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ज्यादा उलझन में पड गए और होने लगेंगे तो मुझसे में हफ्ते हफ्ते छीन सकते । ऍम सच है और यही इसी कमरे में हैं । उसके पेशेंट ग्राहक के साथ संपत्तियों का इतना सुन्दर फिल बनाया है अगर तुम उसके खिलाफ एक और सब बोलोगे ना तो वो तो बाहर ले जाएगा और शाम से बात के काम कहाँ है वो हम उसे नहीं देख पा रहे हैं । लक्ष्य बोला विजय हमारा परीक्षा करवाते की मिस्टर ध्यान से विजय स्थिर उलझन में और आत्मविश्वास की कमी से जूझ रही नजर आ रही थी । रणवीर ने प्यार से अदा को देखा और कहा ॅ मेरी बात को समझो इस समय भारी मानसिक स्थिति उस अब सात क्रस्ट हॉलीवुड एक्ट्रेस की तरह है जो कुछ समय पहले खबरों में थी । वो खूबसूरत पहाडों से आई थी और उसका दावा था कि उसका संबंध एक प्रसिद्ध, स्थापित और रिकॉर्ड जैसे अभिनेता से था जिनके नाम पर कई सुपर हिट फिल्में थी तो सभी नेता नहीं । ऐसे अनावश्यक और असत्य दावों से इनकार कर दिया तो उसने उसे बदनाम करने की भी कोशिश तो सिर्फ एक फिल्म सात करने के बाद एक ऐसे व्यक्ति के साथ रिश्ते के भ्रम में थी जो अभिनय करने में उससे कहीं बेहतर है । लेकिन उस की मान्यता है गलत थी । तुम समझ रही हूँ मैं क्या करूँ? अदा आंखों में आंसू लिए उसे देखती रही थी । ये देखकर रणवीर ने उसके दोनों कंधों पर हाथ रखा और प्यार से बोल रहा हूँ । यहाँ तो वही काम कर रही हुआ था । तुम रिहान के साथ एक रिश्ते की सिर्फ कल्पना कर रही हूँ जो खुद एक वास्तविक पहचान है । तो मैं ये समझना पडेगा कि ये उतना ही निराधार हैं जितना वो केस था । जिसके बारे में मैंने अभी तुम्हें बताया । तुमने अपनी कल पर हमें कुछ ज्यादे बना ली है और अब तुम इस बात को स्वीकार करने से इंकार कर रही हूँ । तुम उस की तरह ईमेल का आदान प्रदान कर रही हूँ । रेहान की मौजूदगी की कल्पना कर रही हो जैसे वो करती थी और सिर्फ बोर्ड आँखों की एक दुनिया में ही रही हूँ जिसका एक अंधेरा पक्ष हैं । उसे सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है क्या तुम उस की तरह जीवन जीना नहीं होगी तो अंत में उसी की तरह मुसीबत पड जाओ की सब कुछ पूछा होते हो । किस भारी प्राइमरी मेलबॉक्स डिलीवरी फेल होने की सूचनाओं से भरा हुआ है? मुझे बताओ क्या तुम साबित करना चाहती हूँ की तो मैं कभी मेल पर उसका जवाब मिला है । ये कहते हुए रणवीर का दिल बैठ रहा था क्योंकि वह जानता था कि ये उसकी बर्दाश्त के बाहर होगा । लेकिन वो ये भी जानता था कि उसे वास्तविकता में और उसके होश में लाने के लिए ऐसा करना जरूरी था । जब उसने ज्यादा का भावशून्य चेहरा देखा और पीछे को एक नया स्पष्टीकरण देने की कोशिश करते देखा तो उसने चलती से कहा उसके पास एक बॉल भी हूँ । अगर वहाँ मौजूद है तो पकडेगा अच्छा सोच रही थी कि उसमें रणवीर को मिस करते कितना समय हो गया था । उसने एक बॉल उठाई और एक पल को कहीं जैसे वो जानती हूँ बॉल का फेंकना सब कुछ खत्म करने का । उसने आंख बंद करके बॉल फेंकी । वो सामने की दीवार से