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सभ्यता की ओर: प्रथम परिच्छेद भाग 6 in Hindi

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AuthorNitin
सभ्यता की ओर Producer : Saransh Studios Author : गुरुदत्त Voiceover Artist : Ramesh Mudgal
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परिच्छेद एक भाग से चंद्र थॉमसन के आज के व्यवहार से और भी क्रुद्ध होता था । रहे उसी अंधेरे कोने में खडा अपने और अधिक समय तक वहाँ रहने के विषय पर विचार करने लगा था । वह वहाँ के सुख आराम, विशेष बॉल केस ने का विचार करता था और आपने सबके सामने पीटे जाने से किए गए अब मान पर विचार करता हूँ । अभी है रोबर्ट और सिमसन के व्यवहार ने उसके मन में व्यवस्थान छोडने के निश्च लेगी, उसके ही की थी । यौनाकर्षण की अनुभूति उसके शरीर में होने लगी थी । इस अनुभूति को पुष्टि मिली थी स्कूल और बोर्डिंग हाउस के वातावरण से । उसके साथ ही लडके उसके सामने नि संकोच लडकियों की बातें करते रहते थे और उनसे मिलने के उपायों पर विवेचना करते थे । कई बार लडके जब मैटर उनको बेट थी तो उसमें गर्व का अनुभव करते और उसका वर्णन अपने साथियों के सम्मान करते थे । किसी लडकी के लिए पीता जाना उनके लिए गौरव का विषय होता हूँ । सुंदर के बाबा ने उसे बताया था कि लडकियों में से एक से विवाह किया जाता है । विवाह के पश्चात पति पत्नी हो जाते हैं । इसी प्रकार भगवान राम और सीता थे । विवाह से पहले सब लडकियाँ बहीन समान होती है और विभाग के बच्चा बदनी को छोडकर सब लडकियां और स्त्रियां माँ के समान होती हैं । अपनी पत्नी के अतिरिक्त किसी भी लडकी अथवा स्त्री से प्यार करना आप है और उस बात का फल नरक में जाकर भोगना पडता हूँ । एक दिन एक लडके ने उसको बताया था कि उसका अमुक लडकी से लव हो गया । सुंदर ने पूछा लव क्या होता है वह लडका विश्व में वो सुंदर का मुख देखता रह गया । तत्पश्चात यह स्मरण का कि वहाँ अंग्रेजी नहीं जानता, अभी नया रिक्रूट हुआ है । उस ने पूछा प्यार करना जानते हो? सुंदर ने अपने बाबा का कथन स्मरण कर कहा वही जो पति पत्नी करते हैं, हाँ! बस वही है परंतु तुम्हारा तो उससे विवाह हुआ ही नहीं हूँ । हम विवाह का अभ्यास कर रहे हैं । उसको नया तो इस अभ्यास का समझ में आया नहीं । विवाह से पहले की प्यार की बात रूचि कर प्रतीत हुए । उस ने कहा यह ठीक नहीं है तो अभी नये हो इसलिए नहीं समझते । कुछ दिन साथ रहोगे तो सबको समझ में आने लगेगा । इस कथन ने तो सुंदर के मस्तिष्क में विचारों की एक नवीन श्रृंखला उत्पन्न कर दी । क्या इनका सवाज उससे भिन्न है जिसमें वह रहता था । उसने अपने घर पर फूफा और बुआ को परस्पर प्यार करते कभी नहीं देखा था । उनको इस विषय पर कभी बात करते हुए नहीं सुना था । हाँ उसकी बुआ कहाँ करती थी कि सुंदर अब सज्ञान हो गया है । इसके विवाह के लिए लडकी धोनी चाहिए तोफा कह दिया करता था । मंगत की बडी लडकी इसके योग्य है । इस पर बुआ कहती वह लडकी कुछ पहले रंग