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भाग - 8.3 in Hindi

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AuthorMixing Emotions
सात वर्षों से चला आ रहा एक तरफा प्‍यार क्‍या दोनों तरफ होगा या अधूरा रह जाएगा? क्‍या दोस्‍ती प्‍यार में बदल सकती है या सिर्फ दोस्‍त ही बना जा सकता है? प्रेम और अंतरंगता के ताने-बाने में बुना बेहद रोचक उपन्‍यास है। Writer - Arvind Parashar
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मेरी मना स्थिति वैसे भी ठीक नहीं थी । मैं आप से और भी बताने के लिए कहती रही । मैं रोती ही चली जा रही थी । मैं बडबडाती रही । उसने मुझे कुछ और भी बातें बताई जो मुझे समझ में नहीं आई । अब मैं भी उसके साथ जमीन पर थी और मेरे पैर उसके पैरों के ऊपर थे । मैं और वह बातें करते रहे । हे भगवान्, जाने क्या क्या हम खिलखिलाते रहे थे । उसके बाद जो कुछ भी हुआ वो मेरी यात्रा स्तर से बाहर है । कितनी अच्छी बहुत डरावनी रात थी वो नील अगर तुम मेरे आस पास कहीं भी होते, उस रात तो शायद मैं तो मैं जान से मार डालती । शायद मैं ये सब बहुत खुशी खुशी करती । किसी पिशाच की तरह है । तुम्हारा सारा लौंग पी जाती । हम शर्मीले प्रेमी हो । हाँ बैठा हूँ । इस बात नहीं तो मेरा सारा मूड खराब कर दिया । नहीं मैं तुम्हारे साथ रह गई थी और मुझे अब ये समझ में आया कि क्यों शायद ही कभी तुमने मुझे छेडा जबकि मैं तुम्हारे दिख करीब थी । आलिया और दूसरी लडकियाँ तो भारी सत्रह को पूरा कर रहे हैं । भाड में जाओ हूँ । अगले दिन का इंतजार ज्यादा लम्बा नहीं था । उन पलों को छोडकर जब मैं कश्मीर तुम्हें और आकोश में थी, मैं धीमे धीमे गाना गा रहे थे और ईमानदारी से बताऊं तो ये टाइलर के उस क्रेजी कराने की तरह थी । मुझे याद नहीं है की मैंने कितनी दफा वो गाना बरतानी आवास में खाया था । ऍम कदम आदिवासी की तरह थे । वो तो ठीक से याद नहीं है । ये कैसे मैं गिर पडी थी । क्या मेरे पैर आपस में उलझ गए थे क्योंकि मेरे कदम नहीं मिल पाए थे । हमारे और मैंने पेचकस से पैरों को अलग किया था । बाद में उन्हें छिपना करने के लिए उसने उनके ऊपर तेल भी लगाया । उसके बाद मुझे नहीं । नहीं नहीं, मैं अपने पैरों के घावों की वजह से उठी थी जो गिरने से नहीं बल्कि पेचकस के नुकीली नोक के गहरे प्रभाव की वजह से हुए थे । मुझे तो शक हो रहा था कि मैं कभी गिरी भी दी । मेरे पेट बिल्कुल सही आकार में थी और या भी झट पर जब कहीं और फिर हम लेमन ग्रास सुनने लगे हो, मेरा सिर भारी हो रहा है । तुम्हें खाने में कुछ मिलाया था । क्या मुझे ऐसा लगता है तुम्हें उसमें कुछ न कुछ तो मिलाया था । आलिया ने हंसते हुए कहा तो मैं मेरे वहाँ पर ये खरोच दिखाई नहीं दे रही है क्या गौरी इसे बुरे सकते की तरह ही देखो । मुझे माफ कर दो मुझे तो मैं ये सब नहीं बताना चाहिए था । अब तुम होगी । तुमने मुझे ये सब नहीं बताया होता तो मैं तुमसे दोस्ती तोड देती हूँ तो कितने नहीं स्वार्थ लडकी हो । इतिश्री तुम से मिलकर बहुत खुश होगी । मैंने अगले दिन का इंतजार किया था कि कुछ और राज खोल सकें ऍम हरी काले राशियों को छुटने के लिए एक जगह चाहिए थी । मैंने उन्हें अपने हाथ में छुपाया था । करवाहट के पीछे टाल का