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भाग - 19 in Hindi

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AuthorAmit Khan
"फंस जाओ मेरे लिए" का दूसरा भाग जो रीटा सान्याल की खोल सकता है पोल। क्या हुआ जब वो हवेली पहुंच गई? आखिर मैडिकल साइंस, पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स और पुलिस इन्वेस्टीगेशन को कैसे चकमा दिया उसने?
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अध्याय उन्नीस गोवा की वह सुबह कुछ अलसाई हुई थी । आसमान पूरी तरह साफ नहीं था । ऐसा लगता था जैसे बस किसी भी क्षण धूलभरी आंधी चलने वाली हूँ जैसे समुद्र में कोई बडा ज्वार आने वाला हूँ । आना प्लस में भी सन्नाटा था । सुबह के उस समय दस बज रहे थे जब मुंबई पुलिस की एक बडी फॅमिली आना पालस के अंदर आकर रुकी । जैसे ही स्टेशन वायॅस में से डेढ दर्जन से भी ज्यादा हथियारबंद पुलिस कर्मियों ने नीचे उतरकर पूरे फॅमिली को चारों तरफ से किए हैं । उन पुलिस कर्मियों के साथ साथ मतलब फॅमिली और इंस्पेक्टर आत्माराम मोटलानी भी स्टेशन राजन से नीचे होते हैं । सिर्फ आत्माराम मोटलानी को उसकी इसकी पूरी डिटेल मालूम थे । बाकी उनके साथ जितने भी हथियारबंद पुलिस कर्मी वहाँ थे उन्हें आत्माराम मोटलानी और मथुरादास एलएलबी ने यही बताया था कि आना पाल इसके अंदर कोई खतरनाक क्रिमिनल छुपा हुआ है । जैसे पकडने के लिए वहाँ जा रहे क्रिमिनल का नाम क्या है, ये उन पुलिस कर्मियों में से किसी को मालूम नहीं था जैसे मुंबई पुलिस की वो स्टेशन राजन आना, पालस में जाकर जो की और जैसे ही हथियारबंद पुलिस कर्मियों नेपाल इसको चारों तरफ से घेरना शुरू किया वहाँ चारों तरफ हडकंप मच का बूटा राम तत्काल वहाँ दौडा दौडा आया और बेहद आतंकित अवस्था में मतलब फॅमिली को लेकर एक कोने में तो क्या बहुत तुम तो इधर से मुंबई चलेगा । मैं तुम्हारे पीछे बहुत भारी गडबड, फॅमिली कैसी गडबड? इसी बात को तुम्हारी ऍम को मालूम हो चुका है कि तुम बीमा एजेंट नहीं तो मैं आना की पॉलिसी के बारे में झूठ बोल बूट आराम के बाद सुनकर मथुरादास एलएलबी के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आकर चली गई । अब इस बात से कोई फर्क नहीं पडता हूँ । आराम की इस लडकी को मेरे बारे में क्या मालूम है और क्या नहीं? तुम्हारे लिए एक खुशखबरी जरूर है । कैसी खुशखबरी हमारा अंदाजा बिल्कुल सही था । मतलब ऍम ये लडकी सचमुच हमारी मासी बाबा नहीं ऍम की आंखों में दहशत की बात है । कोई खतरनाक किस्म वाली किट मिनट है या फिर वो ऍम कोई ऍम ऍम मैं थोडा सा हो अभी सारे पत्ते तुम्हारे सामने खर्च आएंगे । मथुरादास एलएलबी ने आना पालस में आने से पहले एक बडा महत्वपूर्ण काम और क्या था वो पहले शांत राॅकी उस कॉलेज में भी गया था जो आधे से ज्यादा जलकर खाक हो चुका था