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Part 20 in Hindi

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140 Listens
AuthorAditya Bajpai
हमारी अधूरी कहनी एक ऐसे इश्क़ की कहानी है जो इश्क़ चाह कर भी पूरा न हो पाया, पर अफसोस कुछ कहानियों वहीं से शुरू होती है जहां उनका अंत होता है writer: अर्पित वगेरिया Voiceover Artist : Mohil Author : Arpit Vageriya
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पुलिस हालत अपनी मोटर साइकिल के पास पहुंचा और आपने बाढ में कुछ दस्तावेज रखें । अरमान ने जो कुछ कहा उसके बाद उसकी गतिविधियां कुछ तेज नजर आने लगी । गायतोंडे ने इससे पहले किसी को इस तरह बात करते नहीं सुना था । वेला पक्का निर्माण की कार में बैठा और उसे चलाने लगा । साडी मैंने शुरू में तुम पर विश्वास नहीं किया था । गोविन्द गायतोंडे ने कहा, अरमान ने आभार में से लाया । क्या तुम्हें लगता है कि तुम्हारी दोस्त किसी परेशानी में होगी? गायतोंडे ने अरमान से पूछा और भगवान ने पूरी बात उसे विस्तार से बता दी तो मैं उसका फोन उठाना चाहिए था । मुझे उन दोनों की फोटो चाहिए । गायतोंडे ने पूरी बात सुनने के बाद कहा और अरमान ने उसकी बात से सहमती जताई । मुझे दुख हो रहा है कि मैंने उसका फोन नहीं उठाया । ने अपने दोस्त का फोन नहीं काट सकता था । उसने अभी अभी अपनी माँ को खोया है । अरमान ने का हम कहाँ जा रहे हैं? अरमान ने पूछा और उसने देखा कि गायतोंडे सारा के लिए कुछ जरूरी फोन कर रहा है । समय बीतता जा रहा है और हमारी आशंकाओं के अनुसार मैं कुछ फोन करके सारा वाट अनुज के फोन की अंतिम लोकेशन का पता करने की कोशिश कर रहा हूँ । हाँ, हम कुछ होटल जा रहे हैं, होटल क्यों जा रहे हैं? आयुष्मान ने पूछा । हालांकि उसके मन में आते बुरे बुरे घायालों से उसका सिर चकराने लगा था । कुछ ऐसे होटल हैं जहाँ महिला को नशे में बेहोश करने के बाद आसानी से कमरा मिल जाता है । अगर तुम्हें पता हो तो तुम समझ रहे होगी कि मैं क्या कहना चाहता हूँ । गायतोंडे ने कहा और अरमान इस बारे में कुछ सोचना नहीं चाहता था । गायतोंडे की पत्नी लगातार फोन कर रही थी, लेकिन उसने बात नहीं । अपनी कमी, इसको ढीला करते हुए उसे उतारने के लिए उसने कमीज के बटन खोल दिया । एक मिनट को अरमान को बात समझ नहीं लेकिन फिर उसने देखा की गायतोंडे कमीज के नीचे आती बाहर वाली टीशर्ट पहने हुए हैं । और ये क्या है? उन होटलों वाली सडक पर जाने से पहले मुझे अपनी पहचान छिपानी होगी । ऐसा क्यों? अरमान ने पूछा और इस दौरान है । लगातार सारावाक अनुज के नंबरों पर फोन करता रहा । हम उन का पता लगाएंगे, एक आम आदमी के तौर पर पुलिस वाले की हैसियत से नहीं । ऐसे बहुत से इलाकों में पुलिस वालों को जाने ही नहीं दिया जाता । उसने कहा और उसके व्यक्तित्व से एक रोमांचक तलाश शुरू हो गई । इस बार ज्यादा केंद्रित और ज्यादा लक्ष्य तलाश पुलिस अधिकारी को पता था कि वे क्या चाहते हैं और रहे इस बारे में आश्वास्त था । इतना चिंतित होने के बाद अरमान ने सोचा कि कोई बात