सुरक्षित कॉफी ने मुझे थोडी ताज की थी । यदि मुझे आलिया के साथ बिताई हुई पिछली रात का आकलन करना होता तो मैं उसे बारह ऍम एक सर्वोत्तम हारया के लिए दस और दो अतिरिक्त रखने के लिए । इसलिए मैं बार बार जिद करते रही । मैं बच्चे की तरह बर्ताव करती रही । उसने मुझसे वादा किया कि मेरे साथ जिम में दाखिला लेने के बाद वो मुझे और भी बहुत कुछ बताया की तो ये दोनों ही बातें सुनकर बहुत खुश हूँ हूँ । मैं इस लडके से वशीभूत हो चुकी थी । तुमने मुझे कोई संदेश नहीं भेजा । मैंने भी तो मैं कोई संदेश नहीं भेजा तो मुझे नहीं मालूम कि तुमने मुझे संदेश नहीं भेजा था । शायद उनके जानते थे कि मैं इंडिया के साथ थी फिर भी मुझे हैरानी हो रही थी की तो मैं इस बात से कोई परेशानी नहीं थी कि मैं आलिया के साथ थी जो तुम्हारी पूर्व प्रेमिका थी और मैं जो तुम्हारी वर्तमान प्रेमिका हो उसके साथ समय बिता रही थी । मुझे अपने फोन के साथ खेलते देखकर शायद हरियाणा मेरा मन पढ लिया था तो ऐसा ही है । जब इस तरह की बात होती है तो वो सबसे कम साहसी लोगों में से वो सबसे कम उत्तर ताकि लोगों में से है वो तुम्हें इतनी जगह देगा जितने तुम्हें जरूरत भी नहीं होगी और ऐसा वो इसके लिए करता है क्योंकि इस जगह में उसे अपना प्यार मिलता है । वो सब करता है जो करना चाहता है या फिर शायद कोई और लडकी भी हो सकती हैं । ठीक है तो अभी से जल्दी से भरो मुझे इसकी जरूरत है । जब मैं मेरी मदद करने के लिए शुक्रिया । मुझे इसकी बहुत जरूरत थी । अब हम एक साथ जाएंगे । अब जब भी रहो मैंने कुछ भी नहीं किया है । क्या मैं तुम्हारे लिए थोडा सा पानी गरम करती हूँ या ऐसे भी चलेगा और चाॅस या फिर ये मतलब मुझे थोडा सा जेकब उठा । हेल्प कर तो अच्छा । आप देखो माइक्रोवेव की दायर होतो तख्तियां बनी है ना तो मैं वहाँ फ्रेंच प्लास्टिक हैं । शाम में इतिश्री भी हम से मिलने वाली थी । उसकी कोई बहन आई हुई थी मुझे नाम याद नहीं आ रहा हूँ मैं मेरा ख्याल है वो उसे हवाई अड्डे पर छोड कर वापस लौटते वक्त हमारे पास होने वाली थी । ये दूसरा मौका था जब मैं उसके बगैर किसी चीज में लिप्त हो रही थी । ये सारा रोमांच मेरे लिए बहुत नया था था । मैं तुम्हारे गैरमौजूदगी में अफसर तुम्हारे घर आते हैं तो मैंने ये बात उनसे कल भी कहीं थी और आज तो कह रही हूँ मैं नहीं जाती हूँ तो जब तुम अपने घर वापस होगी और मैं वहाँ नहीं मिलेगा तो तुम्हारे पास एक विकल्प होगा हूँ कि तुम मुझसे सीधे तौर पर पूछूँ क्या फिर मैं तुम्हें कोई सबूत जिसे तुम उसे दिखा सकूँ या फिर जो भी काम करना चाहो तो भारी मार्सिन है ये मैं तुम्हारे ऊपर छोडती हूँ । मुझे अभी भी लगता है कि उसे थोडी दिशा निर्देशन की जरूरत है और तुम उसे सही कर सकती हूँ । इस मामले को बडे ही ध्यान से सुलझाना होगा । ठीक है भूल जाऊँ, सब कुछ भूल जाओ । अब मेरी बात ध्यान से सुनो । दिल ने मुझसे कहा है वो भी मुझसे प्यार करता है । अब सुनो बाबू मेरे हर शब्द को बडे ध्यान से सुनो । बताओ हूँ बस बता दो सब कुछ अभी बता दूँ । कल के लिए इंतजार पद करूँ । मुझे सबको चांदा है अभी इसी वक्त अभी मतलब । अभी मेल ने मुझसे कहा है कि वह मुझ से अभी भी प्यार करते है । मैंने उसे भूतकाल में हुई हर घटना के लिए पूछा । मैंने उससे पूछा कि उसने मेरे साथ धोखा क्यों किया हूँ? वो तुम्हारे साथ क्यों रहने लगा? उसने मुझसे कहा कि उसे वैसे भी इसमें कुछ खास दिलचस्पी नहीं है । तुम्हारे और उसके बीच कोई संबंध नहीं है । और ये भी कि भूतकाल में उसने कभी मुझे धोखा नहीं था । मैं जानती थी कि वह झूठ बोल रहा है मगर मुझे नहीं मालूम कि जब उसने मेरे कानों को चूमा तो मैंने कैसे खुद को रोका । मैंने आत्मसमर्पण कर दिया । फिर अगले दिन मैंने देखा कि वो तुम्हारे साथ कितना सामान्य बर्ताव कर रहा है । इसके लिए मुझे थोडा अचीव और मैं ये सब बंद कर देना चाहती थी । अच्छा मैंने तुम्हारी मासूमियत को देखा तो मुझे अंदाजा हुआ हूँ इन सब में कुछ ना कुछ तो गडबडी है । बच्चे ही बात है । मुझे लगा कि मेरा तो बस इस्तेमाल हो रहा है और इसके पहले किस में बहुत तेज हो जाए । मैं चाहती हूँ तो मुझे नियंत्र ना । उसके साथ किसी भी तरह के संबंध नहीं रखना चाहती हूँ । सब खत्म हो गया है मगर तुम्हारे लिए मुझे लगता है अभी भी मौका बचा है । मैं समझ नहीं मैं उस से कुछ पूछना नहीं चाहिए तो इतने सारे कारण और बहाने कि राते का की मुझे कभी सच्चाई का पता भी नहीं चलेगा । हाँ हूँ मैं उसकी छान सरूट लेना चाहती हूँ क्योंकि मैं उससे बहुत प्यार करती हूँ । उसकी जान लेने के बाद में खुद को भी खत्म कर दूंगी । ऐसी जिंदगी का क्या फायदा? आर्या चुपचाप बैठे रही । वो नीचे जमीन को देखती रही । उसने एक बार भी अपना सिर्फ ऊपर नहीं उठाया । मैं उसको गौर से देखती रही । मुझे समझ नहीं आया कि उसके साथ क्या हो रहा है । फिर उस ने मेरा हाथ अपने हाथ को मिलेगा और मुझे कहा हूँ क्या सोच रही हो तो पहले तो मैं गई थी, तुमने अच्छा बात करना बंद कर दिया । नहीं इस बात पर सवाल ने तौर पर सोच कर कोई फायदा नहीं है । इतना आसान नहीं है । अगर मैं उसे कुछ कहूँ तो वो झूठ बोल देगा और मैं हमेशा के लिए उसे खोज तुम्हें फॅमिली है । अगर मैं उसे कहता हूँ तो उसके बाद भी बहुत तुम्हारे पास नहीं आएगा । मुझे कैसे पता चलेगा कि वह मुझे सच में प्यार करता है या नहीं । मेरा मतलब है अब पता करते को कुछ बाकी ही नहीं था । भगवान सब काम है क्या वो कभी तुम्हे छोड पाएगा? आर्या चुकी रही । मेरा नशा बढता ही जा रहा था । उस वक्त ऐसा लग रहा था । मालूम हारया को भी नहीं पता कि उसे क्या चाहिए । हालांकि मुझे ये बात अच्छी तरह से मालूम थी कि मुझे तुम उस प्रकार से चाहिए थे । इस प्रकार पहले तो भी चाहा था । उसके एक पांचो मुझे तो हमारे पास इन सवालों के साथ आने से रोक रही थी । वो ये फॅमिली यदि थोडा भी हुआ तो तुम मुझे छोड हो गए । मुझे बहुत भूख कर कदम रखें । आर्या ने मुझसे वादा किया की बहुत नहीं तरीके से इसे साबित करके दिखाएगी मैंने उसके पास ऍम ये सभी प्रश्न अनुत्तरित क्योंकि तीसरी वहाँ चुकी थी । नशा करने के लिए उसने मुझे बहुत टाटा फिर कहें कि उसने मेरे साथ झगडा कर लिया । फिर आ गया और मैंने उसे शांत क्या कोई बात नहीं है और वैसे भी अभी उसका मन ठीक नहीं है । कभी कभी चलता है तो भी ले ले । अगर मैंने ऐसा किया तो इसे कौन संभालेगा और वैसे इसके मन को क्या हो गया? कल तक तो ये बिल्कुल ठीक थी । हरियाणा फौरन बातचीत को बढा दी । मैं तो मैं बताती हूँ क्योंकि गौरी नील के बारे