Made with in India
तो पच्चीस मई उन्नीस सौ निन्यानवे गंगुली परिवार में मौत जैसी मदहोशी अच्छाई थी । तीनों पुरुषों की अपनी अपनी जंग थी । बाबा एक धर्म के खिलाफ, बडा बेटा एक विचारधारा के खिलाफ और मैं ब्रेन के खिलाफ माँ को देखकर लग रहा था मानो उन्हें किसी भी पल दिल का दौरा पड सकता था । चलो सबसे बडे ज्ञानी बाबा से शुरू करते हैं जिनके सबसे बडे डर सामने आ रहे हैं जिसे इंटेलिजेंस की ओर से भारी भूलो में से एक माना गया है । आठ सौ पाकिस्तानी घुसपैठिए कारगिल और द्रास में भारतीय इलाके के पच्चीस किलोमीटर क्षेत्र पर अपना कब्जा कर चुके हैं । अब होगा पापा ने अपनी मुठ्ठियां हवा में लहराई, जरा धोखाधडी तो देखो हमारी सरकारें बसे भेज रही है और हमारे सैनिकों की लाशें भेज रहे हैं हूँ । मैंने कहा था ना हम हिंदू बहुत ही नरम दिल हैं । हमने उन्हें पूरा देश दे दिया और उन्हें अब भी बहुत को चाहिए तो नहीं लगता है हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमान देश के लिए वफादार हैं । ठीक है उन्होंने फर्श पर तो क्या और उसके पास पडेगा । अगली इतना हीं वफादार हैं तो इस मोर्चे पर लडने दो इनके धर्म वालों से लडने तो उन का ही खून बहाने दो कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो रहे हैं । आपको क्या लगता है उन मुसलमानों ने यही रहने का निर्णय क्यों लिया होगा? क्योंकि हमने उन्हें एक सेकुलर देश देने का वादा किया था । उनकी निष्ठा हमारे साथ है । हमारा देश टीवी सिद्धांतों पर बना है । दादा ने कहा ॅ की बात करते हैं तो हम फॅमिली है । हम जैसे लोगों की वजह से ही हमें अपने ही देश में दूसरे दर्जे के नागरिकों जैसा जीवन जीना पडता है । हमेशा अल्पसंख्यकों की तारीफ करते हो । तुम्हें लगता है कि वह भाई बनेंगे नहीं, ऐसा नहीं होगा । एक दिन जब हो रहे हो गया और वह हमेशा की तरह बाबा ने आसन में जनसंहार का रोंगटे खडे कर देने वाला दृश्य खींच कर रख दिया । बाबा को भयंकर आरंभ और भिडत अंतो वाले प्रसंग रचने बखूबी आते हैं । कराने की बात है कि उनकी और दीदी माँ की नहीं बनती । नहीं । माँ बाबा को चुप करवाने के लिए कुछ कहने लगी थी । उनके मुझ से कुछ और शव निकाले । मैं कुछ गलत नहीं कह रहा हूँ अगर देखो कि हमारे साथ क्या होगा । इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हम सबको एक होना होगा । बहुत ही जबरदस्त । अगर हर एक दिन तो निर्णय योजना के बीच ज्यादा जा चुके थे । बाबा ने अपना पूरा ध्यान मेरी और ले लिया तो बोले हमारे कोई मुसलमान दोस्त हैं, हूँ ऍम ऍम भी किसी मुसलमान का अपना दोस्त बनाना । हम सब एक से नहीं है जो मैंने मुझे कमरे में जाने को कहा । मैं जान छूटने से बहुत खुश था । पाकिस्तान सरकार की ओर से भारत सरकार को दिया गया धोखा उस छल से तो ज्यादा नहीं था जो ग्रामीण और साहिल ने मेरे