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लावा -04 in Hindi

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Authorहरप्रीत सेखा, सुभाष नीरव
‘बर्फखोर हवायें’ कहानियों का संग्रह है जिसमें 12 चुनिंदा कहानियां शामिल है। कहानियों की सबसे बड़ी खूबी है कि वे लिसनर्स को निराश नहीं करेंगे। इन कहानियों में समाज, रिश्‍तें, परिवार, सामाजिक संस्‍कर, रूढि़यों, सीख शामिल हैं, जो लिसनर्स को उनसे जोड़ता है। Voiceover Artist : Ashish Jain Author : Harpreet Sekha Script Writer : Subhash Neerav
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लावा जॉर्ज को जब बगैर करवट बदले और अधिक लेते रहना असंभव लगा तो वो तुरंत बिस्तर में से बाहर आ गया । उसने अंगडाई ली नरक भरी रात के दाग उसने अपने शरीर पर महसूस किए । एक दृष्टि उसने गहरी नींद में सोई बडी वांडा के चेहरे पर डाली । फिर दोनों में से रूई के फाहे बाहर निकालेंगे । कमरे के साथ जुडे गुसलखाने में से वृष पर भेज लगाया और दबे पैर कमरे में से बाहर निकलकर मुख्य गुसलखाने में घुस गया । दांतों पर ब्रश करने के बाद वो जीत पर ब्रश को रगड रगडकर अंदर से पीला पीला पानी बाहर निकालने लगा । मानो रात भर का इकट्ठा हुआ जहर बाहर निकाल रहा हूँ । अपने नित्यप्रति के कामों से फुर्सत पाकर वो रसोई में चला गया । स्टोन की और देखता वो सोचने लगा कि नाश्ते में क्या बनाएगा? कलवाडा द्वारा नाश्ते के लिए की गई फरमाइश उसको याद हुआ । उसने कहा था जॉर्ज तेरे हाथ का बनाया ग्राॅस तक ये बहुत दिन हो गए । एक बार उसने सोचा हूँ बना हूँ पर अगले ही पर डिग्री मगज मारी कौन करेगा? सोच कर उसने कॉफी की मशीन में दो कप पानी डालकर फिल्टर में एक चम्मच कॉफी का डाला और मशीन का बटन दबा दिया । खिडकी पर से पर्दे हटाते ही सूरत सीक्रेट उसके चेहरे से टकराई । उसको ये बेहद अच्छा लगा और उसने आंखें मूंदें उसके मन में आया कि वांडा का जगह कर लंबी शहर पर जाया जाए । पता नहीं बेचारी की तब आग लगी होगी । ये सोचकर उसने आंखें खोली । पडोसियों के पिछवाडे ने इधर उधर बिखरी पडी बेयर की बोतलें उसे दिखाई दी । उसके मुझसे यकायक निकला । हर रहा नहीं । उसका अंदर कडवा सा हो उठा । मु के कसैले पर को दूर करने के लिए उसका मन थूकने को हुआ । पर गुसलखाने तब जाकर गला साफ करने की उसकी हिम्मत ना पडी । उसने कडवा घूंट अंदर ही निकल लिया और खिडकी से एक तरफ होकर दोबारा कॉफी के मशीन के पास जा खडा हुआ । कॉफी के मशीन गडगड की आवाज कर रही थी । जॉर्ज का अंदर खोलने लगा । जब से आए हैं हरामी जिंदगी नरक बना रखी है । जॉर्ज बडबडाने लगा देखा जाएगा । जो कुछ होगा हम उसके साथ टक्कर लेनी पडेगी । उसके मन में आया । फिर उसे पडोसी द्वारा आधा धरती में गार्ड देने की धमकी याद आई । अब जॉर्ज का होश ढीला पडने लगा । जिस दिन पडोसी ने धमकी दी थी उस दिन जॉर्ज को शीशे में देखा । अपना चेहरा निराश और समर्थ और कमजोर लगा था । उसको लगा जिससे उसकी टांगे बहुत कमजोर हो गई हूँ । वो शीशे के सामने अपना चेहरा हाथों में लेकर दबाता हुआ बोला था वांडा अभी तुम साठ के शुरू में ही है । पर ऐसा लगता है जिसे सोच साल के लाचार बुजुर्गों बनाकर सब कुछ ही हो जाएगा । कहती हुई वांडा ने उसको अपनी बाहों में कर लिया था और वह काफी देर इसी तरह है । एक दूसरे को बाहों में घेरे खडे रहे थे । अब भी जॉर्ज का मन किया कि बंदा की बात है उसके इर्द गिर्द हो । पता नहीं बिचारे कप सोई होगी । सोच कर जॉर्ज ने अपना सिर्फ झटका और कप में कॉफी डालका सोफे पर जा बैठा । तीन हफ्ते पहले सब कुछ सामान्य सा था । वांडा की नींद सवेरे पहले ही खुल गई थी । उसने उठकर बैकन और अंडे का नाश्ता तैयार किया और जॉर्ज को लगा दिया । फिर वो लम्बी सर पर चले गए थे । वापस आकर जॉर्ज खुरपी लेकर पिछवाडे बने बगीचे में गुडाई करने लगा और वांडा मकान के अगले हिस्से में लगे फूलों को पानी देने लगी । दोपहर का खाना खाकर उन्होंने किताबें पढने के लिए धूप ने भरे भरे घास पर आराम कुर्सियाँ डाल नहीं वांडा तारे सी का घास खराब ना हो जाए । कई दिनों से किसी ने पानी नहीं दिया । बहुत मेहनत की है हमने । इस पर जॉर्ज ने पडोस के पिछवाडे की और दृष्टि डालते हुए कहा घास को पानी कौन देगा तो ऐसी का बेटा तो वापस अपने शहर लौट गया है । सुना था की ये मकान किराये पर चढ गया है पर अभी तक कोई आया तो है नहीं । वाडा ने कहा मैं ही ना पानी देखो पहले भी तो हमें देखभाल करते थे । जॉर्ज बोला तब बात और थी ऐसी घर पर होती थी । अब तो बिचारी मरने के करीब अस्पताल में पडी है किरायेदार क्या मालूम किसमें जांच के हूँ हमें दूसरों के बारे में नहीं जाना चाहिए । वांडा ने अपना विचार प्रकट किया तेरी बात तो ठीक है पता नहीं कैसे होंगे । जॉर्ज ने कहा फिर रुककर बोला अपने जैसे ही होंगे उम्मीद तो करते हैं । वांडा ने कहा अच्छे हो तो बढिया है । बहुत मुश्किल से बचाया है ये पडोस कहते हुए जॉर्ज पिछली तरफ खडे अंडर के दरख्तों की और देखा और सोचने लगा इन्हें तो कब का खत्म कर देते हैं । अगर हम और तरह सीना रोकते बिल्डर हरामी की निभा भी पता नहीं क्यों इस जगह पर टिकी हुई है और क्या कम जगह है वहाँ पे नहीं उजाडने पर क्यों खुला है हमें कीमत से अधिक धन क्या करना है? जब हमने देश नहीं नहीं पर यदि तरहसी का पुत्र लालच में आ गया तो अगर उसने बिल्डर का घर भेज दिया तो क्या होगा? और बिल्डर ने हमारे घर को छोडकर पीछे वाली जगह और तारे सी के मकान को मिलाकर अपार्टमेंट खडी कर दी तो इस सोचने उसको भयभीत कर दिया । उसने दूसरे पडोसी के मकान की और नगा डाली जिधर मुख्य सडक पर बनी दुकान की पीठ के साथ लगी गाली थी और उसके बाद उनका मकान था । फिर उसने दूसरी तरफ देखा जिधर तारे सी के मकान से आगे व्यापारिक इमारतें शुरू हो जाती थी जो आपने सोचा यही तो पडोस में एक मकान है ये भी ये भी फिर उसने सोचा फॅमिली के पुत्र ने मकान बेचना होता तो किराए पर क्यों देता हूँ । इस सोचने उसको दाढी बनाया और उसमें किताब की और अपनी दिखा कर लेंगे । उस रात ही जब गहरी नींद सोए हुए थे । एक बजे के करीब पडोस में रुके मोटर साइकिल की फट फट सहित उनकी नींद टूट गई थी और फिर कई कार्य आई थी । मोटरसाइकिल आई थी । जॉर्ज पडते हटाकर देखा की तरह किसी के घर में चहल पहल थी । शोर करता संगीत बज रहा था इतनी रात गए इतना शोर शराबा करना ये भी कोई तरीका है । जॉर्ज ने कहा नए मकान