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भाग दस कालीपहाडी की खाई में घना जंगल था । कुछ टूरिस्ट वहाँ घूम रहे थे । जब उन्हें एक लाश मिली । उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन कर दिया । जावेद अमर जॉन लगभग एक घंटे की ड्राइव और फिर आधे घंटे के पैदल सफर के बाद वहाँ पहुंचे । लाश के पास तो सिपाही मौजूद थे क्योंकि लाश उठाने वालों के आने का इंतजार कर रहे थे । उन्होंने पहुंचने ही लाश की शिनाख्त करी । लोगों से पहचान गए । वो करन केजरीवाल की लाश थी । तीनों हैरान थे । उनसे कुछ कहते ना बना । फिर उन्होंने एक टूटी फूटी बाइक देखी । नंबर प्लेट से इस बात की भी तस्दीक हो गई कि वह करन की ही बात थी । अमर ने चारों तरफ मुआयना किया । फिर कमर पर हाथ रखकर ऊपर पहाडी की तरफ देखते हुए बोला मुझे लगता है ये ठीक नदी के पीछे की तरफ वाली सडक से नीचे गिरा है । वो तो पता लग रहा है । चौहान ने कहा पर किरा क्यों दो ही वजह हो सकती है । एक तो एक्सिडेंट और दूसरी किए कि उसे ऊपर से किराया गया । अमर ने का निहारिका भी उसके साथ होनी चाहिए थी । जहाँ पे बोला और उसकी लाश यहाँ नहीं है । यानी वो उसके साथ नीचे नहीं । अमर चुटकी बजाकर बोला क्योंकि कोई और उसे ले उडा और कौन सा कोई ऐसा जैसे उसके अपहरण के प्लान की खबर थी । उस ने मौके पर पहुंचकर करन को मार गिराया और निहारिका को ले उडा । जॉन और जावेद कॉर्नर की बात में दम लगा । पर चावेज फिर भी बोला तो भरी लगाना शादी वाली थोडी को क्या हुआ? ऍम खत्म हो गया तो फिर थ्योरी कहाँ से जिंदा बचेगी जहाँ पे मुस्कराया अभिकरण की तलाशी लेनी चाहिए । खबर सुझाव दिया पुलिस की जांच से पहले कभी ऐसा नहीं कर सकते हैं । जावेद बोला अच्छा नहीं बोला । मुझे लग रहा है कि निहारिका का कोई शुभचिंतक है जिसने उसे अपहरण से बचाया । पर सवाल है कि वह शुभचिंतक और खुद नहाने का गायब क्यों? क्योंकि उससे करन का खत्म हो गया है । अपने हाथ का ही उसको रहा की गवाह है और पोस्को जाने नहीं दे सकता है । किस लिए उसने उसे कैद कर रखा है । होती वाली कोई बात नहीं कर रहा । जावेद और अमर के चेहरे पर पल्प चल उठे । हाँ, मेरी जान हमारे लाकर बोल कॉटन की बात बोली है । क्या ख्याल है नोट आउट बात में दम है पर वो हो सकता है जावेद सोचते हुए बोला होगा तो कोई निहारिका का जानकारी जानकार छोडा को क्योंकि ऍम अमर जावेद की तरफ देखते हुए मसखरे अंदाज में बोला करन की बाइक हमें ये बता सकती है क्या? बे सोचते हुए बोला मतलब अगर उसने बाइक को खाई में धकेला है, उसके फिंगर प्रिंटस पर मौजूद होंगे राइट चौंकी मुझसे निकला फॅस का यहाँ जल्द से जल्द पहुँचना अब बहुत जरूरी है मैं ट्राई करता हूँ कहकर चावेज ने पुलिस में अपने जानकार सुप्रीत है दिन को फोन किया और इस बाबत पुलिस को तेजी से काम करने का आग्रह किया । उसके बाद वे लोग सिपाहियों को कुछ हिदायत देकर वहाँ से निकल गए ।
Writer
Voice Artist
Producer
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