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14 minsसन के अक्टूबर महीने में सोवियत यूनियन के प्रमुख एयर स्टेशनों में बडे रहस्यमय तरीके से भर्ती अभियान शुरू हुआ । इससे निकल भी अछूता ना रहा । किसी को स्पष्ट रूप से इन भर्ती दलों के विषय में जानकारी नहीं । उनका मकसद क्या है, किस संगठन से आते हैं इत्यादि नहीं । इन दलों के द्वारा किसी को इस संबंध में बताया जाता था । बहुत से पायलटों का चयन करके उन्हें कार्यालय में बुलाया जाता है, जहाँ कुछ डॉक्टरों के साथ उनकी औपचारिक बातचीत हुआ करती थी । भारती के अगले चरणों में इन चयनित पायलटों की संख्या घटती चले जाते हैं । अंततः प्रत्येक एयरबेस शॉर्टलिस्ट किए गए लगभग दर्जनभर उम्मीदवारों में से भरती करता हूँ, द्वारा किसी एक से साक्षात्कार लिया जाता है । ऐसे ही चुनिंदा अभ्यार्थियों को मॉस्को के बोल दे को मिलिट्री हॉस्पिटल में कुछ कठोर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा जाता था । अंततः इन प्रक्रियाओं से चयनित होकर आए दस में से नौ अभ्यार्थी बाहर कर दिए जाते हैं, जिसका निर्णय बडे ही रहस्यमय ढंग से बंद कमरों में लिया जाता था । स्वयं यूरी ने एक प्रकाशित साक्षात्कार में बोर्ड को हॉस्पिटल में स्वयं पर हुए अलग अलग आंखों के सात परीक्षणों, मनोवैज्ञानिकों के साथ अनेक साक्षात्कारों और एक कठिन गणितीय जांच से गुजरने की चर्चा की है । डॉक्टरों द्वारा जांच के दौरान मुख्यतः ऋषय जांच पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिसके माध्यम से वे अन्य अभ्यार्थियों की लाइफ हिस्ट्री की जानकारी प्राप्त कर लिया करते हैं । इसके अलावा सिर से लेकर पैर तक चिकित्सीय जांच की जाती जिसके लिए जटिल यंत्रों को भी प्रयोग में लिया जाता था । ये यन्त्र स्वास्थ्य संबंधी छोटी से छोटी खामियों का पता लगाने में सक्षम हैं । यूरी और उसके चयनकर्ताओं के मध्य हुई बातचीत का सही रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है । किंतु निकल एयरबेस में उसके एक सहपाठी पायलट जॉर्जी सोनी जिसे यूरी के बाद शीघ्र ही कोर्स नॉट प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया था, उसकी चयन की प्रक्रिया का अनुभव उपलब्ध है, जो की लगभग यूरी की की तरह रहा हूँ । प्रारंभ में हम वही उबाऊ विषयों के संबंध में बात करते रहे हैं जैसे मुझे एयरफोर्स कैसा लगता है । अपने खाली समय में मैं क्या करता हूँ, मुझे क्या पढना पसंद था या उडान भरने में मेरी रूचि क्यों थी इत्यादि । कुछ दिनों के बाद दूसरे दौर की बातचीत शुरू हुई है जिसमें हम ने से पहले की अपेक्षा कम लोगों को बुलाया गया था । इस बार की बातचीत ज्यादा तथ्य परक वह विशिष्ट थी । इसके पश्चात शोल इनको मॉस्को जाना पडता है किन्तु उसे अपने उद्देश्य की जानकारी नहीं थी । वापस निकल आने पर वो काफी हारा, थका सा लगा किंतु डॉक्टरों ने उसे किसी भी नए काम के लिए उपयुक्त घोषित कर दिया । चयनकर्ताओं ने अंतिम बार उससे बातचीत के दौरान पूछा था, यदि तुम्हें किसी अपेक्षाकृत अधिक आधुनिक विमान में उठने का मौका दिया जाए तो मैं कैसा महसूस होगा । उन्होंने फिर उससे पूछा, यदि किसी बिल्कुल नए विमान में उडने की बात की जाए तो आपकी क्या राय है? इस बात से वो एकदम उत्साहहीन हो गया है क्योंकि उस समय एयर रेजीमेंट नए उच्च कार्यक्षमता वाले लडाकू विमान की तरफ अपना रुझान बनाए हुए थे । उसे निकल स्क्वाड दाल में भी किसी बात की थी । जब चयनकर्ताओं में से एक ने रॉकेट में बैठकर पृथ्वी के चारों ओर उसकी कक्षा में उडान भरने की बात कही तो कौन इनका चेहरा सफेद पड गया था तो उसने इस काम के लिए हामी भर । यूरी का चयन शॉन इनसे हफ्ते पहले हो चुका । निश्चित ही इस चैन से यूरी और वाला खुश हुए हैं क्योंकि उन्हें सम्मानपूर्वक मार मांस के से छुटकारा पाने का अवसर जो मिल गया । यूरी ने वालिया को बताया कि उसे एक नए तरह के विमान में बतौर टेस्ट पायलट चयनित कर लिया गया था जिसके लिए उसे मॉस्को से बाहर रखा जाएगा । आठ मार्च को खुशी खुशी निकल छोड कर चले गए अपने इस नए कार्य की शुरुआत करने पर छब्बीस वर्षीय यूरी को मालूम हुआ कि वह उन बीस सदस्यों के समूह में से एक है जिनका चयन विविध प्रक्रियाओं से संपूर्ण सोवियत यूनियन से पहुंचे । बाईस सौ अभियार्थियों में से किया गया है अन्य काॅस्ट यूरिको काफी सहज वह मिलनसार पाते थे । वहीं एक अन्य ऍम अघोषित तौर पर यूरी को अपना प्रतिद्वंद्वी समझता था और स्वभाव से काफी घमंडी और स्वयं को दूसरों से अलग थलग रखता था । वह आत्मकेंद्रित चरित्र का व्यक्ति था । उसने वोल्गोग्राड स्टेशन से दो वर्ष का प्रशिक्षण विशिष्ट योग्यता के साथ ले रखा था । उन्होंने में यूरी की तरह उसका भी साक्षात्कार लिया गया था । वो स्वभाव से दृष्ट तुनक मिजाज और मुंहफट उसने मिग विमान से अपनी मातृभूमि की रक्षा करने में अपनी पहचान बना ली थी । बतौर कॉस्ट नॉट यूरी के लिए जीवन में दूसरा अहम नाम था अलग साई आरकाॅम । मई उन्नीस सौ चौंतीस में जन्मे यू नो लगभग यूरी का हम उम्र था । युवावस्था में आर्टिस्ट बनने का सपना संजोए हुए उसने ऐकेडमी ऑफ आर्ट रीगा में प्रवेश भी ले लिया था । लेकिन अचानक मनोदशा में आए बदलाव के चलते उसने जो मुझे के एयरपोर्ट स्कूल में प्रवेश नहीं जहाँ वो एक अच्छा पैराशूटिस्ट वह प्रशिक्षक बना । सन उन्नीस सौ में अंतरिक्ष चयनकर्ताओं की टीम द्वारा एक नए पद हेतु उसका चयन कर लिया गया । अपने दूसरे कॅश साथियों के बीच उसकी छवि काफी मिलनसार, खुशमिजाज व्यक्ति के रूप में थी । इसके साथ ही अपने इस नए कार्य में कामयाबी पाने के लिए उसमें कटिबद्धता नजर आती है । अभी भी उसमें कला के प्रति रूझान बना हुआ था । जहाँ कहीं भी उसे जाना होता हूँ वो अपनी स्केचबुक ले जाना ना बोलता हूँ । चाहे वो अंतरिक्ष यात्रा का दौर ही क्यों न हो । कला के प्रति अपने समर्पण के कारण सोवियत स्पेस चित्रकारों में उसका नाम अग्रणी प्रशिक्षण के प्रारंभिक दिनों से ही वो यूरी का अच्छा मित्र बन गया । आज लेना वो कहता है मैंने स्वयं इस इंसान के स्वभाव की सारे देता महसूस कर ली । यूरी अपने मित्रों को काफी पसंद करता था और उनका ख्याल रखता हूँ जहाँ पुराने मित्रों से उसका संपर्क कायम रहता हूँ । वही बडी आसानी से उसके नए मित्र बन जाते हैं । हमारे संबंध खासतौरपर मधुर थे क्योंकि हमें एक दूसरे को लंबे समय से जानते थे । शोहरत हासिल करने के बावजूद वो बदला नहीं था । उस सादा ही एक अच्छा मित्र बन कर रहा हूँ । ग्यारह जनवरी को चिकित्सीय वैज्ञानिक येवजेनी कार प्रो के निर्देशन में एक विशेष कॉन्सर्ट प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ हुआ । कॅण्टकी भर्ती प्रशिक्षण वस, सैद्धांतिक विश्वसनीयता हेतु प्रत्यक्ष दायित्व निर्वाहन