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एक पानी पूरीवाला शहर के सबसे अमीर शख्‍स चौधरी साहब की बेटी को किडनैप कर लेता है। उनकी पहुंच मंत्री तक है और घर में कड़ी सुरक्षा भी तैनात होती है, फिर भी यह सब हो जाता है। किडनैपर बच्‍ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है और वह उसका दोस्‍त भी बन जाता है। लेकिन किडनैपिंग क्‍यों हुई है यह कोई नहीं जानता?
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ऍम रहे हैं तो कोई ऍम कहानी का नाम है । जो जैसे लिखा है शैलेश सिंह ऍम मनीष के आवाज में तो कोई ऍम भाग एक वो एक पानी पूरी वाला था क्या मतलब साहब वो एक पानी वाला था जो फॅमिली को ले गया । क्या कुछ भी बके जा रहे हम लोग एक लम्बा चौडा पडे डीलडौल पर आदमी चलाया जिसका नाम हर्षवर्धन रायचौधरी था । बहुत ही बडे समूह का मालिक थाई जिनकी कई कारखाने चलते थे और ये एक रिटेल कब के चेयरमैन साहब यही साॅफ्ट कैसे बाहर आते थे और पानी पूरी खा कर निकल जाते थे । अच्छा पुलिस वाला चल रहा है पैसे कौन देता था उस पानी? मैंने कभी भी उसे पैसे लेते हुए नहीं देखा । क्या ऍम को पकडा हूँ मेरी बेटी को कर कुछ हुआ तो याद रखने शहर को आग में झोंक दूंगा । फॅमिली रखी आपकी बेटी को कुछ नहीं होगा । एक सौ टाॅपर झन्ना कर रह गया । उसका सभी लोग देख कर दंग रह गए । पहली बार ऐसा हुआ था जब इंस्पेक्टर को किसी ने थप्पड लगा था । हाँ तो वो थे मारना नहीं चाहिए । पर इंस्पेक्टर शांत रहे क्योंकि वो एक बहुत बडी हस्ती था । हाँ, सच में मंत्रियों को जेब में लेकर घूमता था और जब मंत्री कब्जे में तो शहर की पुलिस के क्या मजा जो से कुछ बोलते हैं के तमाचा कमिश्नर तक को सुनाई ऍम उन्हें यहाँ बुलाओ अभी के अभी पास इतने गंभीर थी की करीब दस मिनट बाद कमिश्नर साहब पुलिस थाने में थे । है ना । जो सिर्फ नौ साल की लडकी थी उसका अपहरण हुआ था । आज शाम चार बजे और शाम के छह बज रहे थे । दो घंटे तक कुछ पता नहीं चलता । घर जाकर पुलिस को बताया हर्षवर्धन है पूरे शहर की नाकाबंदी करता हूँ । बिना मेरी इजाजत के एक अनजान परिंदा भी आर्या पहाड नहीं होना चाहिए यहाँ रखना कमिश्नर साहब इंस्पेक्टर को हिदायत दे रहे हैं । ये मामला बहुत गंभीर है । तुम जिम्मेदार ॅ जिम्मेदारी मैं तो नहीं दे रहा हूँ । चौधरी साहब की बेटी का जितनी जल्दी हो सके पता लगा नई नई नई कमिश्नर रिकॉर्ड की जांच पहुंचे खुफिया तरीके से तो नहीं है । मुझे कोई बच्चा हुआ खिलाडी चाहिए जो कानून के दायरे से बाहर जाकर भी इसके इस को देखे । ठीक है सर मुझे रजत पर पूरा भरोसा है फिर भी मैं इसके इसके लिए मेरे होनहार आदमी क्राइम ब्रांच से एसीपी विजय को बुलाता हूँ और एक बात और कमीशन साहब ये बात हम तक ही सीमित रहनी चाहिए क्योंकि यदि के बाद आगे बडी तो और समझते होंगे । चौधरी हर्षवर्धन लाये, बोला रजत मुझे माफ करना अपने बेटे की चाहत में तुम पर हाथ उठा दिया । वाॅकर रह गया । आपकी बेटी को वापस यदि को ला सकता है तो वो एक ही आदमी है हर्षवर्धन और वो भी सही है । मैं सच में शुक्र गुजार होंगे तो घर पर एक मीटिंग आप को लेकर नहीं