में आने की खुशी मना रहे हैं । कोई बात नहीं तुम लेता हूँ । वांडा बोली प्रीस्ट पार्टी पडोस का भी ख्याल रखना चाहिए हरामी मैं करता हूँ । फोन पुलिस को चौबीस गुस्से में बोला शाम चॉर्ज कल हम मिलेंगे । इनसे पडोसी से बनाकर रखनी चाहिए । वांडा उसको पकडकर बिस्तर में लेट आने लगी । तडके चार पांच बजे तक इसी प्रकार शोर शराबा होता रहा । जॉर्ज मिस्टर में करवटें बदलता रहा । वांडा उसको सहलाती रही फिर कार्य मोटरसाइकिल लौटने लगी । अगले दोपहर जब उन्होंने पडोस वाले मकान में एक आदमी को चलते फिरते देखा तो उन्होंने अपने नए पडोसी से जाकर मिलने का विचार बनाया । उन्होंने जब उसके दरवाजे की दस्तक दी एक साढे छह छोटा मोटा तगडा आदमी जिसने थोडी पर लंबी डाडी रखी हुई थी । मैं दरवाजा खोला और रूखी आवाज में पूछा । जॉर्ज की निगाहें उसकी सुडौल मोटी बाजुओं पर गोदे हुए सांपों पर अटक गई । उसके अंदर एक कप कप पीछे दौड गई । उसने अपना हाथ आगे बढाते हुए मारी से आवाज ने कहा जॉर हम आपके पडोस वाले मकान में रहते हैं । मैं सोचा अपने पडोसियों से मिले अच्छा मैं ईद मोटी मोटी सुडोल । बाजू वाले आदमी ने हाथ मिलाते हुए कहा वांडा बिस्कुट पर डब्बा पकडकर हाथ मिलाते हुए बोली मैं वांडा हमारे पडोस लाने का आपका स्वागत है । रात में क्या नहीं । जगह आने की खुशी में पार्टी चल रही थी । जॉर्ज मुस्कुराकर पूछा इस प्रकार मुस्कराने के लिए उसके होटों को काफी मेहनत करनी पडी था । हर शुक्रवार शनिवार की रात में ऐसी पार्टियां हुआ करेंगे । आप दिया जायेगा हूँ आपकी शराब मेरी तरफ से ईबोला धन्यवाद परम पार्टियों के आदि नहीं । जॉर्ज ने कहा आपके लिए बेहतर होगा की आप इन पार्टियों की आदत डाल लो । अगर पार्टियां पसंद नहीं करते हैं तो इन रातों में कहीं बाहर चले जाया करो । ईद ने डाॅॅ अंदर की और फैंककर कमर पर हाथ रखते हुए कहा होता है तो मजाक करते हो । वाडा ने मुस्कुराते हुए कहा नहीं बोला पार्टी दिन में नहीं हो सकती । जॉर्ज ने जैसी याचना सीखी हो नहीं जब बंद होने का समय होता है हमारी पार्टी तब शुरू होती है । ईद ने कहा तो तुम यही घर में ही अवैध शराब का धंधा खोल रहे हो । जॉर्ज ने कहा हाँ तुम्हारा अंदाजा ठीक है । मैंने बहुत कोशिश के बाद ये उपयोग जगह खोजी है । ईद ने कहा तो हमारे पडोस में ऐसा नहीं कर सकते हैं । जो बोला यही नहीं और भी बहुत कुछ कर सकता हूँ । अच्छा होगा कि तुम लोग मेरी राह में ना हूँ । ईबोला हम नए पडोसी होने के नाते तुम्हरे साथ मेलजोल बनाने आए थे और तुम धमकियाँ दे रहे हो । वाडा बोल उठी बूढे उसको धमकी नहीं समझे । मेरी सलाह है और हाँ अगर कहीं शिकायत की तो आधा धरती में गार्ड दूंगा । ईद ने कमर पर रख के हाथ से अपना कुर्ता ऊपर की और उठाया वहाँ खोसा हुआ ऍम का वाडा ने जॉर्ज का हाथ कसकर पकडा और खींच कर उसको अपने साथ ले चली । जॉर्ज की आंखों में क्रोध और बेबसी के मिले जुले साढे नमी के रूप में उतरने लगे । पीठ पीछे से ईद की आवाज उसके कानों में पडी । एक बार अगर मेरे किसी मेहमान के साथ बदतमीजी की तो और भी बुरा होगा । जॉर्ज के पैर थोडा रुके और वांडा के खींचे जाने पर बिना पीछे की और देखिए चुप चाप चलता रहा । एक दूसरे का हाथ पकडे