किया । इसके पहले के समय फोन उठा पा था । दमन ने फोन हटा दिया । सुमित नहीं । उसे फोन मांगा । दमन खडा हो गया और उससे बोला कि उसे जाना है । सुमित ने दमन का रास्ता रोका और उसके हाथ से फोन लेने का प्रयास करने लगा । दमन ने मना कर दिया । सुबह छीनने का प्रयास करने लगा । धमने धोडा सा प्रतिरोध किया । लेकिन जब सुमित नहीं माना और छीना झपटी करने की कोशिश करने लगा तो दमन ने उसके जबडे में एक होता जड दिया । सुमित लडखडा गया लेकिन पीछे नहीं आता । मैं तुम है मारना नहीं जाता था । दमान ने चेतावनी नहीं, वह तमन के पास वापस आया, सामान्य उसे जगह लिया और अपना घटना समय की छाती पर रख दिया । समेत लडखडा घर के क्या दोबारा उठने का प्रयास करने लगा । उसके पहले कि वह अपने घुटनों के बल उठने का प्रयास कर पाता धमने सुमित की छाती पर एक और लाख हमारी । मैं तो मैं अपना अंतिम अवसर बर्बाद नहीं करने दूंगा । समेत के ऊपर खडे खडे दमन ने कहा और वहाँ से चला गया ।

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लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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