हूँ । मेरी बेटी का अपहरण हुआ है ये मैं दावे से कह सकता हूँ । हर्षवर्धनसिंह कहते हुए निकल गया अब की अब इनमें ॅ ही रह रहे हैं । जिन दो लोगों को पकडा है उन्हें अपनी कस्टडी में देखो अपने तरीके से मुझे किसी को भी मिलने मत लेना । और यदि मिले फॅसे बारे में कुछ ना बताया तो अपने तरीके से बात करता । राजस् विजय की मैं बात कर रहा हूँ एक माहिरा अडियल पुलिस वाला है तो मैं उसके साथ बहुत कुछ सीखने को मिलेगा जी सर ऍम दिए इतना ही महत्वपूर्ण है तो मुझे मेरे हिसाब से ही कर रहा हूँ और मुझे जो चाहिए उपदान करना होगा । हम जिस तरह चाहो करों पर परिणाम सामने मिलना चाहिए । इसके बारे में तुम सब जानते हैं । ये सत्ताधारी पार्टी से लेकर विपक्षी पार्टियों तक का चंदा देता है । ठीक है आपने चंद्र पर एक बार आप हर्षवर्धन से बात कर लीजिए । मैं मेरी टीम जिस तरह भी चाहे पूछताछ करेंगे या उनके बंगले में जाएगी आएगी तो हमें रोक नहीं बल्कि जितना हो सके मदद करें । बेफिक्र होकर अपना काम करो । रजत वैसे एक बात का ध्यान रखना तुम्हारा कोई भी आदमी वर्दी में नहीं होना चाहिए । ये केस फिलहाल खुफिया ठीक है । इतना बंगले के हर एक फोन को टैप भी करूंगा । आप बता देना । हर्षवर्धन के घर एक मीटिंग रखी हुई थी जिसमें एक तो मंत्री भी आए थे कमिश्नर साहब और इसमें थोडा जल्दी आ गए थे । पर अभी विजय साहब का कहीं कोई अता पता नहीं था । कहाँ है आपका? क्राइम ब्रांच वाला इसी कमिश्नर अपना फोन करता हूँ, इतना चुके हैं और विजय का आगमन होता है । रुकिए रुकिए मैं आ गया माफी चाहता हूँ पर देरी आपके दरवाजे पर हुई । आज पर रंजीत और फिर बजे अपनी कुर्सी पर बैठ गया । जांच खुफिया होनी चाहिए कमिशन साहब और दूसरी बात बडी ही सावधानी से मुझे कमीशन साहब ने पूरी बात फोन पर बता दी थी । इसलिए और कुछ नहीं कुछ होगा । बस इतना बता देना चाहता हूँ की यदि आपको आपकी लडकी जितना चाहिए तो मैं अपने तरीके से काम करना आप या कोई और बीच में तंग नहीं आएगा । रही है क्या बात हुई? यह घर का मामला है और हम भी इसमें शामिल होंगे । हम एक टीम है ऐसे भी एक मंत्री पता है आपकी जो मंत्री पर मुझे ऐसा लगता है कि मैं काम मेरे तरीके से करो तो ज्यादा बेहतर रहेगा । यदि किसी एक आदमी का बॉल होना सही है तो वो है इंस्पेक्टर हूँ । इसके अलावा आप सभी लोग सिर्फ मन्नत मांगी ये क्या बात हुई । मंत्री बॅास हर्षवर्धन चलाकर बोला हो जाएगा मुझे बहुत शांति के साथ मेरी बेटी मेरे घर चाहिए इसके लिए तो मैं जो करना करूँ आप मंत्री महोदय ऐसा हम लोग ट्रिप पे हमें हमारा काम करने दे । मैं चाहता हूँ मैं अपना एक कुशल आदमी भी आपके साथ रखूँ । आपको समझ में नहीं आता हूँ ऍम मजाक लग रहे हैं । एक नौ साल की लडकी का अपहरण हुआ है । बारात नहीं लेकर जा नहीं किसी की हम भी चलेंगे । हम भी चलेंगे क्या कर लेगा आपको कुछ आदमी मंत्री खिसयानी बिल्ली की तरह देखता रहता हूँ । अश्वजीत मैं एक बात बहुत साफ शब्दों में कह देना चाहता हूँ मुझे आपकी पत्नी और आप के अलावा इसके इसमें किसी का भी हस्तक्षेप नहीं चाहिए । मैं यहाँ से एक एक आदमी को शक के दायरे में ले सकता