Made with in India
कई क्या एमपी सूट, टेंट भूरी भूरी ऍम कहना तो उसी समय के साथ मिलकर सुल्तानी धूरी के सर पर हाथ लेते हुए कहा सबसे ज्यादा खुश तो मैं कि आज दो ऍम । तभी उन्हें वहाँ राजकुमार और जिन आते हुए दिखाई दिए हरी ये तो वहीं चीज नहीं है ना । जो जमीन के अंदर गड्ढा हुआ था, जिन तब तक उन सबकी पहुंच जा चुका था । वह मुस्कुराते हुए बोला हाँ सिर्फ घुसना यहाँ सी चाहती हैं किसका जल्दी खत्म हो गया आप और मैं भी उसके चंगुल से आज ॅ राजकुमार सुलतान का हाथ पर करती हुई बोला । मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं भी कैसे धन्यवाद तो सुल्तान नहीं । उसी गले लगाते हुए कहा हम आजाद हो गए हूँ । इस से बढकर हमारे लिए और खुशी की बात कोई नहीं है । अब हम तुम्हें भी तुम्हारे सैनिकों और साथियों सहित तुम्हारी राज्य में पहुंचा देते हैं । सुल्तान नहीं । राजकुमार सिखा हूँ, ठीक है फिर तुम लोग मिलने जरूर आना । राजकुमार ने अपनी भीगी पलकें पहुंचती हुएकहा हाँ हम सब आएंगे । सुल्तान ने भूरी को गोद में लेते हुए कहा सुल्तान नहीं बांसुरी की मदद से राजकुमार और उसके साथियों को उनकी राज्य पहुंचाती है । मैं तो तुम लोगों की थी तो होंगा । चीन बोला हमारे साथ पीलू चलते हुए बोला हाँ प्रभारी साल अब भला ये ऍम करूंगा ऍफआईआर थियों को तो उसने ॅ संसार में कोई भी नहीं से भूरी यह सुनकर जीतने के कंधे पर कूदकर फॅर पूरी हाँ, अब से तो हमारे साथ ही फॅस । पुरी ने सुलीमान की तरफ देखते हुए पूरा बिलकुल क्यों नहीं सुनी? मानने हामी भरते हुए कहा है चलो अब हमें यहाँ से चलना चाहिए । हर ना बहुत अंधेरा हो जाएगा । हाँ चलो । सुल्तान ने सुलेमान की बात का समर्थन करते हुए कहा । फिर भी सभी लोग आसमान में और चले पीलू और खेलूं । सुल्तान और सलमान की इस यात्रा में हर कदम उनकी मदद कर रहे थे । अब जब चाहिए आतंकवाद बन जाते हर जब चाहे अपने बौने रूप में लौटाती या फिर कभी पचास फुट ऊंचे दाना हो । जब भी एक घनी जंगल से गुजर रहे थे तो सुल्तान होना ये है तो बिल्कुल वैसा ही जंगल है जैसे मुझे सपने में देखा था और इस बार हमें जुडवा भाई में लेंगे ही । सुनकर पूरी जोर ऊॅट थी । कॅश पूरी की बात सुनकर सुलेमान नहीं लगाते हुए कहा, पर हमें वो दोनों मिलेंगे । कहा हमें अब तक जैसे सब्जियाँ मिलती चली गई है, मैं ही लोग मिल जाएंगे तो उन्होंने जवाब दिया, अभी दोनों बातें कर ही रहे थे कि अचानक झाडियों के पीछे से उन्हें कुछ आवासी सुनाई थी । सुल्तान और उसके दो ग पीता हूँ । झाडियों के पीछे पहुंची ताकि उनकी कदमों की आहट किसी को सुनाई नहीं । वहां पहुंचकर उन्होंने जो दृष्टि देखा तो घर की मारी उन सभी की चीज ही निकल कर उन्होंने देखा कि वहाँ पर जो आदमी बैठी थी वो ई की दस की सात बनने लगी थी और झाडियों में ही सर पर उठाते हुए खाये भूख ये सब ठीक पूरी नहीं तो डर के मारे अपने पंजी अपनी आंखों पर रखी है और उनकी बंद किए हुई ही पुलिस फॅस । तभी सुल्तान नहीं देखा । चांदी की तरह चमकते हुए बहुत ही खूबसूरत ठूस अपील साहब कहीं से निकल कर आए और एक पत्थर के ऊपर अपना पडा ऍम काॅस्ट सुलीमान बोला अब हमें यहाँ से भाग जाना चाहिए । पीलो घबराते हुए बोला हाँ हाँ तू खुद उस तरफ साहब