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muskurane ki wajha tum ho 15 in Hindi

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AuthorMixing Emotions
रनबीर, अदा को चाहता है और उसके लिए दुनिया छोड़ सकता है। उसके पास अच्‍छी नौकरी है, मोटी सैलरी है लेकिन उसकी इच्‍छा कुछ और करने की है। एक दिन काफी सोच-विचार के बाद, वह अपनी नौकरी को छोड़ पूरी तरह से लिखने के काम में जुट जाता है। वह जब इस क्षेत्र में संघर्ष कर रहा होता है, तो अदा उससे दूर होने लगती है। इन सारी उलझनों के बीच, पीहू शर्मा उसकी जिंदगी में आती है, जो उसकी अब तक की पहली प्रशंसक, और पूरी तरह से उसके प्यार में डूबी हुई लगती है। किसका प्‍यार सच्‍चा है अदा या पीहू का? सुनें पूरी कहानी।
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महत्व मैं यहाँ देख कर हूँ तुम कब तक हो यहाँ रणवीर ने पूछा मुझे खुशी है तुम ने ऐसा कहा और मैं यहाँ तब तक हूँ जब तक पहुंचा हो गयी । वो मुंबई में मेरी कहते हैं और सामान से भरी हुई है । तो मैं हमेशा चौंकाते रहने की आदत है ना । मैं बहुत खुश हूँ कि आखिरकार तुम यहाँ गई और सबसे बडी बात मुझे लगता है कि मुझे तुम्हारी सरप्राइज से प्यार हो गया है । तो उन्होंने देखा कि वहां मौजूद सभी ला के उन दोनों को खूब रहे थे तो उसने कहा काम बाहर चलकर बैठना चाहोगे रणवीर ने चारों देखकर का जरूर वो सोसाइटी के प्रवेश द्वार के पास बैठ गए । रणवीर ने अपने एनर्जी ड्रिंक का एक खून दिया । मुझे हमारे सोसाइटी से बाहर का दृश्य अच्छा लगा । ये मुझे अपने अहमदाबाद के बंगले की यहाँ दिला रहा है । रणवीर हसने लगा अब अधिक सहित महसूस कर रहा था । अभी तो मैं अहमदाबाद छोडे । एक दिन भी नहीं हुआ और तुम्हें वहाँ की आप भी आने लगी । नहीं नहीं मुझे याद नहीं आ रही है मुझे बस वहाँ के दृश्य याद आ रहे हैं । ताश मेरे पास ठीक वैसे ही दृश्य के साथ मुंबई में बंगला होता है । तुम्हारे कहने से तो ऐसा लग रहा है जैसे मुंबई, अहमदाबाद या कोलकाता जितना सस्ता है तो वो मुझे नहीं । मुझे तो भारी मजाक करने की आदत पसंद हैं । तो मैं ऐसे मजाक अक्सर होगी तो मेरे साथ मेरे फॅमिली नहीं आ जाते हैं । तब तो वो एक पागल खाना बन जाएगा । मैंने हमेशा से ऐसे घर में एक ऐसे आदमी के साथ रहने का सपना देखा है और मुझे आशा है कि तो मैं मेरे साथ खाने में बुरा नहीं लगेगा । क्या तुम काम भेद हूँ? रणवेन्द्र पूछा बेशक मैं काम नहीं हूँ, हमारा दो बीएचके फ्लैट है और तुम्हें तुम्हारा अपना कमरा मिल सकता है । मुझे तुम्हारी साहस का बहुत पसंद आई । लडकी तो मुश्किल चीजों को भी कितना आसान बनाते हो तो क्या मैं दूसरा कमरा साफ करके उसे और बॉयफ्रेंड बना दूँ । मैं इतना खर्च नहीं कर पाऊंगा, पाॅप है और मुझे कम से कम बीस हजार रुपए महीना देना पडेगा है । ना पी होने, सिर हिलाया और राजीव से मुद्दा बनाकर का और हेलो वह फ्लाइड पिछले दो सालों से खाली पडा है और हमें उससे कोई फायदा नहीं मिल रहा है तो मैं उसके लिए पैसे देने की जरूरत नहीं है वो इसलिए क्योंकि तुम लोग यहाँ नहीं थे । लेकिन अब तुम आ गए हो । तुम यहाँ मजे करने आई हूँ । बदकिस्मती से मैंने तुम्हारी तरह का जीवन आनंद लेना नहीं सिखाया । श्रीमान लिखा मुझे लगता है कि तुम सही कह रही हो । उसने पी हो की ओर बढते हुए कहा लेकिन अगर मैं तुम्हारी जगह होता तो मैं एक एक ऐसे लडके को वो जो लेखक हो और साथ ही बहुत हॉट हैपनिंग हो । अपने फ्लैट में नहीं आना देता । रणवीर ने उसे आप मारते हुए गा । तुमने इतना चार्मिंग होना कहाँ से सीखा तो उन्होंने सर बाते हुए पूछा । वो उसके सवाल का जवाब देता उससे पहले क्रिकेट की टीम से उसके दोस्त ने उसे पुकारा तो वो उस की ओर मुड गया तो मतलब सेल फोन नहीं बोल गए थे । कोई तो मैं लगातार कॉल कर रहा है उसके दोस्तों का थैंक्स रणवीर का । उसने फोन खोलकर देखा तो उसमें अदा की चार ऍम थी राॅ लेकिन वो बोला कुछ नहीं क्या हुआ कौन फोन का तहत मैं? उन्होंने पूछा कोई नया नंबर है । मैं बाद में कॉल करूँगा । पक्का हाँ, रणवीर चुप रहकर देखो के आगे बोलने का इंतजार करने लगा । वैसे भी मुझे लगता है कि मुझे चलना चाहिए क्योंकि मुझे फ्लाइट में सब ठीक ठाक करना है । पक्की बात हाँ, तुम शाम को मेरे फ्लैट पर आ सकते हो । मुझे तुम्हारे मदद की जरूरत हो सकती है । आ सकता हूँ मेरा मतलब बिल्कुल । उसने अनिश्चितता से कहा । ये सोचते हुए की अदा ने उसे इतनी कॉल क्योंकि होंगे थैंक्स बोरडोली । रणवीर ने उसे गले लगाया तो वो उससे कस कभी पट गई और फिर उसके कान में पूरी । मैं तो भारत इंतजार करेंगे । रणवीर मुस्कुराया लेकिन कुछ नहीं बोला और बिहू अपनी कार में बैठकर चले गए । रणवीर के मन में विचारों का संघर्ष चल रहा था । वो सोच रहा था उसे ज्यादा को कॉल करना चाहिए या नहीं ये जानते हुए कि दोनों एक दूसरे से कितना प्यार करते थे और कैसे पिछले कुछ दिनों से उनके जीवन हमेशा के लिए बदल गए थे । लक्ष्य दो से सब कुछ देख रहा था । दो भर के साढे बारह बज रहे थे । ये दिन उनमें से एक था । जब रणवीर और लक्ष्य एक दूसरे की अनदेखी करते । रणवीर ने टोस्टर में अपने लिए बेटा ली और एक कप चाय निकली । वह कब जिसपर रन भी और राजा की तस्वीर बनी थी । तभी लक्ष्य केचर में आया और वहीं काम दोहराने लगा है । जब की रणबीर अपने दोस्तों में मक्खन लगा रहा था । दोनों ने एक दूसरे को देखा लेकिन कुछ कहा नहीं । लक्ष्य की चैन से बाहर निकल गया और रणवीर सोफे पर बैठ गया । अगले कुछ घंटों तक रणवीर सोचता रहा कि नादानियों से कॉल क्यों किया होगा । फिर उसने अपना फोन उठाया और अपनी पुरानी बातचीत देखकर मुस्कुराते हुए सोचने लगा कि पहले चीजें कितनी अलग हुआ करती थी । कभी कभी वह देर रात उसके लिए चॉकलेट से ले जाकर उससे चौका देता था । हालांकि वो यकीन से नहीं कर सकता था की ज्यादा नहीं कॉल क्यों किया था । फिर भी उसने उसे वापस कॉल करने का निश्चय किया । उसने अपने विचारों की गति थी, मिल की । खुद को तैयार करने के लिए एक पल लेकर उसका नंबर मिलाया । अच्छा का नंबर नहीं लगा । दूसरी बार नंबर पिलाने में उसे झिझक हो रही थी । उसने आता था नंबर अपने फोन से हटा दिया । ऐसा पहले भी कई बार हो चुका था । कुछ देर बाद रणवीर ने लक्ष्य की