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जॉॅब तो मेन गेट पर ही हमें कॅश मिल गया । उसने हमें कल बताया था कि यहाँ केवल ऍम चाय और काफी मिल सकती है । उसने कहा था कि पीछे की तरफ से चल था क्या आपको जो मन चाहे तो बना सकते हो? विकास उसके साथ किचन में खाने पीने का चाहता लेने चला गया तो उस कमरे की तरफ चल दिया है जहाँ हम कल रात हो गए । कमरे की तरफ बढते ही मुझे ठंडी हवा का एहसास हुआ हूँ । अभी चाबी की हॉल में मैं लगाई रहा था की मुझे साथ के कमरे से धीमी संगीत क्या बात आई हूँ? नहीं बहुत ही मतलब लेकिन उदासी लग रहे थे मुझे अचानक कल खान वाली सुनहरे पालो वाली गोरी लडकी की याद आ गई । जैसे ही मैंने मुडकर आवाज की तरफ बडने का सोचा तब तक विकास आ गया और बोला अंदर चलो यहाँ जो खडे हो जब तक कुछ खाने को बनकर आता है ना तो तो हो जायेगा । उसके आंखों में चमक थी । एक हाथ फॅमिली की बोतल और दूसरे हाथ में खेल रहे की पत्ती लाइसेंस कुछ देर पीने के बाद लगभग एक बजे कर खाना लेकर आ गया था । हम ने खाना खाया और कनक से कहा कि हमें तीन बजे के बाद उठाते क्योंकि साढे तीन पर कंपनी गार्डन के लिए निकलना था । बाहर किस वक्त बारिश शुरू हो गए पता ही नहीं लगा । मौसम काफी ठंडा हो गया था । शरीर आना मांग रहा था तो जमकर नहीं आई । मैं जिस तरफ लेता था उस तरफ खिडकी थी और उसके पहले होने की वजह से बारिश के पूरे मेरे चेहरे पर पढ रहे हैं जिसकी वजह से मेरी नींद टूट गई थी । मैंने उठकर घडी में वक्त देखा तो सवा दो हो रहे थे तो मैं विकास को देखा तो कैसे बच्चे की तरह अपने पेट तक मोर के सो होगा था । मैंने बारिश की बूंदों का लगभग लेने के लिए खिडकी खोलते हैं और जैसे ही अपने दोनों हाथों को घर से बाहर क्या अभी बगल वाले कमरे में से एक लडकी के रोने की आवाज आई स्पष्ट नहीं कभी कभी सीधी मैंने चाॅस ओर से खुला प्रतियो साहब आज से विकास किया और बोला और एक खिडकी खोल रहे हो । बाहर बारिश हो रही है । पानी अंदर आ जाएगा तो रात को सोने में दिक्कत होगी । मैंने उससे कलॅर वाले संग्रहालय बालों वाली उस लडकी का जिक्र किया और उसने कहा कि लगता कुछ हुई थी, देश है । बगल वाले कमरे से उसी के होने की आवाज आ रही है । विकास ने मेरी बातों को मजाक उडा दिया और उन देते हुए कहा जाओ तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ । ऍम कहते हुए वो दोबारा नींद के आगोश में समा गया । दस आवाज का पीछा करते हुए बगल वाले घर के करीब पहुंच गया था । जैसे ही मैं उस घर के होने वाले कमरे के अंदर घुसा हूँ तो आवास बिलकुल ही बंद हो गए । इस कभी भी कोई भी नहीं दिख रहा था वो । मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था । हाँ तो एक छाप था मुझे सुनने में तो का हुआ है । मैं वहाँ से बात बस अपने कमरे की तरफ आ गया । मैंने देखा की घडी में दिन के तीन बच्चे लिखा वक्त होने वाला था ऍम कमरे के अंदर काॅन् हजार कर रहे थे । कुछ देखते हैं विकास बोल पडा भाई किधर आत्माओं की तरह बैठे रहते हो । कम से कम जहाँ जाते हो बताकर तो जाया करूँगी जैसे पहले की मैं उन सभी घटनाओं के बारे में विकास को बताता । कनक बोल पडा साहत हमें भी अपने साथ अपने यहाँ ले चलो अपने पास ही रख लेना आपकी सेवा कर देंगे । विकास ने उसको समझाया कि तुम यहाँ जन्नत में रहते हो । यहाँ ॅ और सुकून भरी जिंदगी है वो वाला उसकी बातें सुनकर का मैंने कहा साहब, पिछले कुछ महीनों से आप अकेले ही गैस हो । जगली सुबह चले भी जाओगे । धार विकास एक दूसरे का मुंह देख रहे थे । विकास इसलिए आश्चर्यचकित था । यहाँ ऍम में कुछ महीनों से कोई रुका नहीं था । मेरी बजा दूसरी थी । मैंने अपने शक को दूर