साथ क्या आज का सबका किसी खास प्रतिशोध का नहीं था । ये तो एक दोस्त की ओर से किया गया धोखा था । पहले मैं जानकर देर से स्कूल गया । मैंने भी यानि का अवसर दिया कि वह मेरी प्रतीक्षा करें और वो अपनी दिनचर्या के हिसाब से चली । मान लो मेरा कोई वजूद ही ना हो । मैंने उसका पीछा किया । मारा हुआ मेंडर कचरे के डिब्बे में था । उसका दिल नहीं धडक रहा था । ऍम खाली गलियारों में साहिल की हंसी गूंज रही थी । मैंने साहिल और से स्विमिंग पूल के पानी में तह डाले बैठे देखा हूँ उनके हाथ इतने पास की आपस में हुई जा सकते थे । सब जगह छोडकर सुनी फूल । यही से तो सब शुरू हुआ था । वो भी उसी तरह चोरी छुपे आए होंगे, जिससे मैंने और सामने नहीं किया था । खुद को बहादुर और रोमांच प्रिया समझाते हुए मेरे स्कूल का पूरा ऐसा नहीं था । उसमें नए डाइविंग बोर्ड से, जिन्हें आजमाने वालों में मेरा और स्वामी का नाम सबसे पहले था, जाने की मौत के बाद तुरंत ही हटा दिया गया । मैं शब्बीरपुर वाले हिस्से में नहीं जाना चाहता था, पर और साहिल की ऐसी खींचने गई । मुझे पानी में सामी देखा नहीं था । आप पैर मारता हुआ, मुझे देखता हुआ गिडगिडाकर मेरा नाम पुकारते हुए, खुद को बचा लेने की जब करता हुआ उनकी मुस्कानें हल्की बुदबुदाहट मुझे मेरी यादों से बाहर खींच रहे और भीतर ही भीतर जैसे कुछ झटका जिसे सामने ही याद दिला रहा हूँ कि मैंने उसके साथ क्या किया था । शायद एक मिनट या फिर एक घंटे तक वहीं खडा सब देखता रहा । दर्द पूरे शरीर में प्ले की तरफ फैला था । बेचेनी की जगह मायूसी मायूसी की जगह कुछ साथ उससे की जगह तार और दर्द की जगह बदले की सोच ने ले ली । मैंने दरवान को जगह का दोनों के बारे में बताया । परवान चलती से भी डर गया । उन्हें कान पकडकर उठा दिया । मैं घर वापस आकर उसकी कॉल का इंतजार करता रहा । पर कोई कॉल नहीं । अब मैं ऐसे उपाय तलाश रहा हूँ जिससे उन की प्रेम कहानी को शुरू होने से पहले ही खत्म किया जा सके । मुझे अपनी लडाई खुद लडनी थी । मैं अभी अभी रणनीतियों पर विचार कर ही रहा था कि दादा लडखडाते हुए मेरे कमरे में आए । तभी मेरी नजर उनकी बडी हुई दाडी और सुलझे हुए फोटो पर गई । ये तो किसी ऐसे आशिक का जा रहा था जिसका बिल टूटा हुआ मैं जानता था क्योंकि मैंने शीशे में देखा था और मैं भी काफी हद तक उनके जैसा ही दिख रहा था । दो भाई और उनकी अभिशप्त प्रेम करता है । उन्होंने बडे ही धीरे और दर्दनाक मुँह कहा । मान शब्द गले से निकलना ही ना चाह रहे हो हूँ । फॅस को पता चल गया । उन्होंने से घर में बंद कर दिया । उसके भाई का कहना है कि अगर मैं आस पास भी दिखा तो मेरी जान ले लेगा । कुछ जल्दी कहीं और उसका निकाह पढवाने जा रहे हैं, छोड सकते हैं पर क्या बीत रही होगी? उन्होंने मुंदी आंखों से पूछा आपको इन हालात के लिए तैयार रहना चाहिए था आपको उसके