Made with  in India

Buy PremiumDownload Kuku FM
जोकर जासूस भाग - 07 in  | undefined undefined मे |  Audio book and podcasts

जोकर जासूस भाग - 07 in Hindi

Share Kukufm
2 K Listens
AuthorSaransh Broadways
प्रोफेसर अर्थर  स्मिथ एक विदेशी वैज्ञानिक था जिसने एक ऐसे हथियार का आविष्कार कर लिया था जिसे पाने के लिये विश्व के कई आतंकवादी संगठन व  माफिया लालायित थे।  खुफ़िया एजेंसीज़ व पुलिस इस आविष्कार की तह तक पहुंचना चाहती थी । इस बीच अर्थर  स्मिथ की रहस्यमय हालातों में मौत हो जाती है और उसकी एक फ़ाइल जिसमे हथियार से सम्बंधित सीक्रेट कोड्स छिपे थे, कई हाथों से होते हुए जोकर नाम के जासूस के हाथ आ जाती है। फ़ाइल पाते ही जोकर अपनी ही एजेंसी से बगावत करते हुए माफिया से जा मिलता है। आविष्कार को खोजते हुए सभी दिग्गज पहुँचते हैं भारत – जहाँ सीक्रेट सर्विस के एजेंट जावेद-अमर-जॉन उनके मंसूबो पर पानी फेरने के लिए तैयार हैं। writer: शुभानंद Voiceover Artist : RJ Manish Author : Shubhanand Producer : Saransh Studios
Read More
Transcript
View transcript

हूँ । ऍम ड्रॉप लिया कि मोबाइल नेटवर्क कंपनी एयर कौन का सीईओ उसी के ऑफिस में जो करने अपनी भी मैं जैसा की नौकरी लगवा दी थी । मैंने सब कब थी और वहाँ कोई भी नहीं जानता था कि वह जो करके बीवी है उसका नाम था फातेमा बॅाल इस वक्त अपने बंगले पर सो रहा था । उनकी घंटे में उसके लिए तोड दी थी । ऍम ऍम मैं जोकर का फ्रेंड बोल रहा हूँ । हम लोग इस वक्त इंडिया में है कुछ देर से जो कर लापता हैं । मुझे शक है कि उसका कितना हो गया, क्या बात कर रहे हो उसके पास ऍम का मोबाइल है आप जानते ही होंगे । मुझे यकीन है आपसे लोकेट करने में मेरी मदद करेंगे । मैंने सोच में पड गया फॅस डाॅ खोलता थी । हाँ, तो आप आप के पास में इंटरनेट है । ऍम की वेबसाइट्स खोलिए । मैं आपको एक लॉगिन बताऊंगा । उसे आपको उसकी लोकेशन पता चल जाएंगे बशर्ते वो नेटवर्क रेंज हो हो गया । आईएसआई के खुफिया अड्डे पर कुछ कर बडे भाई एक एजेंट शराफत के पास आकर बोला ऊपरी इलाके में कुछ लोग घूम रहे हैं । लगता है उन्हें किसी की तलाश, हिरासत और ट्राफिक जोकर को वही कुर्सी से बांधकर कमरे से बाहर निकल गई । जो करने उन को जाते हुए देखा फिर उसको डरी जैसे कमरे में इधर उधर देखने लगा । फिर मैं खुद को कुर्सी सहित किसका देखो कोई त्यौहार के पास ले आया । खुरदुरे सीमेंट की दीवार पर वह अपने हाथों पर बंधी रस्सी को गैस में लगा सीमेंट झडने लगा और साथ में रस्सी के देश में भी जो करके आपके कमरे में तेजी से किसी वस्तु की तलाश कर रही थी । डॅाल के तीन अन्य सदस्य सडक पर थे डाॅ जिसकी स्क्रीन पर ऍम की साइड दिख रही है जिसके जरिए पहुँचो करके मोबाइल को लोकेट कर रहे थे । उनके पास हथियार मौजूद थे ऍम लकडावाला नहीं किया था । एक जगह सडक पर उसका मोबाइल लोकेट हो गया ऍम यहाँ उसका मोबाइल कैसे फेंक दिया गया होगा । पर काफी ढूंढने के बाद भी उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला जब की लोकेशन लगातार इसी जगह की पता चल रही थी । कुछ मिनट बाद ही सिग्नल अचानक ही गायब हो गया । अच्छा मोबाइल अभी अभी नष्ट किया गया है । डायमंड जनता के साथ बोलते हुए वॉर्डों की तरफ देखा ऍम ऍफ घूमने लगा । सडक के किनारे ढाबा था । उसकी नजर उधर देख कर हमें वहाँ दिखाना चाहिए । मैं बोला वो तो बंद था । एक सदस्य बोला ऍम उस तरफ बडने लगा । फिर सागर बोला अगर है तो उसकी खिडकी के पास सिगरेट का टुकडा क्यों पडा है? डायमंड ने देखा वाकई उस बंदे ढाबे की एक खिडकी के नीचे एक लाल रंग कि स लगते हुई चीज पडी थी । ऍम था सब तैयार हो गए । दो दरवाजा तोडने लगे और बाकी अपने अपने हथियारों के साथ तैनात हो गए । दरवाजा टूटा और वे लोग गोलियाँ बरसाते हुए अंदर दाखिल हो गए । पर अंदर कोई नहीं देखा हूँ । दूर कहीं भागते हुए लोगों की अफवाह जरूर आ रही थी । एक तरफ होने नीचे जाती सीढियां दिखाई थी भी । लोग उस तरफ उतरते चले गए । नीचे कूपन दे रहा था । उस कमरे में बाई तरफ एक दरवाजा था और एक सीधे ऍम । धानी से बाई तरफ का दरवाजा खुला और अंदर गए । सामने कुर्सी थी, डायमंड की नजर गई । जमीन पर पडे पत्थर और मोबाइल पर पास में ही टूटा फूटा सिम कार्ड भी मौजूद था । वो देखो ऐसा उनका एक आदमी चलाया । कमरे की छत एक कोने में खुली हुई थी । साफ पता लग रहा था कि उसके सर ये कोई इंसान आराम से बाहर निकल सकता है तो ऑटो ने दो लोगों को उस पर चढकर बाहर जाने का आदेश दिया । मैं खुद वापस उस कमरे में आ गया जहाँ सीधी दिशा में एक दरवाजा था । डायमंड उसके पीछे था । मैनहोल के ढक्कन को हटाकर जोकर बाहर आ गया । बहन मेन होल सडक के किनारे था । फॅमिली के दो बडे बडे स्कूलों के डपों ने घेर रखा था । यानी उस मेनहोल पर किसी की नजर उतनी आसानी से नहीं पढ सकती थी जो कर बाहर निकल कर तेजी से सडक के किनारे एक गर्म पड गया । ऐसी भी क्या जल्दी है यार अचानक की कब आ जाएगी जो करने देखा सडक के पार एक कार खडी थी । कार के अंदर जॉन और बाहर अमर खडा था उसके हाथ मेरे बॉल थी एक बार तो जोकर चौका घर तुरंत सामान्य होते हुए बोला तो वो तो यह हो भारत के लाल सुप्रसिद्ध जासूस अमर वर्मा और जावेद कहाँ है? काफी नहीं है तुम लोगों का नाम तो मैंने भी तुम्हारा बहुत सुना है पर देख आज पहली बार रहा हूँ । तमन्ना थी तो उस मुलाकात की थी पर इन हालातों में मिलेंगे ऐसा नहीं सोचा था पर मुझको पूरा विश्वास था । बात ये ऍम में मिलना मुश्किल है । अमर ने हामी भरे सरकार का दरवाजा खोल दिया । बाकि बातें कार्य में होंगे तो यानी तो मुझे पकडना चाहते हो तो ये तो बस आमंत्रण एक जासूस का दूसरे के लिए हमें मेहमान नवाजी का मौका तो दीजिए । अमर ने आंख मारते हुए कहा अभी टाइम नहीं है तो कह कर जो कर आगे बढ गया ना । अमर ने फायर किया गोली जो करके बढते कदम के ठीक आगे सडक पर लगी कितने मिनिस्टर मतलब सही है हूँ यानी कि जबरदस्ती है जो करने आगे फैलाकर पूछा तुम हमारे मेहमान बन जाओ । हो गए हमारे महान भारत में एक से एक महान लोग हैं, उनके हाथ आ गए क्या अंजाम होगा, सोच भी नहीं सकते तो मुझे किसी की मदद नहीं चाहिए और हमें अपने देश में कोई हम खाना नहीं चाहिए । इस बार अमर उस से मैं बोला चुपचाप बैठे फॅार्म उठाना पडेगा जो करने का हो चुका है जैसी हमारी मर्जी । तभी अमर कुम्भ होना और कूडे के डब्बा की तरफ तो आदमी चलते हुए दिखाई दिए । उधर से फायर हुआ । हम तुरंत जमीन पर ले क्या जो हमने तुरंत फायरिंग का जवाब अपनी पिस्तौल से दिया । दोनों आदमी की हत्या हो गए । जोकर शायद भागने की सोच रहा था कि अमर लेटे लेटे चलाया जोकर कार के अंदर बैठो, वरना मुझे तुम पर फायर करना होगा । जोकर बेवकूफों की तरह हजार खडे खडे लहराने लगा हो गए । फायर करो दोस्त आॅनरेरी इस बार हमारे उस पर फायर कर दिया । पर चोकर तो उस जगह पर कहाँ रुका? बैरम पढके गुड्डे की तरह उछल कर एक तरफ कलाबाजी मारता चला गया । उसकी सुर्ती पर अमेजॅन को आश्चर्य हुआ । ऍम मरने एक और फायर किया । किस बार होकर हवा में पांच फिर ऊपर उछला गोली बचार्इ । कुमारी ही शहीद हो गई । अभी कूडे के डब्बों की तरफ से फायदे हुई । उनकी कार के शीशे फुट गए । जॉन छुट्टियाँ और अमर रहते हुए कार्य के पीछे आ गया । जो हमने अंधाधुन चार फायर कर दिए, उधर से दिखाई अब मेरी जान अमर पीछे से बोला बॉल मेरा नाम जोकर का हो गया, जो हमने सर घुमा कर इधर देखा । जहाँ दो सेकंड पहले किसी छलावे की तरह जो करो चल रहा था तो उस तरह कोई नहीं है । फॅमिली ध्यान से उसकी मेल को लेपटॉप पर पढ रहे थे । मेल को छह रहती है ऍम खतरा कुछ ज्यादा ही हो गया है । मुझे पहले तो सब कुछ खाने जैसा आसान लग रहा था । पता पता चला की लौटरी के चलने जवाना किसे कहते हैं । शराफत अली के खतरनाक टॉर्चर ने तो मेरी भाड कर ही रखती है ऐसी स्थिति में मुझको खुद मिशन पहचाना बेहद खतरनाक लग रहा है यहाँ पर इसका मतलब ये नहीं कि मैं आपको धोखा दूंगा । जितने भी फाइल के कोर्स जानता हूँ आपको मेल से भेजता रहूँगा । बदले में मेरे अकाउंट में डॉलर्स जमा करवाते रहना यही तरीका ठीक रहेगा । आपके जवाब के इंतजार में जो कर देखा देखा तुम सब ऍम मैं तो पहले ही जानता था ये कमीना हमें तेर सवेरे धोखा देगा किसे भागने का एक और मौका मिला ऍम का चेहरा गंभीर था । मैं बोला श्यान हो जा नहीं नहीं भागने वाला फॅमिली नजर से देखा । मैं उसके साथ बिल्कुल नहीं डायमंड । तुरंत सफाई दी । मुझे तो लगता है उसका दिमाग थक गया है । सहमत कुछ देर उसे देखता है फिर बोला हूँ हम जानते हैं कि तुम कितनी हो नहीं हो सकते हैं जो कर हमेशा बहुत सबसे ॅ चुके । फॅस के हालत पहले है । ठीक हैं हम सब काॅल ड्राॅप तो साॅस हो सकता है किसी और के साथ सौदा कर रहा हूँ । मुझे तो कोई अच्छा नहीं होगा अगर पता चले की बहुत बहुत चाली के साथ ही मिल गया हूँ । लगता तो नहीं । जब इस आतंकवादी इस तरह का काम नहीं करते तो उसे मार देंगे, पर तो उसकी नहीं करेंगे । उसके चक्कर में हमारा एक आदमी नहीं मारा गया । डाॅन बनते हुए बोला पता नहीं उसका मैं कौन लोग थे । शायद आईएसआई कार्यक्रम मतलब मतलब ये सर की आईएसआई वाले तो नीचे भाग रहे थे भी उन्हीं के लोग होंगे, डॅाल उधर होता है हैं समझ क्या हमें छोटी को पता है? हमारे आठवीं एयरपोर्ट ऍम स्टेशन पर फैल गए हैं । हमें भी नहीं चलना चाहिए । मेरे ख्याल से बहुत नहीं नहीं यूज करेगा क्योंकि उसी को वहाँ जल्दी पहुंचा जा सकते हैं । गोवा खूबसूरत समुद्री तटों का खुबसूरत आज भारतीय विदेशी सैलानियों के लिए पर्यटन के लिए विख्यात जगह सुनने का मस्त था और खिली हुई धूप से अरब सागर का पानी चल मिला रहा था । गोवा की राजधानी पंचम के समुद्र तट के किनारे एक स्टीमर तैयार हो रहा था । उसमें बैठना है । अधिकतर लोगों ने बन्दे वस्त्र पहन रखे थे । उनके गले में रुद्राक्ष की मालाएं थी, हाथों में डमरू मजीरा या लाठियां । स्टीमर पर बैठने के बाद उन्होंने अपने डमरू मजीरा बजा बजाकर हरे राम हरे राम जपना चालू कर दिया । पद्मावत में सब चुप हो गए जब स्टीमर पर लंबी दारी वाले एक अत्यंत तेजस्वी साधु ने कदम रखा । उसके सभी बाल सफेद थे भी । आंखों से भरपूर शक्ति और तेज का अहसास हो रहा था । कुछ लोग उसके तेज से भागते होर हो दे रहे थे । फिर जब सालों ने हाथ उठाकर कहा अरे रहूँ राम राम आ रही खबरें तो सभी उसके साथ फिर से धन में हमने लगे साधु के पीछे पीछे कई लोग और ऍम बे लोग सादे वस्त्रों में थे । कुछ विदेशी भी थे । सभी के चेहरे पर उस साधु के लिए श्रद्धा थी । एक भक्त साधुओं के पैरों में गिर गया । साथ होने उसे आशीर्वाद दिया तो वह उठा और जोर जोर से नारे लगाने लगा, बाबा शंकरनाथ की जाए, अभी चल रहा है । बाबा जंकर रात अमर रहे । शंकर नाते हाथ उठाकर सभी को शांत करवाया । अभी स्टीमर चालक वहां पहुंचा । उसने शंकरनाथ के पास खडे एक भक्तों से पूछा मैं ऍम जाना है ना? शंकरनाथ ने उसे शक्ति से देखा तो भक्त उसे साइट में ले जाकर बोला दिमाग खराब हो गया, जनता नहीं । उन तीर्थों का असली नाम अंगद्वीप है । जनता हूँ । हो सकती हूँ तब विदेश से लोग आते हैं वो तो तू तो भारत से है ना । हाँ आप माफ करो भाई ऍफ आगे बढ गया । डाॅ । मोबाइल उठाया और पहुँच नाम से स्टोर नंबर पर कॉल किया । घंटे जाने लगी फिर दूसरी तरफ से साइमन की आप बोलो बॉस मैंने सामान ठीक ठाक गोवा पहुंचा दिया है । हो गया और किया गया था । फॅमिली के आदेश हम लोग कुछ देर मैं वहाँ पहुंच चाहेंगे । कॅश मोबाइल वापस मेज पर रख दिया । जावेद ने उसे उठाकर अपनी जेब में डाला । फिर हल्की सी मिस कर के साथ बोला गज के समझ में एक पुराने के लेके खंडर में थे । बिहार के दम पे वही मौजूद है । जावेद के अलावा एक्टिंग में किन तो गठीले जिसमें वाला व्यक्ति भी मौजूद था जो कि उस का साथ ही था । उसने खाना खा लिया । फोन कर दिया अब इसके हर बंदा प्रकाश जावेद ने कहा प्रकाश ने वैसा ही किया था जबकि जावे दूसरी तरफ घूम गया । उसके सामने शीशा और मेकप के थे । पंद्रह मिनट जावेद की आंखों में न्यूजीलैंड अवसर पर सुनहरे बार थे । चलिये पर चीज प्रतिशत थी । अब एकदम विदेशी नजर आ रहा था । डेरेन आश्चर्य से उसे देख रहा था जबकि प्रकाश उत्साहित था । सुबह के पांच बजे थे । दिल्ली के एयरपोर्ट पर एक काला अफ्रीकन तेजी से एक इंटरनेट के दिन की तरफ पड रहा था । उसने आई कार्ड दिखाकर एंट्री की । फिर एक कैबिन में कंप्यूटर के सामने बैठ गया । करीब बीस मिनट बाद बगल वाले कैबिन से एक आदमी उठकर उसके पास पहुंचा । उसने ऍम से हाथ मिलाया और बोला, खाई वही तो ऍम जरा बाहर चलना है तो उसने हिंदी बोलेगा । वो आॅफ नाटक की जरूरत नहीं है । मुझे मालूम है कि तुम कौन हो और हम हिंदी अच्छे से आती है । पत्रिका ने कुछ पल से ध्यान से देखा, फिर बिना विरोध किए उसके साथ कैबिन से बाहर आ गया तो वेटिंग रूम के कोने में पहुंचे । क्या तुमने मुझे पहचान लिया है? उस आदमी ने अपने काम से कहा हाँ, तुम्हारी आवाज से इस बार अफ्रीकन की आवाज बदल चुकी थी । मैं आदमी मुस्कुराया । मैंने अपनी आवाज बदलने की कोशिश नहीं की थी क्योंकि मैं चाहता था कि तो मुझे पहचाना । फिर तुम अपना चेहरा कि छुपा रखा है । एजेंटा बस हमारी अपनी शक्ल ज्यादा छह । ये बात काम पर ज्यादा लागू होती हैं । अपनी शक्ल आइने में देखो, दर्जा हो गया तो मैं क्या लगता है? मैंने बनाने के अपनी शक्ल बदलने । अमर ने उसके आंखों में जाते हुए पूछा जो आप एक बात बताओ तुम तो मेरी समझ में बहुत अच्छे होते हैं । ऍम कुछ नहीं, बस बोर हो गया था । सच बताऊँ तो ये सब किसी प्लान के तहत कर रहा हूँ । अगर मैं हाँ हूँ तो क्या? तो मान लो गे बच्चों के साथ बताऊँ तो शायद मुझे तो बहुत सारे हैं । क्या मुझको पैसा है? ज्यादा प्यार ये सबसे है नहीं आ रहा है । तो इस अवसर पैसे के लिए देखो ऍम साॅस पहले मैंने वे सारे काम किए जिनसे मैंने खूब नाम कमाया । कई मेडल मिले, सम्मान मिला, पर एक वक्त के बाद इन चीजों से कोटाभर्री ज्यादा है । मेडल से पेट नहीं भरता है । घर नहीं बन सकता आप । मुझे