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आख़िरी ख़्वाहिश अध्याय -08 in Hindi

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AuthorSaransh Broadways
“यात्रा कैसी थी?” उसने मेरे चेहरे को दुलारते हुए पूछा। “मैं ड्‍यूटी पर था।” “ठीक है! मुझे पता है कि इसका मतलब क्या है। यह विद्यार्थियों के लिए एक यात्रा थी और मेरे लिए नहीं।” मेरे कहने का मतलब वह हमेशा समझ लेती थी और उसमें मेरे लिए बोलने का साहस था। मैं मुसकराया, लेकिन कुछ बोला नहीं।, सुनिए प्यार भरी कहानी| writer: अजय के. पांडेय Voiceover Artist : Ashish Jain Author : Ajay K Pandey
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Transcript
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मैं ऍम जब मैंने सरगम से बात कर ली तो मैं अपनी प्रिया को उसके दफ्तर से लेने के लिए चल पडा । मेरे लिए यह एक असामान्य बात भी क्योंकि हमारे कार्यालय का समय लगभग हमेशा भेड जाता था । इसी कारण मैंने उसे कभी नहीं लिया था । लेकिन जैसा कि डॉक्टर ने सुझाव दिया मैं उसे आराम देना चाहता था । घर लौटते वक्त मैंने उसके बहुत के बारे में पूछताछ के तो कॅाल माथुर अभी भी कार्यालय में है । कब माथुर बैंक में मान जाएगा, उसमें हताशा में उत्तर दिया । उसके पास जीवन में करने के लिए कुछ भी नहीं है । मैं उसे घर पर छोड दिया और झूठ बोला । मैं एक घंटे में रहता हूँ । मुझे बीमा कार्यालय जाना है । उन्होंने मुझे अपनी पॉलिसी और स्वास्थ्य रिपोर्टों के बारे में चर्चा करने के लिए कहा है कि आज की रिपोर्टों के लिए जिसके लिए हमने आज आपने नमूने दिए थे । उसने पूछा मैंने सिर्फ खिलाया और चला गया । मैं बैंक के ठीक सामने फॅस था । मैं एक भीड भरे बाजार के बीचोंबीच था और दिल्ली में शाम को सात बजे का समय जब पार्किंग स्थल की तुलना में एटीएम का पता लगाना आसान होता है । एटीएम गार्ड ने ये कहते हुए मेरा रास्ता रोका । सर बैंक बंद है और आप अंदर नहीं जा सकते हैं । मैं मिश्र मुकुल से मिलने के लिए आया है । कृपया उन्हें सूचित करों की आस्था शर्मा के पति उनसे बात करना चाहते हैं तो अब साफ के रिश्तेदार हैं । मुझे लगा कि आप ग्राहक हैं । आपको रोकने के लिए जमा करें । आप अंदर जा सकते हैं । मुझे यकीन था की आस्था के सामने व्यक्तित्व को कोई भी नजर अंदाज नहीं कर सकता था । कार्ड भी नहीं । बैंक में सन्नाटा था । मैंने दालान के कोने पर केबिन को खोजने के लिए अपनी गर्दन घुमाया । यही शैतान को होना चाहिए । मैंने सोचा मैं नौकरी के प्रति उसकी प्रतिबद्धता से प्रभावित था । उसके केबिन के दरवाजे खुले थे और मैंने के दिन के अंदर झांका । हमारी आंखें एक पल के लिए मिली और उसमें अरुचिकर तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त की । वो जल्दी से मेज के नीचे को छुपाने लगा । क्या मैं अंदर सकता हूँ सर । मैंने अनुरोध किया बैंक बंद हो चुका है । अब अंदर कैसे आए सर मैं विजय शर्मा । आस्था का पति मैंने केबिन के दरवाजे से उत्तर दिया । वो पीस आई । उन्होंने राहत की सांस लेते हुए कहा बहुत अच्छा साहब, आज आपने रोज के समय के मुताबिक ऑफिस से जा चुकी है । क्या वो अभी तक नहीं पहुंची है? सर मैं मैं आपसे ही मिलने आया हूँ । आस्था घर पर है हो, ठीक है, क्या लेना चाहिए चाहे या फिर कॉफी, उसके शब्द आस्था द्वारा उन्हें अमानवीय बताने का खानदान कर रहे थे । आपको मेरे साथ इतना औपचारिक नहीं होना चाहिए सर फिर मुझे मुकुल पुकारेंगे क्या पीते हैं? उन्होंने मजाकिया ढंग