जेब से उसकी कार की चाबियां निकली और साथ में बैठ गया । लक्ष्य बालकनी से औपचारिक मुस्कान के साथ ऍम के आने के बाद से जो कुछ हुआ वह सब जानता था लेकिन उसने जानबूझ कर उसके बारे में बात नहीं की । रणवीर ने सिर्फ खिलाया और कार आगे बढाते । कुछ देर में वह पवई पहुंच गया । बाहर बादल खेलते हुए थे और लग रहा था कभी भी बारिश शुरू हो सकती है । रणवीर छाता लाना भूल गया था और उसे रहेजा बिहार के पास पार्किंग की जगह भी नहीं । मैं कार दूर खडी करके वह भीड ना नहीं चाहता था इसलिए उसने इमारत के निकट एक नौ पार्किंग के बोर्ड के पास कार खाली कर दी । भाषा के साथ की वो तो नहीं होगी । उसने इंजन बन गया और अपना हुलिया ठीक ठाक किया । आईने में दिखाई अपनी छवि से संतुष्ट होकर वह बाहर निकला और पीहू की इमारत की ओर चलने लगा । वाचमैन ने उसे आवश्यक विवरण पूछा और उसके हाथों में फूलों का गुलदस्ता और उपहार देखकर शरारत से मुस्कुराया । रणवीर लिफ्ट में प्रवेश किया और अगले कुछ सालों तक सोचता रहा कि वह बातचीत की शुरुआत कैसे करेगा और बातचीत का अंजाम क्या होगा । वो सातवीं मंजिल पर पहुंच गया । एक पडोसी लिफ्ट के पास खडा था जिसमें रणबीर के बाहर आने पर उसे गुस्से और फिर से देखा । ये सोचते हुए कि वह इतनी देर से लिफ्ट में क्या कर रहा था । गर्मी थी, उसके घुटने पर ध्यान नहीं दिया और सी सात सौ पांच गई बाहर पहुंच गया जिसके दरवाजे पर ऋषभ शर्मा की नेम प्लेट लगी थी । दरवाजे की घंटी काम नहीं कर रही थी इसलिए उसने दरवाजा खटखटाया और एक पर फिर ये सुनिश्चित करने के लिए खुद को देखा कि वह अच्छा लग रहा था । जब कोई जवाब नहीं मिला तो उसने दोबारा खटखटाया । उस ने पेडो को कॉल करने का सोचा लेकिन नंबर नहीं मिला । उसने दो बार पते की जांच करके पुष्टि की कि वो सभी वो सही जगह आया था । निराश होकर वापस लौटने वाला था कि तभी उसने अपने पीछे दरवाजा खुलने की आवाज सुनी । हाई माफ करना दिन भर काम करने के बाद मैं नहीं आ रही थी । उन्होंने माफी के स्वर्ग में कहा, आपने लाल रंग के बाद रूप में वो बेहद खूबसूरत लग रही थी । वो अपने गिले बाल ठीक करने लगे तो रणवीर की आंखें फैल गई और वह पे हूँ की खूबसूरती से संबोधित वहीं खडा रहा हूँ हूँ अंदर आओ रणवीर ने बुक पे और अन्य वो बाहर पीहू को देते हुए का मुंबई में तुम्हारा स्वागत है । बहुत सुन्दर है । बहुत बहुत ॅ जितना संभव था उतना प्यार । चेहरा बनाकर कहा तो सब कुछ कह रहा था । कुछ सेकंड बाद उसने पीहू के अपार्टमेंट में प्रवेश किया और उसके खुबसूरत फ्लाइट को ध्यान से देखने लगा । लिविंग रूम में एक साफ सुथरी लाल कारपेट थी । सोफा इंपोर्टेड और हफ्ते लग रहा था और उस विशाल कमरे में उसे परिवार के साथ पीहू के बचपन की तस्वीर भी देख रही थी । दीवार की दूसरी और उसकी माँ की तस्वीर लगी थी । वो देख सकता था की बीस साल बाद पीहू कैसी लगेगी । वो बिल्कुल अपनी माँ जैसी दिखती थी । तो हमारा घर बहुत सुंदर है । रणबीर ने का पीहू मुस्कुराई और फिर बोली मैं थोडी देर में आती हूँ, ठीक है । उसने कहा तो रणवीर ने सिर्फ खिला दिया । वो सोचने लगा की क्या वो जानती थी