पैसा चाहिए था और वो एक जासूस अब की नौकरी से नहीं कमा सकता । अमर उसे देखता रहा जैसे उस की सोच पर उसे तरफ आ रहा हूँ । हमारी बातें सुनकर तो हो रहा है । पैसे कोई बात नहीं, काम की बात करते हैं । बिल्कुल कर लो यार तो तुम्हारा प्लान किया । क्या तुम वाकई इस अविष्कार के लिए खुद कुछ नहीं करना चाहते हैं । मतलब तुम फाइल के कोर्ट पेडल को मेल से भेजने का इरादा कर चुके हैं । आपको दाबिश कर तक नहीं पहुंचना चाहते हैं तो तो मैं ये भी पता चल गया जो कर के चेहरे पर पल भर के लिए शिकन अफ्रीका । फिर मैं अपने सदाबाहर स्टाइल में बोला यार, गजब के कीडे हो तुम कैसे तो उसको पहचान लिया तो मैं इसपे कप में पहचानना नामुमकिन तो यार तुमने ये नामुमकिन काम कैसे कर लिया? मुझे तुम्हें पहचानने की जरूरत ही नहीं पडी । हमारे ऍसे मुस्कराया क्या मतलब जो करो मतलब ये कि मैं तो तुम्हारा तब से पीछा कर रहा हूँ जब से तुम भागे हो होकर हैरान रह गया । पीछे मुझको तो नहीं मालूम पडा मालूम पड जाता तो मुझे क्या फायदा होता है पर पर यार तुम तो उस वक्त वहाँ से चले गए थे । मैं नहीं जॉन गया था । मैं तो मुझे पता है क्योंकि मुझे मालूम था कि तुम भी वहीं कहीं पे हुए हो और हम लोगों को ऐसा है । साल दिलाना चाहते थे कि कहीं भाग गए इसलिए मैं वही तुम्हारे निकलने का इंतजार करने लगा । ऍम मान गया धन्यवाद । फिर मैंने तुम्हारा पीछा किया तो मेरी कब करते देखा और फिर तुम्हारे पीछे पीछे यहाँ लगा गया । अब तो मेरे सवाल का जवाब तो कुछ हो गया तुमने जो फेडरल को मिल की है ऍम तो वाकई लगता है कि फिट अलग तो मैं अभी भी पैसे देकर उनके पास और कोई रास्ता भी नहीं है क्योंकि पूरे आत्मविश्वास के साथ बोला सस्ता है । जो करने से टेढी नजरों से देखा उसके आदमी तुम्हें ढूंढ रहे हैं यहाँ मुझको पता है और तुम्हें यकीन है कि वे तो मैं पकडा नहीं सकेंगे ऍम अगर मैं ही उन्हें बता दूँ तो अमर ने कुटल मुस्कान के साथ कहा छोकर उसका चेहरा पडने लगा फिर सोच कर बोला ऐसा करके तुम्हें क्या फायदा होगा वही जिसकी उम्मीद पर तुम ने जान की बाजी लगा दी । अदालत जो कराके पहला कर बोला तो होना चाहिए क्यों? क्या दस तुम्हारे ही अरमान बडे हो सकता है जो करना है ऐसे से सबको प्यार होता है । पर फिर भारत देश तो वैसे भी पैसे के मामले में खजारी तो मुझको लो बना रहे हैं । ऍम दोस्त और दुश्मन दोनों को तुम अपनी बातों के माया जाल में फंसाने का हुनर रखते हो और अमर ने उसकी बात गाडी तो लूटो तुमको ही इस वक्त तो मुझ से भाग नहीं सकते । एयरपोर्ट के सिक्योरिटी मेरे एक इशारे पर तो मैं घर तक हो जाएगी । फिर तो मैं इंतजार किस बात का? मेरा फायदा उसमें नहीं जोकर से ध्यान से देखने लगा । उसे अमर की बातों पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था । इतना सोच रहे हो । अमर ने पूछा अगर तो मेरा फायदा नहीं करते हैं तो मुझे होटल के आदमियों से मिलना पडेगा । तो मैं क्या चाहिए? मेरे से ऍम क्या बात कर रहे हो या जोकर अलग खडा उसे देख रहा था । मुझे तो लगा तो मजाक कर रहे हो । मेरी शकों से ऐसा लग रहा है । अमर ने उसकी आंखों में जाकर जोकर उसके चेहरे पर पूरी गंभीरता नजर आएगा । वो खेडिया पर ऍम मुझे लूट हो गया क्या? अभी तो मुझे खिला भी नहीं मिला । टाइम खराब कर रहे हैं । ऍम ठीक नहीं । मैंने तो सारी मेरी गलत सारी मेहनत आधा किस्मत की थी । हाँ लेकिन ठीक है तो मुझे मंजूर । मैं हाथ पाटना जो करने खुशी के साथ हाथ आगे बढा । यंग यदि दो द्वीपों का छोडा था, कुछ विदेशी लोगों ने उसका नाम ऍम भी रख दिया था । दोनों एक दूसरे के बेहद खरीद थे । इतने करीब की उनके बीच सिर्फ एक स्टीमर निकलने भर का ही क्या था । दोनों द्वीप हरे भरे और प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण थे । एक भी पर बाबा अमरनाथ का आश्रम था । उस आश्रम में कई देशी विदेशी लोग बाबा की शरण में आया करते थे । पंजाब से आया स्टीमर यज्ञ दी पहुंच चुका था । बाबा अमरनाथ के साथ उनके भक्तगण आश्रम में पहुंच गए । कुछ देर बाद बाबा का प्रवचन चालू हो गया । वो एक लाइन हिंदी में बोलते, हर फिर उसका इंग्लिश में अनुवाद कर देते हैं ताकि सभी को समझा जाए । भगवे वस्त्र पहने भक्त विदेशी और भारतीय मूल के लोग ध्यानपूर्वक उनकी बातें सुन रहे थे । विदेशियों में एक सुनहरे बाल वाला आदमी भी था । उसके नीली आंखों पर चश्मा चढा हुआ था । मैं सभा में पीछे बैठा आश्रम के हर एक व्यक्ति को ध्यान से देख रहा था । कुछ देर प्रवचन चलता रहा । फिर बाबा ने सब से अनुमति ली और उठकर एक झोपडी की तरफ चल रही है । झोपडा आश्रम में पीछे की तरफ था । विदेशी के रूप में जावेद वहाँ से उठा और आश्रम