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वो वापस होटल सरटोगा में गौरी अपने कमरे से बाहर नहीं किए । उसकी नजर भोजन के उस पैकेट पर पडी मैंने दरवाजे पर टांग दिया था । ऍम में उसे पकडा और मेहर की कमरे की तरफ बढ चली जाऊँ । इससे पहले की वह शहर के दरवाजे पर दस्तक देती । मैं हरने दरवाजा खोल दिया था । दोनों महिलाएं एक दूसरे को देखती रहीं । एक दूसरे के मन को पढने की कोशिश थी । शायद दोनों शान्त खडी थी । कुछ भी पर मैं मैं हरने । गौरी के हाथ से मैं पैकेट पकडा और अंदर जाकर खाने लगे । अधिकतर समय उन लोगों ने सांकेतिक भाषा में ही बातें गी डाॅॅ मिनट के पश्चात हो जब खाना खत्म हो गया तो गौरी ने अपने हाथ लाए जैसे पूछ रही हूँ क्या करना है? मैं तुरंत समझ गई और उसने मुट्ठी बांधकर लॉबी की तरफ एक संकेत क्या? गौरी को ठीक ठीक समझ नहीं आया । पर कुछ देर शांत रहने के बाद अखिल गौहरी ने अपना मुंह खोलकर अपना भरा हुआ तो बाहर निकाल दिया । मैं कुछ बोलो की भइया ये भी चुप होगी । मेहर गार्ड के पास कहीं और उसने पूछा ऍम स्टाफ ने पता लगा कर उस होटल का नाम बताया जहाँ पर टैक्सी हमें लेकर गई थी । अगला प्लान उस होटल में पहुंचने का था । ऍम ड्राइवर ने बताया कि अगर आप यहाँ से किसी लोकल व्यक्ति के साथ हो तो ये जगह बहुत सुरक्षित हूँ । तो तुरंत तेज गति की गाडी से सभी महिलाएं चलती होटल पहुंचने पर ड्राइवर को इंतजार करने के लिए क्या कर रहे लडकियाँ तेज गति से उतर पानी गौरी अपनी चिंता को छुपा नहीं सकती थी । उसने होटल टेस्ट पर पहुंचते ही उन पुरुषों की उपस् थिति की पुष्टि कर ली हूँ । वोटर डेस्क के स्टाफ ने किसी लफडा होने की आशंका से बहाना बनाने की कोशिश की । काफी जोर देने और टैक्सी ड्राइवर के समर्थन देने के बाद स्टाफ ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा । गौरी तनिक इंतजार नहीं करना चाहती थी, रहे हैं । कमरे की तरफ भाग जाना चाहती थी जहाँ पुरुष ठहरे हुए थे तो कौन से काम रहा है ये दिल केसरो ऍम ओके ठीक है मुझे श्रेणिया के कमरे का नंबर बताओ ब्लॅक दुविधा में था । ऍम करते हुए कहा कि वे फोन पर बात कर लेंगे । विश्वास प्राप्त करने के पश्चात उसने फोन में लाकर गौरी कपडा दिया । जैसे ही श्री ने फोन उठाया उस पर गालियों की बौछार होने लगी । उसने भी गौरी का नहीं छोडा । इतनी गाली गलौज के बाद पूरे स्टाफ को है सास हो गया । कुछ गडबड होने वाला है । उन्हें महिला स्टाफ की कमी महसूस हो रही थी । उन्हें डर लग रहा था कि कहीं केस नियंत्रन के बाहर ना हो जाए । कुछ ही सेकंड में नाराज मोड में मैं नीचे आ गया । मुझे पता था मैंने कोई गलत काम नहीं किया है । बस समय समय बडे जालसाज हैं । मेरे पीछे श्रेणियाँ और उसके पीछे आर से आ रही थी । अभी तक जो एक तरफ की ही सुन रहा था है अब असभ्यता के चरम पर पहुंच गए थे । मैं ये देखकर अचंभित था की एक स्टाफ का व्यक्ति उन महिलाओं को बुके देने के लिए खडा था । एशिया भी कम नहीं थी । उसने उन फूलों को होटल डेस्क की तरफ फेंक दिया । इंडिया ने मुझे चेतावनी दे दी । वहीं काम गौरी नहीं भी किया । मैं खुद का समर्थन बज रहा था । मुझे बहुत दुखता । मुझे विश्वास था कि ऐसा भयानक सीन बनने के बजाय दौरी पहले मुझसे बात करेगी तो मैं कई दफा गलत हो सकता हूँ और मुझे लग रहा है कि मैं उस दिन सही था । वो मेहर ने आग में घी डालने का काम किया । उसने श्री इंडिया का कॉलर पकडकर खींचने की कोशिश की । ये मान लीजिए कि हाथापायी होते होते बची । उस वक्त हम सभी ने बीच में हस्तक्षेप किया और महिलाओं से ये झगडा बंद करने का आग्रह किया । ऍम चलाई की वहाँ उसके डेंटल लेने की एक वक्त क्लाइंट थी । गौरी गुस्से में छोड कर चलती है । ऍम कुछ देर वहीं खडी नहीं । मैंने ड्राइवर से क्या आप की चाबी ली और उसे अपने बगल में बैठा लिया । जैरी कुछ बोलना चाहता था और उसने चुप रहना बेहतर समझा हूँ । मैंने देखा कि टॉम ने उसे मना किया था । ये मेरा दुर्भाग्य था । मैं जब गाडी बाई तरफ दबाने की कोशिश कर रहा था तो एक कार से हल्की सी टक्कर हो गई । हमारे पास गाडी को रोककर किनारे खडी करके एक अन्य नजारे का साक्षी बनने के सेवाएं कोई चारा नहीं था । उसका एक व्यक्ति उतरा और बोलने लगा अंधे हो गया क्या? मैंने भी उस से वही प्रश्न कर दिया । उसने जवाब दिया हूँ, हिन्दुस्तान से हो और वहाँ का एक सीनियर पुलिस ऑफिसर हूँ । तुम वालों मैं भारत का राष्ट्रपति हूँ । शहर में ही हो कर के क्या नहीं लगा । इससे पहले कोई और प्रतिक्रिया होती । उसी कार से एक लंबी खूबसूरत जहाँ नेवाल शांत महिला बाहर निकली ऍम प्रत्यक्ष रूप से यह सुनिश्चित कर लेना चाहती थी कि कोई झगडा फसाद ना कोई गाली गलौज ना हो और किसी का सर का फोटो, उसकी भावनाएं और इशारा देख कर दिया ही समझा जा रहा था । बहस दिया है कि ड्रेस में आकर्षक लग रही थीं । दूर होने के बावजूद उसकी मैं मुझ तक पहुंच रही थी । मैं खुद शर्ट तो उससे नजरे हटा ही नहीं पाया हूँ तो छोडो वापस आ जाऊँगी लोग करती हैं । उसने कहा मैं तुम लोगों को छोडने वाला नहीं हूँ । सालों तो कहाँ से आया हूँ । मैं तुम्हारा पासपोर्ट कैंसिल करा दूंगा तो इससे निकलवा दूंगा हूँ । उस महान सोनू नामक व्यक्ति ने कहा है अपनी उस बीवी जिसे हम सभी घोर रहे थे, के सामने दिखावा करने की कोशिश करने लगा । वो मुझे बुरा लगा कि उसने हमें शराबी का ऍम तो ये भी संभव है कि वह झगडा नहीं चाहती थी । जिस वजह से अपने आदमी को समझाने का यही तरीका उसे समझ आया हूँ । अंकल जी बटन बुलाया आपका हम पांच शराबियों में से मैंने खफा होने के अंदाज में कहा मेरा मजाक सटीक था मेरा इरादा सामने वाले व्यक्ति को चुनौती देना था । हूँ सोच अपनी बीवी को कोहनी से झटका देते हुए हमारी तरफ शतुरमुर्ग की भारतीय भागा । उसने मुझ पर झपट्टा मारा । हम दोनों ने एक दूसरे पर मुक्कों की बरसात करदी । जारी फोटो किसने लगा और उस महिला ने बचाने की कोशिश की । यही कोई तीन मिनट बाद हम लोग अलग हुए हैं । उस तीन मिनट में बहुत लाखों से पढे थे । वो मुझे बहुत नहीं पडे थे जितने मैंने उसे दिए । टॉम और