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Ch-19 in Hindi

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582 Listens
AuthorPrabhat Prakashan
पहली बार जब उसने अपनी नई मकान-मालिकन पर नजर गड़ाई, जो एक विधवा और उससे ग्यारह साल बड़ी है, तो उसे एक मौका दिखाई पड़ा। उसके पास अमीर बनने का एक प्लान है और वह उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करता है, जब तक कि उसकी मुलाकात पीहू से नहीं होती। वह एक अपरिपक्व टीनएजर है, जो नील को चाहती है, और आंख मूंदकर मान लेती है कि वह एक फरिश्ता है, जो उसकी जिंदगी की सारी मुश्किलें दूर कर देगा। बेवजह की इस चाहत और प्लान का कांटा बनती पीहू से नील नफरत करता है, लेकिन नील को बेहतर इनसान बनाने की पीहू की जिद नील को अंदर तक झकझोर देती है। क्या पीहू उसे बदल पाएगी? क्या जो इनसान सारी हदों को पार कर चुका है, उसका हृदय बदला?
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उन्नीस क्या तुम वास्तव में अनन्या से प्यार करते थे तो मैं स्कूल छोडने के लिए क्यों कहा गया था? अनु ने जो सवाल मुझ से पूछे थे वे अब तक मेरे कानों में गूंज रहे थे । इसलिए थोडा सा घूमने के बाद मैं अपने कमरे में वापस आ गया । नींद आज मुझ से कोसों दूर थे । मैं समझने की कोशिश कर रहा था कि उसने क्या और क्यों पूछा था । मेरे बारे में सब कुछ जानती थी । ये तो पक्का था । मैं सोच रहा था कि उसने मुझे इस घर में रहने की इजाजत होती । इस प्रकरण के बारे में पूरी तरह से जानना जब की मुझ पर एक छात्रा के साथ नाजायज तरीके से शामिल होने का आरोप लग गया था । फिर भी मुझे न्यूनतम किराये पर क्यों रखा? ये पक्ष मेरे लिए क्यों वो मुझे ऐसे क्यों देखती है जैसे वो मुझे उम्र भर से जानती है । बिहू मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों करती है? पीहू को बाहर खेलने की इजाजत क्यों नहीं है? करोड ऍम अजीब सवाल मेरे सिर के चारों ओर ते रहे थे । सब कुछ मेरी समझ से परे था । माँ और बेटी अपने दिल के करीब कुछ गुप्त रख रहे थे । अब ये रहस्य कैसे सुलझेगा? मुझे यकीनन उस वक्त समझ नहीं आ रहा था । मैं कुछ बहुत महत्वपूर्ण बात करने में विफल रहा था । मैं अगले दिन स्कूल के कैफेटेरिया में आधव के साथ बैठा था । चारों ओर पूर्व में चुकी थी । विश्वास करने के लिए मुश्किल था कि ये वही जगह है जो छात्रों की भीड भाड के साथ हर समय चर्चा करती है । मैंने पहले कभी अपना कार्यस्थल ऐसा नहीं देखा था । खैर ये अब मेरे काम की जगह नहीं थी तो मैं इतने परेशान क्यों देख रहे हो? नहीं सब कुछ बहुत अजीब है यार । अब शुरू में मैंने सोचा था कि बिहू आप परिपक् हुआ है । अब मुझे लगता है कि वह नहीं । वे सभी अजीवन, पूरा परिवार, अजीव क्या हुआ? वे अनन्या की अफवाहों के बारे में सब जानते हैं । मुझे स्कूल से बर्खास्त क्यों किया गया? सब कुछ जाहिर है कि पीहू के पिता का निधन होने से पहले वो यहाँ पढाया करते थे । शायद इसीलिए अरब की अभिव्यक्ति थोडा बदल गई । मैं यह समझने में असफल रहा हूँ की उन्होंने मुझे अपने घर में रहने की अनुमति क्यों दी? लगभग सब कुछ जानने के बावजूद बिना किराये के शायद इसलिए क्योंकि पीहू तुमसे प्यार करती है । अरब ने व्यंगात्मक रूप से बात को पेश किया । अच्छा कम से कम हम में से एक को ये मजेदार लगता हैं । मैंने परेशान, गहरी साफ । मैं बेरोजगार हूं और किसी भी समय उस घर से बाहर फेंक दिया जा सकता हूँ और तुम यहाँ चुटकुले के साथ आ रहे हैं । शांत नील मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ जानकारी है । अब वह अपने मौजूद के साथ वापस क्यों था? मैंने आपको उम्मीद से देखा । अरब ने कहा जैसे कि दुनिया का सबसे कह रहे से बता रहा हूँ । अनन्या के माता पिता ने तुम्हारे खिलाफ शिकायत नहीं की थी । फिर किसने किया है सर, शायद किसी छात्रा वो एक हस्तलिखित नोट था, अन्य खुद में लिख सकती है । पता नहीं अब क्या फर्क पडता है मैंने अपने सिर को हिलाकर का तो भी मैं चिंतित हूं । अनु को कैसे पता चला । हो सकता है वो कुछ शिक्षकों को जानती हूँ । अचानक दिमाग