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Part 25 in Hindi

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AuthorAditya Bajpai
हमारी अधूरी कहनी एक ऐसे इश्क़ की कहानी है जो इश्क़ चाह कर भी पूरा न हो पाया, पर अफसोस कुछ कहानियों वहीं से शुरू होती है जहां उनका अंत होता है writer: अर्पित वगेरिया Voiceover Artist : Mohil Author : Arpit Vageriya
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उनतीस अगस्त जिंदगी गिरफ्तार कई बार दिल की धडकनों से अधिक तेज होती है । बहुत सी बातें होती है जब कभी आपको सही लगती है तो अभी आपका कुछ गलत लगता है । आप उम्मीद करते हैं कि आपकी जिंदगी उत्साह से भरी शानदार हो लेकिन ये कभी आपको खुश करती है तो कभी आपको निराश करती है । वो यहाँ वहाँ आपको जिंदगी जीने के लिए और परिपक्व बनाते हैं और ये जीवन भर आपको याद रहते हैं । पांच । जिंदगी में जब बिल्कुल निराश हो चुके होते हैं तब चमत्कारिक रूप से आपको हिम्मत देते हैं । हम सब हमेशा जैसे विचार को काफी पसंद करते हैं क्योंकि ये कहने और चर्चा करने के लिए बहुत अच्छी की है । लेकिन साथ ही हमें ये भी पता है कि हमारे जीवन में जो कुछ भी आता है सब कुछ हमेशा के लिए नहीं होता । हमें जब जरूरत पडती है तब तो चीजों को पीछा छोडना पडता है और बेहतरी के लिए आगे बढ जाना पडता है । तो आप अपने जीवन में सब कुछ लेने की चाहे कितनी भी कोशिश क्यों ना करें, कुछ ना कुछ जरूर आपके दिमाग में घूमता रहता है । फॅमिली हो जाना चाहा था उसके लिए चकित होना या किसी को चकित करना मनमोहक बात थी । हो किसी ना किसी कारण से मैं सोचता था आप क्या अचानक कुछ मिलना या होना वादों से कहीं बेहतर है क्योंकि सारा उसे कोई वादा करने को तैयार नहीं दिख रही थी और वह भी कोई उम्मीद नहीं करना चाहता था । लेकिन ऐसा व्यक्ति बनना चाहता था जो अपनी तरफ से निश्चित रूप से कोई उम्मीद तो ना करें लेकिन उसे बैठने में कुछ न कुछ मिले । जरूर मैं जो कुछ कर सकता था अब उसने किया । लेकिन ये है तो उसकी स्वभाविक इच्छा है कि रह सारा से किसी दिन उसी तरह के प्यार की उम्मीद रखता है जैसे कि रहे उसे दे रहा है । अगर कोई उससे उसके भविष्य के बारे में उसका अनुमान पूछे तो कुछ नहीं कहेगा और जो कुछ उसकी किस्मत में है, मैं अपने जीवन गौर से चकित कर देना चाहेगा और हो सकता है कि है सुंदर यात्रा हूँ । उससे याद किया क्या जाना, कुछ मिलने या होने से कैसा लगता है । उसने अपने माता पिता के जॅान सुंदर सके एक लाकर और उनका कमरा सजाकर उन को चौंका दिया था तो उसे याद आया कि कैसे उसके दोस्तों ने एक जोड की तरह मध्यरात्रि में उसकी छत फांदकर उसके कमरे का दरवाजा खटखटाकर उसे चौंका दिया था । उसे याद आया कि कैसे आपने पहले आकर्षण को दोनों के बीच सबकुछ ठीक करने के लिए सौरी कहने के इरादे से उसने पहली बार उस समय फोन कर चौंका दिया था जब ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी हूँ । उसे याद आया कि कैसे पांच साल बाद अचानक उसने अपने दादा जी को हैप्पी बढते कहकर उन्हें चौंका दिया था और उनकी आंखों में आंसू आ गए । उसे याद आया हूँ कि बारह साल बाद अपने शिक्षक के घर जाकर कैसे उसने उन्हें चौंका दिया था । उसे याद आया हूँ की पहली बार स्काई डाइविंग के लिए दस हजार मीटर की ऊंचाई से छलांग लगाकर उसने अपने आप को ही कैसे चौका दिया था । उसे अपनी है । यादव याद आई जिसमें रह लोगों को जो मिलना चाहिए उन्हें उस समय देकर चौंका देता था जब ये उससे उसकी सबसे कम उम्मीद करते हैं और अब पहली बार उसमें कोई उम्मीद नहीं की । मैं उसे चौंका देने वाली किसी चमत्कारिक घटना घटने की उम्मीद कर रहा था हूँ । जैसे ही उसमें खिडकी खोली उसे समझाया कि बरसात हो रही है । सुबह से बहुत तेज बारिश हो रही थी । उसने टेलीविजन पर एक खबरों वाला चैनल लगाया और देखा के पैनल के कुछ लोग एक दूसरे पर चला रहे हैं क्योंकि मुंबई में उस दिन पिछले एक दशक में सबसे अधिक बारिश हुई थी । मुंबई की हालत का देशभर में असर पडता है और ऐसा लगता है कि हर जगह के लोग इससे प्रभावित होते हैं और इससे जुडे होते हैं । सभी चैनलों पर प्राइमटाइम की खबर आ रही थी । मुंबई के विभिन्न भागों में पहले पत्रकार बाढ के दृश्य दिखा रहे थे और स्थानीय परिवाहन पूरी तरह ठप पड गया था । सोशल मीडिया पर बाढ से एक से एक चिंताजनक चित्र आगे आने लगे थे । मुंबई में पिछले बारह घंटे में साढे चार सौ सेंटीमीटर वर्षा हुई थी । मुंबई बिल्कुल ठप पड गई थी । ग्रेटर जाम हो गए थे । राज्य सरकार अभी भी पानी के पंपों की बात कर रही थी जिनका है उपयोग कर रहे थे । विपक्षी है बोल कर कमियां खोजने में व्यस्त था कि जब स्वयं सत्ता में थे तब उन्होंने भी कोई खास काम नहीं किया था । मंत्री ये सुनिश्चित करने के लिए हवाई सर्वे कर रहे थे, किस ठीक ठाक है जो कि वास्तव कहा नहीं था । रेललाइनों में पानी भर जाने से पश्चिम हार्बर और मध्य रेलवे की ट्रेनों का परिचालन रोक गया । टैक्सी ओला उबर क्या और तो पानी से लबालब भरी सडकों से नदारद थे । फोन शायद ही कहीं कहीं मिल पा रहे थे और लोग मोबाइल की बैटरी खत्म होने की स्थिति में आने को लेकर चिंतित हैं । ऐसा लग रहा था कि अधिकारियों को कोई परवाह ही नहीं थी । टेलीविजन के आयंगर लगातार चलाए जा रहे थे । जो लोग घरों से नहीं निकले थे, ये अपने को खुशकिस्मत मान रहे थे । बहुत से बच्चे स्कूलों में ही फंसे हुए थे । नहीं नहीं पता था कि वे गावं में माता पिता से मिल पाएंगे । लोकल ट्रेनों के यात्रियों ने मुंबई की जीवन रेखा लोकल ट्रेनों में ही बना ली थी क्योंकि वही एकमात्र सूखा और सुरक्षित स्थानों ने मिल पाया था । लोग अपने अपने सगे संबंधियों को फोन कर पता कर रहे थे कि वे ठीक ठाक हैं और लोग तब भी कह रहे थे कि यह बारिश जुलाई दो हजार पांच की