जैरी ने एक एक को पकडकर पीछे क्या ताकि झगडा बंद हो सकें । ऍम ने हाथ में लाने के लिए पूछा । हमेशा अपनी धाक जमाए रखने वाले सुमेश उस दिन खुद को हारा हुआ मान रहा था । उसने फिर से शब्दों को वैसे ही वापस कर दिया । उसने अपने परिचय पत्र निकालकर दिखाया है । डीसीपी हैं । एक व्यक्ति द्वारा इस तरह परीक्षा पत्र दिखाना सच में बदला लेने का संकेत था । दुर्भाग्य देखो उस जगह पर मैं राष्ट्रपति का परिचय पत्र दिखाने से चौंकियां । यहीं पर वह मुझ से अधिक अंक बटोर ले गया । अब ये पता लगा लिया गया था । उसके बीवी दृष्टि डीवीडी न्यूज चैनल में काम करती थी । मैं भी विनम्र दिख रही थी । और मुझे ऐसा लगा रहे इस बात से खुश थी कि मैंने उसके पति को कुछ मुख्य जडें मैं अचंभित हो रहा था । ॅ सिर्फ मुझे ही अलग ले जाकर मुझसे माफी मांगने लगी । ये विचित्र था । इसी वजह से मुझे एहसास हुआ हूँ कि उसे पता था उसका पति संकट पैदा करने वाला व्यक्ति है जो कई जगहों पर उसे लज्जित करता है । मैंने भी उस हादसे के लिए उससे माफी मांगी और उसकी पीठ थपथपाई, पर उसने कोई जवाब नहीं दिया । हम यह सोचकर होटल की तरफ चल रही है कि आप कोई तकरार नहीं होनी चाहिए । इस तरह की हरकतें हमारे देश की विश्वसनीयता पर सवाल खडे कर देंगी । इस बार ड्राइवर अपनी कुर्सी पर वापस आ गया । हमें भी बडी जोरों की नींद लगी थी । मेरे मन में पूरे रास्ते भर यही खयाल चलता रहा कि आज का दिन कितना खराब था । यहाँ तक कि गौरी और महर ने कितनी गंदी तरह बर्ताव किया । मुझे किसी होटल में किसी बहुत अच्छे चमत्कार की उम्मीद नहीं थी । मैं यही प्रार्थना कर रहा था कि आज की रात किसी तरह शांतिपूर्वक ऍम स्वभाव के वर्ष मुझे कमरे में सोने की अनुमति मिल गई । गौरी फिर भी कुछ बोल नहीं रही थी तो मैंने भी शांत रहना ही बेहतर समझा । उसने मुझे भी अवसर नहीं दिया जिससे मैं उससे अपनी बात रखता हूँ । सब बडी घटनाओं के बाद मेरा मन भी उसे समझाने के लिए आगे नहीं बढा हो । यह तनाव पैदा करने वाली रात थी । इस वक्त मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैंने कोई गलत काम कर दिया हो । मुझे अब तक कुछ नहीं पता चला कि इस वक्त गौरी क्या सोच रही होगी । जब तक उसके द्वारा लिखा लंबा पत्र जो उसने तकिया के नीचे रखा हुआ था, प्राप्त नहीं हुआ । ऍम हमेशा तुम से ही मोहब्बत की है और हमेशा करती रहूंगी । हो सकता है मैंने तुम्हारा दिल दिखाया हूँ । उसके लिए मैं शाम मानती हूँ । मुझे तो कुछ बताना है ऍफ करती हूँ । शायद इसीलिए मैंने इस तरह प्रतिक्रिया की । मैं खुद को देश को समझ नहीं हूँ । इस तरह की हरकत मुझे पब्लिक के सामने नहीं करनी चाहिए थी । वो मैं खुद को समझा नहीं सके । तुम्हारा दिल दुखाने के लिए मैं माफी चाहूंगी । मुझे लगता है मैंने तो मैं शर्मिंदा क्या मैं माफी चाहती हूँ क्योंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ । जानते हो मैंने लिखना क्यों बेहतर समझा क्योंकि मैं तो हर एक प्यार में पागल हूँ । मैं सिर्फ एकतरफा बात करना चाहती