नहीं बता लगाने का तरीका चाहे जो भी हो उसकी सुरक्षा सबसे बडी जरूरत है । जैसे ही लगा कि उसके दिमाग में कुछ निराशावादी खयाल आ रहे हैं, उसने ये सोचते हुए उन्हें बता दिया कि वे हादसे पर हैं लेकिन वह अपने अंदर बैठे लडकों नहीं निकाल पा रहा था और इसके चलते उसके गले से कोई आवाज तक नहीं निकल पा रही थी और गायतोंडे जो कुछ भी कर रहा था उसे रहे चुप चाप देखता रहा । हाल के महीनों में उसकी सारी गतिविधियों का उद्देश्य सारा का दिल जीतना था और उसमें काफी हद तक मैं सफल भी हुआ था लेकिन आज रात में अपने प्यार के लिए लड रहा था । आज रात मैं सबसे खराब आशंका से नहीं पड रहा था जो सामने आ सकती है । पंद्रह मिनट तक कार से यात्रा करने के बाद गायतोंडे को अपने विभाग से फोन मिला और उसकी भूमि हल्की सी बन गई क्योंकि उसने फोन पर किसी को बात करते सुन लिया था । उसने अधिकतर बात मराठी में की और अरमान को कुछ भी समझ में नहीं आया । मैं चाहता था कि वे फोन जल्दी से जल्दी खत्म हूँ । वे आस पास के किसी बार रेस्ट्रो या सार्वजनिक स्थल पर नहीं दिखाई पडे हैं । गायतोंडे ने कहा, इसका क्या अर्थ है? आई मानने व्याकुल होकर पूछा, इसका कुछ भी हो सकता है । कुछ भी की कोई तो परिभाषा होगी । मुझे विश्वास है कि तुम जानते हो और अगर नहीं तो अच्छा है कि जब तक कोई सुराग नहीं मिल जाए तब तक कुछ मचानों आप मुझे और परेशान किए दे रहे हैं । आर मान्य असहाय की तरह कहा, मैं अपनी ड्यूटी में इस तरह का काम पसंद नहीं करता हूँ । उसने अपनी आवाज को अधिक से अधिक स्वाभाविक और शांत करते हुए कहा, मैं चिंतित और तनाव में हूँ । उस से कुछ नहीं होगा । आपको लगता है कि उसने उसके साथ कुछ गलत कर दिया होगा । क्या तुम्हारी आदत है? रहेगा? ऐसे अप्रिय सवाल करने की नहीं । असल में मैं खुद भी अभी बहुत तनाव में हूँ । जैसा कि मैंने कहा है, इस से कोई फायदा नहीं होगा तो मैं चुप रहने की जरूरत है क्योंकि मैं भी उतना चिंतित हो जितना कि तुम ऍसे । हताशा में ये बात कहीं आप क्यों चिंतित हो? आप के लिए तो ये महज एक और मामला है । मैंने अपनी बहन को गुंडों के हाथ होया है जिन्होंने दस साल पहले उसका बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी । मैं उस समय काफी छोटा था, इतनी ताकत नहीं थे कि उनका मुकाबला कर पा था । उन्होंने मेरी आंखों के सामने उससे बलात्कार किया, उसकी हत्या की और उसका शव भी कर चले गए और तब नहीं कुछ भी नहीं कर सकता था । हर लडकी जिससे बलात्कार होता है जिसकी हत्या होती है या घरेलू हिंसा का शिकार होती है, मेरी बहन है और मैं हर उस आदमी को पीट पीट कर अधमरा कर दूंगा । सपने में भी ऐसा कुछ करने की पांच सोचेगा और तुम बेहतर होगा कि चुप रहो । क्योंकि जो महिला लाभ पता है उसे अब मैं अपनी बहन की तरह मान रहा हूँ और मेरा विश्वास करों की मैं भी उतना ही चिंतित हो जितना कि तुम हो, पुलिस वाले नहीं । एक साथ में ये सब के डाला । इससे अरमान को और तनाव हो गया । बॅाल आया पर चुप चाप सोचता रहा क्या क्या कहना चाहिए साडी आेमान नहीं कहा लेकिन गायतोंडे ने कोई