वो अपने घर के अंदर घुस गए । जॉर्ज को अपनी बाहों में सिर्फ से निकलता महसूस हुआ । उसकी मुख्या भेज गई । उसको लगा जैसे उसकी उंगलियां बेजान हो । फिर उसे अपनी टांगे भी काफी महसूस हुई । वो सोफे पर बैठ गया । वांडा भी चुप चाप उसके साथ लग कर बैठ गई । जॉर्ज के दिल में आया कि वह एकदम से उधर पूरी रफ्तार से दौड कर अपना सिर ईद के पेट में देख पा रहे हैं । उसका गलत कडवा कडवा हो गया । उसका जोर से चिल्लाने को मन हुआ पर उसमें कुछ भी नहीं किया । उसकी आंखों में से अंगारे निकलने लगे । वाडा ने भरी आंखों से जॉर्ज की तरफ देखा और उसको पीस बाहों में भर लिया । मैं किसी काम का नहीं वांडा कहते हुए जॉर्ज के होटल अड्डें संभाल तो तो दुनिया का सबसे प्यारा और अच्छा इंसान है । कहकर वांडा ने उसको और अधिक कसकर अपने से लगा लिया । इस बात का अच्छा इतना अपमान करवा कर चुपचाप लौट आया । जॉर्ज बोला, बदमाशों के साथ टक्कर लेना हमारा काम नहीं, पुलिस का है । वांडा ने अपनी पकड ढीली करते हुए कहा तो चल पुलिस में रिपोर्ट करते हैं कहते हुए जॉर्ज वांडा की वही एक तरफ कि नहीं तुम शांत हो जाओ, पहले फिर देखेंगे कि क्या करना है । कहकर वाडा ने जॉर्ज को फिर कसकर पकड लिया और उसको शाम करने लगे हैं । जजबात के इस ज्वारभाटे के शांत होने पर जब जॉर्ज गुसलखाने में प्रमोद होने गया तो उसको लगा मानव शीशे में खडा आदमी कोई और हो जोर से वहाँ और अधिक खडा नहीं रह गया और वह फ्री शहनी आंखों वाले चेहरे को हाथों में दवाई वांडा के पास आ गया । सोफे पर कॉफी कर कपडे बैठे जॉर्ज नहीं उस धमकी के बारे में सोचकर एक लंबी आभारी ऍम रिपोर्ट कर देते तो अच्छा रहता । उसने सोचा ऐसे बदमाशों के साथ टक्कर लेना अपना का नहीं । उसको वांडा का कहा ये वाक्य याद आया चल देखते हैं क्या होता है सोच कर उसमें कॉफी के कप में से घूंट भरा अपना ध्यान दूसरी तरफ करने के उद्देश्य से उसने टेलीविजन के रिमोट कंट्रोल की और हाथ बडा नहीं । टेलीविजन की आवाज से वांडा की नींद खुल जाए, ये सोचकर उसने अपना हाथ पीछे खींच लिया और उठकर कंप्यूटर के सामने जाता था । इंटरनेट पर राजनीतिक लेखों वाली वेबसाइट् खोलकर जॉर्ज सुर्खियों पर नजर दौडाने लगा । वेब पेश को ऊपर नीचे करते हुए उसकी निगाह कल पडे लेख की सुर्खी पर अटक गई । सुर्खी थी माॅक कंप्यूटर के आगे बैठ जॉर्ज को लगा जैसी आवाज नहीं करीब से आई हो अमीने जिंदगी नरक बना रखी है । जो आपने सोचा वैसा ही कसैलापन उसके अंदर भरने लगा जिसके साथ वह पिछली रात छटपटाता रहा था । पिछली रात का विचार आते ही जॉर्ज अपने सिर को झटका पिछली रात को याद करके अपना दिन खराब नहीं करूंगा ये सोचकर जॉॅब पेज को नीचे क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के दानवी कब के कार्टून पर खुदबखुद माउस अटक गया । ये कार्टून उसने कई बार देखा था । पहलवानों वाले तरीके से अपने दायें बाजू की मछलियों का प्रदर्शन करते हुए बुश नहीं माथे पर त्यौरियां लाकर आखिर सिकोड रखी थी । मानव कह रहा हूँ किसी में हिम्मत टकराने की । बोश के पैरों में इराक के भूतपूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन का बढी हुई दाढी वाला दयनीय कार्टून बनाया गया