Made with in India
बॉक्स हॉल गार्डन दिन के समय एक समय ऐसा था जब यदि रेल के समय कोई वॉक्सहॉल गार्डन जाना चाहता था तो लोग उसे इस बेवकूफी भरे विचार के लिए तिरस्कार की दृष्टि से देखते थे । ये ऐसा ही था जैसे कि स्पीकर के बिना लोकसभा, एक गैस लैंप के बिना गैस या फिर कोई चीज जिसके सिर पर कोई बोझ या बर्तन न हो । नॉनसेंस बकवास ऐसी बात तो कभी सोची भी नहीं जा सकती थी और उन दिनों ये अफवाह भी फैली हुई थी कि दिन के समय वहाँ पर गोपनीयत बातें और गुप्त छिपे हुए प्रयोग होते रहते हैं । वहाँ दिन के समय ऐसे ऐसे रहस्यमय गोश्त के काटने वाले यानी कॉमर्स होते थे जो सुबह कि गोश्त के एक टुकडे को ऐसा पतला पतला कार्ड देते थे कि वह सारे गार्डन में बिछा दिए जा सकते थे या कुछ पेड के साथ के नीचे ये रसायनिक प्रयोग करते देखे जाते थे के वो सारे गार्डन में बिछा दिए जा सकते हैं या कुछ पेड के सारे के नीचे ये रसायनिक प्रयोग करते दिख चाहते थे कि एक निकल इसका कटोरा अपने में कितना पानी समझा सकता था तथा किसी अन्य अलग थलग कोनों में कुछ लोग पक्षियों के आने जाने का अध्ययन करते रहते थे और कुछ अन्य साधु सन्यासी टाइप के लोग किसी बडे पक्षी की चमडी हड्डी का मिश्रण बनाते रहते थे । इस तरह की पूर्ति पडती अफ्वाहों से बॉक्स हॉल गार्डंस पर एक रहस्यमय पडता पड गया था और बहुत सारे लोगों के लिए जो वहाँ दिन में जाना चाहते थे कि प्रमोद प्रमोद में खलल डाल सकता था और निसंदेह वो लोग बहुत जाने से बचना चाहेंगे । हम लोग भी इसी श्रेणी में आते थे । शाम को वहाँ पर दीप्तिमान पेडों और झुरमुट के बीच घूमना पसंद करते थे जहाँ पर दिन में इस तरह के प्रयोग चल रहे हूँ और हम वहाँ उस सफर में ढूंढना चाहते थे जो उन्होंने दिन में अपनी प्रयोगशाला में बनाया होता था । इन सब गतिविधियों के कारण शायद ही ऐसा कोई शख्स होगा जो बॉक्स हॉल गार्डेन्स दिन में जाना चाहता हूँ । हम घूमते घूमते यु ही वहाँ पर पहुंच गए और हम उन दीप्तिमान झुरमुटों के अंदर से गुजरने और उन रिवान मेंथी रिसर्च करने में लगे लोगों को देखते रहते थे और फिर उनके द्वारा भरोसे गए सांध्यकालीन भोजन की प्रतीक्षा करते थे जो उन्होंने दिनभर की कडी मेहनत के बाद बनाया होता था जो की रात की धुंधली रोशनी में और रात्रिकालीन संगीत के साथ परोसा जाता था । मंदिर से लू और कोर्स मार्स वहाँ प्रकाश में चलते रहते थे । महिलाएं गायकों के सुंदर था और बद्र लोगों की शालीनता से चलने फिरने ने हमारे दिलों को बांध लिया था । कुछ एक हजारों लाइटों ने हमारी इंद्रियों आंखों को चकाचौंध कर दिया था और मिश्रित शराब पाँच के दो चार जामों की खुमारी हमारे ऊपर चढ रही थी । पता नहीं किस बुरी घडी में बॉक्स हॉल गार्डन का मालिक हमें वहाँ दिन के समय भी गया जिसका हमें जनता की बार आप सोच रहा क्योंकि वहाँ पर केवल दोपहरिया की धूप और स्वर्गीय ऍसे नहीं कभी जा पाए थे । पर पता नहीं क्यों इस झाड में हमें वहाँ जाने पर हिचकिचाहट हुई । शायद आगे चलकर हमें जो निराशा, आशंका या इन तीनों का मिलाजुला असर था उसकी वजह से शायद हम तब तक गैर अंदर नहीं गए थे । दो तीन घोषणाओं के बाद भी