बारिश जितनी भयंकर नहीं, क्योंकि अब तक किसी की मौत नहीं हुई है । बारिश में बहुत सी कार्य फंस गई नहीं और स्टार्ट नहीं हो पा रही थी और मुंबई में जगह जगह मिट्टी रचना आम बात हो गई थी । इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा था । वहाँ ऐसे लोग भी दिखाई पड रहे थे जो बारिश में एक दूसरे को ताक रहे थे । आर जे बारिश की ताजा स्थिति बताने में बहुत व्यस्त थे । मुंबई की सरकार ने अगले दिन स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी थी । हालांकि ऑफिस जाने वालों के लिए ऐसा कुछ नहीं था । भारत में ऐसी दलील है कि स्कूल और कॉलेज के छात्र भारी बरसात को नहीं कर सकते हैं लेकिन फिर जाने वाले ऐसा कर सकते हैं । ये एक ऐसी दलील है जिससे हर भारतीय अभी भी समझने की कोशिश कर रहा है । हमेशा की तरह आज सुबह भी मुंबई की बारिश मुंबईवासियों के हौसले की तारीफ के साथ शुरू हुई और उसके बाद सोशल मीडिया पर जगह जगह पानी भरने के चित्र आने लगे । एक घंटे बाद लोग बारिश से जूझ रहे थे और सडकों पर यातायात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे ताकि वो सुरक्षित घर पहुंच पाएंगे । हाँ, अलग से जुडे कुछ फोटो आने के बाद न्यूज चैनलों ने एक बार फिर ऐसी हेडलाइन बनाई जिससे मुंबईवासियों के हौसले की तारीफ की गई थीं । मुंबईवासी जहाँ यहाँ फसे लोगों को अपने यहाँ पनाह देने की पेशकश कर रहे थे । उन्हें भोजन की भी पेशकश कर रहे थे, इंटरनेट में सहायता की पेशकश करते हुए संदेश भरे पडे थे जिसमें लगभग सब ने अपने फोन नंबर और पते दे रखे थे । उस दिन से आज ना भी अच्छे दोस्त ऍम व्यक्ति ने बारिश बंद होने के लिए प्रार्थना की । कहीं जोर जोर से ठंड था तो कहीं सच्चे दिल से की गई उम्मीद थी । शहर में जो कुछ भी हो रहा था और शहर के लोगों के हौसले की परवाह किए बिना शाम को बारिश की हालत और खराब हो गई । भारत की कथित कारोबारी राजधानी एक बार फिर खस्ताहाल थी । आप लोग हमेशा चाहते हैं कि मुंबई शंघाई की तरह बने लेकिन इस वक्त इस की हालत एक ऐसे गांव जैसी थी जिसमें बांध का पानी भर गया हो । एक शहर जहाँ एक अपार्टमेंट खरीदने में लाखों रुपये लगते हैं, वहाँ सिर छुपाने की जगह नहीं मिल पा रही थी । जैसे जैसे रात बढ रही थी बारिश ही तेज होती जा रही थी । कोई नहीं जानता था की है क्योंकि भी या नहीं ये प्रगति का लोगों से यह कहने का तरीका था कि मैं उससे छेडछाड करना छोड दें । लेकिन लोकल ट्रेन में बूढे लोग थे जो हो रही थी सडक पर दिखा रही थी जिन्हें चर्च पानी की कोई जगह नहीं मिल पा रही थी । ऐसे लोग थे जो ट्रैफिक में फंसे हुए थे और नेटवर्क मिलने की कोशिश कर रहे थे ताकि वो अपने परिवार को फोन कर सके और कम से कम उनको बता सके कि वह ठीक है । गूगल मैं बता रहा था कि ग्राफिक में सात घंटे का विलंब होगा । ऍफ सेवाएं मात्र कुछ दूरी के लिए हजार रुपए मांग रही थी । न्यूज चैनलों ने