में कुछ कडवे सच सुनकर बिल्कुल परेशान हो गयी । वो इसके साथ धोखा कर रहा है, उसके साथ रहती है मगर वो इसकी अनुपस् थिति में मुझे वहाँ बुलाता है । क्या आप पास कर रही हो? तुम तो विश्वास करने लायक नहीं है । मैं उसे अच्छी तरह जानती हूँ । वो कभी ऐसा नहीं कर सकता हूँ । गौरी उससे पागलों की तरह प्यार करती है । हाँ अगर ये सच है तो इसका मतलब के नील एक पूरा लडका है । अगर हम तो भारत भरोसा क्यों करें है? मुझे यकीन है कि तुम ने इस बारे में गौरी से बात कर ली होगी । कल जब तुम खर्चा हो गई तो रेल के अलमारी के अन्दर वाले खाने में देखता हूँ । शराब की एक ऐसी ही बोतल रखती हूँ । अगले दिन तो वो नहीं मिलेगी क्योंकि हमने उसे साथ में खत्म करने की योजना बना रखी है । क्या आप बकवास है? यार? वो अरे शायद इसीलिए मैं ये सोच रही थी कि उसने तुम्हें अलग हो जाने के बाद भी अपना दोस्त क्यों बना रखा है और वो भी इतनी जल्दी जब गौरी उसके जीवन में आ चुकी थी । उसके बाद भी थोडा तो समय देता हूँ थी । मैं उसके बिना अच्छी नहीं सकती । मैंने कहा मगर क्या ये सब को जानने के बाद भी तुम उसके साथ रह सकती हूँ? मुझे नहीं पता मगर मैं उसे खोना नहीं चाहती है । तो हम दोनों मिलकर सोचते हैं कि अब आगे क्या करना चाहिए । ध्यान देने लायक बात ये हैं के तुम मुझे खोना नहीं चाहती है । उसे आर्या को फूलना होगा और उसके बाद तुम हमेशा खुश रहती होगी । ये सब तक गडबडझाला है या सही तो प्यार है । कोई भी प्रेम कहानी इतने साधारण नहीं होती हूँ तो चुकी हूँ और अब फिर भी मुस्कुरा रही हो क्योंकि कहीं ना कहीं मुझे ये यकीन है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा । मगर हर बार जब मैं ये सोचती हूँ कि वो भी आर्या के इतने करीब है तो मेरा बंद करता है की मैं उसका स्कूल करता हूँ । मैं ये भी जानती हूँ कि मैं उससे कुछ पूछता नहीं चाहती हूँ । मैं खाली हाथ रहता हूँ । मैं सब कुछ कह दूंगी । मैं सब कर बढ कर दूंगी फिर उसे छोड दूंगी । अगर मैं उससे न पूछूँ तो कौन सा तरीका निकालूं ऍन मुझे लगता है मैं मर जाऊंगी हूँ । कभी ऐसा नहीं कह रहा हूँ बिल्कुल सही भरने की कभी मत सोचना तो मैं बहादुर लडकी हूँ । शाम इतिश्री और मैं उसके घर के लिए वहाँ पे देखिए लेकिन मेरे पास एक बच्चा योजना है और यहाँ इसके पहले की हम यहाँ से जायेंगे । इस मामले पर तुम्हारा आखिरी निर्णय है । सुनो लडकियों, एक बात मैं बिल्कुल निश्चित तौर पर जानती हूँ जैसे कि मैं दो दिनों के लिए बाहर जा रही हूँ । अगर गौर ये एक दिन के लिए भी गायब हो जाए तो ऐसा हो सकता है कि वो हमेशा के लिए मेरे पास वापस आने की कोशिश करेंगे । ये मेरे हाथ में होगा कि मैं उनसे अपनाती होंगे । या नहीं । मैं भी इंसान अगर हम लडकिया है और मुझे नहीं पता कि भगवान ने हमें ऐसा क्यों बनाया है इसलिए हम दयालु और माफ कर देने वाली होती है । हम हमेशा सम्बन्धों को तोडने की बजाय उन्हें बनाए रखने का प्रयास करते हैं । मैं ये नहीं कह रही हूँ कि इस मामले में भी ऐसा ही होगा । मगर नील की एकमात्र परीक्षा तभी होगी जब गौरी उसकी आंखों से दूर हो । हम दोनों आर्या को बडे ध्यान से सुनते रहे । हम दोनों में से किसी ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं । उस