Made with in India
बहुत देर तक रणवीर को महसूस होता रहा कैसे वो पत्थर हो गया है । फिर उसने थोडा पानी पिया और अपनी बाइक स्टार्ट करना । बी जे के पीछे दोबारा जाने के बजाय उसने घर जाने का फैसला किया । वो खुद को जाता आने की कोशिश कर रहा था कि कुछ नहीं हुआ था या शायद उसने सोचा वो छाना । भगोर, कल्पना या बी जे के दिमाग की कोई उपज होगी या साथ? बात कुछ भी नहीं होगी । उसने थोडी देर इस विचार को आत्मसात करने की कोशिश की । लक्ष्य सही था । उसने सोचा पीछे बहुत हॉट थी । अभी जो हुआ था क्या उसे उसके लिए खुद से नफरत करनी चाहिए? क्या करना चाहिए उसे वो अच्छा से प्यार करता था और वो नहीं चाहता था कि ऐसा कुछ हूँ । उसे उम्मीद थी कि जब वो अदा को ये सब बताएगा तो वो उसे समझेगी । लेकिन वो अदा को क्यों बताएगा? पता नहीं तो अपने पुराने प्रेमी के पास वापस जाने से पहले या पता नहीं कितने लोगों के साथ संबंध रखने से पहले उसके बारे में नहीं सोचा । उसने कभी नहीं सोचा क्या उसका विजय के पास वापस जाना सही होगा । खुद को आश्वस्त करने की कोशिश करते हुए तो सोचने लगा अगर वह बी जे के दरवाजे पर जाकर खडा हो जाए और कहे कि वो उसके साथ कुछ समय बिताना चाहता है तो भी से क्या कहेगी जितना वो उनसे जानता था तो शायद हाँ जी कहेगी । रणवीर नहीं सोचा रणवीर विजय के बारे में सोचने लगा हूँ और उस नहीं आपने कल्पना में उसके साथ प्यार करना शुरू कर दिया । जिस तरह से विजय नहीं उसे प्यार किया था क्या उसमें उसकी कोई उम्मीद थी? जैसे कि वह सच में उसके साथ समय बिताना चाहती थी वरना वो वापस क्यों लौटीं? वो उसे होश में लाने के लिए खप्पर भी मार सकते थी । अच्छी बात थी उसने अपने पिछले संबंधों को एस रोशनी में नहीं देखा था । वो अपने मन में बार बार उन पलों को दोहरा रहा था फॅस के साथ कि वह चीजे से ऐसे और पाँच आएगा ना । दूसरी ओर एक स्वाभाविक चिंता के साथ उसके मन में विचार आया कि उसे बीचे को क्या नहीं करने देना चाहिए था । वो क्या कर सकता था? कुछ नहीं कुछ भी नहीं । उसी समय अचानक बारिश होने लगती है । ट्रैफिक थम गया, आगे पढ पाने में असमर्थ रणवीर नहीं । विजय कॅर बाइक कुमार ईमानदारी से वह सब कुछ भूलकर सीधे पीछे के घर जाना चाहता था । रणवीर ने लक्ष्य को कॉल किया तो उसने नहीं उठाया । रणवीर ने अपना मोबाइल उठाया क्योंकि वह अदा को कॉल करना चाहता था लेकिन फिर रुक गया क्योंकि उसे लगा ऐसा करने से उसके आत्म सम्मान को और चोट पहुंचेगी । जब बीजेपी फ्लैट पर पहुंचा तो उसने देखा वो कॉफी का मान लीजिए आपने डाल करने में बैठी है और कुर्सी पर आगे पीछे झूल रही हैं । नीचे जहाँ वो खडा था वहाँ से हवा और बारिश के कारण इससे ज्यादा देखता ना उसके लिए असंभव था । रणवीर अपनी घबराहट दूर करने की कोशिश करते हुए एक पल पीछे को चुप चाप देखता रहा । उसने देखा कि बी जे फोन उठाकर किसी का नंबर मिला रही है । कभी अचानक उसका मोबाइल वाइब्रेट करने लगा । बारिश में जेब से मोबाइल निकालने में उसे बहुत मुश्किल हो रही थी । उसने एक सुरक्षित दूरी पर बाइक खडी की और ये सोचते हुए जेब से मोबाइल निकाला के बीच की कॉल होंगे । लेकिन जब उसने ऊपर देखा तो विजय पहले से ही किसी से बात कर रही थी और रणवीर के मोबाइल पर पीहू की कौन थी? लेकिन फोन कट गया और रणवीर ने देखा के पीहू के चार मिस्टर कॉल थी । तभी उसने देखा कि बी जे । की बात खत्म हो चुकी है । उसने कांपते हाथों से उसका नंबर पिलाया लेकिन विजय ने उसकी ऑल काट्टी रणवीर के लिए ये बात पचाना मुश्किल था जिसने उसे अभी अभी प्यार किया था तो उसे अनदेखा कर रही थी । रणवीर छपी परेशान होता था । जवाब मिलने तक सामने वाले को कॉल करता रहता था । विजय उसकी आदत से अच्छी तरह परिचित थी और उसने जानबूझकर अगले पांच कॉल नहीं ली । अंतिम जब उसके लिए बर्दाश्त करना असंभव हो गया तो उसने फोन उठाएगा । रणवीर ने उसे फोन उठाते हुए थे । क्या मुझे होश में लाने के लिए ऍप्स मैं बस रणवीर बात पूरी करता । उससे पहले विजय नहीं ऍम डर जाते हुए उसने अपना मोबाइल बाहर ही छोड दिया जैसे जानबूझकर उसके कौन से परहेज कर रही हूँ । एक बार फोन काटे जाने से रणबीर होश में आ गया और उसे फोन करने के लिए शर्मिंदा महसूस करने लगा । उसने बाइक स्टार्ट करती और तभी उसे एहसास हुआ कि उसकी जेब में उसका मोबाइल वाइब्रेट कर रहा था । अचानक तारीफ भी तेज हो गए । उसने फिर से बाइक रूकती और उसे फोन पर एक गंभीर और बेहद तनावग्रस्त आवाज सुनाई दी । आम तौर पर चल पुलिस पीहू की आवाज से बहुत अलग दिमाग उलझा हुआ होने के कारण रणवीर नहीं जानता था । उसने पीहू के कितनी कॉल्स और मैसेज कर दिए थे लेकिन उनकी संख्या उसे ये समझाने के लिए पर्याप्त थी कि पीहू उसे किसी महत्वपूर्ण विषय पर बात करना चाहती थी । पीयूके बोलने का इंतजार करते हुए उसके दिमाग में वो संभावित विषय आने लगे जिनके बारे में वो बात कर सकती थी । लेकिन उन्होंने काफी देर तक कुछ नहीं कहा और लगातार रोती रही । मुंबई में हो रही मूसलाधार बारिश और खुद उसका जीवन में कुछ समय पहले आए अनअपेक्षित तूफान के बाद रणबीर किसी और आपका के लिए तैयार नहीं था । तुमने मुझे बहुत लंबा इंतजार कराया । ऍम मुझे कम से बहुत कुछ कहना है । बिहू रोते रोते हैं । मैं सच में माफी चाहता हूँ हूँ । कुछ देर रुककर वो फिर बोला मैं स्ट्राइक कर रहा था और मुझे तुम्हारी कौन का पता नहीं चला । उसे लगता था सर तो भी थे जिससे बैग किसी भी समय कॉल्स कर सकती थी । लेकिन तुम ने मुझे निराश कर दिया । हर कोई मुझे निराश कर देता है । रणवीर को उसके शब्द समझने में कुछ पल लगे और वह चुपचाप बैठा रहा । जबकि पीहू बोलती रही सुनो मैं जानती हूँ उससे बात करने के अलावा तो हमारे पास लाखों काम लेकिन मैं उम्मीद करती हूँ कि जब मुझे तो भारी वास्तव में ऐसा हो तो तुम मेरी कॉम । इसका जवाब तो अगले कुछ पल दोनों में से कोई कुछ नहीं बोला । रणवीर ने अपने मोबाइल में चेक किया कि वह अभी भी लाइन पर थी या नहीं । हाँ हूँ मैं तुम्हारे लिए हमेशा रहूंगा । लेकिन अभी इस पल में मैं जानना चाहता हूँ कि क्या हुआ कौन सी बात तो में इतना परेशान कर रही है । जवाब में रणवीर को उसकी छुट्टी मिली हूँ । ऍप्स मेरी सबसे प्यारी बडी को क्या हुआ है? क्या कोई दुनिया की सबसे प्यारी लडकी को परेशान करता है? उसके बीच बीच की हिचकियां ये बता रही थी कि वो धीरे धीरे सामान्य हो रही थी और रणवीर की बात सुन रही थी या वो अपने सबसे पसंदीदा लेखक को नहीं कर रही है । मेरा विश्वास करूँ और तुम्हारे लिए कुछ मिल छोडकर आ सकता है । लेकिन अगर वो आया तो तो मैं जोर से गले लगाएगा और हो सकता है बातें वो थोडा शरारती हो जाएगा तो मजाक कर रहे हो ना ट्राॅफी सच बोल रहा हूँ । उसमें स्पष्ट आवास में कहा वो जितना