मरने वालों की संख्या बताना शुरू कर दिया हूँ और इसके साथ ही स्थिति डरावनी हो गई हूँ । अरमान ने सारा का नंबर मिलाया और उसका नंबर नहीं मिल रहा था और मान्य उसको एक संदेश भी पहुंचा लेकिन वह भी उस को नहीं मिला । बादलों की तेज गडगडाहट जा रही थी । उसको बिजली गढती दिखाई पड रही थी । इससे पहले उसने प्रकृति का इतना विकराल होती नहीं देखा था । उसकी माँ का फोन आया अरमान तो ठीक है बेटा उसकी माने चॅू अच्छा हेमा मैं बिल्कुल ठीक हूँ । तुम कहाँ हो मैं घर पर बहुत अच्छा । उन्होंने कहा राहत के साथ नहीं । किसी भी कीमत पर बाहर मैं चला और मुझे संपर्क बनाए रखना ठीक है । बेटा ठीक है, माँ में नहीं जाऊंगा । उसने कहा लेकिन मैं सारा की चिंता में ही डूबा हुआ था । क्या तुम्हारे पास पर्याप्त राशन होगा? वहाँ भी मरने नहीं जा रहा हूँ । फरमान ने कहा और उसकी माँ फोन पर ही रोने लगी । किसी कभी ऐसी बात ॅ उसकी माँ ने कहा तो मैं किसी तरह शांत नहीं हो रही थी । सारी मम्मा लेकिन प्लीज क्या तुम मत से इतने सवाल करना बंद कर होगी । उसने प्यार से कहा ठीक है लेकिन वो अपना ख्याल रखना । नाना ने कहा फोन काॅल ते लगातार सारा को फोन मिला रहा था लेकिन उससे संबंध नहीं हो पा रहा था । उसमें ऍम फोन मिलाया ऍम उसने कहा कि वह भी पिछले दो घंटे से सारा का फोन मिला रहा है क्योंकि है दिन में दो बजे के बाद ऑफिस से निकल गई थी । ऍम लग रहा था विक्की का नंबर पहुंचे बाहर आ रहा था हूँ । अरमान को पानी से डर लगता है । असल में अधिकतर मेरे सपने में भी देखता था कि किसी का पानी के नीचे दाम घट रहा है और ये तो पता चला जा रहा है कोई ऐसा जिसे मैं बहुत प्यार करता है । ये तो ये जानना चाह रहा था जो सहायता मांग रहा था और चारों ओर डरे हुए लोगों से सपने में दिखाई पडते थे । लेकिन कोई भी अपनी जिंदगी खतरे में नहीं डालना चाह रहा था । उसे हर बार उस महिला या पुरुष का चेहरा दिखाई पडता था । जो पानी से बाहर आना चाहता था वो लेकिन लहरें उसे वापस ले जाती थी लेकिन दो मिनट से भी कम समय में वह व्यक्ति नजरों से ओझल हो जाता था । हमेशा चलता और हिलाते हुए उसके नींद टूट जाती थी वो । अब तो उसके पास इसका भी कोई हिसाब नहीं रहा कि उसने कितनी बार ये सपना देखा था । हो सकता है कि उससे भी ज्यादा वायॅर हर बार जब भी रहे ये सपना देखता था । उसे तो इससे उबरने में काफी समय लग जाता था तो उसके लिए सांस लेना कठिन हो जाता था । उसके फेफडों में घुटन भर जाती थी । मानूं की कोई सपना नहीं बल्कि सच्चाई है जो उसकी जान निकाल देती थी । दो बार बार सारा को फोन में ला रहा था और वह बहुत से बाहर आ रहा था । उसने उसकी डायरी उठाई और उसका दूसरा पन्ना पडने का निर्णय किया हूँ । आपका हम ने मुझे अगली बार के लिए स्वीकार कर लिया होता तो हमारी जिंदगियां बहुत अलग होती । ऍम ने एकता है सुना होता हूँ की मुझे क्या बोलना है तो खाने बहुत से सुंदर