कि वह दरवाजे से उसे लगातार देख रहा था । रणबीर खडा हो गया और कमरे में सजी ट्राफियाँ और दीवार पर लटके सर्टिफिकेट्स देखने लगा । पूरे ध्यान से देख रहा था । अंतरराष्ट्रीय रिक्त प्रतियोगिता और विभिन्न प्रकार के नृत्य कार्यक्रमों के लिए लगभग दस और ट्रॉफियां थी । बालकनी से बाहर पहाड का दृश्य था । उसने मुंबई में पहले कभी ऐसा दृश्य नहीं देखा था । उसके घर में चक्कर लगाते हुए उसमें एक सुंदर सर्कुलेशन कम डाइनिंग देखा हूँ । उसके भाई और एक कमरा था जिसमें ताला लगा हुआ था । एक बात पक्की थी फ्लाइट बहुत स्वरुचि के साथ तैयार किया गया था । हर चीज इतनी व्यवस्थित थी की लग रहा था कि इस लाइट को छोड कर कोई गया ही नहीं था । रणवीर चाहे कितना भी इंकार करना चाहता था, पी हूॅं उसे थोडा असहज कर दिया था । बेटों में पीहू ने खेहर प्रश्न उठाया और अपने देश में बालों में फिराने रखी है । वो इस रात अपने रिश्ते को एक नया मोड देना चाहती थी और इस बात को लेकर उसका ही थे । वो जानती थी कि उसे रणवीर को अपनी भावनाओं के बारे में बताना पडेगा और ये भी बताना पडेगा कि वो उसके साथ रिश्ते में होने के विचार से कितना प्यार करते थे । रणवीर ने अभी तक अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बात नहीं की थी इसलिए उसने मान लिया था कि वह अकेला था । क्या वो मेरे साथ संबंध बनाने के लिए तैयार होगा? उसने सोचा पीहू ने मेकप कर लिया था और बालों में प्रश्न भी कर दिया था लेकिन दरवाजे से बाहर जाने के बजाय वो अपने बिस्तर पर बैठ गई और उसने रणबीर को वहीं बुला लिया । रणवीर उसके कमरे की ओर पढा और अंदर गुलाबों की खुशबू से हवा में है । कोठी जब रणवीर उसके बेटों में पहुंचा तो उन्होंने मुस्कान के साथ उसका स्वागत किया । ऐसी मुस्कान तो प्यार से कुछ ज्यादा व्यक्त कर रही थी । उसने जींस और एक हल्के गुलाबी रंग के टी शर्ट पहन रखी थी जो उसकी चमकती गोरी त्वचा को और नहीं आ रही है । रणवीर को लगा कि खुबसूरत खर्चा की आठ आ गई । पीहू की आंखें पूरी और अधिक स्लेटी कम थी । रणवीर उसे दूर से देख रहा था ये जानते हुए कि उसे ये समझने की आवश्यकता थी कि पी हूँ उस की दुनिया में कहाँ फिट होती थी और वो उसके लिए क्या महसूस करता था । गर्मी को गुलामों की सुबह में कामुकता का एहसास हो रहा था और वह ये सोचते हुए कि वो कितनी सुंदर लग रही थी, उसका ध्यान पीहू के घुटने पर चला गया । उसे पीहू का यूज बेबाकी से घूमना अच्छा लगा और उसने कहा, यहाँ बहुत अच्छी सुगंध आ रही है । फिर वो ये मेरा पसंदीदा सुबह है । ये मुझे एक प्रकार की सकारात्मकता से भर देती है । अपने कमरे में पीहू ने उसे परफ्यूम, आरोमा और तरह तरह की मोमबत्तियों का अपना संग्रह दिखाया । कभी कभी अपने संग्रह की कोई पसंदीदा चीज दिखाने के लिए वो उसका हाथ पकडकर थी थी और उससे चौंक आती थी । पीहू के शारीरिक संपर्क ने उसके लिए ये सब आसान बना दिया । वो जानता था कि पीहू उसे पसंद करती है और कमरा दिखाते समय वो उसका प्रयास और उत्साह देख सकता था । रणबीर मुस्कुराया हूँ इस बात के प्रति अनिश्चित क्यों? उसे वो हर चीज पसंद थी या नहीं