हूँ तो भले ही आप का भाई भी क्यों ना होगा । ऍम अपने हिसाब से जो करना है करो हूँ मुझे मेरी है ना, मेरे घर चाहिए बस बहुत बढिया । फिर बाकी लोग जहाँ यहाँ से था तभी एक मंत्री बोला होगा । ये किसी टाको गिरो का भी काम हो सकता है नहीं, बिल्कुल भी नहीं ये काम एक बहुत ही चालाक आदमी नहीं किया क्या बोला और दावे के साथ कह सकता हूँ ये कोई फिरौती के लिए अपहरण नहीं हुआ है तो जरूर कोई और बात है, बस उसी के लिए तो काम करना है । बात सच में गंभीर थी और कुछ ऐसे प्रश्न मेरे मार्ग मेदांश मार रहे थे जिनका उत्तरधौना बहुत ही जरूरी हो गया था को मामूली फिरौती के लिए फोन किया गया है या कुछ तो है ना शाम को चार बजे से गायब और वो भी घर के बाहर से । तो सुरक्षाकर्मियों को कैसे पता नहीं चला । क्या सच में पानीपुरी वाले नहीं ऍम क्या नहीं सभी बातों को ध्यान में रखकर विजय ने उन दो लोगों से पूछताछ करनी चाहिए जो कस्टडी में थे । थाने में सिमट कर बैठे थे वो लोग जो हर्षवर्धन के बंगले के बाहर आपने उजाड से घरों में रहते हैं । चाहत बडे लोगों के फटे में टांग अडाने क्यों जाएंगे? एक आदमी हो रहा है जब हमने बंगले में अफरा तफरी देखे और गाडियों का आवागमन मैडम सिक्योरिटी को चलना चलाकर बोल रही थी कि यदि आना आप को छुआ तो जान ले लेंगे । उस समय मुद्दा जीते सुन लिया और उसके कुछ देर पहले पानी पूरी वाला ॅ को पानी पूरी खिला रहा था । फॅार को पानी पूरी बहुत पसंद है । वो चुपके से दीवार पर चढकर धीरे से उतरती थी और झाडियों में छिपकर पानी पूरी खा के वापस चले जाते थे । पानी पूरी वाला उनसे कभी पैसे नहीं लेता था जबकि हमारे बच्चों से हमेशा पैसे लेता था, बस साबित नहीं जानते हैं । हम सराहना गया था और हम थोडे चले यहाँ पर बहुत अच्छा किया । तुम दोनों ने ऐसा कोई नहीं करता है । पुलिस की मदद के लिए कोई नहीं आता पर तुम दोनों की हिम्मत की दाद देनी पडेगी । आप बंद होने को कुछ होगा तो नहीं ना । घबराकर बुलाएगा नहीं मैं कुछ नहीं हूँ । मैं सब आने के बाद पता चला कि नहीं आना चाहिए था । फॅसा बहुत अच्छे आदमी हैं पर अपनी बेटी के चक्कर में कोई भी इंसान पागल तो हो ही सकता है । वो सब छोडो ये पानी पूरी वाला कैसा दिखता था? क्या उसकी कोई पहचान बताता हो गए? अब हम बता देंगे बहुत होगा । रजत विजय ने अपने इंस्पेक्टर को बुलाया । ऍम जितनी जल्दी हो सके इन दोनों की मदद से किसका तैयार करता हूँ और हर्षवर्धन के बंगले की हर एक कैमरे के फुटेज मुझे चाहिए । पिछले दस दिन की जी सर मैं बताऊँ क्या जानकारी मिले? रजत सीसीटीवी फुटेज में तो कुछ नहीं है । मैं देख चुका हूँ । आप भी देख लेना । शायद आपकी पहली नजर से कुछ दिख जाए । मतलब इतने बडे बंगले में भी फुटेज नहीं मिलेगा सर कैमरे तो बत्तीस हैं पर जिस जगह से एना दीवार पर चलती रही होगी वहां का दृश्य नहीं तो मैं कैसे पता किया ना वहाँ से दीवार पर चल दे रहे हैं । सर बताता हूँ रुकिए तो और फिर रजत बताने लगा हर्षवर्धन राय का बंगला पहले के चारों तरफ की चारदीवारी थी और उस दीवार के अंदर कुछ दिखाई नहीं देता था । एक तो दीवार इतनी ऊंची थी उसके बाद दीवार पर