टकराकर उछलते वापस उसे ये समझने में सिर्फ एक पल लगा के पीछे इतने दिनों से उससे झूठ बोल रही थी और ये बात की वो भी रेहान को देख सकती थी । साफ झूठ था, कुछ नहीं । सबसे अधिक आता अपने विचारों से संघर्ष कर रही थी । उस की दुनिया डूबने लगी थी । उसके मन में एक के बाद एक विचार आने लगे । उसने अपने ही विचारों से लडना शुरू कर दिया जब उसने अपना फोन नंबर देखा और रणबीर के फोन से वो नंबर मिलने पर उसका फोन बचने लगा । उसे याद आया कि उस युवा छोडेने कैसी प्रतिक्रिया थी । जब उसने बताया था कि वह भोपाल से वापस आ रही थी तो ट्रेन भोपाल में रूकती नहीं थी । वो रेहान के मेल का इंतजार करती रहती थी लेकिन उसे मिला ऍम एल के अलावा कुछ नहीं मिला । उसे कैसे की मुलाकात हो और आस पास के लोगों का उसे घुटना याद आया । वो फोन की बातचीत, भोपाल की यात्रा फॅस सब कुछ सब एक दम था । अदा को ये जानकर चोट पहुंची की वो एक ऐसी छवि से प्यार करती थी जिसे वह जब भी जरूरत होती थी बना लेती थी । एक एक करके घटनाएं उसके दिमाग में आती नहीं और उसे एहसास कि उसने अपने सच्चे प्यार को टाॅपर लगा दिया था । रणवीर तो फिर उसकी कल्पना बेटे हाल था । उसने रिहान के साथ अपना जीवन बिताने की योजना बनाई थी और उसके सिर्फ एक हम होने की कल्पना नहीं उसे तोड दिया था । वो जानती थी कि वो मतलब भ्रम की स्थिति में थी लेकिन उसके लिए असली दुनिया और अपनी कल्पना के बीच अंतर घटना लगभग असंभव वो एक व्यक्ति के विचार के साथ प्यार करने लगी थी जो उसे समय और वह सब कुछ देता था जो ना उसके माता पिता नही रणबीर उसे दे सकते थे । उसकी उम्र के साथ उसके कल्पना पडती कई और उसे पता भी नहीं लगा कि वह उस की असली दुनिया का हिस्सा पड गई जैसा की नियति का खेल था । वह जरूरत में रणवीर से लिपट गई और सोचने लगे कि उसका आगे का जीवन कैसा होगा और क्या वो कभी सबकुछ ठीक करके भ्रम और वास्तविकता में अंतर कर पाएगी? उसने कभी ध्यान नहीं दिया की विजय एक लाॅगिन थी और उससे प्यार करती थी । शायद उस दिन कुशल और उसके बीच लडाई का यही कारण रहा होगा और उसके ऍम के साथ उसके ब्रेकअप का भी । अब जबकि वो रणवीर के साथ आगे बढकर आपने अभी को पीछे छोडने के लिए तैयार थी तो सोच रही थी कि क्या रणबीर अभी भी उसे पहले जैसा प्यार करना होगा । अच्छा अपनी कहानी खत्म कर चुकी थी और जैसे ही उसने बोलना बंद किया गनवीर ने उसे पानी की बोतल पकडाते । कुछ सेकंड में उसने बोतल का आधा पानी पी लिया । उसने कुर्सी में अपनी जगह पक्की और अब जब कि वह मनोचिकत्सक के सामने अपने बचपन से लेकर अब तक के सभी बातें साझा कर चुकी थी । वो थोडी राहत महसूस कर रही थी । सब कुछ व्यक्त करने में उसे तीन घंटे लग गए और अब उसके चेहरे पर मुस्कान थी, मनोचिकित् सकते हैं । उसे एक शांत कमरे में बिठा दिया था और उसने रणवीर को अपने साथ खाने के लिए कहा था । उससे कई ऐसे प्रश्न पूछे गए थे जो रेहान की छवि तैयार कर सकते थे । पता आराम से बैठ गई थी और उसके साथ मनोचिकत्सक का एक मुश्किल लेकिन शानदार सेशन पूरा हो