और उसका मलबा भी अब वहाँ पडा था क्योंकि उस कॉटेज का मालिकाना हैसियत वाला कोई भी आदमी जिंदा नहीं था । इसलिए उस जगह की और भी ज्यादा पूरी हालत हो चुकी थी । बहरहाल मथुरादास एलएलबी ने कॉटेज के मलबे की खाना तलाशी ली तो उसे वहाँ सचिन देवडा की पर्सनल डायरी हाथ लग गई । सचिन देवरा ने अपनी उस गाडी में ऐसी बहुत सी बातें लिखी हुई थी जिसकी मथुरादास एलएलबी को भी भनक तक नहीं थी । उसी डायरी से मथुरादास एलएलबी को ये भी मालूम हुआ कि वास्तव में रीता सान्याल ने ये सारे प्रीप्लांड नॉट बदले की भावना से किए थे । आपने उस वचन को पूरा करने की खातिर किए थे जो उसने अपनी मस्ती हुई माफ को दिया था । वो उसकी इसका एक बिल्कुल नया अध्याय मथुरा दास एलएलबी के सामने खुला और उस अध्याय के खुलने के बाद रीता सानिया के प्रति सोच में भी बडा इन कलावे परिवर्तन हुआ । रीता सान्याल उस समय अपने बेडरूम में थी जब एक नौकर बदहावास हालत में लगता झपट्टा वहाँ और उसने रीता सान्याल को ये बताया कि पहले उसको चारों तरफ से पुलिस ने घेर लिया है । उस खबर नॅान के होश उडा आती है । वो तुरंत बिस्तर से खडी हुई और तेजी से दरवाजे की तरफ लक्की लेकिन वह दरवाजे से बाहर निकल पाते इससे पहले ही मथुरादास एलएलबी बिल्कुल किसी जिन की तरह वहाँ पर खडा हुआ था तो दो ऍफ कर चुकी है तो लगता है तो अभी तक मुझे बोली नहीं मैं तुम्हें कैसे भूल सकती हूँ? जीटॅाक चल रहा है तुम दो के बाद हो तो फ्लॉप हो तुम बीमा एजेंट हो ही नहीं मथुरा डॅान फिर हसते हुए ही उसने नौकर को बाहर निकालकर बैड रूम का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया । ये ये दरवाजा तो मैं क्यों बंद किया? क्योंकि मुझे तो उसका कुछ बहुत फाइवर बात करनी है । फॅमिली मथुरादास एलएलबी ने स्वीकृति में गर्दन हिलाई और अपनी बढी हुई शेर पर हाथ गया ऍम तुम ठीक का मैं ऍम नहीं । लुधियाना गोंजालवेज ने मुझसे कभी पॉलिसी नहीं कराई थी । उस बेचारी से तो मैं कभी मिला भी नहीं । मैं दरअसल एक फॅस ऍम तुम मुझे सिर्फ जांच भी समझ सकती हूँ । इस वक्त तुम्हारे लिए बहुत पूरी खबर है । मथुरादास एलएलबी एक्शन के नेहरू का, फिर पूरा मुझे तुम्हारी सारी असलियत मालूम हो चुकी है । मिस रीटा सान्याल हूँ, आॅडिटर सानिया था, उसी शब्द नहीं पूरे बेटों में विस्फोट कर दिया तो कौन है ये? यहाँ ऍम तो हो मथुरादास फॅमिली वाले की तरह उसकी तरफ तो जो इस समय रजिया के मेकप में जूलिया बनकर मेरे सामने खडी हूँ तुम्हारे कॅरियर के ऊपर जितने पर्दे पडे थे वो सारे पर्दे मैंने उतार फेंके है । मैं समझ सीधा मुंबई से आ रहा हूँ तथा कस्ट दूर फाॅरेस्ट रोयल बाहर ड्राॅ हर उस जगह से हो करा रहा हूँ जहाँ से तुम्हारी असलियत खा सकती थी ऍम आतंकित होती उसे अपने सामने खडे उस आदमी से एक का एक डर लगने लगा । सबकी मथुरा दास एलएलबी ने