फूलों के झाड और दीवार के अंदर और पडा खाली जमीन । इसमें बहुत सी फुलवारी और फलों के पौधे लगे थे । उसके बीच में बना था आलीशान बंगला । बाहर से चारों तरफ से दीवार का मुआयना करने पर एक जगह ऐसे मिली जहाँ पर दीवार के ऊपर थोडी से झाडियां कटी हुई थी । वहाँ से मुख्यद्वार की दूरी भी इतनी ज्यादा घुमावदार थी की सिक्योरिटी को भी देखना मुनासिब नहीं था । आप दीवार से सटा हुआ एक छोटा सा पतला सा लोहे की रॉड का सीढी रखी हुई थी । वो सीढी को दीवार के ही रंग में रंगा हुआ था । ऍम ऍम इतनी तैयारी के साथ ये कोई बडा गिरोह लगता । रजत मुझे बोला तार आगे तो सुनी हो दीवार के बाहर की तरफ भी चाहिए । क्यों ने अपना घेरा बना रखा था पर उसे एक जगह पडेगी । बारीकी से झाडियों को काटकर जैसा रास्ता बनाया गया हूँ और वहाँ पर छिपाकर सीढी रखी गई हूँ । मतलब साफ था उस तरफ से किसी तरह भी बीमार पर चढ लिया जाए तो इधर उतरना आसान था । अब सवाल किए था कि क्या उस तरफ भी ऐसा कोई साधन है तो क्या उधर भी ज्यादा था? क्या एक ऐसा साधन जो माली के लिए था वाली झाडियों को काटने के लिए जिस फोल्डिंग डैडी का प्रयोग करता था उसे का इस्तेमाल किया जाता था, चलने के लिए देना पडेगा । जब कैसे बंगले से बाहर निकलती थी और फूलों की क्यारियों में से छुपते छुपाते दीवार के पास पहुंचती थी । फोल्डिंग सिटी का इस्तेमाल कर के बन्दे बार पर चलती थी और उधर अब जाती थी । कमाल की बातें तरह सब कुछ होता था इस घर में और किसी को भी पता नहीं था । नहीं सर, ऐसा नहीं है क्या मतलब मतलब यदि हम पूछताछ करेंगे तो शायद कुछ पता चले । हम सही कह रहे हो । किसी ना किसी को पता हो सकता है और शायद ना हो और एक बात हो सकता है ना का अपहरण किसी और नहीं किया हो । हम शक पानीपुरी वाले पर कर रहे हैं बिल्कुल फिलहाल शहर के बाहर जाने वाले हर एक रास्ते की खबर देते रहूँ । सभी चौकियों पर कहता हूँ पहली नजर रखें जी सर अंधेरा हो चुका था । वो एक सुनसान जगह थी । शहर से सटा हुआ बंजार इलाका जिसमें कटीली झाडिया होंगे हुई थी और शहर के सारे कचरे वहीं फेंके जाते थे । हाँ अगर किसी के होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है, कहीं कहीं कचरे चलाए गए थे तो दोनों पढ रहे थे भी चलाइए मत रानी चाहिए एक बहुत ही प्यारी आवाज वहाँ पर सुनाई थी । गाॅव दो लोग वहाँ कचरे के घर के पास नजर आए । उन का साया ही सिर्फ देख रहा था । एक सहारा बढा था जो बोल रहा था और दूसरा साया छोटा था । जो गूंगों कर रहा था शायद नहीं बना हुआ था । उस साइड में छटपटाहट रुकी है रुकी आपके मुझसे पट्टी खोलता हूँ रहनी चाहिए और पर पडे सेना छोटे से सारे के ऊपर लगी पत्ती को खोल दिया बचाओ बचाओ वो एक लडकी थी वो खुलते ही चल रहने लगे । पंजाब बचाओ चला जितना चला छह हूँ पर यहाँ आपकी कोई नहीं सुनने वाला । ऍम तो मुझे क्यों लाया हूँ तो मैं पानीपुरी में नशीली दवा डालकर है तो जब बेहोश किया और फिर मुझे उठाकर यहाॅं ऍम क्या बिल्कुल ऐसा ही किया फॅसने लगा । अब चुप रहूं और यहाँ से चलने के लिए तैयार हो जाएगा अच्छा और मैं तुम्हारी बात मान भी जाएंगे और कोई रास्ता भी तो नहीं