की है । रूपरेखा भी कोई तीखी नहीं है । हमारा सुंदर तो बहुत ही सुंदर बहुल आएगा । इसके अतिरिक्त प्यार के विषय में कभी बात नहीं होती थी । इसके विपरीत स्कूल और बोर्डिंग हाउस में तो जब भी दो लडके पडने अथवा खेलने से अवकाश पाते रे लव लडकी, सौंदर्य, आँखे टांगे इत्यादि पर बातें करने लग जाते थे । लडके लडकियां इकट्ठे पढते थे परंतु रहते प्रथम प्रथम थे । दोनों के बोर्डिंग हाउस प्रथक प्रथक थे और रात को अपने अपने कमरों में बंद कर दिए जाते थे । बोर्डिंग हाउस के दोनों विभागों की एक ही मैटर थी और वह उनके परस्पर व्यवहार की खूब देखभाल रखा कर दी थी । इस पर भी लडके लडकियां ऐसे अवसर बोर्ड ही लेते थे जब बस पर मिल सकते हैं । इन सब बातों से यही समझा था कि वह एक नवीन समाज में आ गया है । इस पर भी वो अपने मन को इस नवीन समाज के रहन सहन से सहमत नहीं कर सकता था । इस पर बैठ लगने की घटना हुई और वह भी सब बोर्ड, ओके समूह । इस प्रकार कोई अपमान से वो गलता जाता था । रात को सोया तो उसको नींद नहीं आई । उसको ऐसा अनुभव हो रहा था कि उसके सारे शरीर का रख सिर को चढ गया है । है । अपने को अत्यंत दुखी और हीन मानने लगा था । इस से बचने का उसको एक ही उपाय सूझ रहा था और गया था वहाँ से चले जाना । उसने अपने मन में निश्चय कर लिया था कि रहे इस नवीन समाज में नहीं रहेगा । इस निर्णय के पश्चात वो सोचने लगा कि यहाँ से कहाँ जाया जाए और किस प्रकार निकला जाए । घर से तो है देश विदेश देखने की लालसा से निकला था । अब तक अल्मोडा का ऍफ स्कूल और अनाथ बच्चों के लिए बने बोर्डिंग हाउस के अतिरिक्त उसमें कुछ नहीं देखा था । इस कारण घर लोडकर जाने का विचार उसके मस्तिष्क में टिक नहीं सका तो कहाँ जाए, उसको कुछ सूझ नहीं रहा । था । उसने अपने साथियों से दिल्ली, लखनऊ, कलकत्ता, बंबई ईत्यादि, बडे बडे नगरों के सौंदर्य का वृतांत सुना था । परन्तु ये सब किधर है? यहाँ से कितनी दूर है वहाँ पहुंचने का साधन क्या है? इस प्रकार प्रश्नों की उलझन मैं समझा नहीं सका । अगला दिन रविवार था, गिरजाघर जाना था । अतः जल्दी जल्दी नित्यकर्मों से निवृत्त हो देख वास्ले ठीक नौ बजे लडकों की पंक्ति में जा खडा हुआ । सवा नो बजे पंक्तिबद्ध गिरजाघर के लिए चल पडे । लडकियों की पंक्ति उनसे तक थी । दो पंक्तियां सात सात गिरजाघर में प्रवेश हुई और साढे नौ से पूर्व अपने अपने स्थानों पर बैठकें । स्कूल और बोर्डिंग हाउस के अधिकारी भी अपनी पत्नियों और बाल बच्चों के साथ उनके लिए नियुक्त स्थानों पर बैठ गए । कुछ बाहर के लोग भी आए हुए थे । वे भी साढे नौ बजे से पूर्व अपने अपने स्थानों पर बैठकें ठीक साढे नौ बजे घंटा वजह दो मिनट तक बस तरह तत्पश्चात और गन बजने लगा । मिस्टर बोल मॉर्गन पर किसी गीत की धुन बजा रहे थे । पांच मिनट तक और गन बसता रहा । इस अवधि में स्थिति गढ, चुप, शांत और स्थिर भाव से बैठे रहे । अब बोर्डिंग हाउस की कुछ लडकियाँ जो सबसे अगली पंक्ति में बैठी थी । उठकर मंच पर आ गई और धर्म गीत गाने