गया था । तुम आज बहुत बहादुर, मजबूत और व्यावहारिक थी । मनोचिकित्सक तेका और इसलिए अब मैं तुमसे एक व्यस्क की तरह बात कर रहा हूँ । सबसे पहले इस बात की बधाई कि तुम दोनों साथ हूँ और जो प्यार मैं तुम दोनों के बीच देखता हूँ वो अतुल है । उसने कहा तो मैं हमेशा अलग अलग कारणों से और अलग अलग समय पर तुम्हारे दोस्तों, परिवार और रणवीर से दूर कर दिया गया था । और ये ऐसे समय में सामान्य और जैसा की तुमने कहा जब तो उपेक्षित महसूस करती थी अनजाने में तुम्हारे विचार तुम्हारे इस काल्पनिक दोस्त रेहान को जन्म देते थे । चिकित्सा की भाषा में हम इसे डिप्रेसिव, साइकोसिस या अवसादग्रस्त मनोवृति कहते हैं । तो मैं इसके विवरण में जाने की जरूरत नहीं है तो मैं बिल्कुल ठीक हूँ और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति से बचने के लिए मैंने कुछ दवाइयाँ भी लिखती हैं लेकिन वो भी सबसे अच्छी तरह तभी काम करेगी जब दोनों को बहुत सारा प्यार करोगे । एक अच्छी लाइफ तुम्हारे सारे भ्रम को दूर कर सकती है । उन के कहने से ये सब कुछ आसान लग रहा था लेकिन रणबीर जानता था कि ये सुनिश्चित करना उसी की जिम्मेदारी थी कि ये सब तो बारह हो । अदा को उन सब बुरी यादों से मुक्त करने के लिए घर लौटते समय रणवीर उसे चुटकुले सुनाता हूँ और फिर उसने धीरे से आधा को बी जे के चुंबन के बारे में और अपनी पार्टी का पीहू के साथ बिताए । कुछ चट्टल सप्ताह के बारे में भी बताया लेकिन साथ में आधा को हमेशा प्यार करने का आश्वासन भी दिया । अदा को लग रहा था कि वह रणवीर के जीवन में चल रही है । बहुत सी बातों से अनजान थी और उसे रणवीर के डबल प्रमोशन के बारे में सुनकर आश्चर्य भी हुआ । उत्साहित होकर वो रणवीर से इधर उधर के सवाल पूछने लगे और वो खुशी खुशी सबके जवाब देता रहा । उनकी बातें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी । अदा कुछ बातें समझ रही थी लेकिन कुछ बातें उसकी समस्या बाहर थी । शायद कही उन के रिश्ते की खूबसूरती थी । पीछे मुडकर देखने पर दोनों को ही बहुत अफसोस हो रहा था । वे जीवन की सामान्य अवस्था में लौटने के लिए बेताब है और एक दूसरे के साथ समय बिताने कि उनकी भूख दिन पतन बढ रही थी । एक बात थी वो प्यार की राह पर अपनी दूसरी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार थे और अब दोनों ही पहले की तुलना में अधिक परिपक्व पुर और अधिक समझदार हो गए थे । जब घर पहुंचे तो रणबीर के पास एक प्रोडक्शन हाउस से कॉल आई जिसमें उसे एक टीवी शो के लिए स्क्रिप्ट लिखने की पेशकश की गई । एक युवा चैनल के लिए एक दैनिक शो के प्रासंगिक लेखन के लिए प्रस्तावित वेतन जानने के लिए उसके कान खुले थे । उसे जल्दी ही चुनाव करना था कि वह कहानी लेखक के रूप में प्रोडक्शन हाउस में शामिल होना चाहता था या अपने वर्तमान कंपनी में नौकरी चाहते रखना चाहता था । जैसे ही वही तो फ्लाइट में पहुंचे । लक्ष्य ने स्कॉच के दो बोतल खोली जो उसने रणबीर के साथ पीने का वादा किया हूँ । रणवीर ने लक्ष्य को गले