Made with  in India

Buy PremiumDownload Kuku FM
154. Rang liya khud ko tere rang me in  | undefined undefined मे |  Audio book and podcasts

154. Rang liya khud ko tere rang me in Hindi

Share Kukufm
2 K Listens
AuthorPreeti g. Sharma
गांव का एक गरीब बच्‍चा राम जिसके परिवार में केवल उसकी दादी है...उसके माता-पिता कौन है..कहां हैं...ये कोई नहीं जानता! सालों बाद एक डॉ.कपल आते हैं, जो उसे अपना बच्‍चा बताते हैं और उसे दिल्‍ली ले आते हैं! क्‍या सच में वे उसके माता-पिता हैं? कहीं राम का बचपन गलत हाथों में तो नहीं चला गया? सालों बाद फिर राम अपने अतीत की सच्‍चाई को ढूंढता हुआ वापस गांव आता है। जहां उसकी मुलाकात कई अजनबियों से होती है। कौन हैं ये अजनबी? क्‍या राम के अतीत का हिस्‍सा हैं या उससे भी बढ़कर? प्‍यार और रिश्‍तों के ताने-बाने से बुनी सुनें कहानी जीवन की डोर!
Read More
Details

Sound Engineer

Voice Artist

गांव का एक गरीब बच्‍चा राम जिसके परिवार में केवल उसकी दादी है...उसके माता-पिता कौन है..कहां हैं...ये कोई नहीं जानता! सालों बाद एक डॉ.कपल आते हैं, जो उसे अपना बच्‍चा बताते हैं और उसे दिल्‍ली ले आते हैं! क्‍या सच में वे उसके माता-पिता हैं? कहीं राम का बचपन गलत हाथों में तो नहीं चला गया? सालों बाद फिर राम अपने अतीत की सच्‍चाई को ढूंढता हुआ वापस गांव आता है। जहां उसकी मुलाकात कई अजनबियों से होती है। कौन हैं ये अजनबी? क्‍या राम के अतीत का हिस्‍सा हैं या उससे भी बढ़कर? प्‍यार और रिश्‍तों के ताने-बाने से बुनी सुनें कहानी जीवन की डोर!
share-icon

00:00
00:00