है । रानी साहिबा मुझे ऍम लडकी चलते हैं तो मेरे साथ धोखा किया कुछ प्यार से पानी पुरी खिलाकर बच्चे पैसे भी नहीं है तो मुझे फायदा उठाएंगे जो रास्कल कि खडी हो गई पर उसके हाथ पाते हैं । मैं तो मैं डालूंगी तो पता भी हमें किसकी लडकियों हूँ । ऍम तो फॅमिली ये आपकी भूल है । बिना पता किए मैं आपको बिना किसी पैसे के पानीपुरी क्यों? नाम हैरानी सहायता बोले तो ऐसा नहीं कर सकते हैं । खरीद मेरे साथ बलात्कार तो नहीं करोगे ना? किसी बात करते हो आप? मैं तो सोच भी नहीं सकता । कैसे आ सकती? तुम्हारे दिमाग नहीं नहीं आ सकते जैसे तुम्हारे जैसे लोग ऐसा ही काम करते हैं, अपनी हवस का शिकार बनाकर कहीं छोड देते हैं । मैंने टीवी में देखा बहुत बार तो आदमी खडा हो गया और इधर उधर टहलने लगा । अच्छा क्या बोल रहे हो? इतना बडा कैसे सोच सकते हो तो वो बच्ची हूँ । नौ साल की छोटी से बच्चे भगवान इस नादान लडकी को माफ करना मुझे सब पता है । ऍम तो मेरा बडे होने तक इंतजार करोगे और फिर बलात्कार करेंगे । तब एक झन्नाटेदार थप्पड ऍम उस नादान फूल सी मगर ऍम बच्चे को मुझे पता है तुम राज्य सौ होती हुई लडकी बोली उसने मुझे ऍम तो फिर तो ऍम ऍम तो चिल्लाया वहाँ तो ज्यादा दिमाग चल रहा हूँ हूँ कैसी भी लाइफ तेरी यहाँ क्या भर रखें आजकल के बच्चों के दिमाग में और वापस से कपडे से उस लडकी के मुंह को बांध दिया । लडकी पर छत पढाने लगे तो पहले से बना था पैर छटपटाने लगी माफ कर देना । रानी सहायता में बच्चों पर हाथ नहीं उठाता हूँ पर तुम ने हद पार कर दी । मैं सोच भी नहीं सकता ये कैसे सोच लिया तुमने बताओ बताओ कैसे सोच लिया अब तुम्हारे सोने की बारी हो जाओ । हम कहीं दूर चलेंगे । और फिर उस आदमी ने लडकी के ऊपर एक कपडा रख दिया । उसके बाद लडकी बेहोश हो गई । बेहोश होने के बाद आदमी ने उस लडकी को अपने करने पर उठाया और पैदल ही चल दिया । यहाँ क्या सोचते आजकल के बच्चे पर इसमें यदि इतना सोचा तो क्या गलत सोचा यहाँ सुरक्षित है लडकियाँ आए दिन बलात्कार के केस देखने को मिलते हैं तो इस ने सोच लिया तो क्या गलत किया मैंने काम भी तो इतना गलत किया । आदमी चलते चलते सोचने लगा हाँ सही कह रहा है मुझे मारना नहीं चाहिए था । इतनी प्यारी सी लडकी पर हाथ उठाया मैंने कहा मुझे जब करता हूँ ये सब झेलने पडेंगे ये दो खास विशाल बुखार पीना के आगे कुछ नहीं जो तुमने खेला है मस्त मौला की तरह करने पर एक घर की तरह लडकी को लडका है वो चलता है चलता है पंजाब जमीन को पार करके एक जंगल में घुसा और चलता था वही पानी पूरी वाला आदमी तक और कंधे पर और कोई नहीं बल्कि हर्षवर्धन की लडकी ऍम

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एक पानी पूरीवाला शहर के सबसे अमीर शख्‍स चौधरी साहब की बेटी को किडनैप कर लेता है। उनकी पहुंच मंत्री तक है और घर में कड़ी सुरक्षा भी तैनात होती है, फिर भी यह सब हो जाता है। किडनैपर बच्‍ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है और वह उसका दोस्‍त भी बन जाता है। लेकिन किडनैपिंग क्‍यों हुई है यह कोई नहीं जानता?
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