लगी । इनमें सिमसन भी थी । उसका स्वर्ण अति मधुर और अन्य सबके स्वरों से रसमें धर्म गीत में तब यीशु मसीह से प्रार्थना की गई कि वे संसार में बसे सब बहुत बालकों को उंगली पकडकर स्वर्ग का मार्ग बताया । वे इनको दस मुख्या पापकर्मों से बचाए । पांच मिनट तक गाना हुआ और तत्पश्चात बादरी फादर आॅल इन मंच पर उपदेश देने लगा । उसने मंजील में से एक पद पढा और फिर उसकी व्याख्या करनी आरंभ करती हूँ । पता था भगवान की दस आज्ञाएं इनके पालन करने से मनुष्य का कल्याण होता है । फादर एवलिन ने इन दस आ गया हूँ की व्याख्या की । इसमें एक आ गया थी जिसमें कहा गया था कि तुमको व्याभिचार नहीं करना चाहिए, इस विहार भी चार सबकी उसने व्याख्या की । इससे सुंदर के मन में उस प्रकाश होने लगा जो जो पादरी के खत्म कार समझता गया हूँ । तो बोर्डिंग हाउस के लडके लडकियों के व्यवहार पर आश्चर्य अनुभव करने लगा । देश हम आप उपस्तिथ । भारी परिवारों ने दान के डिब्बे में कुछ सिक्के डाले और सब लोग गिरजाघर से बाहर निकलकर परस्पर बातचीत करने लगे हैं और छः मिनट तक बातचीत होती रही हूँ । इस काल में लो वर्ड सुन्दर से मिलने के लिए आया । उसने पूछा सुंदर कल सेमसन तो उनसे मिली थी क्या? हाँ रज शमा मानती थी तो तुमने उसे बेहद लगाने का बदला क्यों नहीं मांगा? क्या मानता हूँ रोबर्ट खिलखिलाकर हंस पडा सुंदर जिसमें वो उसका मुख देखता रह गया । इस पर रोबर्ट ने कहा तुम तो मेरे गवार हो, तुम को बहुत कुछ सिखाना पडेगा । देखो सुंदर सब लडकियाँ तुमको बोर्डिंग हाउस के लडकों में सबसे सुंदर समझती हैं । ये सभी तुम्हारी मोटी मोटी आंखों पर नट्टू हो रही है । इस कारण तुम को भी सबसे सुंदर लडकी का चुनाव कर लेना चाहिए । बनना था भारी गडबडी मत जाएंगे, क्या गडबड हो जाएगी । प्रत्येक लडकी तुमको अपना मित्र बनाना चाहेगी और तुम में किसी के लिए दूसरी ना देख वे परस्पर लड पडेंगे और फिर तुम्हारी झूठी शिकायतें होगी । इससे शिकायत करने वाली लडकी की शिकायत होगी और सब लडकों के रहस्य खुल जाएंगे । यह तो ठीक नहीं है । अच्छी बात है, विचार करुंगा । सुंदर में निश्चय कर लिया कि वह स्कूल और बोर्डिंग उसको छोड देगा । मिसिज बोलने मिसेज स्मिथ से सुंदर के विषय में पूछा तो उसने बताया कि मैं रात को तीन चार बार उठकर सब लडके लडकियों को सोया हुआ देखा करती हैं । उस रात उसने सुंदर का बिस्तर खाली देखा । मैं तुरंत लडकियों के कमरे में गई । वहाँ सिमसन का बिस्तर खाली पडा था । ऍम लेकर उसको ढूँढने लगे । उसने उन दोनों को बाहर मैदान में पत्थर पर बैठे, परस्पर आलिंगन करते और मुख्य चूमते देखा तो वह क्रोध में उतावली हो वहाँ जा पहुंची । जब तक सिमसन भाग गई थी और उसमें सुंदर को वहीं पर खूब बेटा । अगले दिन सिमसन से पूछा तो उसने बताया कि वह पेशाब करने गई थी । सुंदर कहीं से निकल आया और उसको बलपूर्वक घसीटकर मैदान में ले गया । वह कह रहा था, चांदनी बहुत सुंदर है और उसको नव करता है । यह बात सिमसन ने पवित्र पुस्तक पर हाथ रखकर शपथ कहा कर दिया था । इससे मुझे उस पर विश्वास करना ही पडा । अतः बोर्डिंग हाउस के नियमानुसार मैंने उसका पब्लिक नहीं किया था । मिसेज बॉल इसका था । वो सुनकर रो पडी । वह मन में विचार कर रही थी कि वह सब झूठ है । सुंदर के कोमल मन पर इस झूठ था । कितना बुरा प्रभाव पड सकता है । सेमसन तो लडकी है, अभी तो दस पंद्रह वर्ष की होगी । वह इस प्रकार के झूठ के परिणाम को समझ नहीं सकती । परंतु मिसेज स्मिथ ने बिना भली प्रकार जांच किए दंड देकर सुंदर के मन पर ईसाई धर्म की महिमा को कम कर दिया है । वो विचार कर रही थी कि किस पर का मिसेज स्मिथ के मूर्खतापूर्ण व्यवहार के दुष्प्रभाव को काम करेंगे । उसने निश्चय किया कि सोमवार को स्कूल में वह सुंदर को समझाएगी और उसको धर्म की अच्छाई और मनुष्य की दुर्बलता में अंतर बताएगी । घर बहुत उसने मदर मरियम के समूह खडे हो चीज झुका । मन ही मन प्रार्थना की रहे । इस प्रार्थना में सुंदर के लिए कुछ मांग रही थी । प्रार्थना के समय उसके होट निरंतर हिल रहे थे । तत्पश्चात दाहिने हाथ से अपनी छाती पर, रोज का चेन्नई वाला जो अपने पति के पास चली गयी, बॉल पूछ लिया । अभी अभी तो तुम गिरजाघर से आई हो और फिर मदर के सामने प्रार्थना कर रही थी । अच्छा तुमने कोई भारी गुनाह क्या मालूम होता है? मैंने नहीं किया । ये है तो किसी अन्य नहीं किया है और मैं उसकी माफी के लिए प्रार्थना कर रही थी । किसके लिए वही लडकी है जिसको आप कल यहाँ चाय का निमंत्रण दे कर लाए थे । ऍन उसमें क्या गुनाह क्या है? इस पर वासंती न रहे । बाद जो सुंदर ने बताई थी बता दी और फिर मैट्रन मिसेज स्मिथ की बात बता दी । इससे तो सुंदर तुम्हारी प्रार्थना का पात्र प्रतीत होता है । फॅमिली में उस लडके से भला क्या लेना है? मुझे विश्वास है कि सुंदर देख कसूर भला कैसे? मैं तो समझता हूँ कि तो उस लडके से खुद मोहब्बत करने लगी हो हूँ, करने तो लगी हूँ परन्तु एक पुत्र की तरह मुझे ऐसा अनुभव होता है कि वह मेरा छोटा भाई अथवा बेटा ही है । यह सब बकवास है । मुझे तो कई दिन से तुम पर संदेह हो रहा था तो उसको गोद में उठा । उसे छाती से लगा बिहार करते हैं । तुम बात कर हूँ । मैं समझता हूँ कि तुमको रेड रेड गार्डन के सामने आज ही कन्सेशन के लिए जाना चाहिए । रहे तो अभी मैं कल गई थी और अपनी सब बात बताता हूँ । उसमें कुछ भी ऐसा नहीं था जो मैं आपके सामने नहीं बता सकती । मुझे किसी औरत पर विश्वास नहीं आता मगर डीएम हम तो पति पत्नी है । हमें परस्पर सत्य का व्यवहार करना चाहिए । ठीक है मगर मैं तुमको उस लडके के बहो जाल में फंस गया । समझने लगा हूँ । तुम प्रतीक्षा कर रही हूँ कि वह कुछ बडा हो जाये तो उसके साथ भाग खडी हो । यह सब जोड है । अब वासंती न कुछ आवेश में कहा मैं किसी दिन तुम को रंगेहाथ पकडकर तलाक के लिए ऍम रेड से होगा । तलाक कैसे हो सकता है? हम तो जीवन भर के लिए पति पत्नी के रूप में बंधे हुए हैं । यही तो मुसीबत है ।

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