बाल सजा होते हैं । फॅमिली बार बोलने दिया होता तो नहीं हमारे बिहार पर अफसोस नहीं हुआ होता हूँ कुछ अपने प्यार की हर छोटी बडी बात याद है । कैसे शुरू हुआ हूँ किसी ऍम? लेकिन मुझे ठीक किया नहीं पता हूँ की है कैसे पर क्यों खत्म हुआ हूँ । क्या वापसी की कोई गुंजाइश है? उन वालों को फिर जीने का क्या कोई संभावना है? क्या कोई उम्मीद है वो वक्त वो वही वापस लौटा ले जाने की ताकि सभी बहस से लडाइयाँ ऍम जहाँ मुझे कुछ कहना चाहिए था, उन सब को हम सही कर सके । मैंने सुना है कि हम अपना पहला प्यार कभी नहीं बोल सकते लेकिन अभी किस का अनुभव करना बहुत कठिन है । मुझे तो मैं खोने का डर नहीं । मुझे फिर भी तुम्हारा साथ नहीं मिल पाने को लेकर बहुत डर लग रहा है । तुम्हारे साथ । फिर कभी नहीं होने की बात सोचकर उन अधूरे सपने को फिर कभी पूरा नहीं कर पाने की बात को सोचकर फिर कभी पूरे दिल से खुश न हो पाने की बात को सोचकर ऍम कभी अपने प्यार को नाना जी पानी की बात सोचकर भी पूरी तरह निराश हो जाती हूँ । अगर मुझे कभी भी तुम्हारे साथ एक और दिन जीने का मौका मिला कभी भी आज हमारा आखिरी दिन हुआ तो मैं हर चीज के लिए माफी मांगती हूं तो मैं सारी खुशियां देखकर आश्चर्यचकित करती थी तो मैं कभी न छोडने के लिए चुंबन देती ऍफ उसे अपने प्यार का इजहार किया होता हूँ और उसके बाद उम्मीद करती हूँ कि तुम कभी मुझे छोड के नहीं जाते हो तो हर एॅफ बार मुझे उस समय जीत लिया था जब हम पहली बार मिले थे और मैंने अपने को पूरी तरह तो मैं सौंप दिया था क्योंकि मुझे पता था कि तुम्हें व्यक्ति हो जिसके साथ मैं अपनी पूरी जिंदगी पिता देना चाहूंगी । मैं तो मैं बताउंगी की ये सही है की काफी ॅ हो जाती हूँ । लेकिन उसके बाद मैं हर मैंने तब मोबाइल देखती रहती हूँ और जिस रात तो मेरा फोन नहीं उठाते हैं तो मैं सोई नहीं । पार्टी अगर एक आखिरी बार तो मुझे स्वीकारकर शो तो मैं तुम्हारे पास आऊंगी हूँ तो मैं बताउंगी । फॅमिली जिंदगी में एकमात्र व्यक्ति हो, ऍम करती हूँ और शायद कोई और भी मुझे इतनी खुशी ना दे सके तो मैं मुझे तीन हो सकता है कि इनमें से बहुत सी चीजों में मैं विफल रही हूँ । लेकिन मैंने काफी कोशिश की फॅस की बिल्कुल दिल कहता है कि तुम्हें यहाँ होना चाहिए । पिनटेल कहते हैं की धूम मेरे साथ सबसे ज्यादा खुश रहोगे हूँ । मेरे दिल कहता हैं कि कोई चमत्कार होगा लेकिन तुम्हारा तैयार कितना कह रहे ऍम लौट करा सकें द भी तुम समझ सकोगी की है यार कितना गजब होता ऍम मैं ।

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Sound Engineer

हमारी अधूरी कहनी एक ऐसे इश्क़ की कहानी है जो इश्क़ चाह कर भी पूरा न हो पाया, पर अफसोस कुछ कहानियों वहीं से शुरू होती है जहां उनका अंत होता है writer: अर्पित वगेरिया Voiceover Artist : Mohil Author : Arpit Vageriya
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