लगा लिया । लक्ष्य ने उसे पिछली रात के किए गए बैंकों की सच्चाई बताई तो सिर्फ दीवारों पर पेंट करवाने की योजना बना रहा था । नहीं, उसका फ्लैट छोडने का इरादा था । नहीं, कोई और उस फ्लैट में आने वाला था । हर चीज के लिए तुम्हारा शुक्रिया लगते हैं । तुमने हमें बचा लिया यार । रणबीर होना लक्ष्य मुस्कुराया और सोचने लगा । पिछले कुछ दिनों में भावनाओं में कैसे तो भगवान होते थे । उसे सब कुछ ज्यादा आ रहा था । पिछले कुछ दिनों का छोटा से छोटा विवरण याद आ रहा था, पर वो पूरी तरह से उन्हें अपने जीवन से मिटा देना चाहता था । बाहर सितारे चमक रहे थे और हवा में खानदान थी । लक्ष्य कुर्सी से उठा । अपनी जैकेट उठाते हुए उसे एहसास हुआ कि सर्दियाँ करीब थी । उसने गहरी सांस की और मोल कर रणबीर और अदा के प्रसन्न चेहरे को देखा । इससे पहले वही इतने खुश कभी नहीं लगे थे । उन्हें देख कर पता चल रहा था कि वे एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं रणबीर अब जबकि मैं अहमदाबाद वापस जा रही हूँ, मैं नहीं जानती जीवन कैसे यू टर्न लेता है और आपको वापस उसी जगह ले जाता है जहाँ से आप हमेशा भाग जाना चाहते हैं । मुझे अफसोस है तो उस दिन मैंने कुछ अधिक कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं । लेकिन मेरा एक हिस्सा हमेशा से जानता था कि तुम उस दिन सही थी तो मैं फोन न करने के लिए मैं माफी चाहती हूँ । हालांकि मेरे फोन करने से कोई फर्क पडता था इसमें मुझे संदेह है । मैं उस तरह से तो मैं छोड कर नहीं जाना चाहती थी लेकिन मुझे किसी ना किसी तरह तो खुद को व्यक्त करना ही था । इसलिए मैंने सोचा कि एक लेखक को पत्र लिखकर अपनी बात कहने से बेहतर क्या होगा । एक पत्र तो सब कुछ खत्म करते हैं और हम दोनों के बीच हमेशा के लिए एक याद । पंजाब पहली बार मैं निश्चित रूप से जानती थी । मुझे प्यार हो गया था और ये मैंने तुमसे मिलने से पहले ही तय कर लिया था और हालांकि हम महीनों से बात कर रहे थे लेकिन जब हम मिले तो बात कुछ और थी । मुझे याद है कि जब ते स्कूल में थी तो अपनी चीजों पर सब खुद का अधिकार समझती थी और साझा करना मतलब परवाह करना है की तरफ में कभी विश्वास नहीं करती थी । स्कूल से कॉलेज तक के सफर में अपनी इस आदत की वजह से कुछ याद नहीं है की मैंने कोई सच्चा दोस्त बनाया था । मैं हमेशा वास्तविक दोस्तों में नहीं बल्कि आभास की दोस्तों में विश्वास करती थी । जब लोग मुझे ब्लॉक करते थे मेरी तस्वीरों को लाइट नहीं करते थे । क्या मैसेज भेजने पर अनदेखा करते थे तो मैं होती थी लेकिन असल दुनिया में हुई लडाई से मुझे परेशानी नहीं होती थी मुझे विश्वास दिलाने के लिए सुक्रिया के जीवन वो है जो बाहर की दुनिया में हो रहा है । आभासी दुनिया अद्भुत है लेकिन वो असली दुनिया नहीं है जिसमें हम रहते हैं और सुक्रिया मुझे यह समझाने के लिए कि लाइक्स, कमेंट्स और मैसेज एक व्यक्ति के गले मिलने से और असली स्पष्ट से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं । मैंने तुम्हारे