करने वाले सेकंड इन कमांड जनरल निकोलई काम नहीं थे । वे अनुशासनप्रिय कठोर । वहाँ अत्यधिक महत्वकांक्षी अनुभवी लडाकू विमान पायलट अंतरिक्ष इतिहासकार जेम्स को बहुत ने उन्हें बुजुर्ग होते युद्ध नायक कहकर संबोधित किया । प्रारंभिक सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम से नजदीकी तौर से जुडे यार उसने गोलो उसे एक दहशत पैदा करने वाले इंसान के रूप में याद करते हैं । समय अंतराल में बहुत से छात्र उनसे घृणा करने लगे थे किन्तु उसके कठोर सैन्य अनुशासन, संबंधित विवरणों के प्रति उसकी कठोर एकाग्रता एवं अपने छात्रों से सर्वोच्च मानकों के अलावा अन्य सभी बातों को स्वीकार न करने की उसकी फितरत के कारण वो उन्हें अंतरिक्ष में आने वाली कठोर परिस्थितियों के लिए सफलतापूर्वक तैयार कर देता था । जब यूरी एवं अन्य उन्नीस सहकर्मी यहाँ प्रशिक्षण के लिए पहुंचे तो उन्हें अंतरिक्ष के लिए तैयार करने हेतु उपयुक्त सुविधाएं काफी कम थी । कार पर ओवर और ऍम को मॉस्को से चालीस किलोमीटर उत्तर पूर्व में चीड वक्त ताड के जंगली इलाकों में एक बडा हिस्सा आवंटित किया गया था । मार्च में उन्होंने स्टार सिटी का निर्माण शुरू कर दिया । उस स्थल के मध्य में एक विशाल चौकोर भाग काटकर साफ किया गया और जंगल के आसपास की सडकों से पूरी तरह से उसकी स्क्रीनिंग की गई । वहाँ एक सामान्य सा हॉस्टल निर्माण किया गया जिसमें कुछ सैनिक छावनियां और प्रशिक्षण सुविधाओं को रखे जाने हेतु कुछ भवन सम्मिलित थे जिसमें से कुछ इस तरह से डिजाइन किए गए थे जिससे प्रशिक्षुओं में तनाव, मानसिक कष्ट, अकेलेपन, थकावट पैदा की जा सके । स्टार सिटि का आकार एक छोटे कस्बे जैसा तय किया गया था जिसमें इसकी स्वयं की बार होटलों, स्पोर्ट्स क्लब एवं प्रशासनिक केंद्रों को प्रस्तावित किया गया था । दक्षिण में थोडी दूर पर च कालोस की मैं एक विशाल फैलाव में जेट प्रशिक्षणकर्ता होंगे तो सुविधाजनक लैंडिंग स्ट्रिप प्रदान की गई थी । इसके अलावा फॅस के छोटे परिवारों के तू आवास तैयार किए गए । स्टार सिटि निर्माण क्षेत्र के आकार के बावजूद बहुत कम बाहरी लोगों को इस संबंध में जानकारी दी । चकाला उसकी से गुजरने वाली सडक से ये कॉम्प्लेक्स बडी आसानी से घने ताड के जंगली हिस्से से छिप जाता था । दाहिने हाथ की तरफ निर्मित एक छोटे से गार्ड पोस्ट से इसे सुरक्षित किया गया था । जब यूरी और उसके सहकर्मी यहाँ प्रशिक्षण है तो पहुंचे तब स्टार सिटि की सुविधाएं प्रारंभ नहीं हुई थी । ऍफ के प्रारंभिक प्रशिक्षण में मॉस्को की विविध वैज्ञानिक और चिकित्सीय संस्थानों विशेष कर चुका ऑॅयल साइंसिस फॅस की प्रॉस्पेक्ट्स, उसमें शैक्षणिक एवं शारीरिक प्रशिक्षण ही शामिल थे । पेट्रोल की पार्क में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल आॅप्टिकल प्रॉब्लम्स इन्हें चिकित्सीय, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक जांचों से गुजरना पडता था । यहाँ इन्हें आइसोलेशन चैंबर की प्रक्रिया से गुजरना पडता था जिसके तहत इन्हें एक बडे टैंक के भीतर अलग थलग रहना पडता था । डॉक्टरों द्वारा प्रशिक्षुओं को अंदर बंद करके अपनी वैज्ञानिक सूझ बूझ के आधार पर टैंक के अंदर का वायुदाब घटाया बढाया जाता था । इसके साथ ही इस दौरान उन्हें बहुत से कष्टप्रद कार्य जैसे गणितीय सवाल, बौद्धिक परीक्षण, शारीरिक व्यायाम इत्यादि कार्य