की जरूरत ही नहीं थी । इस बारे में काफी बात कर चुके थे । काफी सुन चुके थे । अंततः हम और एक छल पडेगी । मेरा मतलब मेरे पुराने स्वर्ग से सुंदर घर से जैसे मैं उसके घर में घुस रही हूँ । मेरे अंदर एक वर्ष का प्रवास होने लगा । मैं बेहद खुश थी । उसमें एक अजीब सा परिवर्तन आ चुका था । नहीं थी । श्री के ऊपर कूद पडे । मुझे मालूम था कि मैं अंदर से बहुत दुखी हूँ । मगर फिर भी उसके उपर स्थिति में अचानक से मैं ठीक महसूस करने लगेंगे । उसने मुझसे बात नहीं की । वो मुझ से बस से तक कहती रही कि पिछले चौबीस घंटों में आर्या के साथ बिताए समय नहीं मुझे बट पास कर दिया है । ज्यादा उसके बारे में सोच और अखिल भूक नश्वर क्यों करती है? अखिल कॉलेज में भी उससे कोई बात क्यों नहीं करता है? तुम समझ रही हूँ मैं क्या कहना चाहती हूँ । आखिर इस पूरी धरती में तुम उस बात चालन से ही क्यों प्रभावित हो रही हूँ । उसने एक बार फिर ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे कि मैं प्रभावित हो सकता हूँ । वो तो बिल्कुल उदासीन थी । मैं भी उसे बार बार और भी कुछ बताने की जिद करते नहीं तो तो ये चाहती है कि मैं उसके साथ घर पर सालों उसने बडे खुले भाव से ये स्वीकार किया है । तो इस तरह उसने कुछ भी गलत नहीं किया । मैं नहीं जानती थी मुझे क्या हो रहा था । मगर मैं एक और ज्वाइंट बनाने सही खुद को रोकना सके । मैं खुद को नील के बारे में सोचने से रोक नहीं पा रही थी । मैं अभी भी उससे प्यार करते थे । जो कुछ भी मैंने सुना था उसके बावजूद थी । मुझे एक बात याद है जो हरियाणा कहीं थी । उसने मुझसे कहा था कि अगर मैं नील को एक दिन के लिए भी अकेला छोड दूँ तो वो आर्या के पास वापस चला जाएगा । मगर मगर मैं उस पर विश्वास नहीं करना चाहते हैं । मैं जीवन के बेहद निर्णायक मोड पर खडी थी । मैं एक दिन के लिए सबसे दूर चली जाना चाहती थी । मैं ये जानना चाहती थी कि क्या तुम आर्या के पास वापस जा सकते हो । मैं ये जानना चाहती थी कि मैं अपने ऊपर तो थोडा तो नहीं रही हूँ । अच्छा जानना चाहते थे कि तुम एक शर्त पीले प्रेरित हो रही । सब कुछ छानना चाहती थी । मैं चौबीस घंटे में वापस आ जाउंगी ताकि पुलिस वालों को तो एफआईआर न दर्ज करने पडे और मेरा सिर्फ थोडा कम हो तो माँ की चिंता मत करना । मैं उसे कहते हैं कि मैं नील और कुछ अपने कॉलेज के दोस्तों के साथ बाहर घूमने जा रही हूँ । मेरे मन में जो चल रहा था वो किसी क्रांतिकारी विचार से कम नहीं था । कोई अठारह वर्ष का व्यक्ति ही उस तरह से सोच सकता था जैसे कि मैं सोच रही थी । इस पर जो भी कमी थी उसे नशे ने पूरा कर दिया था । मेरे प्रस्ताव पाॅल को बहुत झटका । मैंने उसे भी नशा करने को कहा, उससे बडा कर दिया । उसका तार का अभी भी वही था कि अगर वो ऐसा करेगी तो मुझे कौन संभालेगा । हाँ,

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Voice Artist

सात वर्षों से चला आ रहा एक तरफा प्‍यार क्‍या दोनों तरफ होगा या अधूरा रह जाएगा? क्‍या दोस्‍ती प्‍यार में बदल सकती है या सिर्फ दोस्‍त ही बना जा सकता है? प्रेम और अंतरंगता के ताने-बाने में बुना बेहद रोचक उपन्‍यास है। Writer - Arvind Parashar
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