से बाहर आ गया । सबसे नजरे बचाकर मैं एक तरफ झाडियों की ओट में छिप गया । इस जगह से बहुत बाबा के झोंपडे पर आराम से नजर रख पा रहा था । लगभग आधे घंटे के बाद बाबा छोडे से निकलते दिखाई दिए । उनके साथ एक भक्त भी था । फिर आश्रम से पीछे की तरफ चलते चले गए । जावेद झाडियों से बाहर निकला और सतर्कता के साथ उनका पीछा करने लगा । पे दोनों चलते चले जा रहे थे । कुछ देर बाद भी दोनों तीर्थ के उस तरफ पहुंच गए । यहाँ बगल वाला द्वीप शुरू होता था । दोनों बेफिक्र होकर दीपों के बीच के पानी में उधर गए और दूसरे ट्वीट की तरफ बढ गए । पानी की गहराई ज्यादा नहीं थी । उनके दूसरे ट्वीट पर पहुंचकर कुछ दूर जाने के बाद जावेद समुद्र में घुस गया और पानी में नीचे नीचे करते हुए दूसरे द्वीप पर जा पहुंचा । उसे फॅमिली में महारत हासिल थी । उसे डर था कि बाबा या उसके साथ ही उसे देखना ले । इसलिए उसने यही रास्ता चुना । जो था उसके लिए बेहद आसान । दूसरी तरफ पहुंचकर जावेद उनका पीछा करने लगा । कुछ दूर जाने के बाद भी दोनों उसे बडी से चट्टान के सामने रोके दिखाई दिए । ठीक तभी वातावरण में मोटर की आवाज खोजने लगी । जावेद ने घूमकर समुद्र की तरफ देखा । वहाँ एक बडा सस्ती मार दिखाई दिया । कुछ देर बाद दोस्ती मार और देखिए । विराट चट्टान की तरफ से गडगडाहट की आवाज हुई जिसमें जावेद का ध्यान खींचा । अब चट्टान की जगह एक स्थान दिखाई दे रहा था बंदा और उसका साथ ही उसमें घुस गए । फिर चट्टान अपनी जगह वापस आ गई जहाँ पे जल्दी से एक ऊंचे पेड पर चढ गया और उसके पत्तों टहनियों में खुद को छुपा लिया । उसके शरीर पर अब रंग के कपडे थे जिनकी वजह से उसे दूर से देखा नहीं जा सकता था । किधर हैं स्टीमर का काफी हद तक पहुंच गया और कुछ ही देर में साइमन जॅनरल के अन्य सदस्य ऍम खतरनाक हथियारों के साथ द्वीप पर खडे थे । दूर से वहाँ तक पहुँच की तरह नजर आ रहे थे । फिर वे लोग धीरे धीरे पर फैलने लगे । कुछ देर तक वे लोग पीठ का निरीक्षण करते रहे । आखिरकार टाइमिंग बोला अगर उन का अड्डा नहीं है तो बहुत उन चट्टानों में होना चाहिए क्योंकि वही जगह सुरक्षित हो सकती है । खबर के हिसाब से पाई लगता है ऍम फिर उसके आदेश पर उसके लोगों में से कुछ चट्टानों की तरफ पड गए । जावेद सारी गतिविधियां दिलचस्पी के साथ पेड पर से देख रहा था । फिर उसने एक नंबर डायल क्या बोला हमला करवा दूँ फॅमिली अड्डे के अंदर ही है और ध्यान रहे हैं किसी पेड को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए कहकर बहुत खर्च दिया । और फिर शुरू हुआ संग्राम किसी कुशल सेनापति की भारतीय बॉल तो आगे निकला और उस चट्टान तक जा पहुंचा हूँ । फिर उसमें चट्टान के ऊपर चाहते हद जबरदस्त पंप पे कर दी है । सभी पीछे हट गए । ऍफ का बटन दबाया अगले बडा बडा बडा हूँ हूँ । एक के बाद एक चार कर्णभेदी विस्फोट हुए हैं जिनसे समूचा दीप धरा गया । चट्टान पर अब धुआं ही धुआं नजर आ रहा था और धोनी के झडने के बाद अब वहाँ मलबा देखने लगा । फॅसने अपने साथियों को चट्टान की तरफ बडने का आदेश दिया पर मलबे के बीच से चार पांच हथगोले हवा में उडते हुए आए और उन लोगों के सामने आगे रहे । बेटल के आदमी यहाँ के फैल गई । सभी पीछे की तरफ भागे पर देर हो चुकी थी । धमाके हुए और हम लोगों के साथ उनके शरीर के बीच चने बनकर हवा में उड गए । सभी हैरान थे । फॅस के खुले हूँ । बंद भी नहीं हो पाए थे की एक और हमला हुआ इस बार मलबे के बीच में से एक रॉकेट तो बडा और तेजी से उनकी सेना कि तरफ लपका । डाॅ । मौके पर एक तरफ फट गया वरना उसकी चपेट में आ जाता है । उसके बाद चार रॉकेट और फायर हुए । कुछ लोग उन की चपेट में आ गए । पर अब मेटल के लोगों ने संभालकर द्वीप की छोटी बडी चट्टानों के पीछे पोजिशन ले ली और चट्टान की तरफ जवाबी हमला शुरू कर दिया । वे लोग चट्टानों पर फायरिंग कर रहे थे और बीच बीच में बम्बई फेंक देते हैं । दूसरी तरफ से भी चीखों की आवाज आ रही थी और लाशें बिछ रही थी । वीपर आगे आग दिखने लगी जावे । बेड पर बैठा दिलचस्पी के साथ ये होनी जंग देख रहा था । गनीमत थी कि पेड वहाँ से सुरक्षित दूरी पर था इसलिए वह गोलाबारी के असर से बचा हुआ था । करीब एक घंटे तक युद्ध चला । घर चट्टान की तरफ से हमले बंद हो गए । छत पे दाल की बडी सेना के सामने उनके हथियार कम पड गए थे । तब रेबोलडो के इशारे पर उनके आदमी चट्टान के मलबे की तरफ सतर्कता के साथ चलती है । चट्टान के पास पहुंचकर उन्हें बहुत बडा सरकंडा नजर आया जिसमें नीचे एक दरवाजा दिखाई दे रहा था । बेहतर भाषा किसी ठोस हाथों से बना प्रतीत हो रहा था । उसके आस पास कई लाशें और हथियार पडे थे । बॉल तो ने पहले की तरह दो