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38 : भोजन की मात्रा in Hindi

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AuthorHarish Darshan Sharma
लोक कहावतों में शतायु जीवन के सूत्र - दैनिक जीवन के लिए उपयोगी युक्तियाँ| writer: मुमताज खान Producer : KUKU FM Voiceover Artist : Harish Darshan Sharma Author : Mumtaz Khan Voiceover Artist : Harish Darshan Sharma
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बहुजन की मात्रा भोजन करिए, प्राथना को जैसे बडा अमीर भोजन करिए । सहायको जैसे एक फकीर भगवान कभी कहता है कि प्रातःकालीन भोजन अमीरों की भांति तथा सायंकालीन भोजन फकीरों की भर्ती करना चाहिए । स्पष्टिकरण लोकोक्ति में प्रातःकालीन भोजन को अमीरों की भर्ती करने से आशय है कि सुबह मैं आप अच्छे पकवान वो स्वादिष्ट भोजन भरपेट कर सकते हैं क्योंकि प्रातःकाल के भोजन में पिछले भोजन का अंतराल बडा होता है और दिन में प्रत्येक व्यक्ति क्रियाशील रहता है । इसलिए प्रातःकाल में थोडा बहुत गरिष्ठ भोजन भी किया जा सकता है । किंतु सहाय काल के भोजन के पश्चात रात्रि में क्रियाशीलता नगर नहीं रहती है इसलिए हल्का भोजन करना चाहिए ताकि भोजन का पाचन सहज और सुचारु रूप से हो सके । अतः शाम का भोजन सुपाच्य और हल्का ही करना चाहिए । लाभ प्रातः कालीन भोजन में शक्ति वर्धक भोजन शामिल करके तथा सायंकालीन भोजन में हल्का वह सुपाच्य भोजन लेने से पाचन क्रिया सही रहती है तथा शरीर स्वस्थ रहता है । सारांश प्रातःकालीन भोजन में शक्ति वर्धक सामग्री तथा सायंकालीन भोजन में हल्का सुपाच्य भोजन प्रयोग करना चाहिए हूँ ।

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लोक कहावतों में शतायु जीवन के सूत्र - दैनिक जीवन के लिए उपयोगी युक्तियाँ| writer: मुमताज खान Producer : KUKU FM Voiceover Artist : Harish Darshan Sharma Author : Mumtaz Khan Voiceover Artist : Harish Darshan Sharma
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