तो हमारी ही ओर लगातार देख रहे हैं । यह सुनकर भी सब जैसे ही वहां से भागने को हुई थी, अभी भी दोनों साथ सुल्तान की हमशक्ल बनकर खडे हो गए । ऍम उनमें से बोला सुल्तान अपना नाम सुनकर चौंक पडा तो धीरे से बोल हूँ हम तो नहीं उठाई जमाम और सी टन हमें एक्सपीरियंस साउथ बनाकर कैट कर लिया है । सुल्तान ने उत्सुकता से पूछा पर उसने तुम दोनों को यहाँ कैद क्यों किया है? जमाम बोला डाॅ पहली हम दोनों बाग में खेल रही थी तो अचानक अनजाने में हमारा हूँ । बहुत बडी हरी सांप पर पड गया था जिसे हम दोनों में से कोई भी उसी खास के बीच होने के कारण तो ठीक नहीं है । घायल सा तो उस वक्त सरपट दौडता हुआ भाग के फिर उसकी थोडी ही तीर बाद वहाँ पर अचानक टूट फुट का आठवीं हमारी सामने आया और कुछ सीसी बोला अभी ऍम ऍम उसकी पहुँच सुनकर में पहुँच क्या खबर आता हुआ बोला हरी ऍम होने की वजह से हम उसे तीन ही से की थी किसका हुई है? और पीटीसी जोर से चिल्लाया की मुझे लगा फिर कांड के प्रति फट चाहेंगे । और हम तो उन्होंने घबराकर अपनी कान ऊपर हाथ की पर वही चीज चीज कह रहा था तो हूँ ऍम हम जब तक उन दोनों से कुछ कहीं अचानक एक टूर करी आंधी उडी और हमने खत्म कर अपनी आंखें बंद कर ली । भगवान की आंखे खुली तो हमने खुद को इस ना लो पी पाया । कहते हुई सी तान के आंसू छलक उठे । सुल्तान नहीं देखा कि जमान भी अपनी आँसू पहुंच रहा था । सुल्तान में दुखी होते हुए कहा घर जाने में की गई गलती की वजह से क्या किसी को पूरी जिंदगी बंदी बना लिया जाएगा? सुल्तान मैदान के पास पहुंचा और उसकी कंधे पर हाथ रखकर बोला अब हमें ये बताओ कि तुम आजाद कैसे निकल सकती हूँ । कल नागपंचमी और वही जहाँ पर नागमणि की पूछा करने आई का अगर उसी कल ही नदी में डाल दिया जाए तो उसका अंत हो जाएगा । दूरी उस समय सुलीमान की कंधे पर चढी बैठी थी ऍम सुल्तान के साथ सभी का बिहार अब उस जगह की ओर क्या जहाँ पर एक बहुत बडी कांच की मणि रखी हुई थी । पच्चीस में से सतरंगी रोशनी निकल रही है तो इस मणि के कारण ही रात भी दिन लग रहा है तो ये तो सूरत से भी तीस चमक रही है । खेलूं ने उसे एक तक देखते हुए कहा पूना इस मणि की पूजा करने आता है ताकि ये नागलोक सुरक्षित रही । उस तीन तमाम नागों को अपनी कैद में रखा हुआ है । चुप की साहब लाखों वर्ष के हो जाएँ और वह इसे एक बहुमूल्य मनी थी जिसकी शक्ति से ये सारी संसार को अपनी कब से मैं कर ली । रील की पूजा के बाद इस मणि को पानी में वो कामयाब हो जाएगा उन पे इस संसार का सबसे शक्तिशाली इंसान पंचायत का जिदान ने का सुल्तान दूर तो थोडी देर में सुबह होने वाली हम यहीं उसका इंतजार करेंगे । अगर तुम्हें यहाँ किसी ने देख लिया तो तुरंत गंदी बना लेंगे । जमाम ने कहा भूरी भूरी ऍम तो सुल्तानी बांसुरी से कहा हमें वो बौना नागलोक का कोई भी व्यक्ति नहीं देख सके और पल भर के अंदर ही ये सब अदृश्य हो गए । थोडी ही देर बात बहुत । चारों तरफ बहुत सारे हस्तियां गए जिनके सर पर सोने के मुकुट थे और उन्मुक्त तो में फनकार ही सांपों की आकृति बनी हुई थी । उन्हीं के बीच में एक बहुत था । किसके ऊपर सब फूल फेंक रहे थे । सुलेमान ने अपना छोटा सदस्य का टुकडा निकालना और पूरा इन सब को बांध तो अचानक सारे