बम दरवाजे के ऊपर लगवा दिया । ब्लास्ट हुआ, अबतक बाजी की धज्जियाँ उड गए । फिर फिर नाम मालू ने अंदर अंधाधुंध फायरिंग कर दी । दरवाजे के पास कुछ हाथ में थे जो भगवान को प्यारे हो गए । हेलो के अंदर घुसने चले गए और फायरिंग करते रहे । धरती के गर्भ में एक बडा सा खौफ था । कई लोगों को उन्होंने बंधक बना लिया । हालत पूरी तरह से काबू में करने के बाद सहमत ऍम अंदर आ गए । ऍफ कहा सहमने एक घायल पंद्रह से पूछा । उसने एक दरवाजे की तरफ इशारा कर दिया । वो तीन लाख की तरफ चलती है । अंदर जाने से पहले उन्होंने अपने आदमियों से लैब की तलाशी करवा ली है । अंदर कोई भी नहीं मिला । वह एक शानदार लायक नहीं । बहुत बेहतर है कि आधुनिक उपकरण मौजूद थे । तो ये है वो ॅ जहाँ प्रोफेसर ने अपने आविष्कारकों अंजाम दिया । जब इस उत्सकता के साथ चारों तरफ देखते हुए बोला डायमंड की नजर एक केबिन पर जाती कि उसके ऊपर लिखा था जब हूँ लगता यही हमारी मंजिल साइमन के चेहरे पर किसी जंग जीतने वाले राजा की भांति भाव दे । तीनों तेजी से उसका दिन में पहुंचे । केबिन में एक बडा सा काला बॉक्स था क्योंकि दीवार से जुडा हुआ था । बॉक्स पर एक स्क्रीन थी और नीचे कंप्यूटर के की बोर्ड जैसा ही एक बोर्ड था । लगता है बॉक्स के अंदर हमारा दिया जा रहा है । ऍम सामान्य कीबोर्ड पर ओपन का बटन दबाया जिसके साथ ही स्क्रीन पर दो शब्द चमक उठे । एंटर पास हुआ । आप सब को छोड कर के ऊपर है । देखते हैं उसने हमें पैसों के बदले में सही पास वक्त दिया है या नहीं । साइमन ने कहा उसके चेहरे पर बेचारी बढती जा रही थी । ऍम करके जोकर की मेल पडी । जाॅन तो उसे जोकर से मिली थी । हालांकि पासवर्ड उसे अच्छी तरह से किया था फिर भी वह कोई चांस नहीं लेना चाहता था । फिर उसने बेहद सावधानी के साथ कीबोर्ड पर अपनी उंगलियां चलाना शुरू किया । बीके नाइन ऍम फोर फाइव फोर पी सी रोटी अब और स्क्रीन ब्लैंक हो गई । तीनों की आंखे फैली हुई थी । सांसे थम गयी थी । ठीक तो सेकेंड बाद स्क्रीन चमक उठे । लिखा था पांचवां ऍम हमारा और जो करके आगे कम्प्यूटर इस ग्रीन पार्टी की हुई थी तो ये गए तुम्हारे अकाउंट में तुम्हारे उसके पैसे जोकर बोला । अमर ने अपना अकाउंट खोला ॅ क्या ऍम हो जाएगा ये हुई ना कुछ मरने वाली बात वैसे दुखी तो बहुत होंगे । आज तो क्यों? तो मैं ये दौलत पार्टी जो पडी क्या फर्क पडता है तो वैसे भी इतना पैसा हमें राजा बनाने के लिए बहुत है वो तो है अमर निकल के साथ सर हिलाया ऐसे अभी तो तुम्हारे पास कुछ हाँ कोर्ट होंगे बोलो भी मुझे पढना करने का क्या फायदा? बहादुर तो मुझको बातों ही बातों में लूट लो गए हो ऍम तो मैं क्या लग रहा है जोकर उसे पहले नजरों से देखते हुए बोला मैं हमेशा तुम्हारी कठपुतली बन गया हूँ शायद अमर पूरे आत्मविश्वास के साथ बोला खराब यहाँ तो पुलिस ऍम पर मैं तो हूँ अमर ने छाती चौडी कर लिया अमर वर्मा मानना पडेगा तुम्हारे कमेंट को भी फॅस कहते हैं जो कर्मियां हूँ ये फालतू की लडाई छोडो पता हूँ कि तुम नहीं कोर्ट कैसे मालूम क्या ऍसे जो करना पढाई लेते हुए ऍम काफी दिमाग लगाकर उन्हें फाइल में जब फायदा पहले तो कुछ कोर्स क्योंकि लाइट्स में नजर आ गए पर आगे के कोर्ट जानने में दौर हाथ निकली हो गई थी मैं जो वो यूपी में नहीं देखी नहीं बहुत विक्रम बढाये । तब कहीं जाकर पता चला कि कुछ शब्द पानी डालने से प्रकट हो गए थे । ये तो तो कैसे पता चल गया जब एक बार गलती से पानी फाइल पर गिर गया । टाॅम शब्दों को को बॉलिंग से लिखा गया था जो कि वैसे तो पारदर्शी होती है पर पानी पडने से खुला भी हो जाती है हूँ मान गए प्रोफेसर की बुद्धि को । और अभी जो कोर्ट मैंने साइमन को भेजा है वो ओपन कोर्ट था । मतलब ऐसा फाइल में लिखा था ऍम कोर्ट से कुछ जरूर खुलता होगा और इसके साथ ही उसमें वॉकिंग कोर्ट लिखा था । यानी एक कोर्ट से हथियार कहीं सफलता होगा और दूसरे कोर्ट के बाद काम करता होगा । ऐसे लगता है बात करते करते जोकर को एक नई मेल दिखाई देगा । ऍम की थी लिखा था हूँ अगला कोर्ट भेजो ॅ गया चोकर चाहते हुए बोला यानी पे लोग हथियार तक पहुंच गए । जो करने उसके बाद पर ध्यान नहीं दिया । मैं साइमन को ये जवाब भेज रहा था । इसकी कीमत होगी बीस करोड डॉलर । साइमन के हाथ में बहन आया अब हथिहार था । मैं राइफल जैसा था, पर उसके धातु कुछ नई तरह की थी । रन चांदी जैसा था और नाल काफी लम्बी थे । माल के मुख पर काम की तरह सुराख नहीं था बल्कि लाल रंग का पालक लगा हुआ था । उसमे तीनों ट्रायल रूम नाम के कैबिन में थे । साइमन ने राइफल में जोकर का भेजा । वॉकिंग को डाल दिया तो हथियार में सोच उनकी आवाज हुई । जैसे लगता कि अब वह इस्तेमाल के लिए