प्यार में पडता, हाथ पकडना, स्टेज पर जाना जैसी बातों से बचना चाहिए था । कुल मिलाकर ध्यान में पढने से क्या हासिल हुआ? दादा क्या आपने नहीं कहा था कि आप इस बारे में पक्के तौर पर नहीं सोच सकते थे । उसकी माँ बाप से बात करनी होगा । उन्होंने बडे ही आराम से कहा मानव मेरी कोई बात सुनी ही ना हो । क्या आप उसके माँ बाप से बात करके मामले को और नहीं बिगाडना होगे । ऐसी रहने दो, जल्दी सब लोग बुला देंगे । मैंने कहा हालांकि मुझे पता था ये प्रेम कहानी अगर इस तरह अचानक खत्म हुई उनका दिल टूटेगा और फिर कभी किसी से प्रेम नहीं कर सकेंगे । हम किसी मैरीगोल्ड, राउंड झूले पर सवार नहीं रहते हैं । हमें बार बार प्रेम नहीं होता है । ये झंडा एक व्यक्ति और एक जीवन की बात होती है । मुझे भूलना नहीं चाहता हूँ । मैं उससे शादी करना चाहता हूँ कि चारे बोले दादा ये नहीं जानते कि प्यार कितनी पीडा दे सकता है । था की तो बचने का अवसर है । आप इस जहरीली रिश्ते से बाहर आ सकते हैं । माँ बाबा को भी खुशी होगी । प्लीज इस मौके का फायदा उठा लो । मैं जानता हूँ आपसे चाहते हो पर ये सब बकवास है । मुझे फर्क नहीं पडता कि उसके बाबा मेरे बाबा क्या सोचते हैं । मैं अपनी खुशी की तलाश में हैं । ज्यादा बोले पर वो एक मुस्लिम अगस्त में एक और बारिश ऍफ से हो गया तो मैं ऐसा नहीं हूँ । मुझे उनसे कोई परेशानी नहीं है । उनसे फॅमिली उनसे कम हो गई । उनसे मेरा तो मुझे मुझे कोई फर्क नहीं पडता । मुझे सुबह दीदी पसंद है पर मुॅह आप जोर से बोले और उठ खडे हुए हैं । पर वो दनदनाते हुए कमरे से बाहर निकल गए । सबको कितनी तेजी से भी कर रहा था । ऐसे लगा जैसे मिल कभी खराब हो रही हो । मैं स्वामी को अपनी और ताकतें देख सकता था । वो कह रहा है रघु हम एक साथ छलांग मारेंगे । मैं काउंट करता हूँ वहाँ पे तो लॉटरी वो भी साथ ही छलांग लगाओ । ठीक मैं तहर नहीं सकता पर मुझे तो करना है । ठीक छलांग लगाते हैं । मैंने उससे फायदा क्या की? मैं भी छलांग मार लूँगा । मैं उसे कुत्ते हुए देख सकता था मैं नहीं पूरा मैं भी वही था । बहुत ऊंचा था । बहुत अच्छा था । पहचाना अच्छा को डूब रहा है । मेरा नाम पुकार रहा है तो मुझे बुला रहा है । एक नाॅन दूसरा में अभी वक्त है, बहुत होते हैं । मैं नहीं कर सकता हूँ हूँ पानी और चारों और छोटे वो पूछा था बहुत अच्छा था मेरे पास वही जम गए हैं । मैं ही नहीं सकता । अच्छा बहुत देर हो गई । उसकी आवाज कम होती गई । उसकी आंखें मुझे भी देख रही है । उसका शरीर निरधार पड रहा है । मुझे मुझे कुछ करना चाहिए । मैं कुछ कर सकता हूँ । वहाँ बेजान लाश की तरह कह रहा है मुझे स्विमिंग पूल से दूर और दूर भागना है और किसी के आगे कुछ नहीं कहना मैं मैं बहुत डर गयी हूँ । आप हो गया मुझे नहीं जा रही है ।
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