आदमी वह बौना रस्सी में बंद गए । तभी सुल्तान बोला मैं किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा आऊंगा । बस मुझे इस बॉल को ही मारना है, जिसने तुम सबको यहाँ कई सालों से कैद करके रखा है ही नहीं । मुझे ऍम दोनों चीखा सुलीमान दस्ती के टुकडे से बोला । इस बोलने के अलावा सभी को आजाद कर दो और बॉल को बहुत दूर ले जाकर किसी गहरी नदी में फेंक दो । रस्सी आसमान में पहनी बोले, करोडी और हवा में उछल हो गई । कुछ ही पलों बाद धमाका हुआ । मनी जोरदार आवाज के साथ फट गई । उसके साथ ही सपेरि का काला जादू भी खत्म हो गए । सभी सांप सुल्तान के पास आकर पूरे अगर कभी भी हमारी जरूरत हो तो हम जरूर बुलाना और यही कहती हुई सब गायब हो गए । सामान और सिस्तान दौड कर सुल्तान की गले लगकर सुल्तान बोला, तुम दोनों आँखे बंद करो और कुछ देर बाद तुम दोनों तुम्हारी राज महल में अपने परिवार वालों के साथ होगी । जमाम बोला, हम तुमसे मिलने जरूर आएंगे । सुल्तान मुस्कुराते हुए बोला हम हमेशा बहुत अच्छे दोस्त बन कर रहेंगे । ये कहते हुए सुल्तान ने बांसुरी से कहा, इन दोनों को इनके घर पहुंचा तो बांसुरी, पूरी फॅमिली पल दोपहर में ही जमा मौज जिदान, महासी गायब हो गए । उनकी जाते ही पूरी बोली मीरा दो ऍम ही सुलीमान थोडा नहीं हमें अभी जल्दी से सुलतान कि बाकी हमशक्लों को ढूंढना है । पीलू बोलना घर वो देखो फॅमिली को बारे थोडे जा रहे हैं । पूरी नहीं टेस्ट कर अपनी आंखों पर पंजी रखी और बोली हूँ । सुल्तान और सुलेमान के साथ साथ सभी वहाँ से जैसे ही जाने को हुई । उन्हें लगा कि किसी अदृश्य शक्ति ने उनके पैरों में रस्सी बांध थी । पूरी तो बेचारी पलट कर कर दे में ये गिर के सुल्तान में धीरे से छुपकर पूरी को अपनी गोद में उठाया और कहाँ ठंड तुम कौन हो और हम से क्या चाहती हूँ? मैं चाहता हूँ कि तुम सब आम के पेडों पर उन पीली रसीले आमों की जगह नाटक चलाओ करी । पीलू कुछ कहने को हुआ तभी उसने अपनी आपको हवा में उडते हुए पाए । टीटी टीटी सुल्तान सुलेमान टीलू और खेलूं ऍम रूट्टी हुई जहाँ पर आम की पीठ पर अटक सिर्फ पूरी ही पीना हिले डुले चुपचाप पीठ के पास खडी हुई थी उस पाॅकेट की नजर नहीं पडी थी । पूरी नहीं देखा कि अचानक ही हवा में सुनहरे रंग का धुएंॅ फॅमिली की रूपी पटल के उस आदमी को देखकर भूरी की डर के मारे ठीक निकलने वाली थी कि उसने तुरंत अपना दायरा पंजाब ऊपर रख लिया । पूरी की जगह कोई और भी होता है । बहुत अच्छा था । जो जहाँ ऍर उसके सामने था उसकी कानों की जगह दो लम्बी चिकनी रंग के बडी बडी सांप लटक रही थी । कॅश हवा में आधे खडे हो जाते हैं और अपनी लंबी काली जी लखनापार थी । चाहते हो कर जब उन की तरफ देखता तो दोनों अपना फन कार्ड थी । जादूगर एक सांप को अपने गले में रस्सी की तरह लपेट हुआ पीठ के पास पहुंचा और बोलना आप तो हम लोग हमेशा किसी तरह यहाँ पर आम बनकर लटके होगी क्योंकि किसी को कभी पता ही नहीं चलेगा । तीस स्पीड की कठोर में कहता लोग जाने का रस्ता है और तो सब की मुसीबतों का भी फॅमिली इतनी ऍसे जमीन पर टपक पडी । पूरी नहीं डर के मारे अपनी दोनों आंखें बनकर की । थोडी देर बाद जब धोनी ने अपनी आँखें खुल गई तो हो गए नहीं था
Voice Artist
Producer