अपनी चेस्टर की जेब में से क्या निकाला था ऍम इतना ही नहीं मैं तुम्हारे अतीत से भी अच्छी तरह हो चुका मथुरादास एलएलबी थोडा ठहर कराने अच्छा हाँ हाँ वो आती है जिसमें अगर तुम्हारी माँ शारदा सान्याल मौजूद है तो पीटर भी मौजूद है जिसने तुम्हारी माँ को धोखा दिया और खुद लेडी आना । गोंजाल्विस भी तुम्हारे उसी अतीत का एक हिस्सा है । मैं तुम्हारे बारे में सबको जान चुका हूँ । सब कुछ वहाँ अंदर प्रतिशोध की ज्वाला धता खाई थी । उसी वाला को शांत करने के लिए तुम ने खून की होली की । हमारी जिंदगी में जिस तरह के आधे से पेश आए उससे मुझे हमदर्दी है । रीता सानिया मथुरादास एलएलबी की आवाज थोडी नरम पड गई थी । शायद इसीलिए मैं इस वक्त हमारे जैसी खतरनाक मुजरिम के साथ इतनी सख्ती से पेश नहीं आरा जितनी सख्ती से मुझे पेश आना चाहिए । अगर का मुँह तुमने सिर्फ फॅस की दौलत हडपने के लिए क्या होता? तो इस वक्त का नजारा कुछ दूसरा ही होता है । तब क्या नजारा होता है? तब मैं तुमसे इतनी मा बाद में बात नहीं कर रहा हूँ । मतलब फॅमिली की आवाज वाला मुख्य की तरह खाना कोठी बल्कि तब तुम्हारे हाथों में इस समय आप कडी होती या फिर तुम्हारी गोलियों से छलनी छलनी हुई लाश यहां पडी होती है जिसे आप पुलिस वाले पंचनामा भरने के बाद घसीटकर लिये जा रहे होते हैं । वीजा सान्याल के चहल पर एक साथ कई रंग आ कर चले गए और ये अब सिर्फ कोरी धमकी नहीं है । मेरी मथुरादास ऍम किस समय में पूरे इंतजाम के साथ यहाँ आया तो तुम्हारे खिलाफ कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार है और मैं तो मैं सच्चाई से अवगत कराता हूँ । मथुरादास एलएलबी ने आगे बढकर उसके बेडरूम की वो छिडकी खोल डालेंगे । इसीलिए फाइनेंस के कंपाउंड में खुलती थी वहाँ से वो तमाम हथियारबंद पुलिस कर्मी नजर आ रहे थे, जो इस समय पहले इसके चप्पे चप्पे पर फैले हुए थे । रीता सान्याल ने उन पुलिस कर्मियों को देखा फिर वही का एक बडे अप्रत्याशित ढंग से हस पडे । फिर इसके था कि उस पेट्रोल में गूंज नहीं लगे । अब तक हो हूँ तो महस क्यों रही हो? मथुरादास एलएलबी पहुँचा हूँ हमारी बेवकूफी पर हस रही हूँ । रीता सान्याल निरंतर ठहाके लगाते हुए हो । जब तक पहली मर्तबा यहाँ आए थे और जब मुझे पता चला कि कम बीमा एजेंट नहीं तो मैं तुमसे डर गई । मैं सोच रही थी कि तुम जरूर कोई बहुत चालाक आदमी हूँ, लेकिन तुम ने अपनी असलियत खुद ही खोल डाली । तुम क्या समझते? हम अच्छा था तो मेरी सारी हकीकत जानने के बावजूद भी मेरे हत्याओं की संपूर्ण प्लानिंग से वाकिफ होने के बावजूद भी मुझे गिरफ्तार कर सकोगे । आप ही मथुरादास नहीं । हाँ, मैं अच्छी चीज का कुबूल करती हूँ कि मैंने जो लिया की हत्या की, मैंने ही रजिया कुमारा और अब लेते आना गुंजाल, जिसका मॉडर्न भी मैंने ही किया, लेकिन फिर भी दुनिया