साथ ऐसा बर्ताव कर के बहुत बडी गलती की है । बस मैं नहीं चाहती कि कोई और मैं वैसे देखें जैसे मैंने देखा था । मैं हमेशा तुम्हारे सरनेम के साथ अपने नाम को प्रिंट में देखने की कल्पना कर दी थी तब वो अच्छा भी लगता था । मुझे नहीं लगता कि एक चरित्र के साथ प्यार में पडना एक अच्छा विचार था क्योंकि महीनों तक मैं तुमसे तुम्हारे चरित्र अर्नव की तरह व्यवहार करने की उम्मीद करते रही । लेकिन मुझे समझना चाहिए था कि तुम्हें वो व्यक्ति समझकर जिसका वास्तव में कोई अस्तित्व ही नहीं था । मैं खुद को बेवकूफ बना रही थी और फिर मैं तुम पर अपना अधिकार समझने लगें । मैं बिलकुल भी नहीं जानती कि मैं क्या करने जा रही थी । मुझे लगने लगा था कि हमारे बीच धीरे धीरे कुछ होने लगा है । मैं झूठे विश्वास नहीं जीने लगी कि तुम मेरे थे और तुम्हारा आती बहुत पीछे छूट चुका है । मुझे लगता है तो मैं ढूंढने की कोशिश कर रही थी । वो था तो भरी मुस्कुराहट का एक कारण बनना में हमेशा के लिए तो भारी होना चाहती थी । बस अगर मुझे पता होता कि एक उपन्यास के चरित्र से प्यार करना और एक वास्तविक आदमी से प्यार करना दो अलग अलग बातें होती हैं तो मैंने असल आदमी के प्यार में पडने की कोशिश की होती । अगर मैं जानती की इसका अंजाम क्या हो सकता है तो मैं इस अनिश्चितता में कदम नहीं रखती हूँ । मेरे हम दोनों के बीच की सारी चैट, तुम्हारा नंबर और बाकी सब कुछ डिलीट कर दिया है । मैं विश्वास नहीं करना चाहते कि ये सब कभी हुआ था । हाँ हाँ, मुझे लगता है कि मैं अपनी मां की मौत के कारण को आपने डाइट से इसलिए छुपाने की कोशिश कर रही थी क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि वे अपनी इकलौती बेटी से हमेशा नफरत करें । लेकिन अब मुझे लगता है कि मैं इस अपराध भाव के साथ जीवन भर जी नहीं हूँ । इसलिए परिणाम कुछ भी हो, मैं उन्हें सब कुछ बता दूंगी । मैंने खुद से कहा था कि मैं आगे बढूंगी, बेहतर के लिए आगे पर होगी और रुक कर खुद को चुनौती दूंगी । इससे पहले बहुत हो जाए तो भरे साथ इतना कम समय बिताने के बावजूद मैं तुमसे प्यार करती थी तो मुझे बिना बुलाए तो भारत जीवन में आने का अफसोस । मुझे खुशी है कि उससे एक हफ्ते में मैंने तुम्हें कुछ दिया हो या नहीं । तुमने मुझे वो खास पल दे दिया जिसके साथ जीवन बिताया जा सकता है । तुमसे प्यार करना शायद सबसे अच्छी बात थी तो मेरे साथ हूँ और मैं खो देना । सबसे बुरी बात जो मेरे साथ कभी नहीं हो सकती थी । लेकिन मैं आगे बढूंगी, झूठी अपेक्षाओं के बिना और तुम से दोबारा मिलने की उम्मीद के बिना । क्योंकि कुछ प्रेम कहानियां ऐसी होती हैं तो कभी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंचती । और फिर एक अमर कहानी बन जाती है ऐसी कहानी जिसके बारे में लोग उपन्यास लिखते हैं । फिल्मकार फिल्में बनाते हैं और हमारी कहानी भी उन में से एक है । रणबीर मेरे मुस्कुराने का कारण थे और हमेशा होगी हूँ । उपसंहार मेरा उपन्यास प्रकाशित हुए लगभग एक साल हो चुका है । मुझे लगता