जवाब नहीं दिया । क्या आपके पुलिस में भर्ती होने की यही वजह है? मेरे पास और कोई कारण ही नहीं था । उसने कहा और अपनी आंखों में आते आसूम को बखूबी रोक लिया लेकिन आप क्या ट्रैफिक पुलिस वाले नहीं हूँ? नहीं पुलिस पाल में हूँ और आज रात में वहाँ तो तीन चेकिंग पर गया था । गायतोंडे ने होटल वाली उस गली में घुसते हुए कहा जहाँ उन बडे बडे कारोबारियों और फिल्म उद्योग के जाने माने लोगों की गाडियां खडी थी जो यहाँ बेवफाई करते हुए अपने सेक्स की भूख मिटाने के लिए नवोदित अभिनेत्रियों या मॉडलों के साथ हम बिस्तर होने आते हैं । अरमान को वहाँ कुछ ऐसे चेहरे देखे जिनकी तरह बनने की उसके अंदर ख्वाहिश थी लेकिन है जिस तरह की लडकियों के साथ व्यवहार कर रहे थे उसे देखकर अरमान का दल पूरी तरह टूट गया । गायतोंडे ने कार रोकी और अरमान से वहाँ रुकने तथा घूम फिर कडी है । देखने को कहा कि वहाँ कहीं तरह की कार तो नहीं खडी है या कोई और सुराग हूँ । अरमान सडक पर चलता रहा और तनुज की कार की तलाश करता रहा लेकिन वहाँ से नहीं मिली । उसने रोनिता को एक फिल्म प्रोड्यूसर के साथ देखा । अनुमान यही है कि वह वहाँ वहीं करने आई थी जिसके लिए लोग वहाँ आते हैं । अरमान तुरंत वहाँ से हट गया । उसने जल्दी से सडक पार कर दूर तक नजर दौडाई और जो कुछ उसने वहाँ देखा मैं ठीक करने टन रह गया । उसने देखा की कोई कार से उतर रहा है और उसके साथ कोई महिला है । फॅालो लग रहा था और वह महिला बेहद खूबसूरत थी । उसे शक हुआ कि रेजर देख रहा है क्या सही है । उसने मन ही मन चाहा कि उसकी आंखों ने गलत देखा हूँ । मारेगी कुछ भी हो । मैं परिचित आवाज धीरे धीरे बात कर रही थी जो उसके कानों में पढ रही थी । बेहद चकित रह गया तो उन दोनों को देखता रहा और उसका मन कर रहा था की वहाँ जाए और उन से बात करें । लेकिन उसे हिचक महसूस हुई । हाँ नहीं, नहीं खडा रहा हूँ । उसकी टांगे काम रही थी । उसे पता था कि वह इस घटना को कभी नहीं भूल सकता और मन ही मन हो रहा था । आपने परेशान भी था और बेचैन भी था तो सरकार की ओर लौट आया और गायतोंडे से मिला । आप लोग यहाँ नहीं है । कोई सुराग मिला । गायतोंडे ने पूछा, नहीं मुझे कुछ भी नहीं मिला । अरमान ने कुछ हिचके चाहते हुए कहा और टाॅक संदेश मिला । ध्यान उनकी लोकेशन का पता नहीं लगा पाए, लेकिन अंतिम बार उनकी लोकेशन बांद्रा में पाई गई है । उसने अरमान को बताया, देखो हो इस बात की काफी अधिक संभावना है कि वे आज आज वापस आ जाएंगे । हो सकता है कि हम लोग कुछ ज्यादा ही सोच रही हूँ, लेकिन मैं अपनी जांच जारी रखूंगा और जैसे ही मुझे कुछ पता चलेगा मैं तो मैं बताऊंगा । उसने कहा ठीक हैं, क्या एफआईआर करने की जरूरत है? अरमान ने पूछा, नहीं, सुबह से पहले इस की कोई जरूरत नहीं है । बिना एफआईआर के ही हम सब कुछ कर रहे हैं । बेहतर होगा कि तुम घर जाओ और मैं अपनी ड्यूटी पर लौटा हूँ । गायतोंडे ने कहा और उन्होंने अपने नंबरों का आदान प्रदान किया । चिंता मत करो, मैं वापस आ जाएगी । हमने उसे हर बदनाम गली को चैनल थोडा और अब तक वहाँ नहीं मिली है और अगर वह