की कोई अचानक कोई कानून मेरे ऊपर ये जरूर साबित नहीं कर सकता । जूलिया ड्रॉप की हाय तो उसके कारण मारी थी और इस बात का गवाह आज भी पूरा रॉयल बार है । इतना ही नहीं उसने ड्रग की ये हाईडोज भी अपनी आप ली थी अपनी इच्छा से ली थी फॅार कहाँ हूँ । इसी तरह रसिया राजन क्लब में फाइट प्रैक्टिस के दौरान मरी गयी वो भी एक सिंपल सा हादिसा था ऐसा हादसा का ये भी किसी भी जगह घटित हो सकता है । फिर जजिया की मौत में तो एक और बडा जबरदस्त सबूत भी मेरे हक में है जो मुझे निर्दोष साबित करता है । ऐसा जिस्ट राजन क्लब में रस्सियां बडी ऍफ का जब कोई मेम्बर मारता है ना तो उसके मैं कश्यप फॉर्म में ही एक कॉलम और भी भरा जाता । भीतर सान्याल कर्म जोशी के साथ हुई उस कॉलेज में लिखा चाहता है जासूस माहौल है कि अगर किसी मेंबर की प्रैक्टिस के दौरान डेथ हो जाती है तो उसके लिए कोई उत्तरदायी नाॅक उसके लिए वह स्वयं उत्तरदायी है । रीता सान्याल उसका मखौल उडाते हैं । सिर्फ ऍम में भरी ओस एकलौते कॉलम के बाद सारी बातें खत्म हो गई । फिर तो रसिया के मादर के इल्जाम में मुझे फंसा रहा तो बहुत बडी बात है सजा के मॉडर्न कोई माडर ही साबित नहीं कर सकता । मथुरादास चैनल भी खामोशी से उसकी तरह सुनता रहा और जहाँ ऍफ का प्रश्न है तो कौन कहता है कि आना कम हुआ था? रीटर सानिया मथुरादास पर हावी होने का प्रयास करते हैं । पुलिस कमिश्नर से लेकर गोवा के तमाम आदमी इस बात की कमाई है कि आना को हाथ बटा या फिर तुम हाथ से हाथ ये साबित कर सकते हैं । मथुरादास की उन्होंने मासी के लेंगे लेकिन उनका मॉडर्न तो फिर भी साबित नहीं हुआ । फिर तुम मुझे उनके मॉडन के अपराध में भी कैसे गिरफ्तार कर सकते? सच बात तो ये है कि कानून मेरा कुछ भी दिखाई नहीं सकता, कुछ भी नहीं । मथुरादास चैनल भी खामोशी के साथ वही पडी । कुर्सी पर पहले रेटा सान्याल की बातों ने उसे झिंझोडा हो या विचलित क्या हो ऐसा कोई अच्छे हैं । उसके चेहरे पर नहीं हो पाया । उसने बडी शांति के साथ ही रह के दो फिर लगा है । इसमें कोई शक नहीं कि मैं तुम्हारे बारे में सब कुछ जान चुका मथुरादास चेहरे पूरा बोला लेकिन फिर भी मेरे पास तुम्हारे खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है । सच बात तो ये ऍम मैं समय क्या गारंटी के साथ ये भी साबित नहीं कर सकता कि तुम जूलिया नहीं हूँ हूँ । ट्विटर सान्याल हसी जब मैं सच्चाई से वाकिफ हो मत खाया था तो पुलिस के इतने बडे लाव लश्कर को लेकर तुम यहाँ क्यों आया हूँ? दरअसल पूरा की इस अब इतना कमजोर भी नहीं है जितना तो में से समझ रही हूँ क्या मतलब? फॅमिली मतलब मैं तुम्हें समझाता मथुरादास एलएलबी कुर्सी पर पहले बनाकर बोला । दरअसल तुम्हारे जैसा चाला क्रिमिनल जब कोई पांच खत्म ऑर्डर करता है तो ये समझता है कि आप दुनिया की कोई अदालत, कोई कानून