जब तक की दो बैलूनों के रेस की घोषणा ने हमें अंदर खींच लिया, हमारी प्रवेश पर एक एक सिलिंग का टिकट लिया और दिए जो ऐसे ही लकडी से लगाकर बनाया गया था । हम उसे ढकेलकर अंदर दाखिल हो गए । हमने ऑफ मिस्टर और ऊपर वाले कमरे की ओर देखा और आगे बढ गए । फायर वर्क्स यानी आतिशबाजी वाले मैदान से हम झुककर आगे दूसरे और आश्चर्यचकित होकर वहाँ पहुंच गए । जहां पर ये तमाशा बैलून रेस शुरू होने वाला था । वहाँ पर एक मोरिश टॉवर और लकडी का दरवाजा था जिसपर सुर्ख लाल रंग और पीले रंग ऐसे पोता हुआ था जैसे वो किसी घडी का केस हो । यहाँ पर प्रति रात को ब्लाकिंग बहुत एयर बैलून में पढते थे । चारों तरफ आग चल रही थी और तमाम बारूद रखा हुआ था तथा वहाँ पर गोलाबारूद बनाने वाली महिला के सफेद कपडे भी रखे हुए थे जो अक्सर हवा में उडते रहते थे । फिर उसमें लाल डी ले और रंगबिरंगी प्रकाश आपने टेम्पल को रोशन करने के लिए चलवाये पर तभी घंटी बज उठी और सभी लोग धक्का मुक्की करके बाहर जाने को भागने के लिए उतावले हो उठे जहाँ से घंटे की आवाज आई थी और हमने भी पाया कि हम उन सबसे आगे भाग रहे थे जैसे कि हम जान बचाकर भाग रहे हैं । ये आवाज वहाँ से आई थी जहाँ और टेस्ट था और संगीत गायन का कार्यक्रम होना था । कुछ बेकार से दिख रहे आदमी टॉन्ट रेडी के धन बजा रहे थे । इस को देखने के लिए तमाम आदमी और सब परिवार अपने अपने खाने के डिब्बे और अब भरे मार्ग को लेकर भाग कर आए थे । उसी वक्त एक जेंटलमैन ड्रेसकोड पहने हुए एक लंबी औरत के साथ, जिसने अजीबो गरीब ड्रेस पहनी हुई थी और सिर पर एक बडा हेट लगाया हुआ था तथा उसमें सफेद पर लगा हुआ था । उन लोगों ने मिलकर एक मामूली सर डोंट गाना गाया । हम लोगों ने पहले भी उसके पोस्टर देखे थे जिसमें उसका मुंह खुला हुआ था, जैसे कोई गाना गा रहा हूँ और एक हाथ में वाइन का क्लास पकडे हुए था और बैकग्राउंड में एक मेज पर फॅस शराब परोसने वाला तथा चार आना रखे हुए थे । ये फोटो उसके संगीत रिकॉर्ड पर भी छापे रहते थे । उस लंबी महिला को भी हमने कई बार सुंदर सुंदर परिधान पहने हुए तथा अच्छे अच्छे गाने गाते हुए देखा था । इस बार भी उसका डेट संगीत बहुत अच्छा था । अब पहले उस जेंटलमैन ने उस महिला से एक सवाल पूछा एक उस महिला ने उसका कुछ माकूल जवाब दिया । उसके बाद दोनों ने मिलकर एक बहुत सुंदर मधुर गीत गाया । इसके बाद उस आदमी और महिला ने बारी बारी शेख दिया तथा दोनों एक दम से हवा में विलीन हो गए । फिर बाजे वाले भी अपने अपने साथ उठाने लगे और लोगों ने जोरों से तालियां बजाकर उनका अभिनंदन किया । इसके बाद जो कॉमिक सिंगर या आज से गायब था वो सबसे लोकप्रिय था । हमें लगा कि एक आदमी जिसने रुमाल में अपना खाना बांध रखा था, वो हस्ते हस्ते लोट पोट होकर बेहोश होने लगा था । वो कॉमिक सिंगर बहुत विनोदी स्वभाव कर रहा होगा, ऐसा हमारा खयाल था । उसमें एक भी पहना हुआ था जिससे बूढा दिखता था और उसका नाम भी एक काउंटी के नाम पर था । उसने सात अवस्थाओं के बारे में एक बहुत अच्छा गाना आया था । उसके पहले आधे घंटे में तो लोगों को शुद्ध मनोरंजन हुआ था । शीर्ष आधे घंटे के प्रदर्शन गायन के बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं क्योंकि फिर हम लोग वहां से खिसक चुके थे । हम लोग वहाँ से निकलकर इधर उधर घूमते रहे पर हर जगह निराशा ही हाथ लगी । जगह जगह पे क्या हुआ था? जो दाग धब्बे जैसे दिख रहे थे और चमक नहीं रहे थे, वो उस वक्त केवल नलके पाइप की तरह दिख रहे थे जैसे कि भट्ट गए हूँ और उनमें से पानी फव्वारे की तरह बाहर आ रहा हूँ । सारी सजावट ठीक की भी की थी और जहाँ जहाँ भी हम घूम रहे थे वो पगडंडियां उदास । वह सोनी सोने से थी । एक ओपन थिएटर में रोक डांस याने रासी पर नाचने का कार्यक्रम चल रहा था । नियुक्तिको के असल में सितारें वहाँ पोशाकों पर सूरज की रोशनी चमक रही थी जैसे किसी तरह खाने में कंट्री डांस में हो रहा हूँ । सब मिलाकर कुछ कुछ होता है । ऐसा प्रतीत हो रहा था पता हम वापस आतिशबाजी या फायर वक्त ग्राउंड में चले गए जहां लोगों की छोटी मोटी भीड मिस्टेक ग्रीन की अपेक्षा कर रही थी । कुछ मुट्ठीभर लोग एक पूर्ण दया भरे हुए बालू मॅन बारी को रोकने के लिए उतावले हो रहे थे । बैलूर एक कार के साथ जोड दिया गया था । अफवाह थी कि उसने एक लॉर्ड छोडने वाले थे । भीड असाधारण से उत्सुक और बातचीत में व्यस्त नहीं । एक आज जिसमे फिटेड ब्लैक कलर के कपडे पहने थे । गंता सच चेहरा था और महिला कुछ महिला लाल बॉर्डर मना गोलू बंद लगाया हुआ था । बारी बारी से सबसे बात कर रहा था तथा सबके सवालों का जवाब दे रहा था । वो आपको बांधे हुए खडा होकर बैलून को बडे ध्यान से देख रहा था और उस हवाबाज के लिए प्रशंसा से भरा हुआ था । उस आदमी हवाबाजी में हरे रंग के कपडे पहने हुए थे । ये उसका दसवां ऊपर जाने का मौका होगा और उसे अभी तक कभी भी दांत का दर्द तक नहीं हुआ और ना अगले सौ सालों में कभी होगा । जब कभी भी हम इस तरह के प्रति भाव मान व्यक्ति से मिले तो हमें उसे खूब प्रोत्साहित करना चाहिए । उसके इस तरह से खूब जोशीले भाषण देने की वजह से भीड में सोचा जरूर कि ये कोई दया भिवाडी है । हाँ सर, आप बिलकुल सही बात कर रहे हैं । एक आदमी जो अपनी पत्नी, बच्चों, माँ सालियों और अन्य कई लोगों के साथ खडा था । उसने कहा मिस्टर ग्रीन एक बहुत सधे हुए आदमी हैं और उनके बारे में कोई राय या आशंका नहीं है । डर और भय उस छोटे आदमी नहीं कहा क्या ये बहुत बढिया बात नहीं है कि वो और उसके पत्नी आज घटता ही उडने जा रहे हैं और उनका बेटा तथा पत्नी एक दूसरे बैलून में उडने वाले हैं और वो सब दो तीन घंटे में बीस तीस मील उड जाएंगे और फिर उसके बाद वो वापस लौट कर आएंगे । मुझे पता नहीं ये वैज्ञानिक तरक्की कहाँ जाकर रुकने वाली है । यही चीज मुझे परेशान किए हुए हैं । अब जैकेट पहने पहुंचते भी आपस में काफी बातचीत करने लग गई थी । लेडीज किस बात पर इतना हस रही है सर? उस छोटे आधी ने सम्मानपूर्वक सवाल पूछा जी, मेरी बहन मेरी है । छोटी सी लडकी ने कहा । और वो ये कह रही है कि लॉर्डशिप को कुछ अखबारों में जाते वक्त कोई डर तो नहीं लगेगा और वह कहीं उसमें से बाहर निकलकर तो नहीं जाएंगे । तो मैं कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है । आराम से रहो । उस छोटे आठवीं