से पूछा जी नहीं, मैंने उत्तर दिया अच्छा टेबल पर एक ग्लास और कुछ स्नैक्स । और अंत में रॉयल स्टैग की आधी भरी बोतल रखकर उन्होंने कहा, मुझे पारदर्शी चार इंच गिलास की पेशकश की गई । सर, मैं नहीं पीता । मैंने अपनी बात दोहराई क्योंकि स्पष्ट था कि वो मेरे मना करने को समझ नहीं पाए थे । किसी भी चलते है । उन्होंने पेप्सी जैसा डालते हुए कहा, मैं अकेले पीने से तंग आ चुका हूँ । धन्यवाद सर, मैं आप की प्रतिबद्धता को सलाम करता हूँ क्योंकि आप ऑफिस के समय के बाद भी काम कर रहे हैं । हर पेशेवर को आप से सीखना चाहिए । मैं अपने हाथ उस काला में आजमा रहा था तो मेरी दुश्मन थी । मक्खनबाजी की खिलाफ मुझे मुकुल बोलिये । प्लीज उन्होंने सेकंड में अपना क्लास खाली करते हुए कहा, दरअसल में रुकने का कारण व्यक्तिगत है । मैं यहाँ इसलिए रुकता हूँ क्योंकि मुझे घर पर रहने से खुशी नहीं मिलती है । मेरी एक दारुण जिंदगी है । लोग सोचते हैं कि मैं बहुत कम करता हूँ, जबकि वास्तव में मैं केवल अपने दैनिक झमेलों से भाग रहा हूँ । ये मेरे लिए अविश्वसनीय था कि एक व्यक्ति मुझे अपने परिवार के मुद्दों के बारे में इतना मुखर बोल रहा था । मैं भ्रमित था । क्या वही व्यवस्था जिसमें मेरी प्रिया का जीवन हर दिन दूभर बना दिया था? या क्या रॉयल स्टैग के प्रभाव में उसके इन्द्रियाँ उसके नियंत्रण में नहीं थी? मैं आसानी से उसकी झपक यहाँ के और छठ खुशी देख सकता था । मैंने अनुमान लगाया कि उन्हें आंतरिक शांति मिल गई थी । ये जानकर दुख हुआ । मैंने अपने पे का एक घूंट लेते हुए कहा, ठीक है, मुझे हमेशा आश्चर्य होता है कि हमारे जैसे लोग शादी क्यों करते हैं । उन्होंने कहा, इसका सबसे अच्छा ऐसा ही है कि हम अपने पूरे जीवन को साझा करने के लिए प्यार करने वाला व्यक्ति प्राप्त करते हैं । मैंने कहा और उस कराया प्रेम और व्यवहार कभी हाथो नहीं हो सकते हैं और मुझे बहुत खेद है । मुख्य विषय से बहस रहा हूँ । अब यहाँ किस लिए आएगा । समझा की मदद की जरूरत है और मुझे यकीन है कि आप सत्य, समझदार, अच्छे हैं । आप निश्चित रूप से मेरी मदद करेंगे । मैंने मुद्दे पर आने से पहले थोडी और मक्खनबाजी की मेरी बातों से उनकी भृकुटी तनी । लेकिन उन्होंने एक और पैट बनाते हुए कहा, आराम से कहीं सर आस्था की प्रोन्नति सोमवार को होने हैं । उस बारे में चिंता मत कीजिए । मैंने पहले ही उसकी फाइल को स्वीकृति दे दी है और वो जल्दी ही इस बैंक की स्थायी कर्मचारी हो जाएगी । वो बेकाबू लग रहे थे । अगर मैंने सौ करोड रुपए के ऋण के लिए कहा तो मुझे यकीन है कि वह बिना विचार किए उसे स्वीकृत कर देंगे । ऍफ की खूबसूरती थी । कौन सी शाही व्यवहार करा रही थी? सर, मेरी चिंता का कारण बिल्कुल यही है । हमारे डॉक्टर सुझाव दिया है कि उसे पूरी तरह बैड रेस्ट की जरूरत है क्योंकि वह घातक बीमारी से पीडित है । जो आपकी कहने से पहले मैंने विलाप किया । मेरे लिए बोलना बेहद मुश्किल था । किसी तरह कहाँ पाया, उसके पास जीने के लिए कुछ महीने ही बचे हैं । क्या क्या गंभीर हैं । उन्होंने एक और पैक बनाते हुए कौतुहल के साथ पूछा । कमरे में छुट्टी थी, समय तोड दिया । साथ रोग की गंभीरता से अवगत नहीं है । अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति में मैं उसे नौकरी छोडने के लिए मना नहीं कर सकता । मैं उसे देखभाल करना चाहता हूँ और से किसी भी अनावश्यक संक्रमण का शिकार होने से बचाना चाहता हूँ । मैं चाहता हूँ कि आप उसकी परीक्षा के बाद उस की सेवाएं समाप्त कर रहे हैं क्योंकि आपको किसी