रोहित, हमेशा अपनी पत्नी मीनाक्षी की ही बातों पर ही यकीन करता था। उसने कभी भी अपनी मां के दिल की बात को ना जाना और ना कभी यकीन किया। मिनाक्षी अपनी सास को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ती थी। दोनों ही हमेशा बूढ़ी मां को हमेशा खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। अंत में रोहित मां को वृद्धााश्रम छोड़ आता है और जब उसे अपनी गलती का एहसास होता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। यह कहानी आपकी आंखों को नम कर देगी।
Voiceover Artist : Aarti
Author : Swati KumariRead More
रोहित, हमेशा अपनी पत्नी मीनाक्षी की ही बातों पर ही यकीन करता था। उसने कभी भी अपनी मां के दिल की बात को ना जाना और ना कभी यकीन किया। मिनाक्षी अपनी सास को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ती थी। दोनों ही हमेशा बूढ़ी मां को हमेशा खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। अंत में रोहित मां को वृद्धााश्रम छोड़ आता है और जब उसे अपनी गलती का एहसास होता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। यह कहानी आपकी आंखों को नम कर देगी।
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