है अब अगला उपन्यास लिखने का समय आ गया है । मैं एक साल और समझदार हो गया । मैं ज्यादा के साथ रहता हूँ बल्कि कहना चाहिए था मेरे साथ रहती है और हमेशा लक्ष्य के साथ । सबसे अच्छी बात ये हैं कि हम सब उसी दो बीएचके फ्लैट में रहते हैं । तीन महीने के विस्तान के बाद पता नहीं फिर से काम करना शुरू कर दिया है । पिछले कुछ महीनों से अदा आपने फुले हुये शॉप को भी समय देने लगी हैं । ऍम सिंह और मेरा विश्वास कीजिए वो इस तरह डांस करती है कि मुझे ऐसा होने लगती है । सिर्फ इसलिए नहीं कि वह इतना अच्छा डांस करती है बल्कि इसलिए कि मैं डांस नहीं कर सकता हूँ । आप माने या ना माने उसके लक्ष्य से मिलना मेरा सबसे अच्छा निर्णय था । एक तरह से वहाँ मेरे प्यार को मेरे जीवन में वापस लेकर आया । हालांकि लक्ष्य और था अभी भी बहुत झगडा करते हैं । लेकिन जब दोनों साथ होते हैं तो उन्हें तीसरे की तो जरूरत नहीं होती । वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और मुझे बी जे की बात याद दिलाकर छह खाते रहते हैं । आखिरकार दादा के साथ कई साल रिश्ते में रहने के बाद मुझे अहसास हो गया है । एक दूसरे की खुशी का हिस्सा होना उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना एक दूसरे के दुख और मुश्किल समय का हिस्सा होना । वैसे अब मेरे पास मेरी अपनी टीम है और मैं अभी भी सीनियर मैनेजर के तौर पर काम कर रहा हूँ । ज्यादा के लिए मार्केटिंग में मेरी दूसरी को स्वीकार करना मुश्किल था । लेकिन आप चीजें बदल गई हैं, बहुत बदल गई है । उन में से एक है । राजीव की मुस्कुरा है । वो अब अक्सर मुस्कुराता है । मिल इन पदों नोट होने की कगार पर है और करण अभी भी ऑफिस में शो स्टॉपर है । करन राजीव के सामने उसके नकल उतारता रहता है लेकिन जिस तरह का आधा कारफूर है कोई उसके मजाक का बुरा नहीं मानता हूँ । मेरा उपन्यास एक शानदार बेस्ट सेलर बन गया है और मेरे पास आने वाले दैनिक संदेशों और फाॅर्स में दस गुना पृथी हो गई है । जहाँ तक उस प्रोडक्शन हाउस की प्रासंगिक लेखक की नौकरी की पेशकश के बाद है, मैं वो काम एक फॅस लेखक के रूप में कर रहा हूँ । पहले की तरह मुझे अभी भी अपने पाठकों से बात करना अच्छा लगता है लेकिन जब भी मुझे किसी महिला प्रशंसक का संदेश मिलता है, मुझे पी हूँ कि यहाँ आ जाती है और मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं । हम उन दो अजनबियों की तरह बने रहे जो किसी सफर में एक दूसरे से टकराए, एक दूसरे को अच्छे लगे लेकिन जब आगे बढ गए तो पीछे मुडकर कभी नहीं देखा । बस एक स्मृति बना गए तो वे हमेशा संजोकर रखेंगे और अगर आपके सोच रहे हैं कि बात पीहू का क्या हुआ तो मुझे उस मेल के बाद उसकी कोई खबर नहीं मिली और मैंने उसकी उम्मीद भी नहीं की थी । लेकिन अगर आप चाहते हैं तो मैं कोशिश कर के आप के लिए उसकी कहानी सोचूंगा और जैसा की । मैंने कहा मैं एक नहीं खाने की तलाश भी कर रहा हूँ । एक ऐसी कहानी जो एक बार फिर आपके मुस्कुराने का कारण बन जाएगी ।
Producer
Voice Artist