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Part 31 in Hindi

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AuthorAditya Bajpai
लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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भाग टिकट दुर्घटना उपरांत अवसाद की बीमारी पी । टी । एस । टी । से जूझते लोगों में यह बात एकदम सामान्य भारतीय पूरी तरह से बीमारी की वापसी नहीं है । बस दवाई लेनी है और आप कुछ ही माह में पूरी तरह से स्वस्थ होंगे । बस केवल इतना ध्यान रखना है कि आप ऐसे परी द्रश्य से दूर रहे जिनके कारण आपके दिमाग में तनाव आता हो या जिससे दुर्घटना की बात याद आती हो । डॉक्टर नहीं कहा तीसरी बार अपनी कार को चलता हुआ देखने का इरादा नहीं रखता डॉक्टर साहब दमन ने मजाक करते हुए कहा हूँ अपनी को इसमें कोई हाथ से नजर नहीं आया । पिछले तीन दिनों में घटी घटनाओं के कारण पहले से ही बहुत डरी हुई थी । डॉक्टर ने दमन के डिस्चार्ज पेपर पर हस्ताक्षर की है और ये अस्पताल से चलती है । जब से दमन इस अवसाद के दौरे के कारण अस्पताल में भर्ती हुआ है तब से लेकर आज तक उसे भाई और स्मृति लोग के कई दौरे आ चुके थे । जब स्वागत कक्ष में बैठक कर्मचारी दमन के बिल तैयार कर रहा था, उस समय अपनी बोली मैं सोचती हूँ कि हमें तुम्हारे माता बताया समेत को इस बारे में बता देना चाहिए । सुमित को बताना ऐसा ही है जैसे मेरे माता पिता को बताना । मैं पहले से ही कुछ तो की आने वाली परीक्षाओं को लेकर चिंतित हैं और मैं और चिंता नहीं करना चाहता हूँ । मैं ठीक हूँ तो कुछ ज्यादा ही बात का बतंगड बना रही हूँ । बात का बतंगड आती है तो तो बिस्तर पर तुम्हारा पेशाब छोटे देखा है तो बार मैं पहले कभी पता नहीं डरी थी । ठीक है नहीं, ठीक नहीं है । मैंने ॅ और छठ के खाते देखा है । मुझे लगा मैं इतने गुस्से में थी कि तुम्हारी मदद नहीं कर सकी तो उनकी मेरी आंखों के सामने थे और मैं कुछ भी नहीं कर पा रही थी । इसीलिए तो लोग एक दशक तक पढाई करने के बाद डॉक्टर बनते हैं । धान की तुम जैसे लोगों को मदद ना करनी पडेगी । अपनी ने रिसेप्शन पर ना इसको फाइल सौंपी और दमन को गले लगाने के लिए मोडी । यदि अगली बार इससे भी बुरी स्थिति हुई तो अपनी उसकी बाहों मैं रोने लगी । धमनियों से दिलासा दी । ऐसा नहीं होगा तो फॅमिली डॉक्टर ने क्या का? मेरे बाहर सब कोई का नहीं जैसे चलाया जा सके । उन्होंने धवन के अपार्टमेंट जाने के लिए क्या बुलाया, नहीं वो अपनी जली हुई कार के पास एक कॉल करूंगा । अब तो पूरी तरह से धातु के ढांचे में कार बदल चुकी थी । तमन की त्योरियां चढ गयी । अपनी ने उसका हाथ थामते हुए कहा डॉक्टर ने तो में तनाव ना लेने की सलाह दी है और मैं कहा के कारण तो में खोना नहीं चाहती । फॅस कंपनी से इस नुकसान की भरपाई हो जाएगी । इसलिए इसकी चिंता छोडो कहते हुए उसने धमन का ध्यान हटाया । जब दमन घर पर नहीं था तब अपनी ने मकान के सफाई के लिए प्रोफेशनल कर्मचारियों को फोन किया था और पूरे घर की साफ सफाई करवा दी थी । बडों को भी चमकीले रंग का कर दिया था तो किसी गोलियाँ घर की तरह लग रहे है । लेकिन अच्छा लग रहा है । दमन बोला चाहे हाँ जरूर दमन ने कहा और अपनी के पीछे पीछे किचन में जहाँ पहुंचा उसने सिगरेट जलाई पर अपनी सिगरेट उसके हाथों से लेकर बुझा दी । क्या सिगरेट और पीटीएसडी में आपस में कोई संबंध तोडना दमन ने विरोध जताया और हम सिद्धू भी नहीं करने जा रहे हैं कहते हुए अपनी ने पानी उबालने के लिए रख दिया । धाड में दमन ने दो नहीं कब में चाहे उडेलने में अपनी की सहायता की । वो अपने कब हाथ में लेकर कमरे में आ गए । मैं आज रात जयंती को बुला रहा हूँ । अस्पताल के बिलों के बाद गैर मैं उससे किताब के अनुबंध के लिए बेहतर राशि प्राप्त करने की कोशिश करूंगा है कि थोडा कठिन होगा । ये पहले चलेगा । बहन लोग चाहते हैं कि मैं उनके लिए लिखूँ । मैं उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लूंगा तो तुमने मुझे अस्पताल का फिर भुगतान करने दिया होता हूँ । क्या तुमने अन्य प्रकाशकों के बारे में भी विचार क्या है? अपनी ने कहा मैं नहीं चाहता हूँ कम से कम जयंती परिचित राक्षस तो है तो मैं बंद करके अपना ध्यान लेखन पर केंद्रित करना चाहता हूँ और इसके अलावा कुछ और भी लेखन कार्य करता रहूंगा । डाॅन बोला आपनी सोचने लगी है । इसकी गले लगकर उसकी सारी चिंताएं दूर कर देंगे । ठीक है तुम जो भी सोचों के उसमें तो खुशी मिलेगी । हम तो मेरी माँ की तरह बात कर रही हूँ । या तो दमन बोला आपने मुझे करती है । तो क्या लगता है कि कहा की स्थिति पूर्ण करने में बीमा को कितना समय लगेगा? अपनी नहीं कहा । कम से कम पांच महीने लगने चाहिए । हालांकि मुझे कुछ कागजात भी जांचने होंगे । धवन ने उत्तर दिया हूँ जब पैसे दे तब नहीं करना खरीद लेना हूँ । धवन ने कहा एक बार जल गई तो दूसरी ले ली । दूसरी बार जल गई तो फिर कभी नहीं । कुछ देर बाद अपनी के काम पर जाने का वक्त हो गया । मैं जाना नहीं चाहती थी । तीन दिन से काम पर नहीं गयी थी और उसने अस्पताल में ही अपना काम निपटाया था । जबकि दमन बिस्तर पर बडा काम रहा था और पसीने से धर बता था नहीं तो उनसे कल मिलती । हाँ अवनी नहीं कहा मैं छोड देता है । ऍम मिलकर नहीं कार खरीदेंगे अपनी नहीं कहा । उसने उठते हुए दमन से कहा नहीं जाती हूँ तो थोडा आराम करूँ खिलाफ हूँ । जैसे ही उसने दरवाजा खोला उसने देखा कि धूल से सना हुआ एक लिफाफा पडा है । अपार्टमेंट में प्रवेश करते समय उस लिफाफे पर उनका ध्यान नहीं गया था । उसने लिखा था उठाया की आये धवन ने पूछा हूँ कोई पत्र उसने उत्तर दिया । उसने उजाले में लिफाफे को देखते हुए सावधानीपूर्वक लिफाफे को फाडा । उसके अंदर धवन की कहार के इंश्योरेंस के पेपर थे जिसके ऊपर लाल स्याही से लिखा हुआ था । मुझे ऐसा करना पडा । टीवी मेरे पास और कोई विकल्प नहीं था । धवन और अपनी का ध्यान एक साथ इस बात पर गया कि धवन की कार में आग लगने के एक दिन पूर्व ही उसका इंश्योरेंस समाप्त हो गया था ।

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लंबे कोमा से जागने के बाद दमन को पता चलता है कि वह एक जबरदस्त कार हादसे का शिकार हुआ था, जब उसके साथ एक लड़की भी थी, जो उसे मरा हुआ समझकर हादसे के फौरन बाद वहां से गायब हो गई। अजीब बात है कि उस लड़की का धुंधला चेहरा, सम्मोहित करनेवाली आंखें और उसका नाम श्रेयसी दमन को अब तक याद है, जबकि उसकी याददाश्‍त जा चुकी है। उसने सपने में देखी अपनी और श्रेयसी की कहानियों को जोड़ना शुरू किया, और फिर उसे अपने जबरदस्त लोकप्रिय ब्लॉग में ढाल दिया। कुछ समय बाद दमन अपने ब्लॉग को एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशित करने का फैसला करता है। तब एक खूबसूरत लड़की, जो श्रेयसी होने का दावा करती थी, दमन का पीछा करने लगी और धमकाया कि दमन को अपना जमीर बेचने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा अपना बदला लेने के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी। दमन उससे निपटता, इससे पहले उसे मालूम करना था : क्या वह सच में वही है, जैसा दावा कर रही है? उसे अब उससे क्या चाहिए? अगर उस लड़की की बात नहीं मानी तो उसके साथ क्या होगा? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी। Author - Durjoy Dutta
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