शादी वाले दिन सीरत का होनेवाला दुल्हा भाग जाता है। मजबूरी में भाई के दोस्त परम से शादी हो जाती है लेकिन सीरत हमेशा खुद को नौकरानी ही मानती है, कभी खुद को पत्नी का दर्जा नहीं देती। दुर्भाग्य वश परम की दूसरी शादी हो जाती है सीरत की सहेली से। एक म्यान में दो तलवार क्या रह पाती हैं? अचानक एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या... आखिर क्या है इसका रहस्य? प्यार, समर्पण, चाहत और प्रतिशोध में कौन हारता है और कौन जीतता है, सुनें पूरी कहानी।
Author : एस. सिमरप्रीत सिंह कंग
Voiceover Artist : Ashish JainRead More
शादी वाले दिन सीरत का होनेवाला दुल्हा भाग जाता है। मजबूरी में भाई के दोस्त परम से शादी हो जाती है लेकिन सीरत हमेशा खुद को नौकरानी ही मानती है, कभी खुद को पत्नी का दर्जा नहीं देती। दुर्भाग्य वश परम की दूसरी शादी हो जाती है सीरत की सहेली से। एक म्यान में दो तलवार क्या रह पाती हैं? अचानक एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या... आखिर क्या है इसका रहस्य? प्यार, समर्पण, चाहत और प्रतिशोध में कौन हारता है और कौन जीतता है, सुनें पूरी कहानी।
Author : एस. सिमरप्रीत सिंह कंग
Voiceover Artist : Ashish Jain