उसे पकडने पाएगा, क्योंकि उसने मॉडर करते समय का ही कोई सूत्र छोडा ही नहीं । परंतु क्रिमनल का इस तरह सोचना उसकी बहुत बडी बेवकूफी होती है । उसकी कम्पनी होती है क्रिमिनल जाए जितना ही शातिर, क्यों ना उसने अपराध चाहे कितनी ही सोच समझकर योजनाबद्ध ढंग से क्यों ना किया हो, लेकिन फिर भी उस से सबूत छोड देते हैं और सबूत तुमसे भी छूट ऍम मथुरादास ने रीता सान्याल की तरफ उंगली था जो गलत फहमी में हरगिज मत रहना की तुमने ऍम ऑर्डर किए हैं । सबूत छोटे पीता सान्याल के शरीर में सर्द लहर दौडे कहाँ सुबह छोटे हैं तो मैं पहला मर्डर जूलिया का क्या जो लिया जो ट्रक के हाल तो उसके कारण मारी? ठीक ठीक ऍम अगर जूलिया की वो मृत्यु एक स्वाभाविक मृत्यु भी । अगर जूलिया ने वहाँ तो लेकर खुद अपनी मौत को गले लगाया तो उसे मरने से पहले अपने चेहरे पर प्लास्टिक सर्जरी की क्या जरूरत थी? मतलब ऍम था सिर्फ और सिर्फ ये प्लास्टिक सर्जरी वाला पोइंट इस बात की तरफ खुल्लम खुल्ला इशारा करता हॅाल की जो लिया की मौत के पीछे जरूर कोई पेज जरूर कोई रास्ता था जो लिया की मौत उतनी साधारण नहीं थी जितना लोगों ने उसे समझाया । रीटर सन्याल के चेहरे पर एक का एक हवाइयां उडती नजर आ रहे हैं । फिर दूसरा मार्डर तुमने रजिया का क्या मतलब? ऍम क्लब में रजिया को रीता सानिया बनाकर माँ तुमने राजी आकर चेहरे पर अपना में का पहले कर दिया था ताकि लोग ये समझे कि रीटा सानिया मर गए ॅ हो जाए । लेकिन अब जबकि ये रात हो चुका है कि मृतका वास्तव में रीता सानिया नहीं बल्कि रजिया थी तो बडा भारी सवाल कानून के सामने आकर खडा हो चुका है कि अगर वो एक स्वाभाविक जरूरत थी तो राजन क्लब में उस हादसे इससे पहले रजिया कोरिका सान्याल क्यों बनाया गया उसके चेहरे पर रीता सानिया का में काम करने से तथा फिर उसके मरने से सबसे बडा फायदा की से था और इससे भी बडा सवाल तो यह है रीता सान्याल उस दिन क्लब में वो लडकी कौन थी जो रजिया के मेकप में मौजूद थी और जिसकी किक से असले, रस्सी हमारी रीता, सानिया अलग साफ साफ घबराई हुई नजर आने लगी । उसके माथे पर पसीने की ढेर सारी बूंदे जो चौहान तुम्हें क्या लगता है जिस मौत के आगे इतने सारे सवाल खडे हूँ, उसे कानूनी इतनी ही सहजता से स्वाभाविक मृत्यु मान लेगा । मथुरादास मेरिडा सान्याल क्या अच्छा एक साधारण हादसा मान लेगा? और इस समय तुम अपने आप को देखो तो मैं क्या लगता है कि अगर मैं इस समय कस्तूरबा गांधी हॉस्टल की वॉर्डन रेणुका चौहान को तुम्हारे सामने लाकर खडा कर दूँ तो क्या वो ये कहते हैं कि तुम्हें इसलिए जो लिया जबकि असली जूलिया का शव भी बरामद हो चुका है तो तुम्हारी जूलिया के रूप में स्टाल इसके अंदर उपस् थिति किस बात की तरफ इशारा कर दिया? जानती हूँ तुम्हारी सिर्फ और सिर्फ यहाँ पर स्थिति से ही साबित हो जाता है कि ये