जिसकी पेशकश पीहू कर रही थी लेकिन फिर भी वह खुश था । ये सच में अच्छा लग रहा है । रणवीर ने परफॉर्म की एक बोतल को देखकर कहा, पीहू ने उसकी ओर देखा । सच में तो मैं इसके बारे में चोट बोलने की जरूरत नहीं है । मैं झूठ नहीं बोल रहा हूँ । सच कहूँ तो तुम्हें तुम्हारी पसंद की चीजों के बारे में बात करते देखकर अच्छा लग रहा है । थैंक्यू हूँ । मुझे लग रहा था मैं तो मैं बोल तो नहीं कर रही हूँ । अब तक तुमने मुझे जो कुछ भी दिखाया है उसका बोरियत से दूर दूर तक वास्ता नहीं है । मुझे उम्मीद है मेरा बार बार इस तरह परेशान करना तो मैं बोला नहीं लगेगा बिल्कुल नहीं । मैं इस पल का आनंद ले रहा हूँ । अब जब कि हमारे बीच की बर्फ पिघल रही है, मैं तुम से पूछना चाहते हो रहा है । जैसा कि मैंने तो भी सुबह बताया मुझे घर के मामले में तो भारी मदद कर के अच्छा लगेगा । ये फ्लैट काफी बडा है और मुझे विश्वास है तुम्हें पसंद आया होगा । ऍम यहाँ पर मेरे साथ रहो । मेरे पास कहने की जगह है पी हो और मैं साल के बीच में अपना फ्लाइट नहीं छोड सकता । ये संभव नहीं है । ये तो कोई समस्या नहीं है । मेरे ख्याल से तो में एक नोटिस देना पडेगा और कुछ नहीं । बातें दोस्त की भी है जिसके साथ में इतने सालों से रहता हूँ । इसके अलावा ना इतने आलीशान अपार्टमेंट पर फिट नहीं होगा तो नहीं लगता है कि तुम सामान्य करन कर रहे हो शायद लेकिन मेरे पास उसके अपने कारण है । चलो भी कितनी फैन्सी जगह है । हमारे पास अपने लिए समय भी होगा और हमें कुछ करने से कोई रोकने वाला भी नहीं होगा । तेरे सवेरे तो मैं अपनी नौकरी छोडनी पडेगी क्योंकि वो तो में वैसे भी उत्साहित नहीं करते हैं तो मैं अपने फ्लाइट की तरह यहाँ किराया भी नहीं देना पडेगा । तो तुम अपनी पसंद कॅरियर में जाऊँ और उससे पहले तो मैं बहुत सारे पैसे बचाने पडेंगे । रणवीर शांत खडा रहा और उसे लग रहा था ऍसे उसे समझाने की कोशिश करते हुए भी हूँ और भी ज्यादा सुन्दर हो गई थी । अगले कुछ सेकंड वो कुछ नहीं बोला । अब तुम आत्मसम्मान, गर्व और भाईचारे का रुकना तो सबूत नहीं करने वाले हो ना । पीहू ने पूछा था मेरा विश्वास करूँ हर सब मुझे भी ये विचार उतना ही उत्साहित कर रहा है जितना तो मैं । लेकिन मैं उस खूबसूरत बंधन को तोडना नहीं चाहता हूँ जो मेरे दोस्त और मेरे बीच है । मुझे विश्वास है कि तुम्हारे यहाँ आने से वो और मजबूत ही होगा । हम एक दूसरे को बेहतर समझ पाएंगे और मेरा विश्वास करो किस तरह के इंसान तुम हु तुम पहले एडजस्ट करोगे और बाद में मजे करोगे तो कुछ साल पहले पुणे में देशी के साथ जाकर रहना याद है । पीहू ने आपसे कहा वो मेरा उपन्यास थापे हूँ । असल जिंदगी उससे अलग है । उन्होंने सिर्फ खिलाया और अगले कुछ सके । कुछ नहीं बोले । उसकी दसरे हर जगह घूम रही थी । लेकिन रणबीर की ओर नहीं । चेहरे पर उदासी क्यों हो? क्योंकि मैं कुछ दुखी सी महसूस कर रही हूँ । मुझे लगा था तो मेरे साथ रहने का विचार पसंद आएगा और तुम अरनब की तरह हो गए लेकिन तो उल्टा कर रहे हो । मैं अहमदाबाद से सिर्फ इसलिए आई थी ताकि तुम्हें और अच्छी तरह से जान सकूँ और