में कुछ विचार कौन था? मुझे शायद उन चीजों का उत्तर मिल सके जो मुझे परेशान कर रहे थे । मुझे एक छोटा सा पक्ष चाहिए कुछ भी । बस मुझे अपने इस्तीफे को फाडने का अनुरोध करने के लिए मत कहना । अरे नहीं, आज सुनो मैं कार्यालय से जानकारी नहीं निकाल सकता, लेकिन तुम कर सकते हैं अनु का पति इस स्कूल में एक शिक्षक था । में जानना चाहता हूँ कि अन्नू का पति कौन था? पर क्यों उस से कैसे मदद होगी । मुझे नहीं पता । मैंने उलझन में कहा मैं शायद उत्सुक अच्छा, ठीक उसका क्या नाम था? मंगेश बाकी मैंने पीहू के पहचान पत्र पर नाम देखा था । आज अब खडा हो गया । मुझे अभी जाना होगा । जब भी जो भी पता चलेगा मैं बताता हूँ । मैं सहमती दे चुका था । मैं घर वापस आ गए । मेरे सिर में प्रश्नों का एक नया सैट घूम रहा था । मेरे और अनन्या के बारे में शिकायत कौन कर सकती थी? मैंने उसके हस्तलेख को नहीं पहचाना । क्या मैं नोट देख सकता हूँ या शायद उसकी एक तस्वीर? सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं नौकरी फिर से कैसे ढूंढ होगा । दरवाजे पर घटकर हो रही थी । मुझे यकीन था कि ये एक और परेशानी खटखटा रही थी । मैंने एक दूसरे जोर से दस तक की उम्मीद की, लेकिन ये बहुत नरम थी । चुप्पी थी और लगभग दस सेकंड के बाद किसी ने अनिश्चितता से दस तक भी बिहू नहीं थी । स्पष्ट रूप से मैंने अपने सिर को हिलाकर रख दिया जिससे मेरे बाल अपनी पारंपरिक गिरावट को प्राप्त कर सके । ऍम बिस्तर पर और कमरे के चारों ओर देखा ये पता लगाने के लिए की कुछ भी बुरा नहीं था । मैंने उत्साह के साथ दरवाजा खोला आई हूँ । आपको देखकर खुशी हुई उठाए । इस समय आपको परेशान करने के लिए खेद है? नहीं नहीं कोई बात नहीं । अंदर आउट मैं अपने अविवाहित कमरे में एक सुंदर महिला को आमंत्रित करने में असहज था । नहीं, मैं आप के समय का केवल एक मिनट लूंगी । मैं घुसपैठ नहीं करना चाहती है लेकिन मुझे पता है कि आप नौकरी की तलाश में हैं । मेरे पास संपर्क हैं । कुछ कोचिंग संस्थानों में अगले दो महीनों में प्रतिस्पर्धी परीक्षाएं आ रही हैं और उन्हें गणित संकाय की आवश्यकता है । ये दिया पढाना चाहते हैं तो मैं आपको संदर्भित कर सकती हूँ यानी नौकरी की पेशकश वो मुझे अपने आस पास रखना चाहती है । क्या ये मेरे लिए चिंता करने का कारण था? यदि आप कर सकती हैं तो मुझ पर एक एहसान होगा । जरूर धन्यवाद मुस्कुराई और उसकी चमकदार दातों ने हसी से उसके चेहरे की शोभा बढा नहीं । आपके सीवी को साझा करना आपके लिए संभव होगा । मैंने बाद मुझे आश्चर्य हो रहा था कि वह कोचिंग सेंटर में किसी को कैसे जानती थी । मुझे पता था कि पीहू वास्तव में किसी भी तरह से कहीं नहीं जाते हैं । मैंने पूछ लिया मेरे पति वहाँ पढाते थे । उन्होंने जवाब तो मैंने अनिश्चितता से कहा मुझे यकीन है या आपके लिए बहुत मददगार होगा । श्री मंगेश वहाँ क्या पढाते थे गणित और बहुत ही की । जब वह जाने लगी तो मुस्कुरा ही जब की मैं अपने सिर पर घूमने वाले ताजा प्रश्नों के साथ खडा हुआ था । अगर मंगेश यही विषय पढाते थे तो पीहू कैसे कमजोर रहेंगे और पीयू को किसी भी कोचिंग संस्थान में क्यों नहीं भेजा गया था? क्या लू उसके भविष्य के बारे में चिंतित नहीं थी?

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Sound Engineer

पहली बार जब उसने अपनी नई मकान-मालिकन पर नजर गड़ाई, जो एक विधवा और उससे ग्यारह साल बड़ी है, तो उसे एक मौका दिखाई पड़ा। उसके पास अमीर बनने का एक प्लान है और वह उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करता है, जब तक कि उसकी मुलाकात पीहू से नहीं होती। वह एक अपरिपक्व टीनएजर है, जो नील को चाहती है, और आंख मूंदकर मान लेती है कि वह एक फरिश्ता है, जो उसकी जिंदगी की सारी मुश्किलें दूर कर देगा। बेवजह की इस चाहत और प्लान का कांटा बनती पीहू से नील नफरत करता है, लेकिन नील को बेहतर इनसान बनाने की पीहू की जिद नील को अंदर तक झकझोर देती है। क्या पीहू उसे बदल पाएगी? क्या जो इनसान सारी हदों को पार कर चुका है, उसका हृदय बदला?
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