तैयार है । फिर उसने उसे टारगेट की तरफ डाल दिया । टारगेट है क्या? नहीं तो युद्ध में घायल हो गया था । उसे उन्होंने सामने लगे एक खंबे पर पान दिया था । वो पूरी तरह से ठीक रहता है । रहम की भीख मांग रहा था लेकिन नहीं नहीं ऍम साइमन के पास उसके लिए थोडी सी बताया नहीं तो उसने उसका निशाना लेकर ऍम दिया । अच्छा किसी आवाज । साइमन को उसे चलाने में सारा पैसा भी झटका नहीं लगा । डर से आपके हुए उस आदमी का शरीर एक दम से में ढल हो गया । ऍम कुछ सोचते हुए अपने काम से उसके सिर कुछ हुआ । अगले ही पल उसका सिर धड से अलग हो गया और फर्श पर गिरकर कांच की तरह टूट कर बिखर गया । उसकी एक देख कर सभी के समझते खडे हो गए । ऍम वो नहीं किसी पागल की तरह ही गया जहाँ भी खुशी के साथ चलाया क्या हुआ मुझे तो बहुत खतरनाक हथियार हैं ऍम खडे हो गए थे साइमन की आंखों में अनोखी जरूरत थी अच्छा इतने हल्के फुल्के खिलाने से देखने वाले फॅस हथियार में मैं कम है अगर किसी देश के आर में ऐसे हथियार इस्तेमाल करने लग गए ऍम सर्च ऐसे आॅल हमें मारेंगे कीमत देने के लिए तैयार हो जाएंगे क्योंकि ऍम के दुश्मन देश क्या आतंकवादियों के पास पहुँच कर हो जाएगा हमने छह मैं खाई है, माता अच्छे हैं, सही कह रहे हो ऍम कर के उससे बात की जाए भारी का या चीज क्या यहाँ रशियन से फिर कल करेंगे । पर इस तरह ऍम क्योंकि हमारे जैसे देश ऐसे खरीदने की जगह चीन में मैं विश्वास रखेंगे । कर मुझे भी से चलाकर देखा है जहाँ उतावलेपन के साथ बोला और साइमन के पास जा पहुंचा । फिर एक और पंद्रह को सामने बात दिया गया । अपने साथ ही की दुर्गति हुई । लाश को देखकर उसका पूरा हाल हो रहा था । इतना कि जब जावे इसमें उस पर निशाना साधा तो मौत के डर से बाकी उसका पेशाब निकल गया फॅार दबा दिया फॅमिली जब इसकी नजर राइफल की छोटी सी स्क्रीन पर गई फॅसा पहुंचे स्क्रीन पर दिखा रहा हूँ ऍम ऍम साइमन बुरी तरह से चंचला और ऍम पडेंगे । लगता है एक फाॅल के लिए था डाॅ । जोकर को मेल करना चाहिए । हाँ ठीक रहेगा । जब इस ने समर्थन में कहा वैसे मेल करने की जहमत उठाने की जरूरत नहीं है । दरवाजे की तरफ से ही सभी जगह गए । वहाँ पे खडा था ऍम उसके शरीर पर चुस्त कपडे ऍम मांसपेशियां धाड करने के लिए आ रही थी और कार्गो पाएंगे कपडे अभी तक हल्के खेले थे, पीठ पर बैठा हूँ क्योंकि आप लोगों का मास्टरमाइंड किधर है? कहते हुए अमर जावेद के पीछे से हो रहा है । उसके साथ था क्यों करते हैं? जोकर की कलाइयां हथकडियों में बनी थी तो वैसे भी पट्ठे गया आप बने हैं मैं लिख नहीं पाएगा । कहते हुए जॉन एक तरफ से प्रकट हुआ उन लोगों को एक एक करके इस तरह प्रकट होते देख सभी सकते में आ गए किसी की मुझे एक शाॅल ऍम तो पक्का ही होता है । उसने फौरन जावे को अपने निशाने पर ले लिया । ऍन पर अपना रिवॉल्वर तान चुका था । जॉन्की राइफल का रुख जब इसकी होता है जो करके फॅमिली ऍम की आंखों में ना जाने कितने सवाल थे पर चोकर का चेहरा भाव ही था अपने हथियार फेक दो ऍम कि बाहर बाई अमर बोला ये बात तो मैं भी तेरे को बोल सकता हूँ जान से जाएगा उसने चेतावनी देख लो । जावेद आपको उडाने की बात कर रही है कल का चल रहा है तो उनको आएगा तो मैं तेरे पहुंॅच और खास बात ये है की तरह पहुँच को कराने के लिए मुझे अवॉर्ड मिलेगा और इन्हें उडाने के लिए तुझे होगी फांसी हूँ । अंग्रेजी बोलने से मैं डरता नहीं हूँ । फॅमिली के साथ बोला मैं बता रहा है साइमन बोला हूँ तो मेरी जान अमेजॉन की तरफ । कुमार मैं कितना ऍम? विदेशी वनडे भी मुझे जानते आज मेरे कॅश आ रहा है । हमारे पास क्या है जो हमने कुछ ऐसे अमर को देखा हूँ । जबकि साइमन उसकी बातों में फंसे बगैर बोला नहीं, मुझे तुम लोग यानी डाॅॅ से बात करनी है । बाते तो हम चल जाते वक्त भी कर सकते हैं । हमारे गंभीर स्वास्थ्य बोला तो लंबा सफर होगा । अभी बातें कर ली तो रास्ते में बोर हो जाएंगे । क्या बोल रहे हैं जल्दी बोलो । जावेद की पहली निगाहें साइमन पर नहीं क्या क्या पाकिस्तानी आतंकवादियों का था? ऍम भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए ऐसा खतरनाक हथियार बना रहे थे । इसके लिए मैंने हमारे देश फॅमिली चाहते हैं । ऍम करके ऍम हमने भारत की भारत क्या गैस बात के तहत हम लोगों में सलाह नहीं आ सकते । तुमने ये सिर्फ अपने निजी फायदे के लिए क्या है और सकता है मेरे फायदे में आपके देश पिता फायदा है क्या? हमारे देश ने तुमसे मदद मांगी । जावेद ने एक एक शब्द जब आया नहीं हूँ । तुम हमारे देश में गैरकानूनी ढंग से गुस्सा हूँ । हथियार लेकर आया हूँ हमारे लिए तुम ही नहीं की तरह है । आतंकवादी हो अपनी बातों का । जावेद पर होते देख साइमन