उसे जानने लगा था उतनी ही वह उसे पसंद आने लगी थी । और जब वो कुछ नहीं बोले तो उसे लगने लगा कि कहीं उसे पीहू से प्यार तो नहीं हो गया था । ऍम मुझे मुंबई नहीं आने दे रहे हैं । अच्छा मुझे तो पता भी नहीं था कि तुम मुंबई आने की योजना बना रही हूँ । मैं ऑफिस सरप्राइज देना चाहती थी और फिर मैं तुम्हें बताते तो तुम और ज्यादा हैरान होती है । मुझे वहाँ आने का कारण पूछते हैं । वो भी आते हुए बोली अरे छोडो तो मैं मुंबई में देखने की इच्छा न होने का सवाल ही पैदा नहीं होता । बस मुझे थोडा शरीर हो रहा था वो भी सुखद । मैं नौकरी ढूंढ कर फिर से मुंबई में रहना चाहती हूँ । क्या तुम सच में अपना फैमिली बिजनेस छोडकर नई शुरुआत करना चाहती हूँ? मैं नई शुरुआत तभी करूंगी जब तुम्हें यकीन होगा की तो मुझे मुंबई में चाहते हो । ये किस तरह का संबंध है । जिस तरह का संबंध हम जीवन में तलाशते हैं रणवीर मुस्कुरा दिया । वो पीहू की मुस्कुराहट के बारे में सोचने लगा तो जानता था आपके हालांकि जीवन कई बार आसान नहीं होता था लेकिन हूँ वो लडकी थी जिससे उसके जीवन को दिलचस्प बना दिया था । तो उसकी तस्वीरों की उसके चुलबुली बातों की कल्पना करने लगा और सोचने लगा पीहू के साथ देखे जाने पर उसे कितना गर्व महसूस होगा । तो सोच रहा था कि जीवन में दिलचस्पी वापस पाने के लिए पीहू का मुंबई आना पर्याप्त होगा । मैं जानती हूँ ये अचानक हो रहा है लेकिन मैं मुंबई छोडकर जाने के बाद से ही वहाँ वापस लाने का सोच रही हूँ । लेकिन इससे पहले मैं इतने निश्चिंत नहीं थी । अगर मैं अक्सर मुंबई आकर तुम्हें परेशान करूँ तो तुम्हें पूरा तो नहीं लगेगा । नहीं, बिल्कुल नहीं लगेगा । वैसे भी मैं इस नीरज जिंदगी से बहुत पूरा होने लगा हुआ हम मिलकर कुछ अच्छा समय बिता सकते हैं । इस समय तो ये सब एक सपने जैसा लगता है लेकिन अच्छा है । उसने निराशा भरे स्वर में कहा, वो मेरे डैड को बनाना बहुत मुश्किल है, खासतौर से इस समय क्योंकि उन्हें लगता है मेरा बार बार एक्सीडेंट होने की संभावना रहती है । उन्हें लगता है की अगर मुझे कुछ हो गया तो वे बिल्कुल अकेले हो जाएंगे । उसने कहा, मुझे कहना पडेगा अगर तुम्हारी माँ थोडी बहुत भी तो भारत जैसे हैं तो वो तुम्हारे डैडी को व्यस्त रखेंगे था, रख सकती थी । हालांकि वो मुझसे ज्यादा पागल थी । मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि तो मुझे कोई बुरी खबर सुनने वाली हूँ । एक तरह से दो साल हो चुके हैं । रणवीर को उसके शब्द समझने में कुछ पल लगे । तुमने मुझे कभी नहीं बताया । तुमने कभी पूछा नहीं वो हाँ मुझे माफ कर रहा हूँ । ये कहकर वो चुप हो गया । अब सहित है । उसे गई अजीब लग रहा था । उसने पहले कभी भी ध्यान क्यों नहीं दिया की वो अपनी माँ के बारे में कभी बात नहीं करती थी । तो परेशान मत हो । तुम्हारी गलती नहीं है । रणवीर के पास बातचीत को बेहतर बनाने के लिए कुछ नहीं था । वो ये नहीं कर सकता था कि सब ठीक था क्योंकि ऐसा नहीं था । रणवीर ने अपने परिवार में किसी को नहीं खोया था इसलिए मौत का उल्लेख की उसे बुरी तरह करा देता था । मात्र यही विचार की वो अब कभी उन्हें कल नहीं लगा पाएगा और वो उन की खाली अलमारियों को कैसे देखेगा । उन पुराने कपडों को जी रहे अब कभी नहीं पहनेंगे । क्या यह अनुभव करने के लिए कि वे कभी उसके पास थे, उनके वीडियो कैसे देखेगा, उसे