प्रोफेसर जावेद अपने असिस्टेंट अब्दुल के साथ मोहन नगर के काले जंगलों में भटकते हैं। उन काले जंगलों में जहाँ कभी काले राक्षसों का राज हुआ करता था। प्रोफेसर और अब्दुल उन जंगलों में भटकते हुए राक्षसों के महल तक जा पहुँचते हैं। वहां उन्हें एक स्याह काला ताबूत मिलता है, जिसे प्रोफेसर अपनी लैब ले आते हैं। इस घटना के पन्द्रह माह गुज़रने के बाद एक दिन कुछ ऐसा होता है की प्रोफेसर को अरेस्ट कर लिया जाता है। लेकिन क्यों? क्या किया था प्रोफेसर ने ऐसा? इस कहानी में एक और कड़ी जुड़ती है, जेम्स-बॉन्ड का इतिहास। वो इतिहास जो था उन राक्षसों का काला इतिहास था। रहस्य और रोमांच से भरी इस कहानी को आप सुनने के लिए उतावले हो जाएंगे।Read More