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युगल सिंह थाने की ओर रवाना हुआ । पुलिस की गाडी आ रही थी । उसने सडक पर उसे देखा । दारोगा साहब दरोगा साहब गाडी रोक किए । क्या कर बच्चे लाया । दारोगा साहब ने ड्राइवर को गाडी रोकने का आदेश दिया । ड्राइवर ने गाडी रोकी । दो बन्दूकधारी पुलिस उतरे । युगल सिंह के दिल में मदन बाबू के खून क्या धडकन समय हुआ था । उसके मुख से बोली नहीं निकल रही थी क्या बात है । दारोगा साहब ने पूछा मदन बाबू का खून ब्रजकिशोर नहीं कर दिया और वहां से फरार हो गया । कहते हुए उसने कहा मदन बाबू का खून ब्रजकिशोर कर दिया । अश्चर्य से उन्होंने पूछा हर दारोगा साहब जरा चलकर देखिए । युगल सिंह बोला अच्छा चलो । दारोगा साहब बोले आगे युगल सिंह उसके पीछे दारोगा साहब और सबसे पीछे दोनों पुलिस चल पडेंगे । सभी मदन बाबू के रूम में पहुंचे जो में मदद बाबू की लाश थी । वर्ष पर खून का थक्का था । दारोगा साहब देखकर भौचक्के में पड गए । मदन बाबू बहुत बडे आदमी थे । कितनी बार उनसे मुलाकात हुई थी । आज उनका शव सामने दिखलाई पड रहा था । क्या तूने उसे आंखों से देखा है? दारोगा साहब ने पूछा जी हाँ मैंने उसे अपनी आंखों से देखा है युगल सिंह ने कहा, कैसे उसने खून क्या? दरोगा साहब ने पूछा । उसमें खून इस तरह किया है? मदन बाबू रूम में थे । अचानक ब्रजकिशोर तमंचा लिए उसके सामने आ गया । उसने उन्हें धमकी दी । मदन बाबू घबरा गए । उन का दिल धडक उठा । वेसे ऐसा चिल्ला उठे मैं अपने रूम में था जो ही में दौडा । वह गोली मारकर फरार हो चुका था । सारी बातें दरों का साहब ने नोट कर ली हुजूर उस सवारों को ऐसी सजा दी जाए ताकि जिंदगी भर याद रखें । युगल सिंह ने कहा यह बहुत गंभीर बात ही युगल सिंह इसमें मुझे कोई डाउट लग रहा है । दरोगा साहब ने कहा शक की क्या बात है ये सब कुछ तो आपके हाथ में है । युगल सिंह बोला अच्छा थाने की ओर चलो । सभी गाडी के निकट आई गाडी पर बैठे ड्राइवर ड्राइविंग सीट पर बैठकर स्टेरिंग पर हाथ रखा । गाडी को स्टार्ट करते हुए एक्सीलेटर पर पाऊ दबाया । गाडी तेजी से आगे की ओर दौडने लगी । थाने के पास झटकी से गाडी रुक गई । सभी उतरे, ऑफिस की ओर बढे । ऑफिस में पुलिस इंस्पेक्टर बैठे हुए थे । मैं इस पर मुकदमे कि कॉपियाँ रखी हुई थी । उसी उलट पलट कर भी देख रहे थे । दारोगा साहब ने अंदर प्रवेश किया । आप इतनी जल्दी वापस आ गए । दारोगा साहब को देखकर इंस्पेक्टर साहब ने कहा जी हां दारोगा साहब ने पूछा ये देखिए । फाइल को दिखाते हुए दारोगा साहब ने कहा ब्रजकिशोर ने मदन बाबू का खून कर दिया । पढकर आश्चर्य से उन्होंने पूछा जी हाँ छोटा सा उत्तर दारोगा नहीं दिया । रिपोर्ट आपको कैसे प्राप्त हुई? इंस्पेक्टर साहब ने पूछा जब हम गाडी लेकर जा रहे थे तो रास्ते में उसके सिपाही युगल सिंह से भेंट हुई । उस ने गाडी रोकने के लिए इशारा किया । गाडी रोकी गई । सारी बात उसने बताएंगे । हम मदन बाबू के घर पर गए । रूम में मदद बाबू की लाज थी । फर्श पर खून का थक्का था । गोली पेट पर लगी थी । दारोगा साहब ने कहा युगल सिंह कहा है । इंस्पेक्टर साहब ने पूछा युवराज सिंह ने अंदर प्रवेश की और नमस्कार किया तो मदन बाबू की सिपाही हूँ । इंस्पेक्टर साहब ने पूछा जी हाँ । युगल सिंह ने कहा बाद बहुत गंभीर युवराज सिंह दाल में जरूरी कुछ न कुछ काला है । इंस्पेक्टर साहब ने कहा हुजूर इसमें चिंता करने की क्या बात है? आप जितना रुपया चाहे मैं देने के लिए तैयार हूँ । नीचे ये पांच हजार रुपए पॉकेट से पांच हजार रुपये देते हुए युगल सिंह बोला मैं आपसे यही अर्ज करता हूँ की आप ऐसा मुकदमा ब्रजकिशोर पर चलावे ताकि वह कुत्ते की मौत मर जाएगा । ऍम करूँ अब मामला मेरे हाथ में है । रुपए लेते हुए इंस्पेक्टर साहब ने कहा अच्छा हूँ जोर खयाल रखेंगे । मैं चलता हूँ क्या कर जुगलसिंह चल दिया ।
Writer
Sound Engineer