तुम्हारे साथ हूँ । रणवीर खुद भी किसी और से ज्यादा अपने आप को समझाने की कोशिश कर रहा था । तो भरी बात से मैं बहुत खास महसूस कर रहा हूँ की हो लेकिन मेरी उम्मीद तो अब मतलब लगती है । जब रणबीर खडा हुआ तो वो हटा के साथ अपने रिश्ते के बारे में सोचने लगा । वे दोनों भी एक सपने जैसी तीव्रता के साथ अपने रिश्ते में आगे बढे थे । जब उनके रास्ते अलग हुए तो वे एक दूसरे को एक नजर से देखने के लिए तरफ से थे और जब वे साथ थे तो हर पल एक दूसरे के साथ बिताना चाहते हैं । वे दिन में कई बार पी लेते थे, घंटों तक फोन पर बात करते थे और एक दूसरे की बाहों में समय बिताना पसंद करते थे । उसे याद आया कि वो सब कैसे शुरू हुआ था । और फिर उसने सोचा कि हर रिश्ते की शुरुआत ऐसे ही होती है । सपने जैसी तीव्रता से सर बाद में विफल होने के लिए कभी कुछ महीनों में और कभी कुछ साल होंगे । हालांकि उन्हें मिले कुछ ही घंटे हुए थे । रणवीर को महसूस हुआ जा सकती हूँ । अभी से ही उसे अधिकतर लोगों की तुलना में बेहतर जानती थी । उन्होंने पूरी शाम बातें करते हुए बिताई । अधिकांश समय पे हूँ जल्दी ही एक मीडिया फॉर्म में शामिल होने के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बात करते रहे और उसके बाद पीहू और रणवीर ने एक तरह से जश्न मनाते हुए वाइॅन् क्या तुम पूरी रात मेरे साथ रहोगे? क्या तुम चाहती हूँ की मैं अच्छा हूँ? बहुत ज्यादा मैं आज रात नहीं रोक सकता लेकिन मैं वादा करता हूँ मैं जल्दी फिर मिल होगा और हम फिर से अच्छा समय बिताएंगे जल्दी आना । रणवीर मुख्य दरवाजे के पास पहुंचा तो उन्होंने उसके कान में फुसफुसाकर कहा और कल ऐसे लगा लिया रणवीर को ये समझने में एक पल लगा की वो कहाँ था । उनकी बातचीत में कुछ अलग सा था । वो सिर्फ पीहू के रणवीर में दिलचस्पी दिखाने की बात नहीं थी बल्कि जिस तरह से वे एक दूसरे को देख रहे थे वो एक अलग अहसास था । उसे पता चल रहा था कि धीरे धीरे उन का रिश्ता कितना गंभीर बनता जा रहा था । पीहू के अपार्टमेंट से बाहर निकलते समय रणवीर का ध्यान गया के लक्ष्य के कार वहाँ नहीं थी जहां उसने छोडी थी । पूछने पर पता चला की वो ट्रैफिक पुलिस द्वारा उठा ली गई थी और उसे अगली सुबह से पहले वापस नहीं मिल सकती थी । इस बात से और इस तथ्य नहीं कि त्रिशा का जन्मदिन होने के कारण लक्ष्य को उस रात कार की आवश्यकता होगी, रणवीर की सांस रुक गई ।

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रनबीर, अदा को चाहता है और उसके लिए दुनिया छोड़ सकता है। उसके पास अच्‍छी नौकरी है, मोटी सैलरी है लेकिन उसकी इच्‍छा कुछ और करने की है। एक दिन काफी सोच-विचार के बाद, वह अपनी नौकरी को छोड़ पूरी तरह से लिखने के काम में जुट जाता है। वह जब इस क्षेत्र में संघर्ष कर रहा होता है, तो अदा उससे दूर होने लगती है। इन सारी उलझनों के बीच, पीहू शर्मा उसकी जिंदगी में आती है, जो उसकी अब तक की पहली प्रशंसक, और पूरी तरह से उसके प्यार में डूबी हुई लगती है। किसका प्‍यार सच्‍चा है अदा या पीहू का? सुनें पूरी कहानी।
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