सब कुछ की आधारा तो आ रही है, लेकिन सिर्फ हॉस्टल की वॉर्डन रेणुका चौहान के कह देने से यह बात साबित नहीं हो जाएगी कि मैं जो लिया नहीं हूँ । रीडर सानिया थोडी हिम्मत बटोरकर ठीक का तो मथुरादास एलएलबी ने उसकी बाद जरा भी काटी नहीं । सिर्फ रेणुका चौहान के कह देने से ये साबित नहीं हो जाए । लेकिन रेणुका चौहान के कह देने से तुम शक के दायरे में जरूर आ जाओगी और कानून असलियत का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस कर्मियों की कोई ना कोई तीन रिजर्व नियुक्त कर देगा । मथुरादास चैनल भी की उन अवकाश के तरफ उनका रीता सान्याल के पास कोई जवाब नहीं था । महसूस कर रहे थे कि वह शातिर बुद्धे के शिकंजे में भाव भी जा रहे हैं । तो मैं बिल्कुल नए तरह की विचारधारा का आदमी, मथुरादास एलएलबी की आवाज अभी भी हम शांत और भावना रहे थे । मैं सिर्फ उन अपराधियों को सजा दिलाना अपना धर्म समझता हूँ, जो आदि मुझे मैं जान गए । सुधरने की कोई गुंजाइश नहीं, लेकिन हमारे अतीत को पढकर मैंने जाना है कि तुम्हारे अंदर अभी भी कहीं न कहीं एक अच्छा इंसान मौजूद हैं । मैंने आज तक सिर्फ ये कहावत सुनी थी कि और कभी उधार नहीं रखती मोहब्बत इस नफरत वफा साफ दोगुना करके लौट आती है लेकिन आज तुम्हारे रूप में और अब के उस को देख लिया इसलिए मैं तुम्हें नई जिंदगी शुरू करने का एक जांच देना चाहता हूँ । आखिरी चांस बाहर जितने भी पुलिस कर्मी हैं उनमें से कोई नहीं जानता कि तुमने वास्तव में क्या अपराध तुम्हारी असलियत से सिर्फ और सिर्फ मैं करता हूँ । मथुरादास एलएलबी की बात सुनकर अभिजीत आसानी हार के नेत्र भट नहीं लगे । अभी मथुरा ऍम पीने एक बडा अजीबो गरीब काम किया । वो कुर्सी छोडकर खराब था । फिर मैंने में ही रखे । उसके अलावा पाँच की तरफ बढा जिसमें गुलाब और ऍम उसके कुछ ताजी हूँ । सच हुए थे । मथुरादास एलएलबी ने उस लावा पार्ट में से गुलाब का और एक डॅाल का फूल निकली और फिर उसने वो दोनों को लाकर बेटा सानिया के सामने टेबल पर रखें । रीता सानिया नहीं जानती थी कि बूढा वो सबकुछ क्यों कर रहा है । मेरे तो मैं एक सलाह है । फिर मथुरादास एलएलबी रीता सान्याल से पुनः संबोधित हुआ । ऍम किए तमाम चल अचल संपत्ति विद्वान और अनाथ आश्रमों के नाम करके आप यहाँ से चले कानून तो मैं कुछ नहीं आएगा । अपनी मस्ती हुई माँ का वचन पूरा करने के लिए जो हत्याएं तुमने की है वो हत्या सदा सदा के लिए राज रह जाएंगे । हमारे पास सोचने के लिए पूरे दस मिनट है मैं फिलहाल तो मैं यहाँ अकेला छोड टाॅल में जा रहा हूँ । अगर तुम्हें मेरा प्रपोजल मंजूर हो तो गुलाब का ये भूलने कहीं से आ जाना और अगर फॅमिली नामंजूर हो तो रीता सान्याल की आवाज उस क्षण पूरी तरह काफी तो बेर डॅाल का ये फूल लेकर नीचे आ जाना । फिर तो क्या करोगे फिर वो करूंगा शादी लडकी जिसके