था । जॉर्जेट बाल के लिए ही इस कार्टून पर अटका था । फिर उसने किसी नए लेख की तलाश में सारी वेब साइट पर अपनी नजरें दौडाई और कोई भी नया लिखवा नहीं था तो उन्हें वेब साइट के पहले पेश पर आ गया । कल उसने लेख पढ लिया था । पढने के बाद जॉर्ज बुदबुदाया था धीरे गुंडागर्दी उसका दिमाग में आया था कि कहाँ है वो तबाही वाले हथियार जिनके बहाने बुश ने रात में फौजी गुसाई थी । फिर जॉब ने सोचा कि हथियार तो एक बहाना था । असल बात तो दुनिया पर वर्चस्व कायम करने के लिए मिडिल ईस्ट में अमेरिकी फौज द्वारा नियंत्रन करना था । इस सोच के साथ जॉर्ज के अंदर गुस्से का मोबाइल उठा था । लेकिन आज कार्टून देखते हुए उसने सोचा होगी अंधेरगर्दी यह सोचकर उसने गहरा निःश्वास भरा । फिर उसको लेख के अंतिम पहले का खयाल आया जिसमें लेखक ने आशा प्रकट की थी कि दुनिया के अन्य देशों के साथ साथ अमेरिका के लोगों द्वारा भी बुश के विरुद्ध उठ रही आवाजों के कारण ये गुंडागर्दी अधिक देर तक नहीं चलने वाली । तभी ईड उसकी स्मृति में उभरकर आया । उसने सोचा यदि इतना ही धरती में गार्ड देने वाला पहलवान है तो बूझ कैन वहाँ खोलता जहाँ चारों तरफ माकन होते हैं । यहाँ वो जानता है कि चारों तरफ व्यापारिक इमारतें रात में खाली होती हैं और हमारा क्या है? हम तो जैसे चाहे धमका कर चुप करवा लेगा और उसके अंदर खींच पैदा हुई । उसका कुछ और पढने का मन नहीं किया और उसने अपनी कुर्सी को कंप्यूटर से दूर धकेल दिया और अपनी टांगें कंप्यूटर मेज पर टिकाकर आंखें मूंदें उसका मन हुआ किसके दिमाग में कुछ ना पर आंखें मूंद ही जॉर्ज को ईद के सुडौल मजबूत बाजू देखने लगे । उसने चच्चा के खोल नहीं उसकी निगाह कंप्यूटर स्क्रीन पर पडी । वहीं कार्टून सामने था जॉर्ज को लगा जिसे बुश के बाजू पर बहुत सारे साहब कुंडली हमारे बैठी हूँ । फिर उसको लगा मानो वहाँ फनियर साहब भी हो । जिस दिन वो पडोस में आए ईद से मिलने गए थे । उस रात जॉर्ज को ये साफ मूवी बडे देखे थे और पिछली रात ही जब जब वो सोने के लिए आंखे बंद करता था उसको सांपों का मुंह खुला हुआ दिखाई देता था । पिछली रात तो मानो उसने अंगारों पर काटी थी । वाडा ने करीब आठ बजे कहा था जहाँ सो जा मैं भी किताब पढोगे अगर तेरी नींद पूरी न हो तो तो परेशान होता है और फिर जब पार्टी शुरू हो गई तो उस से सोया नहीं जाएगा । फिर जॉर्ज के बिस्तर में घुसते ही बोली थी पता नहीं कब तक यही जीना पडेगा । फिर ॅ ऐसे हाथ से अधिक देर नहीं चला करते । जॉर्ज ने कहा, बंद तो पुलिस भी करवाएगी । अगर पुलिस को कोई बताएगा तभी तो पुलिस को पता चलेगा । वांडा बोली पुलिस को पता लग जाया करता है । जॉर्ज ने कहा, अगर पुलिस ने बंद करवा दिया और ईद को शक हो गया कि हमने शिकायत की थी तो क्या होगा । हम किसी मुसीबत में ना फंस जाएँ । वाडा की आवाज काफी चिंता मत कर कुछ नहीं होगा । अब जॉर्ज में कह तो दिया पर जब उसने सोने के लिए आंखें मोदी तो ईद कि सांपों वाले बाजू दिखाई देने लगे । सापों के खुले वो देख वो आंखें खोल देता और करवट बदलकर फिर सोने की कोशिश करता हूँ । इस प्रकार करवटे बदलते बदलते बारह बज गए होंगे । जब कार और फिर मोटरसाइकिल के रूप में की आवाज आई थी । लोग