थी । वो मुझे वक्त याद है जब तुम्हारे प्यार में घायल हुई थी मैं मैं इसलिए नहीं था की तुम देखने में अच्छे थे या फिर पैसे वाले थे या जवान हैं । इसलिए कि मैंने तुम्हारी नजरों में अपनी परछाई देखी थी और मैं तुम्हारे साथ सहज महसूस करती थी । पिछले कुछ हफ्तों में मुझे तुम्हारी आंखों में मेरी कोई परछाई नहीं देखो । शायद यही वजह है मैंने आपा खो दिया हो । वो नहीं है । तुम से पहले भी कहना चाहती थी पर मैं सुरक्षित महसूस कर रही थी कि अगर मैंने अपना डर तुमसे बता दिया तो शायद तुम दूर चले जाओ । मैं छुपने लगे कि तुम ही मेरी कमजोरी हूँ । मैं तुम्हें लिखते हुए बेहतर महसूस कर रही हूँ । नहीं हाँ, हमेशा तुम्हारे प्यार में पागल गाडी है । इस अप्रत्याशित प्रेमपत्र को पढ घर पे खुद को दोषी समझने लगा । मुझे कभी नहीं पता चलता कि गौरी इस संबंध में कितना सुरक्षित महसूस करती है । इसमें मेरी काफी भूमिका है । मुझे ऐसा लग रहा था कि सिर्फ नहीं था जो सुरक्षा और आलोचना से गुजर रहा था । एक और कारण था जैसे मैं खुद को आॅल है कि मैं कठोर था ठीक है ये सब विचार ऍम गायब हो गए ऍम पीछे से गाडी का पकडा हूँ लोग निश्चित रूप से नहीं थे पर रहे हमें एक दूसरे का प्यार करने से नहीं रोक सकूँ उस दिन मुझे पता चला ऐसे फर्क नहीं पडता हूँ की घडी में समय कितना हुआ है, दिन है या राहत है । नींद कितनी भी गहरी क्यों ना हो चाहे जो भी बात हूँ अगर तोहरा ब्रेसी तो हमारे बाजू में है तो किसी बात से कोई फर्क नहीं पडता । गौरी मुझ से पहले जब गई थी उसने मेरे कपडों में स्त्री कर दी थी । नाश्ता करने वाली डेविल साफ कर दी थी । ऍम कर दिया था और प्यार से मुझे लगाया था ही था । इस की हमारी जिंदगी में कमी मैं सोच रही थी । मुझे और कुछ समझाने की जरूरत नहीं पडी । मुझे महसूस हुआ हूँ कि मेरी बीवी पास आ चुकी है । दोनों ने किसी विषय पर बात नहीं खेलों से पता चल गया था । मैंने भी खत्म कर लिया है । रखा है तो उसके तकिए के नीचे से मेरे बैग में चला गया था । तो मैंने उठते ही प्यार से गाडी का क्या उसके सिर का पकडकर हो तो से प्यार सचिव मान दे दिया । गंगा अपनी सीट से उठी बट तालियाँ बजाने लगी । उसके पास बताने के लिए कुछ अच्छी बातें थी तो फॅमिली थी । मैं अभी भी हूँ और मुझे उस की बहुत याद आती है । ये ऍम की ओर ज्यादा चुके हो । वाॅर्ड की तरह थी कि किसी फिल्म ॅ गंगा के साथ मीटिंग बहुत थकाऊ होती जा रही थी । अपनी पुरानी यादव को संजोकर उनकी उधेडबुन करना और उन्होंने लगातार बातों के मध्यम से पहुंचाना पूरा सिस्टम खराब किए दे रहा था । मेरे पास एक ही उम्मीद थी कि इस मीटिंग के बाद कुछ न कुछ सकारात्मक परिणाम निकल कर आएगा । वो गंगा खुद भी बहुत संवेदनशील महिला है थी और मुझे ड्राइव पर ले जाने की मांगी पे कुछ गाने सुनना चाहती थी । और आज मैं कटा को नहीं तरह से सुनना चाहती थी तो थोडा असंवैधानिक होते हुए हमने कारोबार कार्य में वार करने के बारे में सोचा हूँ । वाइन शॉप से मैंने अपनी प्यास बुझाने के लिए एक बियर खरीदी । उतनी देर में गंगा कवाब लेने चली गई । हम जयपुर हाइवे पर निकल आए । हम अपनी सीमा में रहना चाहते थे खासकर ये जानते हुए कि पीने के बाद गाडी चलाना दंडनीय अपराध है । हम हमेशा सुरक्षा का ध्यान रखते थे और इसलिए हमने सीट बेल्ट बांध ली थी और गाडी की रफ्तार साठ किलोमीटर प्रति घंटे से कम ही रखनी थी । वो मैं नहीं कारोबार श्रेणिया के साथ भी किया है । तो मैंने बताया लॅास ही मिले किससे हाँ ना मिले उसको ऍफ नहीं नहीं गया । गाडी से मोहब्बत निभाने के पश्चात हम लोगों ने शहर दिवारी में ही रोकने का निर्णय लिया हूँ । काफी वक्त भी हो चला था जब परिस्थितियों ने इतनी प्यार विलासता से रहने का अवसर दिया हो । मैंने तुरंत अन्य लोगों को अपने प्लान से अवगत करा दिया । वही दूसरी तरफ जैरी मेहर को मनाने में सफल हो गया । ये कोई कठिन काम नहीं था । आखिर गौरी प्रसन्न है तो मेहर को भी खुश रहना पडेगा । वो जैरी मुझे आभार व्यक्त करना नहीं बोला । उसका फॅमिली रात लडके सिर्फ ऐरोस्मिथ के गाने ही गन बना रहे थे । ऍम का बहुत बडा ऍफ टाइलर हवाना पर कदम रखना चाहता था जिससे इसकी जादू भरी आवाज इस कैरेबियाई द्वीपसमूह में आकाश तक पहुँच जाएगा । वो ऍम गौरी और मैं बिस्तर से ही नहीं होते । ॅ ना कुछ ऐसा मंजर था जैसे कुछ नवयुवा लडके पागल हो जाते हैं, ठीक वैसे ही हम लोग उस रात बहुत ही वायरल हो गए थे । ऍफ शक्ति है आपको कोई बडे छोटे कौन? सेट को छोडने का कोई गम नहीं होता । जब आप अपने पसंद है, काम करते हूँ वो ही अधिकतर सही होते हैं । इस बार भी हमारी पसंद बिल्कुल सही थी । फॅसने प्रवेशक से बात कर अपनी सीट ढूंढीं शिरनिया भी आर्शिया के साथ वहां पहुंच गई थी । साफ तौर पर मैं अनिच्छुक थी । जब उसने मुझे और नफरत करने वाली मेरी बीवी को नहीं देखा तो उसने राहत की सांस ली । जहरी ने श्रेणिया की तरफ आप हमारी बदले में वे भी मुस्कुराती । ये हैं इस बात का संकेत था की उसके अंदर का गुस्सा शांत हो चुका है । अगले ही पल जैरी ने सोम और उसके प्रतिन इंडस्ट्री को देखा ऍम गया तो मुझे पहचान नहीं पाया । पर दृष्टि से पहचान गई वो जैरी और श्रेणियाँ बातों में मशगूल हो गए । उन सभी ने संगीत का भरपूर आनंद लिया । कुछ इस तरह से उन लोगों ने हमें पूरी कहानी बताई थी और कुछ मीडिया भी दिखाए थे । क्यों बाकी रोमांचकारी ट्रिप का आखिर सुन्दर हो ही गया । संयोग हैं तब सभी की वापसी की टिकट एक ही फ्लाइट और एक ही दिन थी । यहाँ पर हम सभी से मतलब उस पुलिस ऑफिसर और उसके प्रतिनिधि ऍम तथा उसकी मित्र ऍम सभी एक साथ यात्रा कर रहे थे । मेरे दृष्टि के साथ हाय फैला हुआ ने मुझसे नजर तक नहीं मिलाई । डिस्ट्रिक्ट में यही कहानी थोडे दुखद अंत बढाकर खत्म हुई थी । ऍम की तरफ देखा ऍम को प्रभावित करने की कोशिश में जुटा हुआ था । मैंने साफ तौर पर यह पता लगा लिया कि इन दोनों के बीच ॅ की रात अधिक बातचीत नहीं हुई थी । कुछ पता था इसका दोष मुझे ही दिया जाएगा । जबकि गौरी और मैं इसकी मुख्य वजह थी । पर मुझे अभी भी विश्वास था कि सब कुछ अच्छा