बारे में तुमने अभी सोचा भी नहीं है । बूढा मथुरावासी का एक शेर की तरह कर रहा था । अभी तुम ने सिर्फ अपने ही पत्ते बिछाने देखें परन्तु जब ये मथुरा ॅ तुम्हारे खिलाफ पत्ते बिछाए गाना तो तुम्हारे छक्के छोड जाएंगे । फिर मैं तो मैं तो उन के सौ में ले जाकर मासूम का जिन केसों की अभी मैंने इन्वेस्टिगेशन भी नहीं किया । क्या मतलब मुशाहिद भूल राॅ मुंबई पुलिस के रिकॉर्ड में तुम्हारे ऊपर छह मॉडर तथा एक सशस्त्र बैंक डकैती का अपराध दर्ज है । मैं जब इतना करूंगा कि तो मेरिट आसानियां साबित कर दूंगा और इसके लिए मुझे कोई ज्यादा पहाड के पत्थर भी नहीं तोडने होंगे । मैंने मालूम किया है मुंबई पुलिस के रिकॉर्ड मेरी टायॅज भी मौजूद हैं और सिर्फ वही फिंगप्रिंट इस बात को साबित कर देंगे कि तुम वास्तव में कौन हो । क्योंकि तुम ने अपना चेहरा बदला है, मगर ऍम आज भी वहीं होंगे । रीता सान्याल के दिमाग में धमाके पर थमा के विस्फोट पर विस्फोट होते चले घटनाएं नहीं जा रहा हूँ । लडकी परंतु ध्यान रहे अगर तुम गुलाब का फूल लेकर नीचे आओगी तो तुम्हारा ये प्रतिशोध महानता की मिसाल बन जाएगा । गोवावासी इस बात के लिए तुम परसदा गर्व करेंगे कि तुमने अपनी सारी संपत्ति दान करते हैं । बाहर जो पुलिस कर्मी इस समय तो मैं गिरफ्तार करने आए हैं । वह तुम्हें सैल्यूट करेंगे । वो शब्द बोलते हुए मथुरादास चैनल भी दरवाजे की तरफ पडता । फिर उसने दरवाजे किस इतनी नीचे गिराई और अगले ही क्षण वो बिना रीता सानिया की तरफ देखिए, बेड रूम से बाहर निकल गया । इंस्पेक्टर आत्माराम मोटलानी और मतलब फॅमिली । इस समय आना पैलेस के ड्रॉइंग हॉल में मौजूद है । मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि तुम आखिर ये सब क्या कर रहा हूँ । हमारा मोटलानी बेचे नहीं । पूरा बोला तुम्हें उस लडकी को इस तरह ऊपर कमरे में अकेला छोडकर नहीं आना चाहिए था । ऐसे खाॅ था और जल्द अब रंगमंच के ऊपर से पडता उठने वाला है । वो दोनों इस समय ड्रॉइंग हॉल में जरूर मौजूद थे परंतु उनकी निगाहें बाहर बार पहले माले पर बने राॅकी पेट्रोल की तरफ चली जाती थी । जैसे ही दस मिनट पूरे हुए तब ही बेडरूम का दरवाजा खुला है और वहाँ रीता सानिया प्रकट हुई । वो समय अपने हाथ में सुख गुलाब का फूल पकडे थी । मथुरादास तेजी से उसकी तरफ था । तब तक रीता सान्याल सीढियाँ उतरकर नीचे ड्रॉइंग हॉल में ही आ गई । ऍम मुझे तुमसे यही उम्मीद थी मथुरादास एलएलबी की आंखे छमा कुछ नहीं । मैं जानता था कि तुम्हारे जैसी इंटेलिजेंट अपराधी कभी हाँ बादल का नहीं उठाएगी । तभी मथुरादास एलएलबी ने एक मेरा कदम और वॅार आत्माराम मोटलानी और रीता सान्याल के साथ आना पालस के कंपाउंड में पहुंचा तथा उसने तमाम पुलिस कर्मियों को इकट्ठा किया । ऍम बारे वो कृष्णास्वामी बोला हूँ, आप लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है । दरअसल हम जिस क्रिमिनल को पकडने के लिए यहाँ आए थे, उसे पकडने में हम बस थोडा सा चुक्का वहाँ से भाग निकला है । पर हम तो अभी अभी एक बहुत शानदार घटना घटी है । इस पूरे पहले उसकी मालकिन तथा ली डियाना गोंजाल्विस जैसी महान औरत की सुपुत्री मैडम जूली आनी अभी अभी घोषणा की है कि वो अपनी सारी चल अचल संपत्ति, विधवा आश्रम तथा अनाथ आश्रम के नाम दान कर रही है । इसलिए इन सुखद क्षणों को और भी ज्यादा सुखद बनाने के लिए मेरी आप लोगों से रिक्वेस्ट है कि आप माध्यम जूलिया को सेल्यूट करें । तुरंत हथियारबंद पुलिस कर्मियों ने अपनी अपनी राइफल तानकर तथा बडे जोरदार ढंग से आॅपरेशन ब्लैकबोर्ड बजाकर जूलिया को सेल्यूट दिया । यही वह क्षण था जब आना पैलेस के उसका हूँ । अकस्मात एक और बडा जबरदस्त भूकंप आ क्या बूटा राम जब तक बडी ही खामोशी से वो सारा नजारा देख रहा था, वही का एक बडी अप्रत्याशित रूप से आत्माराम मोटलानी की तरह लगता था । मोटलानी कुछ समझ पाता उससे पहले ही उसने मोटलानी के होस्टल में से पॉइन्ट थ्री टू की पुलिस स्पेशल रिवॉल्वर खींच ली और फिर वो लीटर सान्याल का निशाना लेकर रिवॉल्वर का ट्रिगर बुरी तरह से हो गया । मतलब फॅमिली और तमाम पुलिस कर्मियों ने जब तक झपट कर मोटा राम को दबोचा । तकरीबन आसानियां लाश नेता तेल हो चुकी थी । उसका खून से लथपथ पक्षा अफगानिस् के कंपाउंड में पढा था साहब बहुत छक्के रह गए । मथुरादास बूटा राम तीखे स्वर में बोला मैंने कमांडर कारण सक्सेना के उपन्यास पढ पढ कर कुछ और सीखा या न सीखा हो लेकिन एक बात बडी अच्छी तरह जरूर सीखी है । क्या जुर्म की जडों को कभी सलामत नहीं छोडना चाहिए? मोटा राम की आवास था थी उनमें तेजाब छिडक देने में ही भलाई खबर देखा मैंने तेजाब छडप दिया । वैसे भी मैं इस रीता सान्याल को इस कारण से भी माफ नहीं कर सकता था क्योंकि ये मेरी आना और मासी बाकी खूनी थी । अब तुम लोग मुझे रेस्ट कर सकते ऍम फिर आपने उस सब पर खुद ही जोर से हसन इस बार मैंने अंग्रेजी तो गलत नहीं बोली ना मथुरा दास उसने सिर्फ बडी कहने मसलों से बता रहा हूँ आपने खिचडी नुमा बढी हुई शेर में हाथ भी रहा है । फिर अपनी सिस्टर कि जी में से राम निकालकर ऍम । उसके बाद वो धीरे धीरे कदमों से स्टेशन वादन की तरफ बढ गया । पीछे आत्माराम मोटलानी बूटा राम के हाथों में हथकडी लगती समाप्त हूँ

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Sound Engineer

Writer

Voice Artist

"फंस जाओ मेरे लिए" का दूसरा भाग जो रीटा सान्याल की खोल सकता है पोल। क्या हुआ जब वो हवेली पहुंच गई? आखिर मैडिकल साइंस, पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स और पुलिस इन्वेस्टीगेशन को कैसे चकमा दिया उसने?
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