करने के लिए उससे पूछा । अच्छा एक लडकी साथ वाले घर में भी तो रहती है जिसके बाल सुनहरे रंग की और संग्रहालय हैं जो बेहद गोरी रंग की है तो यहाँ के लगती भी नहीं । शायद विदेशी है मतलब इस पर में बहुत ही अच्छा गाना बना दिया मुझे । आज जॉर्ज एड्रेस पर भी जाती हुई देखी थी लेकिन आते वक्त में शहरों से देख नहीं पाया । मेरी बातें सुनते ही का चेहरा सफेद पड गया । उसके आंखों की पुतलियां फैल गई नहीं लेकिन वो कुछ बोला नहीं । उसकी हरकत देकर विकास ने पूछा की है क्या हुआ तो फिर तो काला काला साफ करते हुए बोला मैं आपकी माँ की कसम खाकर कहता हूँ यहाँ क्लाॅक तो आप लोग आ गए नहीं तो मैं खुद अपने कहा बडी जाने वाला था । पुलिस उसने मेरे पास वाली लडकी कौन थे और वो कहाँ से आई थी ने बताया कि इस कॉटेज के बारे में बहुत सी कहानियां पहली हुई है । फॅमिली के किसी ऍम यहाँ कुछ सैलानियों की मौत हुई है । तब से आस पास के लोग यहाँ आवाज सुनने लगे । अभी कोई उतार सिद्धन कभी लडकी के गाने की होने की । कहते हैं की आवाज यहाँ ज्यादातर घूमने आए पर्यटकों को ही सुनाई देती है । मेरा तो ये ऍम गया था । ऍम बना देते हुए कहा साहब मैंने तो आज तक ऐसा कुछ नहीं खाना सुना । मैं तो रोज रात नौ बजे तक यही रहता हूँ । अभी ये सबसे कम ही रास्ता की तभी वहां पहुंचे थे । पानी ने हमारा ध्यान हटा दिया । बाहर जाकर देखा तो कंपनी का आर्डर ले जाने वाली टैक्सी बाहर खडी थी और हमारा इंतजार कर रहे थे । हमने कनक को कहा कि हम आज आधे वक्त मसूरी से ही खाना खाकर आ जाएंगे । अगर वह पडोस गांव में जहाँ और आप में रहता है वहाँ जल्दी जाना चाहता है तो जा सकता है आॅफ हो गए और टैक्सी कंपनी गार्डन की तरफ पडता हैं । अभी थोडी दूर ही चले थे कि ड्राइवर नहीं गाडी अचानक से तो मैंने कारण पूछा तो उसने सामने की तरफ इशारा करते हुए बताया के सामने घर में किसी स्थानीय व्यक्ति का व्यवहार होने के बाद दुल्हन के साथ सवाल आने पर कुछ रसमें हो रही है यहाँ पर सारा कुछ दूरी तक सक्रिय इसलिए कुछ देर रोककर ऍम लगता लेकर चलते हैं । मैंने देखा है कि सडक के किनारे घर था और घर के मुख्य दरवाजे के दोनों तरह हूँ । केले का पेड प्रहरी की भांति खडा था जिस पता ही तरंगी धागे और अक्षत से पूजन होती है घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर तो स्वागत उनका पोर्ट लगा हुआ था । वहीं घर के पास में ही पारंपरिक लोकनृत्य मन को बोल रहा था जिसमें पारंपरिक रूप से बाहर के स्थानीय महिलाएं घाघरा तथा आंगडी और पुरुष चूडीदार पायजामा और कुर्ता पहने हुए सामूहिक हत्या कब आए थे । महिलाओं ने जहाँ कानों में कर्णफूल नाक में ना तो लिया और तलाक शोभा बढा रही थी तो सर में शीर्ष फुल हाथ में चांदी के पहुंची तथा पैरों में पिछडे और पांच छे उनके पेश पूछा में चार चांद लगा रही थी उमर खलास यह चांदी की पालियां हुआ करती हैं । जैसे महिलाएं कानों के ऊपरी भाग में पहनती हैं । ऍम की पहचान करने में चले वो पहनने से होती है । ऍम ढोलकी में श्रद्धा पानी के साथ वहाँ के लोग कि थानों में मिश्री खोलने का काम कर रहे थे । बहुत ही मनमोहक और मंत्रमुक्त करने वाला लोक नृत्य चल रहा था । लगभग बीस मिनट तक ये कार्यक्रम चलता रहा हूँ । फिर कहीं जाकर हमें आगे जाने के लिए रास्ता मिला । तकरीबन आधे घंटे में हम कंपनी गार्डन के मुख्य दरवाजे के बाहर खडे थे और टैक्सी वाले नहीं यहाँ से साढे छह बजे वापसी का समय बताया था । इस वक्त खडी में ठीक चार बज रहे थे । हम लोगों ने बाहर प्रवेश द्वार के पास से अंदर जाने के लिए टिकेट लिए और अन्दर की तरफ कदम बढा दी है । इसी बीच हम लगातार देखते रहे कि लडके लडकियां फैशन के मामले