नहीं कहा । यदि वो बिना अनुमति के एक इंच भी बाहर निकल कर आए तो मिस्टर ग्रीन उन्हें पकडकर फिर से ले आएंगे । वो टेलिस्कोप से देख लेंगे और बिना समय लगाए उन्हें बास्केट यानी टोकरी में बैठा देंगे और फिर उन्हें ऊपर भेज देंगे । जब तक कि वह नीचे नहीं आ जाते हैं । क्या वो आ जाएंगे? कुछ संदेह से एक अन्य आदमी ने पूछा वो जरूर लौटाएंगे । उस छोटे आदमी ने कहा, और आपको इस बारे में फिक्र करने की जरूरत नहीं है । मिस्टर ग्रीन की अगले वक्त पर काम करती है और कुछ भी गडबड नहीं होती । कभी उसी वक्त सबका ध्यान उस फोर गया जहाँ उडान की तैयारियाँ हो रही थी । दूसरे बैलून को भी कार के साथ जोड दिया गया था और दोनों गाडियों को बैलोन के साथ पास पास खडा कर दिया गया था और अब मिलिट्री बैंड ने जोर जोर से अपने बैंड बाजा बजाना शुरू किया जिसको सुनकर भीरू से भी रू आदमी को भी जोश आ जाए और फिर भी कुछ ऐसे लोग थे जो इस शोर शराबे से दूर चले जाना चाहते थे । फिर मिस्टर क्रीम सीनियर और उनकी पत्नी एक कार में बैठ गए तथा उसके बाद मिस्टर ग्रीन जूनियर और उनकी बीवी दूसरी कार में बैठ गए । फिर दो बालोन ऊपर आसमान में उड गए और हवा में छोडने वाले यात्री अपनी अपनी बास्केट में खडे हो गए और बाहर जमीन पर खडे भीड जोर जोर से शोर मचाकर तालियाँ बजाने लगे । दो जाॅन जो उसके पहले कभी उन्हें नहीं थे तो टोकरी में खडे खडे अपने झंडे हिलाने लगे जिससे लोगों को ये लगा कि वह नर्वस नहीं थे पर रस्सियों को जोर से पकडे हुए थे और दोनों बैलून धीरे धीरे हवा में ऊपर उठके चले गए और बाद में तो वह आसमान में एक धब्बे यह छोटी चिडिया से नजर आने लगे । पर वो छोटा आदमी अभी भी यही कहीं जा रहा था कि वह उनके सफेद हैट को अभी भी देख पा रहा था । बाहर से अब भीड छटने लगी थी । लडके! बच्चे इधर उधर मैदूल बेलूर चिल्लाते हुए दौड रहे थे । बाहर सडक पर लोग दुकानों से निकल आए थे और अपनी गर्दन पीछे की ओर ऊंची करके उन दोनों बार की ओर देख रहे थे जो अब केवल काले धब्बों की तरह दिख रहे थे । फिर जब वह दिखना बंद हो गए तो लोग अपनी अपनी जगह दुकानों और मकानों में वापस चले गए । अगले दिन अखबारों में इस घटना के लोगों के ऊपर होने का समाचार जोर शोर से छापा । जनता को बताया गया की कैसा वो एक बहुत खूबसूरत दिन था पर केवल मिस्टर ग्रीन की स्मृतियों को छोडकर किससे वो आसमान के ऊपर बादलों के बाद चले गए । जब उनका दिखना बंद हो गया और किस तरह से वास्को में बैलून का प्रतिबंध अनोखा लग रहा था । उसमें सूरज एक गिरोह से परावर्तन का कमाल था और वाता वरन गर्मी वह चक्र हवाओं का कैसा हमें सम्मान करना चाहिए । समाचारों में ये भी पडी दिलचस्प खबर थी कि कैसे एक आदमी ने जो नाव में बैठा था वो बारी को देखकर आज चर्यचकित होकर बोला । ऍम जैसे मिस्टर गृह जूनियर ने बताया कि उनकी आवाज बैलून में उठ रही थी । आवाज सतह से कार में प्रतिध्वनित हो रही थी । इसके बाद भी यही बताया गया की अगली बुधवार को फिर एक बार आसमान में उडान भरी जाएगी । यदि हम तारीख को बताना भूल गए हैं तो हमें अगली गर्मियों तक इस अभियान की प्रतीक्षा करनी होगी ।
Sound Engineer
Producer