हो गए पार्टी शुरू चौदह हो रहा । वांडा ने उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए कहा सोजा सूझा पर जोर से सोया नहीं गया था । फिर और कार्य आकर रुकी थी । संगीत की आवाज पहली रात की तरह ऊंची नहीं आ रही थी । कुछ दबी दबी हुई थी । जॉर्ज ने देखा की पीढी पूरा जुगाड कर लिया था । पहली रात के बाद शीशों के ऊपर गत्ते लग गए थे । सडक की ओर से गुजरते हुए किसी को पता नहीं चलता था कि अंदर अवैध शराब बिक रही है और पार्टी में शामिल लोग नशे में झूम रहे हैं । पर जॉर्ज को पार्टी में शामिल लोगों की पडोस के पिछवाडे में निकलकर बातें करने की आवाज तंग कर रही थी । आवाजों से अधिक ये सोच के पिछवाडे में बीयर पीते लोग खाली बोतल उसके बगीचे में फेंक रहे होंगे । पिछले सप्ताह पार्टी से अगले दिन पाँच छह खाली बोतलें अपने बगीचे में बडी देखकर जो उसके अंदर आग मैं छोटी थी । खाली बोतलों को वो पडोस के पिछवाडे की और फेंकने के लिए मुडा ही था कि उधर जगह जगह बिखरे फैले गंदे नेपकिन बीयर की खाली बोतलें और केनिया देखकर उसके अंतर्रात्मा करहा उठी थी । उन्होंने कैसे नरक बना छोडा है वो बडबडाया जगह जगह फैले गंद को देखकर जॉर्ज की आप नहीं लग रही थी संगीत की दबी आवाज एक दम ऊँची हुई । दरवाजे के ठान से बंद होने की आवाज आई और संगीत की आवाज फिर कब गई? फिर ऊंची ऊंची गालियाँ देती मरदाना आवाज आ रही है । लगता है झगडा हो गया । वांडा ने कहा जॉर्ज बिस्तर में से निकलकर घर के अगले हिस्से में बडी बैठक की और चला गया वांडा जिसके पीछे चल पडी जॉर्ज खिडकी के पर्दों को थोडा सा सरकार कर बाहर की ओर देखने लगा । एक उल्टी टोपी वाला आदमी गालियां बकता पीछे की ओर बढने की कोशिश कर रहा था और ईद उसको शांत हो शान कहता हुआ सडक की ओर धकेल रहा था । फिर एक एक संगीत की आवाज पूछी हुई जॉर्ज ने पार्टी वाले मकान की और देखा । उनकी तरफ गलत दरवाजा खोलकर कोई बाहर निकला और जोर से चिपका हुआ बोला आज आप अगर पैंतरा देखना है एक अन्य व्यक्ति ने चीखने वाले को अंदर खींचकर दरवाजा बंद कर लिया और संगीत की आवाज फिर से दब गई । जॉर्ज ने अपना ध्यान सडक की और मोड दिया । टोपी वाले आदमी ने ईद से छूटकर बियर की बॉटल बंद दरवाजे की और जोर से बीमारी बोतल चौंच के मकान के कोने से टकराकर चकना चूर हो गई । ई टोपी वाले को खींच कर एक पिकअप ट्रक के पास ले गया और ट्रक का दरवाजा खोलकर उसको भीतर धकेल दिया । फिर एक मुक्का मारकर गर्जा हो जायेगा से और अगर फिर इधर उधर देखा तो धरती मगर दुआ ट्रक स्टार्ट हुआ और एकदम से अपनी जगह से तेजी के साथ आगे बडा टायरों की चीखने की आवाज आई । टोपी वाले नहीं जोरदार गाली देते हुए कहा देख लूंगा तो ये भी किसी दिन और ये जा वो हो गया । गाली सुनकर जॉर्ज ने अपने अंदर ठंड पडती महसूस की । उसको लगा जैसे उसका अंदर कुछ हल्का हो गया हूँ । ईद ने हाथ झाडे और वापस बडा वांडा ने जॉर्ज का गांव खींचा और जॉर्ज छत से पढ के पीछे हो गया । वांडा चौदह से निपट गई जो उसके केशों में हाथ फिरने लगा । अगर बोतल कोने की जगह अपने शीशे में बजाती वांडा बोली तो बनाकर कुछ नहीं होगा क्या कर जॉर्ज ने अपनी बातें उसके इर्द गिर्द करते । मेरे ख्याल में हमें