में किसी से पीछे नहीं । उनका एक खास पारंपरिक ॅ खास पहनावा है और खास पहनावे के हाथ रंग है जो चल रहा है शायद रंगों से दोस्ती यहाँ के लोगों को विरासत में मिली है । अंदर का नजारा बिलकुल मन को मुझे लेने वाला था । चारों तरफ छोटे छोटे बहन बने हुए थे और उन लॉन के चारों तरफ क्या रही थी जिसमें तरह तरह के रंग बिरंगे पुष्पदेव ऍम की गरिमा को पढा रहे थे । उन्हें लॉन के बीच से होती हुई एक चुनना रास्ता था जिसपर सफेद संगमर्मर बची हुई थी । उस संगमर्मर पर उन किस्म की कलाकृतियों पडी हुई थी । वही दाई तरफ कुछ दीवारों पर पारंपरिक आकृतियां बनी हुई थी क्योंकि उस तरह को खूबसूरत बनाने में चार चांद लगा रहे थे । वहाँ से थोडी दूरी पर ही एक बडी ही खूबसूरत पाॅप आनी का फव्वारा था जिससे पानी निकलकर कुछ ऊंचाई तक जा रहा था और उसके चारों तरफ से रंग बिरंगे प्रकाश लगे थे जो हमारे पर पढ रहे थे । तो बारी बारी से उस रंगबिरंगे प्रकाश के हमारे पर बडने से बहुत ही प्यारा नजर आ रहा था । उसी हमारे से चारों तरफ पतली पकड लिया जा रहे थे । हम सामने वाली पगडंडी से बढकर आगे कितना पड चले समझते में आगे चलकर कुछ होता ही खुला मैदान था । उसमें दूर दूर तक राजेंद्रन के हर तरह के फूल खिले हुए थे । एक ही फूल के कम से कम बीस से अधिक प्रजातियां धीरे क्योंकि दिखती बिल्कुल एक जैसी थी लेकिन हर किसी का रंग एक दूसरे से जुडा था । यह देखकर दिल खुश हो गया था । चारों तरफ फूलों की खुशबू फैली हुई थी । ऍफ नजारे को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो हम फूलों की घाटी में आ गया । बिलकुल ही उसी का छोटा रूप लग रहा था । लेकिन खूबसूरती में ये किसी से कम नहीं था । वहीं पास में ही ऊपर से छापना कर रहा था । लोग वहीं नीचे अपनी फोटो मोबाइल से किस जमाने में लगे हुए थे । कुछ फोटोग्राफर पर्यटकों को उलझाकर उनके फोटो निकाल माने को बनाने में लगे हुए थे । आज शनिवार का दिन था इसलिए वहाँ काफी चहल पहल भी थी । मैंने भी विकास को बहुत उसमें झरने के पास खडे होने को कहा । उसकी फोटो लेने के लिए अपना मोबाइल निकालकर आप पीछे आकर विकास पर फोकस कर ही रहा था कि अचानक कुछ कैमरे में एक लडकी देखी जो विकास के पीछे ही थोडी दूरी पर ही खरीदी है । मैंने ध्यान से देखा तो मुँह में बोल पडा । अरे तो वही लडकी है सोच से विकास के बंदे को जकडकर हिलाते हुए कहा था । उसने जैसे ही उसे देखा तो वो लडकी झगडने के बगल से जा रही सीढियों से पढते हुई ऊपर जाने लगे । विकास ने मेरा हाथ पकड लिया लेकिन मैंने उस सपने हाथ छुडाते हुए कहा कि आज मुझे सुनहरे पालो वाली लडकी का रहस्य सुलझा कर ही रहना है । एक कार्यकर्ता लडकी के पीछे हो चला तो बहुत तेजी से आगे बढ रही थी । मैं लगभग भागते हुए लडकी के सामने पहुंचा । अपने हाथ बढाते हुए बोला फॅमिली आयु लोन उसने नाम सरे लाया । उसका चेहरा कोरा और बिल्कुल खोलता हूँ । उसके बिल्कुल आपके फूल जैसे लाल थे पर उसकी आंखें नहीं ली थी । जैसे उसमें बहुत सारे राज दफन है । उसके सुनहरे घुंगराले पाल उसके गुलाबी कालों को बार बार चुन रहे थे । मैंने फिर से पूछा था बॅास में होती है भारतीय होगा । मैंने कहा हो मुझे लगा कि आप विदेशी हैं । मेरी बात सुनकर थी में से हस्ते मैंने उसे नीचे आकर चाय पीने का ऑफर किया । उसने ये कहते हुए मना कर दिया कि वह ऊपर देखने जा रही है कि इस छात्र का पानी कहाँ से बहता हुआ आ रहा है । एक अगर वो पडती और आगे बढ चली मैंने भी उसके साथ चलने की बात कही तो मुस्कुराकर अपनी स्वीकृति दे दी ।
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Writer
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