परिवार में बड़े खुद को बहुत सख्त और आदर्श दिखाते हैं, लेकिन उनके भीतर भी एक दिल होता है, जो आदर्शों के आगे झुकना पसंद नहीं करता। वहीं आज के बच्चे उम्र में भले ही छोटे हो, लेकिन समझदारी में काफी आगे निकल चुके हैं। 60 वर्षीय कुणाल की शादी 55 वर्षीय कामिनी से तय होती है, तो उनके छोटे भाई रोहन और उनकी पत्नी को झटका लगता है। लेकिन उनके बच्चे इस बात को सही मानते हैं। बच्चों का कहना है, लाइफ अकेले नहीं जी जा सकती है। इस परिवार में कुछ बिखरे हुए रिश्तें हैं, जिन्हें कामिनी बच्चों के साथ मिलकर संवारना चाहती है… तो क्या इस परिवार में बिखरे रिश्तों में प्यार की मिठास आएगी? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।Read More
परिवार में बड़े खुद को बहुत सख्त और आदर्श दिखाते हैं, लेकिन उनके भीतर भी एक दिल होता है, जो आदर्शों के आगे झुकना पसंद नहीं करता। वहीं आज के बच्चे उम्र में भले ही छोटे हो, लेकिन समझदारी में काफी आगे निकल चुके हैं। 60 वर्षीय कुणाल की शादी 55 वर्षीय कामिनी से तय होती है, तो उनके छोटे भाई रोहन और उनकी पत्नी को झटका लगता है। लेकिन उनके बच्चे इस बात को सही मानते हैं। बच्चों का कहना है, लाइफ अकेले नहीं जी जा सकती है। इस परिवार में कुछ बिखरे हुए रिश्तें हैं, जिन्हें कामिनी बच्चों के साथ मिलकर संवारना चाहती है… तो क्या इस परिवार में बिखरे रिश्तों में प्यार की मिठास आएगी? जानने के लिए सुनें पूरी कहानी।