टर्राते था । तुम सोच रहे हो मुझे तुमसे बात करने की जरूरत ही महसूस हो रही थी । नहीं तो रणबीर खोला मुझे कोई ऐसा चाहिए था जो मेरी बात सुनी । ऐसा करने के लिए शुक्रिया । मुझे तुम्हारा खुद को व्यक्त करने का तरीका पसंद है । और तुमने जो चीजें अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कहीं पे मुझे बहुत अच्छी लगी । मैं व्यक्ति के रूप में तुम्हें पसंद करती हूँ । ऍम हूँ मेरा नाम रणवीर है । सॉरी, असल में मैं तुम्हें उस चरित्र से जोडकर देखना चाहती हूँ, जो काम नहीं अच्छा है । फिर चाहे वो रणवीर हो या ॅ तुम वो आदमी हो तो मेरे लिए बना है । मैं जानती हो तुम सोच रही हूँ, ऐसा कैसे हो सकता है और मैं तुमसे इतना कैसे छोड गई? ये शायद तब शुरू हुआ । मैंने तुम्हारी नोबेल पढना शुरू की और उस पल से जब हमने पहली बार चैट रणबीर क्या तो मैं अपने जीवन में मेरा हस्तक्षेप पूरा लगेगा । रणबीर सोच में पड गया क्योंकि इससे पहले पीहू उनके संबंध को लेकर इतनी बेबाक नहीं हुई थी । पता नहीं अभी भी उसे अपने पूर्व प्रेमी के लिए छोडा था और जिस लडकी से वो नफरत करता था उसने कुछ ही समय पहले उससे प्यार करके अगले ही पल अनदेखा कर दिया था और एक ऐसी लडकी नहीं जिससे वो कभी नहीं मिला था । अभी अभी फोन पर उससे अपने दिल की बात कही थी । सुनकर अच्छा लगा मुंबई आने की कोशिश करूँ वो थोडे से बोला मैं तो मैं बता नहीं सकती कि मैंने अपने गाडी से कितनी बार इस बारे में बात की है । लेकिन मैं न तो खुद मुंबई वापस जाना चाहते हैं नहीं मुझे भेजना चाहते हैं पे कुछ ज्यादा ही सकते नहीं तो भारी कल्पना से भी ज्यादा । खैर अभी मुझे नीचे जाना है इससे पहले की मेरे रिटायर्ड यहाँ जाए । मैं ये नहीं जानती कि मैं मुंबई आप भी पाऊंगी या नहीं लेकिन मुझे लगता है अगर मेरी मॉम जिंदा होती ना तो ये सब आसान हो । उसने कहा और औपचारिक अलविदा कहे बिना ही फोन काट दिया । रणवीर गहरी साफ की और दूसरा नंबर मिलाया । हेलो मम्मा कैसी है आप? मैं ठीक हूँ, बैठा हूँ क्या हुआ तुम परेशान लग रहे हो? रणबीर की मानें चिंतित स्वर में पूछा ही मम्मा हूँ मैंने बस ये कहने के लिए फोन किया है । चाहे मैं कितना भी व्यस्त हो जाऊँ, चाहे आप से कई दिन बाद में करता हूँ । इतना याद रखेगा । मालूम हूँ की मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ और आपको अपने बेटे के लिए अपने स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखने की जरूरत है । बिलकुल बेटा बिल्कुल मैं चौकिंग करती हूँ, हल्का आती हूँ, ऑॅल इस्तेमाल करती हूँ और वो सब करते हूँ जो अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए मुझे करना चाहिए । उन्होंने भावुक होकर का आप प्लीज मेरा एक काम करेंगे । हाँ रणवीर पेस पापा से भी ऐसा ही करने के लिए कहीं मैं चाहता हूँ कि मेरे मम्मा पापा जीवन भर फिर और स्वस्थ रहें तो जानता था कि उसकी माँ किसी भी पल रोना शुरू कर सकती है और तब वो भी अपने आंसू नहीं रोक पाएगा । जल्दी मिलता हूँ वहाँ बाय भावनात्मक उथल पुथल से भरे । एक दिन ने उसे उन लोगों के बारे में सोचने के लिए बहुत कुछ दिया था तो उसके लिए मायने रखते थे और जब उसने घर लौटने के लिए बाइक स्टार्ट की तो बहुत कोशिश करने के बाद भी वो अपने आंसू नहीं रोक लगाया और वे उसकी आंखों से निकलकर गालों पर बहने लगे ।
Producer
Voice Artist