पुलिस को बुला ही लेना चाहिए । वांडा बोली, यहाँ जरूरत ऐसे लोगों के साथ बनना लेने की हो सकता है कि जो आदमी लडकर गया है वहीं पुलिस को बता दें । जॉर्ज ने कहा आकाश ऐसा ही हो । वांडा ने कहा बाहर सन्नाटा छा चुका था । पिछवाडे में खडे होकर जो बातें कर रहे थे वो भी शायद अंदर चले गए थे । अब तो संगीत के अलावा कोई भी आवाज नहीं आ रही थी । जॉर्ज और वांडा अपने बिस्तर में जा पडे । जॉर्ज की उंगली वांडा के बालों को सहला रही थी । कभी कभी वो वांडा को थपथपाने लगता । टोपी वाले आदमी के झगडकर जाने के बारे में सोचकर उसको अपने अंदर एक तसल्ली महसूस हुई । अब जल्दी ही ये बूझ कहना बंद हो जाएगा । टोपी वाला बदला लेने के लिए पुलिस को इस बारे में बताएगा । इस सोच के साथ जॉर्ज को मिली राहत का समय । कुछ पल का ही था उसका दिल में आया कि यदि टोपी वाले ने भी डर कर पुलिस को ना बताया । वांडा के सिर के नीचे भी अपनी वहाँ उसको बेजान सी लगी । वहाँ तो सिर के नीचे से निकालने के लिए जॉर्ज वांडा का सिर्फ ऊपर उठाने की खाते हैं । अभी अपना दूसरा हाथ उसके सिर से छुआया ही था । वांडा ने अपना सिर ऊपर उठा लिया और बोली थक गई वहाँ नहीं बस यूहीं तो कोई नहीं । अभी जॉर्ज ने कहा नींद कहाँ आएगी? जॉर्ड तो सोचा यूपी ना सोच तेरह ब्लड प्रेशर बढ जाएगा । वांडा ने कहा और वो अपनी उंगलियां जॉर्ज के बालों में फिर आने लगी । कुछ पल ही पीते थे कि जॉर्ज के गानों में हांफने की आवाज पडी लगता है अपने बगीचे में है कोई कहता हूँ जॉब बिस्तर में सोच चलकर बाहर निकला यहाँ करता है । जॉर्ज कहते हुई वाडा भी बिस्तर में से निकलकर फिर की के पास खडे जॉर्ज के बराबर जा खडी हुई । पर्दे की फांक बनाकर जॉर्ज ने बाहर देखा । चौंच की मुठ्ठियां भेज गई और वह प्रदेश एक तरफ हो गया । उतनी सिफांग बनाकर वांडा ने देखा और छत से पडता बंद कर लिया । हमारे वजूद को कुछ समझते ही नहीं । जॉर्ज नेताओं पीछे फिर बोला, पहले बीयर की खाली बोतलें उठाते थे । अब समय हुए लाॅबी पैरों के नीचे आया करेंगे । चौंच को अपने शरीर में से सीख निकलता महसूस किया जिससे वाडा ने जॉर्ज के चेहरे से भाग लिया और उसका हाथ पकडकर बोली हाँ मेन रातों में कहीं बाहर चले जाया करेंगे । अभी तो बगीचे में ही पहुंचे हैं । फिर तो यह अपने घर के अंदर भी घुस जाएंगे । चौंच बोला अगर अब भी आ जाए तो क्या कर लेंगे? हम अभी मकान भेजेंगे । वांडा बोली क्या बात करती है और इस तरह कैसे जाएंगे? मैं बाहर निकालता हूँ उनको कहता हुआ जॉर्ज बाहर जाने के लिए आगे बडा रहते वहाँ खेल गया है । जॉर्ज वांडा बोली हाँ दिमागी हिल गया है । जितना सबको चुप होकर सही जाता हूँ । अच्छा चाहिए फिर मार । बाहर जाकर वांडा की ऊंची आवाज सुनकर जॉर्ज वहीं का वहीं खडा रह गया या नहीं । उस दिन ईद ने कहा था अगर उसके मेहमानों के साथ झगडा किया तो कहती हुई वांडा ने उसकी वहाँ पकडी और बोली शांत हो जाता ऍफ बढ रहा है । वो लिखा कर लेना चाहिए हमें ऐसे बदमाश लोगों के साथ पंगा लेकर क्या कर रहा है? जॉर्ज को बिस्तर में घुसाकर वांडा ने अपने और जॉर्ज के कानों में रुई ठूंसी और जॉर्ज को दवा की गोलियां देकर अपने साथ दस लिया । आंखे मूंदे ही जॉर्ज को ईद का