ने पैतरा बदला, कच्छ गया आपकी सरकार हमें सजा नहीं कर सकते हैं । उन्हें हमें हमारे देश के हवाले खत्म होगा । हमारे देश में हमें साॅस । जॉन अचानक बोला और फिर किस बात का फायदा होगा, ये ऍम को भेज देंगे । फॅस की की मैं समय था । हर चीज शांति तैयार भी हो । जैसे किसी को नुकसान नहीं होगा । इसमें भी फायदा होगा । बस में आप काफी हिस्सा मिलेंगे । भाई आप उनके बैंक बहुत पैसा आ गया । अमर ने आंख मारकर चावल को देखा, आपको भी जाइए ॅ जावेद ने अमर की तरफ ध्यान नहीं दिया । वो बोला अगर हम इंकार करते तो फिर तुम्हारा पूरा होगा । ऍम मिलाया और तुम लोगों की कमरे क्या ही इन पाकिस्तानियों के साथ पडेगी? हाँ ऍम क्योंकि मुझे पता है कि हमारे मैं जहाँ की कीमत था मंच पर हमला नहीं करेगा । अब क्यों नहीं करूंगा बाप कराया गया? अमर आ करते हुए बोला तो आप देखना बंद कर जावेद बोला तुम लोगों की पूरी फौज, हमारे कब्जे में भारतीय सेना ने पूरे आयलैंड को घेर लिया है । नेवी का शिव पहुंच गया तो भी तो अपनी ताकत ॅ के चक्कर में कुछ पता ही नहीं चला । हम लोग कब चुपके चुपके तुम लोगों का पीछा करके यहां पहुंचे और जिस आखिरी दाव के बल पर तुम इतना अकड रहे हो, अब तुम उसके भी असली रंग देख लो । कहते हुए जावेद ने रिकॉर्डों को आंख मारे और काॅल्स के तो पैरों तले जमीन निकल गई । ऍम उनकी तरफ कर दिया ऍम साइमन की सुबह लडखडाएं बॉल थोडी सी आई का एजेंट है । जावेद बोला फॅस को जैसे साफ सुनके जो काॅल बिलोंग रिपोर्टों को इस तरह देख रहे थे । जैसे साक्षात यमराज देखता हूँ जो कर के दिमाग में विचार कौन है? तो उसे आप समझ आया कि अमर को उसकी बेल के बारे में कैसे पता चल गया था तुम लोगों का साथ ही एजेंट अच्छा । आप एक बारी बारी से डायमंड और जोकर को देखकर बोला और तुम लोगों को इसकी भनक भी नहीं लगी थी । फिर जो का सामान्य होकर मुस्कुरा दिया वो टी । सी । आई का जासूसी क्या जिसका भेद खुल जाएगा? खाॅ शुरू से ही तुम लोगों के साथ मिला हुआ था, बडी सी आई के लिए काम कर रहा है । जावेद साइमन को देखते हुए बोला वो तुम्हारा हर इरादा डीसीआई के चीफ यानी चलाना जोन और हमारे चीज तो बताता रहता था । इसलिए तुम्हारी भारत आने और हथियार लाने के पूरे प्लान की हमें जानकारी दी । सही मायने में बॉल तो ही इसके इसका हीरो है । तो हम क्या विलेन ना भाई । अमर ने नाराजगी के साथ कहा कर सीना ठोककर बोलो ऍम अब है कोई जवाब तुम्हारे पास मैं आपको भी कहूंगा कॅामन किसी ऍम की तरह बोला पर अमर ने उसे टोक दिया अरे मेरे मिट्टी के शेयर तू तो यार पहुंच बडा वाला अभी तक बचने के सपने देख रहा है और अगर साधा करना ही है तो हम क्यों कर रहे तो जैसा रखकर अकेले नहीं कर लेंगे तो मुझे लगता है अपनी हार के सदमे से पागल हो गया है । जॉन हसते हुए बोला सही कहा मेरी जान फिर मरने आगे बढकर फॅमिली ऍम देखने के बाद उसकी नजर उसकी स्क्रीन पर गई जो कर यार तो भरी बात एकदम सही थी । ये मास्टर कोर्ट मांग रही है । अच्छा वो प्रोफेसर ने ये कोट डाला वरना अब तक तो ये गन काम कर रही होती है और शायद हम लोग इन पर जीत नहीं पाते । अब इसके कोर्ट के लिए बातचीत वाली का मिलना बेहद जरूरी है और वो तो गधे के सबसे सिंह की तरह गायब हो गया है । ऍम पादचारी का मिलना साइमन के मुँह से निकला तो क्या अमर ने साइमन के टकले पर हाथ फेरकर कहा सहमत मियां तो वैसे तुम ऍम में होता नहीं कि हम से कोई सवाल पूछो तो उस तरह पूछ लिया तो इसे बता देता हूँ क्या हमें इतने सहमती में सरेला मास्टर को आर्थर स्मिथ की फाइल में ही नहीं क्या जाॅन यस तो उसमें उसे कहीं और ही जमा रखा है । क्यों जो कर यार हाँ जोकर बोला । पाल के अंत में लिखा था कि मास्टर को बादशाह के रुपए में है । सभी के चेहरों पर सवालिया चलना गए ।

Details

Sound Engineer

प्रोफेसर अर्थर  स्मिथ एक विदेशी वैज्ञानिक था जिसने एक ऐसे हथियार का आविष्कार कर लिया था जिसे पाने के लिये विश्व के कई आतंकवादी संगठन व  माफिया लालायित थे।  खुफ़िया एजेंसीज़ व पुलिस इस आविष्कार की तह तक पहुंचना चाहती थी । इस बीच अर्थर  स्मिथ की रहस्यमय हालातों में मौत हो जाती है और उसकी एक फ़ाइल जिसमे हथियार से सम्बंधित सीक्रेट कोड्स छिपे थे, कई हाथों से होते हुए जोकर नाम के जासूस के हाथ आ जाती है। फ़ाइल पाते ही जोकर अपनी ही एजेंसी से बगावत करते हुए माफिया से जा मिलता है। आविष्कार को खोजते हुए सभी दिग्गज पहुँचते हैं भारत – जहाँ सीक्रेट सर्विस के एजेंट जावेद-अमर-जॉन उनके मंसूबो पर पानी फेरने के लिए तैयार हैं। writer: शुभानंद Voiceover Artist : RJ Manish Author : Shubhanand Producer : Saransh Studios
share-icon

00:00
00:00