को भी इसका औचित्य नहीं बताना पडेगा । कुछ सेकंड के लिए सोचते हुए उन्होंने खून लिया । गुजरे बोले, अगर मैं बिना वैध कारण बताया उस की सेवाएं समाप्त कर देता हूँ तो उसका आत्मविश्वास टूट जाएगा । इसके अतिरिक्त ये एच आर नीति के खिलाफ भी है । मुझे डर है कि मैं ये नहीं कर सकता । मेरे पास निश्चित रूप से ऐसा करने का एक वैध कारण होना चाहिए । इसके अतिरिक्त आपके कथन के पक्ष में सबूत क्या है? अच्छा सर उसे हर हाल में अपना काम छोडना पडेगा । यदि आप मेरी मदद नहीं करते तो मैं उसे सच बताने को बाद देखूंगा की नौकरी समाप्त होने की तुलना में उसके लिए अधिक पीडादायी होगा । ये कहकर मैंने उन्हें डॉक्टर का पर्चा दिखाया जिस पर उन्होंने अर्द्धचेतन स्थिति में एक नजर डाली तो तीन महीने के बैड रेस्ट वाली बात को समझने में कामयाब रहे । मैंने बीमा पॉलिसी और मेडिकल टेस्ट की अपनी फर्जी कहानी सुनाई । इसके अंत में मैंने अंततः हूँ सच्चाई को छोडा । मुकुल सर मैंने कहा जब हो जाने की की वह गंभीर बीमारी से पीडित है तो वह एक खुशमिजाज अलर्ट आस्था नहीं रह जाएगी । आप सब कुछ छुपाना चाहते हैं और उसके शेष समय के लिए खुश रखना चाहते हैं ना मैंने सर हिलाया, किस तरह से प्रत्येक पैक के साथ उनका मस्तिष्क तेजी से काम कर रहा था । मैं उस से बेहद प्रभावित था । विजय मैं आपको आस्था के बारे में कुछ बताता है । आपको पिछले दो सालों से यहाँ काम कर रही है । वो अपने समय के साथ नियमित रही है । लेकिन अपने विवाह के बाद वो लगभग पांच बजे चली जाती थी और उससे अक्सर मुझे परेशानी होती थी । लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह फिर रुक रही थी । मैंने उसकी सहयोगी उसके कार्यक्रम के इस बदलाव के बारे में पूछताछ की की पता चला की वो कार्यालय में रुकना चाहती है क्योंकि आप अपने कॉलेज टूर के लिए बाहर गए हुए थे । मैंने हमेशा शाम को नहीं रोकने के लिए उसे दोषी ठहराया और महसूस किया कि वह एक विनाशकारी पेशेवर थी । हालांकि मेरा मानना है कि जहाँ तक उसके व्यक्तिगत जीवन की बात है वो बहुत भाग्यशाली महिला है । आपके उदार विचारों के लिए धन्यवाद सर, मैंने विलाप किया था तो क्या मैं आश्वस्त हो जाऊँ की आप से हटा देंगे । पहले मैं चार से बात कर लूँ । अब बहुत अच्छे व्यक्ति हैं । आप एक साथ बहुत हो सकते हैं लेकिन मुझे पता है कि आप दिल से एक अच्छा इंसान है । मेरा मानना है कि आप ऑफिस में समय बिताने और अलग थलग पीने के बजाय अपने परिवार के साथ कुछ अधिक समय बिताना चाहिए । इस तरह आप अपनी शराब के सेवन को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे । मुझे नहीं पता कि मैं कैसे या क्यों दर्शन ज्ञान दे रहा था । अच्छा मेरे दिल से सीधे आ रहे थे, आने वाला है । उन्होंने कहा, किराया लेकिन आप किसी जानते हैं कि मैं दिल से एक अच्छा इंसान हूँ । आपने उदासी से मुस्कुरा बिहार कहा क्योंकि आप उसे सेवामुक्त करने जा रहे हैं ।

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Voice Artist

“यात्रा कैसी थी?” उसने मेरे चेहरे को दुलारते हुए पूछा। “मैं ड्‍यूटी पर था।” “ठीक है! मुझे पता है कि इसका मतलब क्या है। यह विद्यार्थियों के लिए एक यात्रा थी और मेरे लिए नहीं।” मेरे कहने का मतलब वह हमेशा समझ लेती थी और उसमें मेरे लिए बोलने का साहस था। मैं मुसकराया, लेकिन कुछ बोला नहीं।, सुनिए प्यार भरी कहानी| writer: अजय के. पांडेय Voiceover Artist : Ashish Jain Author : Ajay K Pandey
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