सातों वाला मजबूत बाजू दिखाई दिया । पर दवाई ने शीघ्र ही असर करना शुरू कर दिया था । जॉर्ज घबराकर हो गया था । कंप्यूटर के सामने बैठे जॉर्ज नहीं अपनी टांगे मेज पर से उठा ली और कुर्सी की पीठ को आगे पीछे करने लग पडा । उस की दृष्टि कंप्यूटर की आ गई । कुछ पल कार्टून को निहारता रहा फिर आके मूंदे कल जॉर्ज लेख पडने के बाद उसको मत बता रहा था । खासतौर पर अंतिम पैरा जिसमें लेखक ने उम्मीद प्रकट की थी कि बुश कि गुंडागर्दी अधिक देर तक नहीं चलने वाली । उसके प्रति में पिछले दिनों खबरों में पडी बेकर हैमिल्टन ग्रुप के इराक को लेकर रिपोर्ट कौन थी जिसमें उन्होंने बुश के इराक में फौजी भेजने को गलत कहा था । साथ ही उसको लाटो और यूरोपियन देशों द्वारा बुश के इस फैसले के विरोध के बारे में ख्याल आया है । जॉर्ज ने अमेरिकी लोगों द्वारा सैनिक चुनावों में उसके विरोध में दिए फतवों के बारे में सोचा और बुश द्वारा अपनी इच्छा के विपरीत अपना दायां हाथ समझे जाते अमेरिकन डिफेंस सेक्रेटरी रम्सफील्ड के इस्तीफे को स्वीकार करने के बारे में सोचकर जॉर्ज को लगता मानो बुश चारों ओर से घिर गया हो । ये सब सोचकर उसके अंदर पिछले बाजू वाला बुश प्रयोग रहा था । जॉर्ज को बुशका जहरा इस प्रकार का लगा था मानो झाडियों में बिल्ला फसा हुआ हूँ । सोच के साथ जॉर्ज के अंदर एक सुकून भरने लगा था । लेकिन वो तो कल था । आज उसकी स्मृतियों में ईड हावी था और जॉर्ज को लगता था कि ईद की मजबूत बाजू वाले सांपों ने अपने मुंह खोल रखे थे । ऐसे आदमी के साथ कैसे टक्कर लोग ये खयाल बार बार उसको चिंताग्रस्त कर देता हूँ । फिर अचानक ही जॉर्ज के अंदर किरण सीजन की उस की स्मृति में टोपी वाला आदमी उभरा और साथ ही उसके द्वारा ईद को दी धमकी एक लूंगा तो ये भी कभी याद आ गई होगी गुस्से नहीं रह गया होगा । जॉर्ज ने सोचा पर अगले ही पल जॉर्ज सोचा चलो ना भी करे वो कुछ और कहते हो गया है ना । ये घुसकर जॉर्ज को लगा जिससे उसको कोई बहुत बडा हथियार मिल गया हूँ । उसने सोचा कि यदि यहाँ बुश जैसे नहीं टिक सके तो ईद दो मूल्य किस बात की है । उसके चेहरे पर रमा आ गई तो कुछ देर इस प्रकार बैठा सोचता रहा । फिर उस नोट करवाडा को जगाया और नाश्ता बनाकर उसको अपनी योजना बताई । उससे अगले सप्ताह शनिवार की रात के करीब दो बजे जॉर्ज और वांडा अपनी बैठक के पदों की हाँ बनाकर देख रहे थे कि ईद के सापों वाले दोनों बाजु नीचे लटके हुए थे । उस की बातें पीठ पीछे हथकडी में जकडी हुई थी । जॉर्ज को लगा जिसे ईद के बाजुओं पर से साफ धरती पर गिर पडे हूँ और ईद के पीछे जा रहे पुलिस वाले के पैरों के नीचे उनके सिर कुछ ले जा रहे हूँ ।

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‘बर्फखोर हवायें’ कहानियों का संग्रह है जिसमें 12 चुनिंदा कहानियां शामिल है। कहानियों की सबसे बड़ी खूबी है कि वे लिसनर्स को निराश नहीं करेंगे। इन कहानियों में समाज, रिश्‍तें, परिवार, सामाजिक संस्‍कर, रूढि़यों, सीख शामिल हैं, जो लिसनर्स को उनसे जोड़ता है। Voiceover Artist : Ashish Jain Author : Harpreet Sekha Script Writer : Subhash Neerav
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