वहाँ नहीं है तो इसका अर्थ है कि वह सुरक्षित है । उसने कहा, काश ऐसा ही हो । मैं भी ऐसी ही उम्मीद करता हूँ । मुझे तो रोज का फोन नंबर बता दो । मैं यहाँ भी पता लगाने की कोशिश करता हूँ कि कहीं इस सामने उसका हाथों नहीं शुक्रिया । अरमान ने कहा और गायतोंडे कुछ संदेश में तनुज का नाम, पता व फोन नंबर भेज दिया । इसके बाद गायतोंडे ने उसे पांच हजार रुपए वापस कर दिया, जो उसने शराब पीकर गाडी चलाने के कारण से वसूले थे । फरमान ने उसे एक औपचारिक मुस्कान दी । अरमान फिर समुद्र तट पर लौट आया । ऍम समुद्र तट पर टहल रहा था । उसे पता था कि आज रात में सो नहीं पाएगा । उसे सारा की याद सताने लगी । उसे उन का मेरे साथ चलना । सारा की मुस्कुराहट उसे नहीं उमंग दे जाती थी । सब याद आने लगी । उसे एक नए शो के लिए । नमूने के तौर पर आज एक एपिसोड की पटकथा भेजने को कहा गया था । लेकिन पिछले छह घंटों से वजन हालत से गुजर रहा था । ऐसे में काम की बात तो उसके दिमाग में रहे ही नहीं । कभी कभी जिंदगी भी हमारे साथ अच्छी खेल खेलती हैं । पच्चीस व्यक्ति से हमारी सोच की शुरुआत और अंत दोनों होते हैं । वही हमारी खुशी या कम का एकमात्र कारण बन जाता है । वो अपने को जितना मजबूत समझता था मैं उससे कई ज्यादा मजबूत है । सामान्य स्थिति में लौटने के लिए कोई कारण चाहता था और उसे मैं सारा के एक संदेश के रूप में मिल गया । प्याज मुझे वास्तव में बहुत अफसोस है । मेरे फोन बंद हो गया था और मैं भूल गई थी कि मेरे पास पावर बैंक है । तुम जरूर मुझे बार बार फोर करने की कोशिश कर रहे होगे । अच्छा मैंने फोन किया था । तब तुम किसी और से फोन पर बात कर रहे थे तो मैं जरूर चिंता हो रही होगी । अगले एक घंटे में मैं घर पहुंचा होंगी । तब महत्व में सब बताउंगी । अभी मैं अनुज के साथ हूँ । उसके साथ डिनर ले रही हूँ तो मैं बहुत सारी बाते बतानी है । घर पहुंचकर बताती हूँ मिलते हैं । सारा का संदेश पडने के बाद अरमान ने राहत की सांस ली । उसे पढने के बाद में मुस्कुराया । लेकिन जब मैं मुस्कुराया तब उसके चेहरे पर तनाव भी था । जब गढा होगी तब मुझे भी तुम को बहुत कुछ बताना है लेते हैं । फरमान ने जवाब दिया । अरमान ने गायतोंडे को फोन किया और उसे ताजा स्थिति बता दी । वो भी काफी राहत में लग रहा था । पिछले कुछ घंटों में उसने जितनी सहायता की थी उसके लिए अरमान ने उसका शुक्रिया अदा किया । इसके बावजूद अरमान ने रात को सडक पर जो देखा था उसी ने बोल नहीं पा रहा था क्योंकि ने साफ देखने के बाद उसका जीवन रुक सा गया था । मैं अपने दिमाग से वह बात निकाल ही नहीं पा रहा था और अपने को ठगा हुआ टूटा और साथ ही दुखी अगर हम हम इतने ही उस कर रहा था ।

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हमारी अधूरी कहनी एक ऐसे इश्क़ की कहानी है जो इश्क़ चाह कर भी पूरा न हो पाया, पर अफसोस कुछ कहानियों वहीं से शुरू होती है जहां उनका अंत होता है writer: अर्पित वगेरिया Voiceover Artist : Mohil Author : Arpit Vageriya
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