हो जाएगा । ये सब इसी बात पर निर्भर करता है । ऍम इन सब चीजों को किस तरह लेता है । जेम्स हमेशा की तरह काम पर लगा हुआ था हैं । हम सभी की जासूसी कर रहा था । मैं हर जैरी पर निगरानी रख लेता हूँ और मैं वही सभी पाॅक्सो उस मुझ पर नजरें गडाए हुए था । मैं अपने अवलोकन से एक बेहतरीन कहानी बोलने की कोशिश कर रहा था । ऍम फ्लाइट में हुई घोषणा नहीं, मेरी आंखों में अवरोध पैदा कर दिया और मुझे सीट पर बैठना पडा । ये लंबी उडान थी । कुल मिलाकर बत्तीस घंटे की पहला स्टाॅफ इमान बदलाव ऍम था । इस तरह की फ्लाइट में ही कहानियां बुनी जाती हैं । लाइट मैं हर तरह के चरित्र के साथ बैठे हुए थे । ठीक एक फिल्म की तरह मैं इस बार आराम से डाल खेल सकता था । मैं कुछ देर और बिताने के बाद मध्यावकाश की घोषणा करूंगा वो गौरी ने सोने का इरादा क्या? मैं दो पैक सिंगल मॅन डाउन हो चुका था । मेरी सीट फॅमिली के बिल्कुल बगल वाली थी । तकरीबन फ्लाइट में एक घंटा बीतने के बाद मैं हर किसी पर नजर रखने लगा हूँ । कुछ ट्वीट पास में मैंने जैरी को पैर फैलाते हुए देखा । जैसी में उसकी तरफ चुका । उसने हमेशा की तरह मेरी तरफ अपना हाथ मिलाया और उसकी रोज मर्रा की बातें उसके होठों पर आसानी से बडी जा सकती थी । उसकी सीट के पास ग्लाॅस की की वो तल भारी पडी थी । अपने पीछे बैठी मेहर की तरफ अंगूठा दिखाते हुए उसके होठों पर ये आवाज आसानी से पढी जा सकती थी । वो हम लोगों ने इकनॉमिक लाख का पहला ब्लॉक ले रखा था । ऍम ढूंढने की कोशिश में मेरी जेरी पर नजर पडी । ॅ लोग चालीस का उपयोग कर रहे थे । मैं उन में से किसी एक के बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था ताकि मैं भी जाकर अपनी शंका समाधान कर लोगों काम बाहर निकला । ऍर गया । मुझे बाहर निकलने में पांच मिनट से अधिक का वक्त नहीं लगा । जैरी और श्रेणिया साथ में ही बैठे हुए थे । आपस में बातें कर रहे थे तो मेहर के साथ बैठा हुआ था । अभी भी शौचालय का उपयोग कर रहा था । पिछली रात उसने बहुत गर्म खाना खाया था । क्या एक शौचालय में बहुत देर तक टिक नहीं का यही कारण होगा । तभी मुझे अचंभित करने वाला फॅमिली और सोनू दोनों अलग अलग पंक्ति की सीट में बैठे हुए थे । मैं छिपकर उनकी बातें सुनने लगा । फिर मैंने उनकी बातों को नजर अंदाज करना बेहतर समझा हूँ । जेम्स दौडता हुआ मेरे पास से गुजरा वार मेरे कानों में कुछ बोल दिया हूँ जो मैंने तुरंत नजर अंदाज कर दिया गया । दाद निंबोरकर आगे बढ गया जो उसने मेरे कानों में कहा । उसे मैंने पक्का जासूस करार दिया । मैंने धीरे से चेरी और टॉम को थपथपाया । इसकी वजह से गाडी जा कहीं एकदम से चौंक करोड थी । मैंने उससे पूछा कि आखिर क्या हुआ हूँ उसने बताया की उसने बहुत बुरा सपना देखा हूँ तो उसने बताया कि मुझे मेरे दोस्तों ने धोखा दे दिया है और मैं जेल के अंदर कैद हो गया हूँ और ये भी कि उसने मुझे हमेशा के लिए छोड दिया । ॅ सच में ये बहुत ही भयानक सपना था । अब यही सही गलत है, इंटरमिशन का हूँ ।
Producer
Sound Engineer