सौंपे जाते थे । वहाँ उन्हें किसी प्रकार भी आमोद प्रमोद मनबहलाव के द्वारा समय बिताने कि छूट बिल्कुल नहीं मिलते हैं । बिना तो आपस में कोई बात कर सकते थे न पुस्तक वह पत्रिकाएं पड सकते थे । यहाँ तक कि बाहरी दुनिया से कोई संपर्क स्थापित नहीं कर सकते हैं । ज्यादा से ज्यादा इस आइसोलेशन चैंबर पर नजर रखने वाले टेक्निशियन से ही वे अपनी कोई बात कर सकते थे । एक सत्र एक से दस दिनों का होता था तो इसमें रखे जाने वालों को निर्धारित अवधि के विषय में पहले से कभी नहीं बताया जाता था । प्रशिक्षण की इस कठोर प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता था कि व्यक्ति अंतरिक्ष यात्रा के दौरान अकेलेपन वह उबाऊपन के हालत में रह सकते हैं क्योंकि पृथ्वी के ऊपर उन्हें कक्षा में कई दिनों तक घूमते रहना पड सकता था । एक कॉस्ट नॉट को इस प्रशिक्षण को हसते हुए स्वीकार करना पडता था वरना उन्हें अंतरिक्ष में उडने की अनुमति नहीं मिलती थी । यूरी ने इसके कई सत्रह सफलतापूर्वक पूरे किए और बाद में उसने इस अनुभव को काफी कष्टप्रद बतलाया । मनोवैज्ञानिकों द्वारा उसे अपने विचार या भाव चैंबर के भीतर लगी घडी में निर्धारित अंतराल में बदलने के लिए कहा जाता था । जब वो अपने कोई बात कहता तो उसकी बात सुनने वाले प्रायः कोई जवाब नहीं देते थे । वो ये तय नहीं कर पाता था कि वे उसे जानबूझकर अनसुना कर रहे थे या वे किसी और काम से कहीं चले गए थे । चैंबर के भीतर लगी घडी से उसे बाहर के समय या पहर, सुबह शाम इत्यादि का सटीक आवास भी नहीं हो पाता था । इसके अलावा चैंबर में खिडकियां भी नहीं हुआ करती थी । चैंबर के भीतर बिजली का प्रकाश किसी भी अप्रत्याशित समय आता जाता रहता था । जैसे जब वो किसी विशेष काम में व्यस्त होता तो बत्ती गुल हो जाती हैं और कभी सोने के वक्त ही अचानक बत्ती जलती समय का तात्पर्य ही खो चुका था । बाद में उसने इस विषय में कहा था, इस तरह अलग थलग पडे रहने के दौरान आपका मन भूतकाल की बातों में आसानी से एकाग्र हो जाता है । लेकिन मैं तो भविष्य में ही मन को एकाग्र किए रहता था । आंखे बंद करके मैं स्वयं को वो स्टक में उडान भरते हुए महसूस करता हूँ कि नीचे सभी महासागर वह महाद्वीप पीछे छूटते जा रहे हैं । लीडिया आबू खोवा नामक एक महिला पत्रकार को ऐसे ही एक प्रशिक्षण को प्रत्यक्ष रूप से देखने वह महसूस करने की इजाजत इस शर्त पर मिली थी कि वो इसे अंततः यूरी की अंतरिक्ष उडान कीतिथि यानी अप्रैल के कुछ महीनों बाद तक प्रकाशित नहीं करेंगे । चैंबर के भीतर यूरी अपने आप से ही मसखरी करता हूँ । वो माइक्रोफोन पर बाहर खडे किसी भी व्यक्ति से बात करने में नहीं चूकता चाहे उसकी बात का उत्तर उसे मिले या ना मिले । इस तरह कुछ दिन बीते चैंबर के बाहर हर कोई ये जानता था कि इस तरह अलग थलग रहने की उसकी ये अग्नि परीक्षा का वो अंतिम दिन था । लेकिन यूरी को इस बात का कतई अंदाजा नहीं था । उसने चैंबर के भीतर कुछ वस्तुओं को लेकर ही गाना गाना शुरू कर दिया । मेरे बिजली के तार एकतार पीले रंग का दूसरा लाल रंग डॉक्टरों ने बताया चैंबर में उसका ध्यान अपनी ओर खींचने वाली बातें कुछ रह ही नहीं गई थी इसलिए वो कुछ नया खोज रहा है । बिल्कुल उसी तरह जैसे रेगिस्तान में भ्रमण करते हुए यायावर को रेत के अलावा जो कुछ भी नजर आता है वो उसी पर गीत गाने लगता है ।
Producer
Sound Engineer